छपरा: राजकीय रेलवे पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे दो अपराधियों को चोरी की मोबाइल के साथ धर दबोचा है. पुलिस को इन दोनों की तलाश काफी दिनों से थी. 
गुप्त सुचना के आधार पर रेल थानाध्यक्ष सुनील कुमार दिवेदी और एकमा थानाअध्यक्ष नीरज कुमार के नेतृत्व में इन दोनों अपराधियों को पकड़ा गया. अपराधी देवनारायण प्रसाद, पिता बैधनाथ प्रसाद तथा बेटा संदीप कुमार, दोनों हंसराजपुर एकमा के निवासी बताये गये है. दोनों अपराधी पिता और पुत्र बताये जाते है. 

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छपरा: भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पार्टी के नेता श्याम बिहारी अग्रवाल को छपरा नगर का जिला प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है.

जिला प्रतिनिधि चुने जाने के बाद छपरा टुडे डॉट कॉम से बात करते हुए उन्होंने पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया. साथ ही कहा कि जो दायित्व उन्हें सौंपी गयी है उस पर शत प्रतिशत खरा उतरने का प्रयास करेंगे. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं किसी खेमे का व्यक्ति नहीं, मेरा एक ही खेमा है और वह है भारतीय जनता पार्टी.

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छपरा: सारण जिला कबड्डी एसोसिएशन और रोटरी क्लब के संयुक्त तत्वावधान में खेल दिवस (29 अगस्त) के अवसर पर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा.

खेल प्रशिक्षक सुरेश प्रसाद सिंह ने छपरा टुडे डॉट कॉम से बताया कि खेल दिवस पर खेल और खिलाडियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सारण जिला कबड्डी एसोसिएशन के द्वारा एक दिवसीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. प्रतियोगिता बालक और बालिका वर्ग में होगी. इस प्रतियोगिता को रोटरी क्लब छपरा प्रायोजित कर रहा है.

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स्थानीय शिशु पार्क में सोमवार शाम 4 बजे से होगा प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा.

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छपरा: शहर के ब्रहमपुर पुल के पास बाढ़ के चपेट में आकर धराशायी हुए मकान के मालिक को जिलाधिकारी दीपक आनंद ने शनिवार को अनुग्रह अनुदान के रूप में 95,100 रूपयें का चेक सौंपा. 

जिलाधिकारी ने भगवान लाल साह को उनके दो मंजिला मकान, जो बाढ़ में कटाव के कारण दिनांक 25 अगस्त को गिरकर ध्वस्त हो गया के लिए 36 घंटे के अंदर सरकार के एसओपी के अनुकूल 95,100 रूपयें का चेक अनुग्रह अनुदान के रूप में सौंपा.

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जिलाधिकारी ने सदर अंचलाधिकारी श्री विजय कुमार सिंह को निर्देश दिया कि प्रकाश औरनामेन्ट्स दुकान के सामने बड़े गड्ढे़ में लाल झंडा लगा दें तथा गड्ढ़े को यथाशीघ्र भरवाकर प्रतिवेदित करें ताकि किसी प्रकार का नुकसान न हो सकें. उन्होंने सदर अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाये.
इस अवसर पर प्रभारी पदाधिकारी आपदा शिवकुमार पंडित, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी अनिल कुमार चौधरी, अंचलाधिकारी सदर विजय कुमार सिंह उपस्थित थे.

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छपरा: बाढ़ राहत के नाम पर बिहार सरकार कागजी दावा कर रही है पर हकीक़त में बाढ़ पीड़ितों तक किसी तरह की कोई राहत नही पहुँच रही है. आपदा प्रबंधन को लेकर राज्य सरकार के पास कोई तैयारी नही दिख रही है. बाढ़ पीड़ितों को भोजन और मवेशी चारा के लिए तरस रहे है. उक्त बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने छपरा में आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं.

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बाढ़ पीड़ितों से बात करते मंगल पाण्डेय

उन्होंने कहा कि छपरा सदर सहित जिले के रिविलगंज, सोनपुर, अमनौर, जलालपुर, दरियापुर सहित कई प्रखंड भीषण बाढ़ की चपेट में है. इन क्षेत्रों में राहत पहुँचाने की जरुरत है, पर सरकार और जिला प्रशासन इस काम में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है.

 

बाढ़ पीड़ितों को भोजन और पशुओं के लिए चारा उपलब्ध नही कराया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन द्वारा जिन 21 स्थानों पर राहत  शिविर लगाने का दावा किया जा रहा है, उनमे से केवल तीन शिविर ही चल रही है और बाकी सिर्फ कागज पर है. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन द्वारा सरकारी खजाने को चूना लगाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि लालू के बेटे और जिले के प्रभारी मंत्री ने अब तक बाढ़ पीड़ितों के हाल जानने की जहमत नही उठाई. वहीं बिहार बाढ़ से जुझ रहा है लालू के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री विदेश का दौरा कर रहे है. साथ ही सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हेलीकाप्टर के हवा-हवाई दौरा कर रहे है और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने बयानों से बाढ़ पीड़ितों के घाव पर नमक छिड़कने का काम कर रहे है.
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वहीं पार्टी के महासचिव व पूर्व विधायक विनय सिंह ने कहा कि सोनपुर के सभी पंचायत बाढ़ ग्रस्त है. सरकार द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए कोई व्यवस्था नही दिख रही है.

इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष लालबाबू प्रसाद, छपरा विधायक डॉ. सी एन गुप्ता, अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ़ चोकर बाबा, श्याम बिहारी अग्रवाल, अशोक सिंह, धर्मेन्द्र चौहान, जयप्रकाश वर्मा आदि समेत के भाजपा के कई नेता उपस्थित थे.

 

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छपरा: छपरा जंक्शन के मालगोदाम में इन दिनों ड्रैगन ट्रेन चल रही है. शाम ढलते ही ट्रेन का परिचालन शुरू हो जा रहा है जो देर रात तक चलता रहता है. ट्रेन के टिकट का दाम भी कम है जिस कारण इस ट्रेन पर चढ़ने वाले लोगों की संख्या भी ज्यादा हैं. लोग जमकर इस ट्रेन का मज़ा ले रहे है.

प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी छपरा जंक्शन स्थित आरपीएफ बैरक में कृष्णजन्माष्टमी मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेले में तरह तरह की दुकाने सजी हैं. साथ साथ बच्चों और बड़ो के लिए झूलें लगे है. लेकिन इन सब के बीच बच्चें ड्रैगन ट्रेन का लुफ़्त खूब उठा रहे हैं. हू-ब-हू ड्रैगन की तरह दिख रही ट्रेन बच्चों को अपने ओर खासे आकर्षित कर रही है. डर के बावजूद भी सभी इस ट्रेन पर बैठ कर रेलगाड़ी के स्पीड का मजा ले रहे है. इसके आलावे डिस्को डांस, बड़ा झुला और नाव झुला लोगों अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. Dragon train

छपरा जंक्शन का माल गोदाम अब छपरा ग्रामीण स्टेशन पर चला गया है जिसके कारण इस बार आरपीएफ मेले का विस्तार माल गोदाम तक हो गया है.

 

Santosh Kumar/Kabir Ahmad

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छपरा: सारण जिला कानू महासभा द्वारा संत गणीनाथ गोविन्द जयंती समारोह का आयोजन किया गया.

स्थानीय डी एन गार्डन में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोचारण के बीच संत गणीनाथ की पूजा अर्चना से शुरू हुयी. महासभा के अध्यक्ष अम्बिका प्रसाद ने बताया कि कानू समाज के लोग प्रतिवर्ष इस पूजन समारोह का आयोजन करते है. kaanu mhasabha

संत गणीनाथ हमारे भगवन की तरह थे, जिनकी जयंती की अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित होता है. इस अवसर पर शिशु एव महिला सम्मलेन का आयोजन किया गया. जिसमें महिलाओं ने अपने विचार प्रकट किये.

महिलाओं द्वारा गीत गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

 

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छपरा: नदियों के जलस्तर में धीरे-धीरे कमी आने लगी है. बढ़ा हुआ पानी अब गाँव के खेतों की तरफ बढ़ रहा है. इस कारण शहर के कई इलाकों से पानी भी घट रहा है. लेकिन इसके बावजूद भी कई सड़के अब भी जलमग्न दिख रही हैं. छपरा के मुख्य बाजार मौना चौक पर जलजमाव होने से शहर के आर्थिक ग्राफ में कमीं आई है. पिछले एक सप्ताह से यह बाजार पूरी तरह जलमग्न है. दुकाने बंद पड़ी है और दुकानदार बाजार से पानी हटने की बाट जोह रहे हैं.

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सरकारी बाज़ार में लगा बाढ़ का पानी                                                                                                      Photo: अमन कुमार

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क्यों गिरा आर्थिक ग्राफ
 मुख्य रूप से यह बाजार खाद्य सामग्रियों और रोजमर्रा के सामानों के लिए जाना जाता है. पूरे शहर के लोग यहाँ खरीददारी के लिए आते है. प्रतिदिन इस मंडी में करोड़ों का कारोबार होता है. लेकिन पिछले एक सप्ताह से यहाँ दुकाने बंद पड़ी है. कई थोक दुकानदार पानी में ही अपनी दुकानों को खोल रहे है. जिससे की दुकानों को खुली देखकर कुछ ग्राहक तो  आये, लेकिन जलजमाव से ग्राहक नही आ रहे हैं. वहीँ कुछ दुकानदार पम्पसेट के जरिये पानी निकलने की जुगत में हैं. लेकिन फायदा कुछ नही मिल रहा है. मौना चौक, तिनकोनिया गली, सरकारी बाजार, जमा मस्जिद तक की पूरी सड़क अब भी जलमग्न दिख रही है.

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सरकारी बाज़ार में बाढ़ की पानी में दूकान खोलने को मजबूर व्यापारी Photo: अमन कुमार

बीच सड़क पर बिक रही है सब्जियां

मौना चौक से साहेबगंज तक जाने वाली सड़क सब्जी मार्केट के नाम से मशहूर है. लेकिन इन दिनों यह मार्केट मौना चौक पर ही लग रहा है. दुकानदार बीच सड़क पर सब्जी बेचने को मजबूर है. कम जगह होने के कारण सुबह से ही सब्जी विक्रेताओं द्वारा जगह की घेराबंदी की जाती है. कई बार सब्जी विक्रेताओं की आपस में नोक-झोक भी हो जा रही है. जिससे  कितने दुकानदार अपनी दुकान लगाने से वंचित हो जा रहे हैं. सब्जी की दुकान लगने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है.हालांकि लोगों को सब्जी मिल जा रही है जिससे वह इस परेशानी को झेलने के लिए भी तैयार हैं .vege
 
क्यों नही हट रहा सड़कों से पानी

नदी का जलस्तर बढे एक सप्ताह होने को है. प्रतिदिन जलस्तर  में कमी भी हो रही है बावजूद इसके सडको से पानी नही हट रहा है. मौना चौक से लेकर साहेबगंज तक की सड़क से सटे खनुआ नाला पूरी तरह कचड़ा से भरा पड़ा है. बाढ़ का पानी शहर में आने के बाद नगर परिषद् द्वारा आनन-फानन में छोटी छोटी नालियों की सफाई की गयी लेकिन खनुआ नाला की सफाई को लेकर कोई भी ठोस कदम नही उठाया गया. जिस कारण तिनकोनिया, सरकारी बाजार, करीम चक, मौना चौक, साहेबगंज का इलाका अब भी जलमग्न है.

 

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छपरा: छपरा-हाजीपुर NH-19 बाढ़ के कारण कई जगहों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. डोरीगंज, अवतारनगर, ब्रम्हपुर, इनई तथा रिविलगंज के पास सड़कों पर 4 से 5 फिट पानी जमा हो जाने से NH कई जगह टूट गया है. हालांकि सड़कों का कितना नुकसान हुआ है ये तो पूरी तरह से बाढ़ का पानी हटने के बाद ही पता लग सकेगा पर टूटे हुए सड़कों की मरम्मती को लेकर अभी से ही असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

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NH-19 के रूप में अधिसूचित यह सड़क नेशनल हाई-वे ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया(NHI)के जिम्मे है पर हालिया अपडेट के मुताबिक जिस कम्पनी को एनएच पर फोरलेन निर्माण का जिम्मा दिया गया है उसकी रुचि अब इसके निर्माण में नहीं है और अभी तक इसके मरम्मत की जिम्मेवारी भी तय नही की गई है.

जानकार बताते हैं कि विभागीय उदासीनता के कारण ही अबतक फोरलेन का निर्माण पूरी तरह संभव नहीं हो सका है. बाढ़ के बाद सड़क के टूटे हुए हिस्सों की मरम्मती को लेकर असमंजस की स्थिति कायम है.

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छपरा: बाढ़ के पानी के छपरा शहर में आने के बाद नगर परिषद् की सफाई व्यवस्था की पोल खुल गई है.  शहर को स्वच्छ रखने के तमाम वादे करने वाले नगरपरिषद की कार्यप्रणाली स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा रही हैं.

बीते दिनों शहर के साहेबगंज, थाना चौक और नगरपालिका चौक जैसे व्यस्ततम इलाकों में बाढ़ का पानी आने की प्रमुख वजह नालों की समय पर सफाई नहीं होना है. शहर के अधिकतर मुहल्लों में नाला पूरी तरह जाम है जिसके चलते ही बाढ़ का पानी नालों में जाने के बजाये सड़कों पर बहने लगा.

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बाढ़ के बाद भी नहीं चेता नगरपरिषद

बाढ़ के पानी का शहर में आने की प्रमुख वजह नालों की ठीक से सफाई नहीं होना ही है. शहर में बाढ़ का पानी आने से स्थिति बिल्कुल नारकीय हो गई है. नाले का कचड़ा पानी के साथ सड़क पर बह रहा है. इन सब से बीच नगरपरिषद् इस घटना से सबक लेने की जगह शहर की साफ़-सफाई में काफी ढिलाई बरत रहा है. अभी भी अधिकतर मुहल्लों में नाला जाम होने की वजह से बाढ़ का पानी जमा है. कई जगहों पर तो पानी के साथ तेज दुर्गन्ध ने आस-पास के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. 

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आर्यसमाज स्कूल के गेट पर बह रहा नाले का पानी

छपरा के आर्यसमाज स्कूल के मेनगेट पर नाले का पानी सड़क पर बह रहा है. स्कूल में जाने का एक मात्र यह रास्ता छात्र-छात्राओं के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर रहा है. स्कूल जा रही छात्राओं को नाले के पानी से ही गुजर कर प्रांगण में जाना पड़ रहा है. नगर निगम बनने की दहलीज पर खड़ा छपरा नगरपरिषद बाढ़ की विभीषिका के बाद भी चेत नहीं सका है.

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छपरा: जीवन भर मेहनत कर इंसान का एक ही सपना होता है कि वह अपने लिए एक आशियाना बनाये. ये आशियाना अगर उसके सामने तबाह हो जाये तो उसके दिल पर क्या बीत रही होगी उसको शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता.

बाढ़ की त्रासदी झेल रहे जिले के कई ऐसे क्षेत्र है जहाँ किसी की झोपड़ी डूब गयी तो किसी का दो मंजिला मकान ध्वस्त हो गया. शहर के ब्रह्मपुर में बाढ़ के पानी के कटाव से क्षतिग्रस्त हुए भगवान प्रसाद का दो मंजिला मकान गुरुवार की रात धराशायी हो गया. बाढ़ के पानी ने उनके सपने के आशियाने को कुछ मिनटों में छीन लिया.

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दाउदपुर: दाउदपुर के जैतपुर मठिया में विगत एक सप्ताह से फैली बीमारी की पहचान फलसिफेरम मलेरिया के रूप में कर ली गई है. मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी निर्मल कुमार ने बताया कि डीएम दीपक आनंद के निर्देश पर महामारी की आशंका को देखते हुए डॉक्टरों की एक टीम को इस गाँव में जांच के लिए भेजा गया था. टीम द्वारा गाँव में पीड़ितों की जांच की गई जहाँ कुल 24 लोग बुखार से ग्रस्त पाये गए. इन लोगों के ब्लड सैम्पल के जांच के उपरांत गंभीर रूप से फ़ैल रही इस बीमारी की पहचान कर ली गई है.

सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल छपरा में भी जांच के उपरांत कुल 6 मरीजों को फलसिफेरम मलेरिया से ग्रस्त पाया गया. सभी मरीज खतरे के निशान से बाहर हैं. जिलाधिकारी दीपक आनंद ने सिविल सर्जन को इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए सभी मरीजों को उचित इलाज उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया है.

विदित हो कि दाउदपुर के जैतपुर मठिया गाँव में पिछले एक सप्ताह के अंदर गंभीर बीमारी से ग्रसित होकर 3 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दर्जनों लोग इस के प्रभाव में आ चुके हैं.

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