गोरखपुर-सीवान-छपरा रूट पर 31 मार्च तक ये ट्रेनें हुई रद्द, देखिये सूची



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• सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर मीडिया कार्यशाला का हुआ आयोजन, 2 मार्च से चलेगा अभियान
• जिले छह प्रखंडों में चलेगा सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान
• टीम का हुआ गठन, जिलास्तर पर होगी मॉनिटरिंग
• एएनएम स्कूल के छात्राओं ने निकाली जागरूकता रैली
Chhapra: सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 अभियान के चौथे व अंतिम चरण की सफलता को लेकर सदर अस्पताल में शनिवार को सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा की अध्यक्षता में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. झा ने कहा जिले के छह प्रखंडों में 2 मार्च से सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 अभियान का चौथे चरण शुरूआत की जायेगी। इसके तहत नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों एवं गर्भवती माताओं को प्रतिरक्षित किया जायेगा। इसको लेकर विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गयी है। अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होने बताया आखिरी चरण के लिए 1586 बच्चे 144 गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है। उन्होने कहा इस अभियान की सफलता में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान है। तीन राउंड में जिस तरह से मीडिया के माध्यम से लोगों में जागरूकता आयी है। उसी प्रकार चौथे एवं आखिरी राउंड में भी मीडिया के सहयोग की जरूरत होगी. उन्होंने मीडिया कर्मियों से सघन मिशन इन्द्रधनुष के आखिरी चरण में सहयोग की अपील की. इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. रंजितेष कुमार, यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी, शहरी क्षेत्र के आईएमआई नोडल डॉ. राजीव रंजन कुमार सिंह, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गणपत आर्यन, लेखापाल बंटी कुमार रजक, समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।
निकाली गई जागरूकता रैली
सदर अस्पताल के ओपीडी परिसर से एएनएम स्कूल के छात्रों ने सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान को लेकर जागरूकता रैली निकाली गई। सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। छात्राओं ने रैली के माध्यम से लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया।
225 साइट पर होगा टीकाकरण
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा ने बताया सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 का दूसरा चरण जिले के 6 प्रखंडों में चलाया जाएगा। इसके लिए इन प्रखंडों में कुल 225 साइट का चयन किया गया है। जहां पर अभियान चलाकर महिलाओं व बच्चों प्रतिरक्षित किया जायेगा। अभियान की सफलता के लिए चिन्हित प्रखण्डों ने सूक्ष्म कार्ययोजना बना ली है।
टीम का हुआ गठन
अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गयी है। इसके लिए छह प्रखंडों में 97 एएनएम को कार्य पर लगाया गया है। इसकी मॉनिटिरिंग के लिए प्रखंडस्तर से लेकर जिलास्तर पर टीम बनायी गयी है।अभियान के दौरान टीम फिल्ड विजिट कर निरीक्षण भी करेगी
जिले के 6 प्रखंडों में चलेगा अभियान:
जिले के 6 ऐसे प्रखंडों को चिन्हित किया गया है जहां पर टीकाकरण का लक्ष्य 80 प्रतिशत से कम है। जिसमें परसा, लहलादपुर, पानापुर, मढौरा, मांझी, मशरख प्रखंड को शामिल किया गया है।
ईंट भट्ठे को किया गया चिन्हित
ईंट भट्ठे पर काम करने वाली महिलाओं व उनके बच्चों को भी प्रतिरक्षित किया जायेग। इसके लिए ईंट भट्ठा संचालको से भी इस अभियान में सहयोग करने की अपील की गई है।
टीकाकरण के बाद क्या करें
• टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण स्थल पर बैठे।
• अपने बच्चे की अगले टीकाकरण की जानकारी भी अवश्य लें।
• टीकाकरण के बाद बच्चे को दर्द बुखार या अन्य लक्षण है तो तुरंत अपने क्षेत्र के आशा व एएनएम से संपर्क करें।
• टीकाकरण कार्ड हमेशा संभालकर रखें। ये आपकी बच्चे के स्वास्थ्य संबधित जानकारी के लिए जरूरी है।
Chhapra: छपरा जंक्शन पर ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक की पहचान उसके पास मिले मोबाइल से हुई. मृतक सोहन शाह सोनपुर बीकमपुर तरवा का निवासी बताया जाता है.
जीआरपी द्वारा जानकारी देते हुए कहा गया कि शव को अपने कब्जे में लेकर परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आया या फिर उसने अत्महत्या की.
Chhapra: श्यामचक मुहल्ले में स्कूल से होते हुए बनियापुर जाने वाली सड़क को विधायक कोष से नव निर्मित सड़क एवं नाला का विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने उद्धघाटन किया. इस दौरान विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा कि मेरे क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी जर्जर सड़कों के निर्माण कराने का मैं चरणबद्ध तरीके से प्रयास कर रहा हूँ, खासकर जो वर्षों से उपेक्षित है. विकास को समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक में पहुँचाने का निरंतर प्रयास कर रहा हूँ. जिसका एक उदाहरण आपके सामने है.
उन्होंने बताया कि यहाँ सड़क ख़राब होने से बनियापुर रोड से NH को जोड़ने वाली सड़क पर जाने में लोगों को काफी कठिनाई होती थी आने जाने वाले राहगीरों को जाम से मुक्ति मिलेगी. सड़क के निर्माण से कई समस्या एकसाथ दूर हो गई. केंद्र और राज्य सरकार की जो भी योजनाए है वो निश्चित तौर पर समाज के प्रत्येक लोगों तक पहुँचाने का मेरा प्रयास जारी है. इस सड़क के निर्माण से स्थानीय लोगों में काफी हर्ष का माहौल है.
इस दौरान भाजपा नेता अरुण कुमार सिंह, राजेश फैशन, वार्ड -2 के वार्ड आयुक्त संतोष कुमार, विकाश कुमार, धर्मेंद्र चौहान, मदन सिंह समेत दर्जनों स्थानीय लोग उपस्थित थे.
Chhapra: नियोजित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर धरने पर है, सरकार की सख्ती भरे पत्रों के बावजूद भी शुक्रवार को जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय पर धरना दिया जा रहा है. जिले में विगत 17 फरवरी से नियोजित शिक्षको की हड़ताल चल रही है तथा पूर्ण रूप से विद्यालयों में तालाबंदी है और पठन पाठन पूरी तरह ठप्प है.

स्थानीय नगरपालिका चौक पर जिले के सभी संगठनों द्वारा धरना दिया जा रहा है धरने में सरकार की खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद कर शिक्षक समान काम समान वेतन की मांग कर रहे है.
धरने को सम्बोधित करते हुए शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि शिक्षक आने हक के लिए एकजुटता के साथ मैदान में लड़ रहे है. माध्यमिक शिक्षको के हड़ताल के बाद शिक्षको की यह लड़ाई और मजबूत हो गयी है. उन्होंने कहा कि सरकार नियोजन पर सूबे के भविष्य को अंधकारमयी बना रही है. सभी विभागों में नियोजन कर कर्मियों का भविष्य दांव पर लगाया जा रहा है. जिसका असर आज से 25 वर्ष बाद देखने को मिलेगा.
उन्होंने कहा कि अब भविष्य बचाने की जरूरत है. श्री सिंह ने कहा कि सूबे में नियोजन नीति धोखा है बिहार को बचा लो अभी भी मौका है. सूबे के शिक्षा मंत्री ने बयान दिया है कि शिक्षको के लिए बनाई जाने वाली सेवाशर्त कमिटी की बैठक ही नही हुई है जिससे कि उसका प्रकाशन किया जा सकें, हम इसकी जांच करवाएंगे. यह बात समझ से पड़े है जिनको अपने मंत्रालय के कार्यो की जानकारी नही है वह इस सूबे में शिक्षा का विकास क्या करेंगे, सूबे में शिक्षा के लिए उनकी योजना क्या होगी, शिक्षा की नई दिशा क्या होगी. ऐसे शिक्षा मंत्री सूबे के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है.
Chhapra: दरोगा राय चौक से ब्रह्मपुर तक नाला निर्माण के सबंध में छपरा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव से मुलाक़ात की.

इसे भी पढ़ें: परिवार नियोजन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 5 डॉक्टर, 3 एएनएम व 5 आशा कार्यकर्ताओ को डीएम ने किया पुरस्कृत
इस दौरान विधायक ने पथ निर्माण मंत्री से कहा कि दरोगा राय चौक से ब्रह्मपुर तक नाला निर्माण मुख्य सडक से हो जाने से भगवान बाजार, थाना रोड, काशी बाजार,गुदरी बाजार,टक्कर मोड़,माशुमगंज समेत कई इलाकों की जलजमाव की समस्या दूर हो जाएगी. आय दिन यहाँ हल्की बरसात में भी जलजमाव हो जाता है. जिससे मुख्य बाजार मंडी, स्थानीय निवासी, आमजन को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

NH पर भी जलजमाव हो जाता है जिससे कई जगह सड़क टूट भी जाता है. वर्षो की इस समस्या का निजात दिलाना अति आवश्यक है क्योंकि शहर के पश्चिमी इलाके के लोगों का जीवन नारकीय हो गया है.
इस सम्बन्ध में मंत्री नंदकिशोर यादव ने विधायक डॉ सी एन को आश्वाशन दिया की पूर्व में भी आपके द्वारा किये गए निवेदन के सबंध में ये कार्य प्राथिमिकता के आधार पर लिया गया है और अप्रैल माह से इसका कार्यारम्भ शुरू भी कर दिया जाएगा. इस पर विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने पथ निर्माण मंत्री को साधुवाद दिया.

Chhapra: समाहरणालय सभागार में जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रमों में बेहतर व उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों, एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा सम्मानित किया गया.
इस दौरान जिलाधिकारी ने 5 चिकित्सक, 5 आशा व 3 एएनएम को मोमेंटो व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस मौके पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि काम करने वालों को सम्मानित करने से एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना का विकास होता है. ऐसी प्रतिस्पर्धा से स्वास्थ्य के क्षेत्र में समुदाय को काफी फायदा मिलता है. उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों की सराहना करते हुए कहा बेहतर काम और मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार ही इस मिशन को सफल बना रहा है. आशा कार्यकर्ता ही स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बिंदु हैं. परिवार नियोजन ही नहीं बल्कि जो भी स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, उनकी सफलता में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका बेहद अहम है. इसलिए उन्हें सतत प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। उत्कृष्ट काम को सम्मान मिलना चाहिए.

इन साधनों में बेहतर प्रदर्शन करने पर मिला सम्मान
परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता में साधनों के उपयोग को बढ़ाने की जरूरत होती है. इसे ध्यान में रखते हुए ही पुरस्कार निर्धारित किये गए हैं. पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी, प्रसव् उपरांत महिला नसबंदी एवं कॉपर टी के उपयोग बढ़ाने में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया गया है. इसके अलावा परिवार नियोजन के साधन इस्तेमाल करने के लिए लोगों को प्रेरित करने वाले आशाओं को भी सम्मानित किया गया है.

इनको किया गया सम्मानित
गड़खा के डॉ मेहा कुमारी, तरैया से डॉ. श्रीनाथ प्रसाद, रिविलगंज से डॉ. रीना सिन्हा, मकेर से डॉ. प्रियंका प्रयदर्शनी, परसा से एएनएम अंजू देवी, मशरक से एएनएम रमबिका कुमारी, सोनपुर से एएनएम महेश्वरी कुमारी, आशा बिदुं कुमारी, पिंकी देवी, आशा देवी, सदर प्रखंड से रिंकी देवी, मासूमगंज से पिंकी देवी, जननी सूर्या क्लिनिक से डॉ. अर्जुन प्रसाद साहू को परिवार नियोजन कार्यक्रम में बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया.
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह, यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. टीएन सिंह, एसीएमओ डॉ. सरोज सिंह, डीपीसी रमेश चंद्र प्रसाद, डीएमएनई भानू शर्मा, गौरव कुमार समेत अन्य मौजूद थे.

Chhapra: बिहार पुलिस सप्ताह के अवसर पर स्थानीय एकता भवन में एक शाम सारण पुलिस के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय, प्रशिक्षु आईपीएस संदीप सिंह, वरुण प्रकाश, डॉ अनिल कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक श्री राय ने कहा कि सारण पुलिस जनता की सेवक है और अपने कार्यो के प्रति समर्पित है. जनता की रक्षा और उनके हितों के लिए वह 24 घंटे तत्पर है. बावजूद इसके जनता का सहयोग नही मिलता है लेकिन पुलिस अपने कार्यो में तत्पर है. प्रत्येक वर्ष पुलिस सप्ताह का आयोजन किया जाता है. जिसमे बेहतर कार्य करने वाले पुलिस बलों को सम्मानित किया जाता है. जिले की पुलिस टीम बेहतर कार्य करती है जिसके अनुरूप ही जिले के बेहतर कार्य करने वाले पुलिस बलों को पुरस्कृत और सम्मानित किया जा रहा है.
श्री राय ने कहा कि पुलिस हमेशा ओवर वर्क में रहती है. ऐसे आयोजन से उनको प्रोत्साहन मिलता है जिनमे जनता सीधे तौर पर अपना प्रोत्साहन पुलिस को देती है.उन्होंने आम जनता से निवेदन किया कि किसी भी अच्छे कार्यो को प्रोत्साहित करें.
पुलिस को हमेशा ही दंड मिलता रहता है वरीय पदाधिकारियों से उन्हें हमेशा सजा मिलती है लेकिन ऐसे कार्यक्रमों से जिसमे जनता की भागीदारी होती है यह जनता के प्रोत्साहन की पूर्ति करता है.
इस अवसर पर मढ़ौरा में मृत एसआईटी के मिथलेश कुमार और मो फारुख के तैल चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी.इस मौके पर वरुण प्रकाश, पशुपति नाथ अरुण, सर्जेंट मेजर सहित जिले के पुलिसकर्मी अन्य उपस्थित थे.



• आधुनिक सुविधाओं से किया जायेगा लैस
• चाइल्ड फ्रेंडली रूम के रूप में विकसित होगा मॉडल टीकाकरण केंद्र
• गर्भवती महिलाओं व शिशुओं को मिलेगी बेहतर सुविधा
Chhapra: अब जिले के शहरी आबादी को टीकाकरण की बेहतर सुविधा मुहैया करायी जाएगी. इसके लिए सदर अस्पताल में मॉडल टीकाकरण केंद्र का निर्माण किया जाएगा. नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में गुणवत्तापूर्ण बढ़ोतरी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 6.5 लाख रूपये की लागत से मॉडल टीकाकरण केंद्र का निमार्ण किया जायेगा। टीकाकरण केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से होगा लैस
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि मॉडल टीकाकरण केंद्र पर निजी टीकाकरण केन्द्रों की तुलना में बेहतर वातावरण एवं सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा। मॉडल टीकाकरण केन्द्र को लाभार्थियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए एक आदर्श टीकाकारण केंद्र के तौर पर विकसित किया जायेगा। इस वातानुकूलित केन्द्र को चाइल्ड फ्रेंडली के रूप में विकसित किया जाएगा. यहाँ लाभार्थियों के लिए प्रतीक्षा कक्ष के अलावा उनके मनोरंजन के लिए एलसीडी टीवी की भी व्यवस्था होगी।
बच्चों के मंरोजन का भी रखा जाएगा ख्याल
लोगों में टीकाकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के मकसद से मॉडल टीकाकरण केंद्र का निर्माण किया जा रहा है. इसलिए केंद्र में बच्चों के मनोरंजन का भी ख्याल रखा जाएगा. बच्चों को खेलने के लिए आवश्यक खिलौने केंद्र में रहेंगे। जो बच्चों के लिए मनोरंजक माहौल भी पैदा करेगा। वहीं दीवारों पर कई कार्टून कैरेक्टर बनाकर उनके मनोरंजन का ख्याल रखने का प्रयास किया गया है। इससे सरकारी केंद्रो में टीकाकरण कराने से परहेज करने वाले लोगों के रुझान में भी बढ़ोतरी होगी। मॉडल केंद्र पर स्वच्छ एवं बेहतर वातावरण में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा। केंद्र पर बच्चों का टीकाकरण पूरी तरह निशुल्क किया जाएगा।
वातानुकूलित माहौल में बच्चों का टीकाकरण
निजी स्वास्थ्य केन्द्रों की तर्ज पर इस मॉडल टीकाकरण को विकसित किया जा रहा है. इसके लिए केंद्र को वातानुकूलित बनाया जा रहा है. केंद्र में बेहतर साफ़-सफ़ाई एवं लाभार्थियों के लिए प्रतीक्षा कक्ष भी निर्मित किये जा रहे हैं. इससे आस-पास के लोग भी धीरे-धीरे इस केंद्र पर उपलब्ध सुविधाओं को देखते हुए यहाँ पर बच्चों को टीका लगवाने आने लगेंगे।
प्रतिदिन 250 से 300 बच्चे व महिलाओं को लगता है टीका
हेल्थ मैनेजर राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल में प्रतिदिन 250 से 300 बच्चे व महिलाओ को टीका लगाया जाता है। इस मॉडल टीकाकरण केंद्र के बन जाने से टीकाकरण के लक्ष्य में बढ़ोतरी होगी। उन्होने कहा कि समय-समय पर टीकाकरण केंद्र का अधिकारियों के द्वारा जांच भी किया जायेगा।
ये होंगी सुविधाएं
एसी एवं पंखा
एलईडी लाइट्स
एलसीडी टीवी
12 तरह के टीका
बैठने की प्रयाप्त व्यवस्था
बच्चों को सुलाने की व्यवस्था
आरओ का पानी
आकर्षित वाल पेंटिंग
यह जानना जरूरी कि कौन सा टीका कब लगेगा
• बीसीजी:जन्म के समय
• हेपेटाइटिस बी: जन्म के समय
• ओपीवी: 6,10, 14 सप्ताह पर
• डीपीटी: 6,10, 14 सप्ताह पर
• हेपेटाइटिस बी: 6 सप्ताह, 10 सप्ताह 14 सप्ताह पर
• खसरा विटामिन ए: 9 माह पर
• डीपीटी बूस्टर: 16 से 24 माह पर
• खसरा (दूसरी खुराक):16 से 24 माह पर
• ओपीवी बूस्टर: 16 से 24 माह पर
• जापानी एंसीफेलाइटिस:16 से 24 माह पर
• विटामिन ए:16 माह, इसके बाद हर छह माह के अंतराल से 5 वर्ष तक एक खुराक
• डीपीटी बूस्टर: 5 से 6 वर्ष
• टीटी: 10 16 वर्ष
Chhapra: 1 मार्च को पटना के गांधी मैदान में आयोजित राजय स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन की तैयारी में जूटी सारण जद यू ने बुधवार को नगरपालिका चौक से जिले के सभी विधानसभाओ के लिए जन संवाद रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना कर दिया है. इस मौके पर अतिपिछड़ा प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष सन्तोष कुमार महतो व जिला जद यू के अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने संयुक्त रूप से रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया.
सारण से 25 हज़ार कार्यकर्ता होंगे शामिल: सन्तोष महतो
मौके पर संतोष कुमार महतो ने कहा कि यह कार्यकर्ताओ की टोली सभी विधान सभाओ में जन संपर्क कर पार्टी के पदाधिकारियो सहित कार्यकर्ताओ को जागृत कर कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने के लिए प्रेरित करेगी. वही मुख्यमन्त्री के विकास योजनाओ की जानकारी सहित जन जन तक सरकार की नीतियों व उद्देश्यों से अवगत कराकर ज्यादा से ज्यादा लोगो को जोड़ेगी. सन्तोष महतो ने कहा कि आगामी 1 मार्च को आयोजित क्रायक्रम से सारण से 25 हज़ार कार्यकर्ता पटना चलेंगे.
वही जिलाध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने कहा कि 1 मार्च को गांधी मैदान पटना में भारी संख्या में जिला के सभी विधान सभा से कार्यकर्ता शामिल होंगे. इसके लिए व्यापक व्यवस्था की जरूरत है. सभी पार्टी के वरीय पदाधिकारियो के संज्ञान में है कि कार्यक्रम कैसे सफल बनाना है. जिस तैयारी के क्रम में आज जन संवाद रथ कार्यकर्ताओ को जागृत कर कार्यक्रम की सफल बनाने का सन्देश देगा. मौके पर वरीय नेता मुरारी सिंह, चंद्रभूषण पंडित,जदयू मीडिया सेल के जिला अध्यक्ष मोहम्मद फिरोज इत्यादि उपस्थिति थे.
Chhapra: मौसम में हुए अचानक बदलाव से खेतों में लगी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. मंगलवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि ने खेतो में लगे गेंहू की फसल को नुकसान पहुंचाया है. हालात यह है कि तेज हवा और बारिश से गेंहू की बाली गिर गयी.
शहर से सटे सदर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों के साथ साथ पानापुर, मशरक, तरैया, इसुआपुर मढ़ौरा में बारिश ज्यादा हुई. कुछ जगहों पर ओले भी पड़े. तेज हवाओं के बीच अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी गेंहू की फसल गिर गयी. जिसे देख किसान मायूस हो गए. हालात यह है कि अगर यह फसल खड़ी नही हुई तो किसानों को बड़ा नुकसान होगा. साथ ही साथ भविष्य में गेंहू की दाम में भी उछाल आएगा. करीब 3 से 4 घंटे तक हुई बारिश के बाद किसान अपने खेतों पर पहुंचे लेकिन अपने फसल की बुरी अवस्था देख वह चिंतित हो गए.
बहरहाल मौसम के बदलाव से ठंड में भी अचानक बढ़ोतरी हुई है. अगर बुधवार से धूप निकलती है तो पुनः फसल को खड़े होने में सहूलियत होगी.

Chhapra: उत्तर बिहार से राजधानी पटना को जोड़ने वाले सोनपुर-दीघा पुल (जेपी सेतु) पर ट्रकों व भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस याचिका के माध्यम से दीघा-सोनपुर रेल रोड ब्रिज पर ट्रकों व अन्य भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की गई है.
छपरा के रमेन्द्र कुमार सिंह ने सोमवार हाइकोर्ट के वकील रौशन के द्वारा यह याचिका दायर करवाई है. याचिका में कहा गया है कि दीघा रेल सह रोड ब्रिज जब से शुरू हुआ तब से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार जोड़ने के लिए यह एक बहुत बड़ी लाइफलाइन है. हालांकि नवंबर 2019 में सरकार ने इस पर बड़े वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया. जिसके बाद से आम लोगों की समस्याएं बढ़ गईं. बड़े वाहनों के चलने से पुल हमेशा जाम रहता है और लोग घंटों पुल पर जाम में फंसे रहते हैं. यही नहीं जेपी सेतु के दोनों छोड़ो पर भयंकर जाम लगने की समस्या हो जा रही है. जिसका खामियाजा आम आदमी भुगत रहा है.
भारी वाहन चलाने से पुल पर हो रहा बुरा असर
याचिकाकर्ता ने कोर्ट का ध्यान आकृष्ट करते हुए लिखा है कि पुल पर भारी वाहनों के परिचालन से जेपी सेतु की स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है. पुल पर यदि क्षमता से अधिक भार के वाहन चलेंगे तो यह कमजोर या फिर क्षतिग्रस्त हो सकता है. यही नहीं उत्तर बिहार से पटना जाने वाले लोगों के लिए गांधी सेतु के बाद एक मात्र यही पुल सहारा है. गांधी पुल पर लेना का काम होने के कारण लगभग छोटी गाड़ियां इसी सेतु से होकर पटना निकलती हैं. लेकिन जब से बड़े वाहनों का परिचालन इस पर शुरू हुआ है तब से आम लोगों के लिए यह एक बहुत बड़ी समस्या हो गया है. पूरा दिन सेतु जाम रह रहा है.
निर्धारित समय के बाद भी चलते हैं बड़े वाहन
वकील रौशन ने बताया कि 2 साल तक सब ठीक था लेकिन हाल ही में चीफ सेक्रेटरी ऑफ बिहार के निर्णय के बाद नवंबर 2019 से जेपी सेतु पर ट्रकों का परिचालन शुरू कर दिया गया. इसके बाद से ही पुल की स्थिति बिगड़ने लगी है. उन्होंने बताया कि ट्रकों का परिचालन का समय रात्रि 10:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक के लिए ही है लेकिन पटना जिला प्रशासन द्वारा पूरे दिन ट्रकों को इस पर परिचालन के लिए अनुमति दे दी जा रही है. इस वजह से जेपी सेतु पर लगातार भयंकर जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है
रेलवे ने भी जताई दुर्घटना की चिंता
इसके अलावे भारतीय रेल ने भी सेतु पर ट्रकों के परिचालन को लेकर चिंता व्यक्त की है. क्षमता से अधिक लोड देने पर पुल क्षतिग्रस्त हो सकता है. इसको लेकर भारतीय रेल ने स्टेट गवर्नमेंट से जेपी सेतु पर भारी वाहनों के परिचालन को लेकर चिंता व्यक्त की है. आपको बता दें कि नीचे ट्रेन चलती है ऊपर सड़क पर गाड़ियां चलती. लेकिन ज्यादा लोड देने से कोई भी दुर्घटना घट सकती है.
24 घण्टे से ज्यादा समय तक जाम रहा सेतु
वही समाचार पत्रों में इसको लेकर कई बार खबरें भी प्रकाशित की गई है. एक दिन पहले ही जेपी सेतु पर 24 घंटे तक जाम लगा रहा, दोनों ट्रक तरफ से ट्रकों की कई किलोमीटर लंबी लाइनें लगी हुई थी. इस वजह से लोग जाम में फंसे रहे. रविवार को लगा जाम सोमवार की रात तक नहीं छूट पाया था. जाम का हाल ऐसा था कि जेपी सेतु से सोनपुर बाईपास तक दोनों तरफ गाड़िया जस की तस खड़ी थी. वहीं गोविंद चक के बाद सोनपुर बाईपास तक तक चार चार लेन में बालू लदे ट्रकों की लाइन लगी रही. यही नहीं शीतलपुर से सोनपुर बाईपास तक NH 19 पर भी दोनों तरफ वाहन खड़े रहे. इसके अलावें हरिहर नाथ मंदिर की ओर जाने वाली निचली सड़क पर भी भयंकर जाम लगा रहा, यह समस्या एक दिन की नहीं बल्कि पूरे महीने यही हाल रह रहा है. 
एम्बुलेंस फंसने से जोखिम में पड़ रही मरीजों की जान
सेतु पर ट्रकों के परिचालन से कई बुरे प्रभाव पड़ रहे हैं. पटना जाने वाले एंबुलेंस ज्यादातर इसी पुल से होकर जा रहे हैं. वह भी जाम में दिन भर फंसे रह रहे हैं. जिससे मरीजो की जान जोखिम में पड़ रही है. इसके अलावा दानापु, दीघा कनाल रोड, नौबतपुर, फुलवारी शरीफ आदि स्थानों पर सड़कों पर ट्रकों की पार्किंग की जा रही है .जिससे पटना में भी हेवी ट्रेफिक जाम हो रहा है. यहीं नहीं स्कूली बच्चे भी जाम के कारण स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं.
जेपी सेतु ही बचा है एकमात्र विकल्प
छपरा से पटना जाने के लिए गांधी सेतु पहले एकमात्र विकल्प हुआ करता था. लेकिन जब छपरा आरा पुल का निर्माण हुआ तो यहां के लोगों ने इस पुल के रास्ते होकर पटना जाने लगे, लोगों को अब गांधी सेतु के जाम से हमेशा के लिए छुटकारा मिल गया लेकिन कुछ ही दिनों में सरकार ने इस पुल पर ट्रकों का परिचालन शुरू किया इसके बाद आम लोग इस रास्ते से अब भूल कर भी पटना नहीं जाते हैं. जाम के कारण लोग दिन भर पुल पर फंसे रहते थे, फिर जेपी सेतु के शुरू होने के बाद लोगों को एक बार फिर जाम से छुटकारा मिला, लेकिन यहां भी ट्रकों के परिचालन शुरू होने से लोगों को राजधानी पहुंचने में 7से 8 घण्टे लग जा रहे हैं. वकील रौशन ने बताया कि उत्तर बिहार से राजधानी को जोड़ने के लिए जेपी सेतु ही एकमात्र फंक्शनल पुल है इसपर भारी वाहन के परिचालन को रोकना ही होगा.
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