छपरा: शहर में श्री बलभद्र जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई. ब्याहुत सभा द्वारा आयोजित समारोह का उद्घाटन छपरा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने किया. कलवार एवं सुढ़ी जाति द्वारा श्री बलभद्र पूजा और आरती की गयी. इस अवसर पर श्री बलभद्र जयंती स्मारिका 2016 का विमोचन किया गया.

श्री बलभद्र जयंती के उपरांत वैश्य सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसका विषय ‘विद्यार्थी जीवन में लक्ष्य कैसे प्राप्त करें’ था. इस विषय पर बोलते हुए रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्यामबिहारी अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह हनुमान चालीसा प्रतिदिन पढ़ने से याद हो जाता है ठीक उसी तरह विद्यार्थियों को अपने जीवन में अभ्यास करना जरुरी है. img-20160909-wa0003

इस विषय पर सभा को संबोधित करते हुए महाराजगंज विधायक हेमनारायण साह ने कहा कि अपने समाज के लोगों को राजनीति में आना चाहिए. वहीं छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्याहुत समाज का इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया.

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छपरा: मनुष्य के पास आँख हैं और अक्षर का ज्ञान नहीं है तो उसका जीवन अंधकारमय हैं. आँख का होना और अक्षर ज्ञान का ना होना मनुष्य के लिए अभिशाप के समान है. उक्त बातें जिलाधिकारी दीपक आनंद ने कही. वे स्थानीय जिला स्कूल परिसर स्थित सभागार में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.  

उन्होंने कहा कि भारत साक्षरता में अभी काफी पीछे है. इसके लिए हम सबो को मिलकर काम करने की जरूरत है. सरकार ने महादलित अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आँचल योजना के जरिए असाक्षर को साक्षर बनाने का कार्य कर रही हैं. टोला सेवक तालिमी मरकज़ और प्रेरक द्वारा यह कार्य किया जाता है.

उन्होंने कहा कि आँखों को रौशनी देने का काम अक्षर ज्ञान के सहारे शिक्षक करता है. उन्होंने “गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दीयो बताय” कहते हुए गुरु के स्थान को बताया.

श्री आनंद ने कहा कि सरकार ने सभी का अधिकार सुनिश्चित किया है लेकिन अशिक्षा के चलते लोग अपने अधिकार को नहीं जान पाते हैं जिसका फायदा दूसरे उठाते हैं. 50 वें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर हम सबों को संकल्प लेना होगा खासकर युवा वर्ग को हम एक वर्ष में कम से कम 10 निरक्षर को साक्षर बनावे. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी से जिले के सभी प्रधानाध्यापकों द्वारा प्रति छात्र 10 निरक्षर को साक्षर बनाने के लिए कार्यक्रम चलाने का अह्वान किया.

इसके पूर्व कार्यक्रम का विधिवत् उद्घाटन जिलाधिकारी दीपक आनंद, डीईओ चन्द्र किशोर यादव, डीपीओ अवधेश बिहारी, डीपीओ दीलीप कुमार सिंह ने द्वीप प्रज्वलित कर किया.

इस मौके पर शिक्षक नेता राजाजी राजेश, दिनेश सिंह, समरेन्द्र बहादुर, बी सेमिनरी के प्राचार्य हीरा प्रसाद, धर्मनाथ राम, समन्वयक संजय कुमार सिंह, राकेश कुमार मिश्रा, अश्विनी कुमार, सभी केआरपी और समन्वयक, प्रेरक उपस्थित थे.

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छपरा: ‘सारण सृजन’ विवरणिका (गजेटियर) का जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बुधवार को लोकार्पण किया. ‘सारण सृजन विवरणिका’ के नाम से प्रकाशित यह विवरणिका अंग्रेजी में छपी Saran Gazetteer का हिंदी रूपांतरण है. इस विवरणिका में 18 अध्याय और 222 पन्ने है. 

विवरणिका इतिहास में रूचि रखने वालों, शोध करने वाले छात्रों, सारण जिले को जानने की जिज्ञासा रखने वाले लोगों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा. लोग अपनी जरुरत के अनुसार इस पुस्तक में छपी जानकारियों का इस्तेमाल कर सकते है.

जिलाधिकारी ने पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर कहा कि सारण की आर्थिक, सांस्कृतिक, भौगोलिक जानकारियों से परिपूर्ण इस विवरणिका का उद्देश्य इसे अधिक से अधिक लोगों तक उनकी भाषा में पहुँचाना है. इसके माध्यम से लोगों को आज से सौ साल पहले उनका जिला कैसा था. उस समय का इतिहास भूगोल, कृषि, उद्योग, व्यवसाय, स्वास्थ्य सुविधा, सुरक्षा व्यवस्था और संस्कृति के बारे मिने जानकारी मिलेगी.

जिलाधिकारी ने कहा कि ‘सारण सृजन विवरणिका’ को अंग्रेजी से हिंदी करने में कई पदाधिकारियों, प्रबुद्धजनों का सहयोग मिला है. इसे सभी को उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही सारण जिले की आधिकारिक वेबसाइट उपलब्ध कराया जायेगा.

लोकार्पण के अवसर पर जिला सूचना जनसंपर्क अधिकारी अनिल कुमार चौधरी आदि उपस्थित थे.

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छपरा: समेकित बाल संरक्षण योजना के अन्तर्गत प्रखंड एवं ग्राम पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति के गठन एवं सुदृढीकरण हेतु प्रमंडल स्तरीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदघाटन मंगलवार को जिलाधिकारी दीपक आनंद ने किया.

इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण समिति का कार्य बच्चों के बचपन को सुरक्षित, संरक्षित एवं हिंसामुक्त बनाना है. पंचायत और प्रखंड स्तर पर बाल संरक्षण समिति के गठन से बाल अपराधों से बच्चों को मुक्त करने, इसके प्रति जन जागरूकता लाने एवं त्वरित पहुंच सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी. इसके स्थानीय जन प्रतिनिधियों को सम्मिलित किया गया है जिससे बाल अधिकारों को दिलाने में सहुलियत होगी. समिति का गठन सबसे प्रमुख दायित्व होगा. इसके बाद समिति के सभी सदस्यों को प्रशिक्षित किया जाएगा.fb

उन्होंने यूनिसेफ प्रतिनिधि सुनील कुमार झा को बालकों को सरल भाषा में बाल अधिकारों को समझाने हेतु पुस्तिका, काॅमिक आदि विकसित करने का सुझाव दिया. लघु वाटिका, होर्डिंग आदि के माध्यम से बचपन को बचाने का प्रयास करना चाहिए. जिला पदाधिकारी ने कहा कि बचपन आज स्मार्टफोन के कारण खोता चला जा रहा है. बच्चों को इसके इस्तेमाल का तरीका सिखाया जाना चाहिए. स्मार्टफोन का सीमित और उचित इस्तेमाल किया जाना चाहिए.

जिलाधिकारी ने कहा कि बाल विवाह, बाल श्रम, बाल दुव्र्यापार, बाल यौन शोषण तथा अन्य बाल अपराधों के विरूद्ध अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए समुदाय और पंचायती राज संस्थाओं के सहयोग से प्रत्येक प्रखंड, पंचायत और वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समितियों का गठन किया जायेगा. यह बच्चों के लिए सुरक्षित, संरक्षित एवं हिंसा रहित बचपन की परिकल्पना को साकार करेगा. उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण समितियों के गठन एवं क्रियान्वयन से न केवल अपराधो के प्रति जनजागरूकता आयेगी, बल्कि सूचना तंत्र विकसित होगा तथा जोखिम ग्रस्त बच्चों तक त्वरित पहंुच सुनिश्चित हो सकेगी. इसके लिए अलग से कोई मानव संसाधन नहीं होगा बल्कि पूर्व से प्रखंड, पंचायत एवं वार्ड स्तर पर उपलब्ध मानव संसाधन का उपयोग किया जाय. इसमें समुदाय के गणमान्य व्यक्तियों स्वयंसेवी तथा एन0जी0ओ0 की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी. उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण समिति को प्रखंड, पंचायत एवं वार्ड स्तर पर गठित किया जाना आवश्यक है. बच्चे ही हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत और भविष्य है. वे अपनी मांग खुद नहीं रख सकते है. सुरक्षित, संरक्षित एवं हिंसा रहित बचपन के लिए राज्य एवं जिला स्तर के साथ-साथ पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर भी गठित किया जाना आवश्यक है.

इस प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सारण, सीवान तथा गोपालगंज के छह-छह मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण ले रहे है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में यूनिसेफ एवं प्लान इंडिया सहयोग कर रही है. बाल संरक्षण समिति के गठन से Child in conflict with law (CCL) Children in need of care and protection (C.N.C.P) में कमी आयेगी.

इस अवसर पर सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई भाष्कर प्रियदर्शी, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई सीवान द्विवेश कुमार शर्मा, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सुनिल कुमार झा एवं मानस के प्रतिनिधि देवेश दीक्षित उपस्थित थे.

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छपरा: ‘नशा मुक्त भारत’ अभियान को सफल बनाने के लिए जनता दल युनाइटेड (युवा) के कार्यकर्त्ता पदयात्रा करेंगे. सारण जिला युवा जदयू के जिलाध्यक्ष गुड्डू सिंह ने बताया कि महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष पर आयोजित होने वाली पद यात्रा आगामी 15 सितम्बर को पटना के गांधी मैदान से प्रारम्भ होगी जिसका शुभारम्भ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हरी झंडी दिखाकर करेंगे.

उन्होंने बताया कि पद यात्रा में सारण जिला युवा जदयू के कार्यकर्त्ता बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे. जिले के सभी प्रखंड अध्यक्ष एवं तमाम पदाधिकारियों को इस सन्दर्भ में सूचित किया जा चुका है. पद यात्रा के माध्यम से ‘नशा मुक्त भारत’ बनाने का सन्देश दिया जाएगा. यह पदयात्रा 15 सितम्बर से प्रारम्भ होकर विभिन्न जिलों से होते हुए 26 सितम्बर को चंपारण के भितिहरवा आश्रम पहुंचेगी.

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छपरा: जिले में शांति व्यवस्था बहाल रहने एवं पर्व त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने के मद्देनजर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा वार्ड एवं पंचायत स्तर पर शांति समिति गठित करने का निर्णय लिया गया है. शांति समिति के सदस्य विभिन्न धार्मिक आयोजनों के दौरान अपने वार्ड में शांति व्यवस्था एवं सामजिक सद्भाव कायम रखने की दिशा में सकारात्मक पहल करेंगे. समिति के सभी सदस्यों का नाम, पता एवं मोबाइल नम्बर उनके क्षेत्र ने पड़ने वाले थाना में रजिस्टर किया जाएगा.

पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज ने बताया कि सभी पर्व त्योहारों को शांति पूर्वक सम्पन करने के लिए विभाग द्वारा यह महत्वपूर्ण निर्णय किया गया है, इस बाबत सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्र में शांति समिति का गठन कर विभाग को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.

विदित हो कि हाल के वर्षों में जिले में पर्व-त्योहारों के दौरान कई बार ऐसी विषम परिस्थिति उत्पन्न हो गई जिससे पुलिस को विधि-व्यवस्था कायम रखने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने वार्ड स्तर पर शांति समिति के गठन का फैसला लिया है.

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छपरा: आगामी 8 सितम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस जिले में धूम-धाम से मनाया जायेगा. साक्षरता दिवस को लेकर तैयारिया शुरू हो चुकी हैं. मंगलवार को जिला स्कूल परिसर में साक्षरता दिवस के आयोजन को लेकर जिले के सभी केआरपी एवं समन्वयको की बैठक आयोजित की गई.बैठक को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता अवधेश बिहारी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है इस साल 50 वर्ष पुरे होने के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम विशेष होगा. पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के कार्यक्रम की रूपरेखा जन शिक्षा निदेशालय ने तैयार की है. साक्षरता दिवस की शुरुआत प्रभात फेरी से की जाएगी.सभी पंचायत लोक शिक्षा केन्द्रों सह मध्य विद्यालयों से प्रभात फेरी निकल कर पुरे क्षेत्र में घूमेगी पुनः विद्यालय परिसर में साक्षरता झंडोत्तोलन कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. इस अवसर पर पंचायत के सभी नवनिर्वाचित जन प्रतिनिधियों का अभिनन्दन भी किया जायेगा, साथ ही साथ नवसाक्षर एवं शिक्षा स्वयंसेवकों का भी अभिनन्दन होगा. इस दिवस के अवसर पर समावेशी विकास विषय पर संगोष्ठी का भी आयोजन किया जायेगा.
वही जिला मुख्यालय में जिला स्कूल सभागार में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमे जिला पदाधिकारी, जिला परिषद अध्यक्ष सहित कई अन्य पदाधिकारी शामिल होंगे. साक्षरता दिवस के अवसर पर कला जत्था समूह द्वारा नुक्कड़ नाटक किया जायेगा कार्यक्रम के दूसरे सत्र में गाँधी के चंपारण के सौ वर्ष अथवा गाँधी एवं नशा मुक्ति विषय पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी.
बैठक में जिला लोक शिक्षा समिति के संजय कुमार सिंह, अश्विनी कुमार, राकेश कुमार मिश्र, केआरपी संदीप कुमार, जय राम सिंह, मुकेश कुमार सहित सभी केआरपी एवं प्रखंड समन्वयक
शामिल थे.

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छपरा: रोटरी क्लब छपरा के द्वारा सोमवार को 43वें इंस्टालेशन सह शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान रोटरी ने समाज और शिक्षा में योगदान के लिए छह शिक्षकों को सम्मानित किया.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रोटरी के वर्ष 2016-17 के अध्यक्ष डॉ सरोज कुमार वर्मा ने क्लब के भविष्य की योजनाओं से उपस्थित लोगों को अवगत कराया.

उन्होंने कहा कि शुरू से ही समाजसेवा करने की उनकी इच्छा रही जिसे रोटरी के साथ जुड़ कर दिशा देने का प्लेटफार्म मिला है. उन्होंने कहा कि रोटरी के दो प्रोजेक्ट महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट्स कुचायकोट में स्थित आँख अस्पताल और महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने के लिए सहेली योजना को नई गति प्रदान करने की उनकी योजना है.

रोटरी द्वारा गोद लिए गए गाँव रामनगर में पीने के लिए स्वच्छ जल और शौचालय मुहैया कराना भी प्राथमिकताओं में शामिल है.

कार्यक्रम को मुख्य अतिथि डीजीएन कुमार प्रसाद सिन्हा ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर दो अवकाश प्राप्त शिक्षाकों को भी सम्मानित किया गया. जिनमें राजेन्द्र कॉलेज के पूर्व भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार और पहाड़ीचक, सोनपुर के शिक्षक महेश प्रसाद शामिल है.

कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष डॉ शहजाद आलम, सचिव विजय नंदन प्रसाद, पूर्व सचिव आशा शरण, डॉ मृदुल शरण, डॉ एच के वर्मा समेत कई लोगों ने संबोधित किया. मंच संचालन ई. अमरेश मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन सुरेश प्रसाद सिंह ने किया.

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छपरा: द भारत स्काउट एण्ड गाईड सारण के कैडटो द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

स्थानीय शिशु पार्क में आयोजित इस कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षक त्रिवेणी कुँवर, डा उमाशंकर गिरी तथा आलोक रंजन का सम्मान किया गया. कार्यक्रम का नेतृत्व राष्ट्रपति पुरस्कार डिस्ट्रिक्ट ओपेन ट्रुप के अमन राज एवं प्रणव ने किया.

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नई दिल्ली: शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के सम्मान के लिए सर्च इंजिन Google ने आकर्षक Doodle बनाया है. गूगल ऐसा सभी खास मौकों पर करता है. गूगल के इस डूडल में रंग बिरंगी पेंसिलों की मदद से गुरु और उनके शिष्यों को दिखलाया गया है.

यहाँ देखे: https://g.co/doodle/57t3bn

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छपरा: यजमनिका में मिले समानों के बटवारे को लेकर दो ब्राह्मण आपस में ही भीड़ गए. बिना कुछ सोचें समझें ब्राह्मण ने अपने रिश्तेदार को चाकू घोप दिया . जिसके कारण उसकी मौत हो गई .

घटना शहर के राजेन्द्र सरोवर की है. प्रत्यक्षदर्शी से प्राप्त जानकारी के अनुसार भगवान बाजार थाना क्षेत्र के रतनपुरा निवासी राजकुमार पांडेय अपने यजमान के श्राद्ध क्रम राजेन्द्र सरोवर पर संपन्न करवा रहा था. जहाँ पर उसके पट्टीदार के लोग भी शामिल थे. श्राद्ध क्रम संपन्न होने के बाद मिले यजमनिका के बंटवारे को ले दोनों पक्ष मे झडप हुई. जिसमें चाकू घोप कर राजकुमार की हत्या कर दी गई. 

घटनास्थल पर पहुँच जांच करती पुलिस
घटनास्थल पर पहुँच जांच करती पुलिस

इस संबंध मे मृतक की पत्नी बबीता देवी ने 8 लोगों को नामजद किया है. जिसमे विरेन्द्र पांडे और उनके पुत्र पप्पू पांडेय ,दीपक पांडेय ,गोलु उर्फ सोनू पांडेय, चंदन, उमा पाण्डे, रवि पांडेय तथा कृष्णा पांडेय शामिल हैं. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजकर मामले की जाँच शुरू कर दी है.

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छपरा (संतोष कुमार ‘बंटी’): सांढा ढाला पर रेलवे ओवर ब्रिज बनने से लोगों को राहत तो मिली है, लेकिन इसके साथ ही ढाला के समीप बना 45 A नम्बर रेलवे समापार का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर हैं. 80 के दशक में बना यह रेलवे समापार कभी आज के रेलवे ओवर ब्रिज के ठीक नीचे वर्त्तमान सांढा ढाला शिव मंदिर के समीप हुआ करता था.  

जानकार बताते है कि 1982 में भी यह समापार बंद कर दिया गया था कारण था छोटी लाईन का बड़ी लाईन में परिवर्तन होना. काफी आन्दोलन के बाद इस समापार की पुनः स्थापना 1984 में की गयी. वहां तो नही लेकिन 100 मीटर पूरब दिशा में यह समापार आगे बढाकर बनाया गया. ग्रामीण क्षेत्रो से शहर का मुख्य प्रवेश द्वार होने के कारण यह रेल समापार काफी महत्वपूर्ण था. इस कारण यह ढाला महज 15 दिनों में बनकर तैयार हो गया. तत्कालीन रेल महाप्रबंधक डी हरिराम के प्रयास से यह कार्य हुआ और समापार का उद्घाटन भी उन्ही के हाथो संपन्न हुआ. 

पश्चिमोत्तर बिहार वाणिज्य एव उद्योग परिषद् के पवन कुमार अग्रवाल ने छपरा टुडे डॉट कॉम को बताया कि 1982 में छोटी लाइन का आमान परिवर्तन कर बड़ी लाइन किया गया. आमान परिवर्तन के समय यह ढाला शिव मंदिर के समीप हुआ करता था. आमान परिवर्तन के कारण रेल विभाग द्वारा इस ढाला को बंद करने का निर्देश जारी हुआ और बंद कर दिया गया. सारण चैम्बर्स ऑफ़ कामर्स के सदस्यों के साथ साथ आम जनता ने भी रेल विभाग को इस समापार को समाप्त नही करके वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की गयी. इस कार्य में तत्कालीन सांसद प्रो0 सत्यदेव सिंह का भरपूर सहयोग मिला. सांसद के सहयोग से रेल महाप्रबंधक डी हरिराम ने समापार को लेकर पहल शुरू की. 1984 में एक बार फिर समापार संख्या 45 A को कार्य प्रारंभ हुआ. 15 दिन में यह समापार बनकर तैयार हुआ था जिसका उद्घाटन तत्कालीन रेल महाप्रबंधक डी हरिराम ने किया. समापार के बनने से लोगों को राहत मिली. 

समापार के लिए आन्दोलन के लिए जुटे लोग
समापार के लिए आन्दोलन के लिए जुटे लोग

समय के साथ परिवर्तन हुआ रेलवे ने समापार संख्या 45 A के समीप ओवर ब्रिज का निर्माण कराया गया हैं. जिससे समापार संख्या 45 A का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर हैं. समापार बंद की सूचना के साथ ही स्थानीय लोगों का आन्दोलन शुरू हो चूका हैं. लोग एक बार फिर एक जुट हो होकर इस समापार को चालू रखने का आग्रह कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस समापार के रास्ते ही शहर में व्यवसाय को गति मिलती हैं.

 

(हालांकि रेलवे द्वारा समापार संख्या 45 A को समाप्त करने की सूचना छपरा टुडे को नही मिल पाई है, स्थानीय आन्दोलन करने वाले लोगों के आधार पर यह सूचना प्राप्त हुई है)

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