सोनपुर-दीघा पुल पर ट्रकों का परिचालन रोकने के लिए हाइकोर्ट में याचिका दायर, जाम से त्रस्त है जनता

सोनपुर-दीघा पुल पर ट्रकों का परिचालन रोकने के लिए हाइकोर्ट में याचिका दायर, जाम से त्रस्त है जनता

  • क्षमता से अधिक भार के वाहन चलने पर रेलवे ने जताई दुर्घटना की चिंता
  • पुल जाम होने से पटना व सारण में भी लग रहा महाजाम

Chhapra: उत्तर बिहार से राजधानी पटना को जोड़ने वाले सोनपुर-दीघा पुल (जेपी सेतु) पर ट्रकों व भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के लिए पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस याचिका के माध्यम से दीघा-सोनपुर रेल रोड ब्रिज पर ट्रकों व अन्य भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की गई है.

छपरा के रमेन्द्र कुमार सिंह ने सोमवार हाइकोर्ट के वकील रौशन के द्वारा यह याचिका दायर करवाई है. याचिका में कहा गया है कि दीघा रेल सह रोड ब्रिज जब से शुरू हुआ तब से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार जोड़ने के लिए यह एक बहुत बड़ी लाइफलाइन है. हालांकि नवंबर 2019 में सरकार ने इस पर बड़े वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया. जिसके बाद से आम लोगों की समस्याएं बढ़ गईं. बड़े वाहनों के चलने से पुल हमेशा जाम रहता है और लोग घंटों पुल पर जाम में फंसे रहते हैं. यही नहीं जेपी सेतु के दोनों छोड़ो पर भयंकर जाम लगने की समस्या हो जा रही है. जिसका खामियाजा आम आदमी भुगत रहा है.

भारी वाहन चलाने से पुल पर हो रहा बुरा असर

याचिकाकर्ता ने कोर्ट का ध्यान आकृष्ट करते हुए लिखा है कि पुल पर भारी वाहनों के परिचालन से जेपी सेतु की स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है. पुल पर यदि क्षमता से अधिक भार के वाहन चलेंगे तो यह कमजोर या फिर क्षतिग्रस्त हो सकता है. यही नहीं उत्तर बिहार से पटना जाने वाले लोगों के लिए गांधी सेतु के बाद एक मात्र यही पुल सहारा है. गांधी पुल पर लेना का काम होने के कारण लगभग छोटी गाड़ियां इसी सेतु से होकर पटना निकलती हैं. लेकिन जब से बड़े वाहनों का परिचालन इस पर शुरू हुआ है तब से आम लोगों के लिए यह एक बहुत बड़ी समस्या हो गया है. पूरा दिन सेतु जाम रह रहा है.

निर्धारित समय के बाद भी चलते हैं बड़े वाहन 

वकील रौशन ने बताया कि 2 साल तक सब ठीक था लेकिन हाल ही में चीफ सेक्रेटरी ऑफ बिहार के निर्णय के बाद नवंबर 2019 से जेपी सेतु पर ट्रकों का परिचालन शुरू कर दिया गया. इसके बाद से ही पुल की स्थिति बिगड़ने लगी है. उन्होंने बताया कि ट्रकों का परिचालन का समय रात्रि 10:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक के लिए ही है लेकिन पटना जिला प्रशासन द्वारा पूरे दिन ट्रकों को इस पर परिचालन के लिए अनुमति दे दी जा रही है. इस वजह से जेपी सेतु पर लगातार भयंकर जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है

रेलवे ने भी जताई दुर्घटना की चिंता

इसके अलावे भारतीय रेल ने भी सेतु पर ट्रकों के परिचालन को लेकर चिंता व्यक्त की है. क्षमता से अधिक लोड देने पर पुल क्षतिग्रस्त हो सकता है. इसको लेकर भारतीय रेल ने स्टेट गवर्नमेंट से जेपी सेतु पर भारी वाहनों के परिचालन को लेकर चिंता व्यक्त की है. आपको बता दें कि नीचे ट्रेन चलती है ऊपर सड़क पर गाड़ियां चलती. लेकिन ज्यादा लोड देने से कोई भी दुर्घटना घट सकती है.

24 घण्टे से ज्यादा समय तक जाम रहा सेतु

वही समाचार पत्रों में इसको लेकर कई बार खबरें भी प्रकाशित की गई है. एक दिन पहले ही जेपी सेतु पर 24 घंटे तक जाम लगा रहा, दोनों ट्रक तरफ से ट्रकों की कई किलोमीटर लंबी लाइनें लगी हुई थी. इस वजह से लोग जाम में फंसे रहे. रविवार को लगा जाम सोमवार की रात तक नहीं छूट पाया था. जाम का हाल ऐसा था कि जेपी सेतु से सोनपुर बाईपास तक दोनों तरफ गाड़िया जस की तस खड़ी थी. वहीं गोविंद चक के बाद सोनपुर बाईपास तक तक चार चार लेन में बालू लदे ट्रकों की लाइन लगी रही. यही नहीं शीतलपुर से सोनपुर बाईपास तक NH 19 पर भी दोनों तरफ वाहन खड़े रहे. इसके अलावें हरिहर नाथ मंदिर की ओर जाने वाली निचली सड़क पर भी भयंकर जाम लगा रहा, यह समस्या एक दिन की नहीं बल्कि पूरे महीने यही हाल रह रहा है.

एम्बुलेंस फंसने से जोखिम में पड़ रही मरीजों की जान

सेतु पर ट्रकों के परिचालन से कई बुरे प्रभाव पड़ रहे हैं. पटना जाने वाले एंबुलेंस ज्यादातर इसी पुल से होकर जा रहे हैं. वह भी जाम में दिन भर फंसे रह रहे हैं. जिससे मरीजो की जान जोखिम में पड़ रही है. इसके अलावा दानापु, दीघा कनाल रोड, नौबतपुर, फुलवारी शरीफ आदि स्थानों पर सड़कों पर ट्रकों की पार्किंग की जा रही है .जिससे पटना में भी हेवी ट्रेफिक जाम हो रहा है. यहीं नहीं स्कूली बच्चे भी जाम के कारण स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं.

जेपी सेतु ही बचा है एकमात्र विकल्प

छपरा से पटना जाने के लिए गांधी सेतु पहले एकमात्र विकल्प हुआ करता था. लेकिन जब छपरा आरा पुल का निर्माण हुआ तो यहां के लोगों ने इस पुल के रास्ते होकर पटना जाने लगे, लोगों को अब गांधी सेतु के जाम से हमेशा के लिए छुटकारा मिल गया लेकिन कुछ ही दिनों में सरकार ने इस पुल पर ट्रकों का परिचालन शुरू किया इसके बाद आम लोग इस रास्ते से अब भूल कर भी पटना नहीं जाते हैं. जाम के कारण लोग दिन भर पुल पर फंसे रहते थे, फिर जेपी सेतु के शुरू होने के बाद लोगों को एक बार फिर जाम से छुटकारा मिला, लेकिन यहां भी ट्रकों के परिचालन शुरू होने से लोगों को राजधानी पहुंचने में 7से 8 घण्टे लग जा रहे हैं. वकील रौशन ने बताया कि उत्तर बिहार से राजधानी को जोड़ने के लिए जेपी सेतु ही एकमात्र फंक्शनल पुल है इसपर भारी वाहन के परिचालन को रोकना ही होगा.

0Shares
A valid URL was not provided.

छपरा टुडे डॉट कॉम की खबरों को Facebook पर पढ़ने कर लिए @ChhapraToday पर Like करे. हमें ट्विटर पर @ChhapraToday पर Follow करें. Video न्यूज़ के लिए हमारे YouTube चैनल को @ChhapraToday पर Subscribe करें