छपरा: शोध विद्यार्थी संगठन के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अर्पित राज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि विश्वविद्यालय शोध कार्यों को लेकर अपनी पीठ स्वयं थपथपा रही है. जबकि असलियत में शोध छात्र विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली से त्रस्त हैं.
छात्र नेता अर्पित राज ने कहा की विश्वविद्यालय द्वारा तीन वर्षों से प्री-पीएचडी टेस्ट नही लिया गया है. जिस कार्य को 6 माह में किया किया जाना चाहिए उस कोर्स वर्क के लिए दो वर्ष लग रहे हैं. 18 माह बीतने के बाद भी कोर्स वर्क के दूसरे सत्र के लिए नामांकन नही हुआ जबकि यह प्रत्येक 6 माह के बाद नामांकन होता है.
इसके अलावे राजभवन के आदेश के उलंघन में छात्रों से हो रही वीडियोग्राफी की राशि सहित काई अन्य तथ्यों पर विश्वविद्यालय की शिथिलता को बताया गया है.