Chhapra: छपरा से राजधानी पटना जाना लोगों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया है. छपरा से पटना के लिए मात्र 80 किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों को 6 से 7 घंटे लग रहा. यह समस्या कई महीनों से बनी हुई है. सड़क जाम के कारण लोगों को 2 घंटे की दूरी को तय करने में 6 से 7 घंटे का समय लग रहा है.

NH19 पर लगने वाले जाम के कारण यह समस्या उत्पन्न हो रही है. आए दिन NH 19 पर लंबा लंबा जाम लग रहा है. जिसके कारण घंटो तक वाहन है रेंगते नजर आ रहे हैं.  छपरा से पटना जाने के लिए फिलहाल सड़क मार्ग ही है, लॉक डाउन के कारण ट्रेनें बंद है, इसलिए लोग सड़क मार्ग के माध्यम से राजधानी जा रहे हैं. लेकिन सड़क पर लगने वाले जाम ने लोगों की समस्या को बढ़ा दी है.

सबसे ज्यादा जाम छपरा से डोरीगंज के बीच लग रहा है.  जाम के कारण गाड़ियां घंटों फंसी रह रही हैं.वहीं  प्रशासन भी इस समस्या के निदान के लिए कोई खास कदम नहीं उठा रहा है. जिसके कारण इसका अंजाम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. छपरा- डोरीगंज के बीच बालू लदे ट्रकों के कारण बुरी तरह जाम लग रहा है, NH पर पूरी तरह से ओवरलोड ट्रकों का कब्जा है, जिस कारण भयंकर जाम लग रहा है, और लोग अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने के लिए काफी परेशान हो रहे हैं.

यही नहीं दूसरी तरफ शीतलपुर दिघवारा के बीच भी जाम से बुरा हाल रह रहा है. शीतलपुर पट्टी पुल पर लंबा जाम लगने के कारण गाड़ियां घंटो तक फंसी रहती हैं.
वहीं NH-19 फोरलेन का निर्माण कार्य पिछले 10 सालों से लटका हुआ है, लोगों को NH-19 के पूरी तरह कंप्लीट होने का इंतजार है. ऐसे में फिलहाल छपरा से पटना जाना बेहद कठिन काम हो गया है.

छपरा से राजधानी पटना की दूरी को कम करने के लिए वीर कुंवर सिंह सेतु का निर्माण हुआ, शुरुआत में यह  लोगों के लिए यह काफी  बेहतर सिद्ध हुआ. इस रास्ते से  लोग 1:30 से 2 घंटे में पटना आसानी से पहुंचा रहे थे. लेकिन बालू लदे ट्रकों के परिचालन शुरू होने के कारण यह सेतु आम वाहनों के चलने लायक नहीं बचा.
वहीं छपरा से पटना जाने के लिए गरखा मानपुर मार्ग ही एकमात्र वैकल्पिक रास्ता बचा है. ओवरलोड वाहनों के परिचालन के यह रास्ता भी जर्जर होने लगा है.

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• शहर के 3 स्थानों पर कैंप लगाकर होगा कोरोना का जांच

• कोरोना के जांच से टूटेगा संक्रमण का चेन

• जिले में तेजी से हो रहा है कोरोना का जांच

Chhapra: जिले में कोविड-19 के जांच में लगातार तेजी आ रही है इस को गति देने के लिए शहर के 3 स्थानों पर अस्थाई कैंप लगाकर कोरोना की जांच की शुरुआत की गई है। शहर के थाना चौक पर स्थापित अस्थाई कोरोना जांच सेंटर का जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने उद्घाटन किया। इस मौके पर डीएम ने कहा कि जिले में कोरोना की जांच में तेजी आई है । प्रतिदिन लगभग 5000 कोरोना का जांच हो रहा है और इसे गति देने के लिए कैंप मोड में कोरोना का जांच किया जा रहा है । पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर सैंपल कलेक्शन कर जांच किया जा रहा है। फिलहाल शहर के 3 स्थानों पर अस्थाई कोरोना जांच सेंटर की शुरुआत की गई है। एक और अन्य जगह पर भी कोरोना जांच सेंटर की स्थापना की जाएगी। रेलवे स्टेशन, थाना चौक, मौना चौक के पास कोरोना जांच सेंटर की शुरुआत की गई है। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना कि जांच में लगातार तेजी आ रही है । कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में भी कमी देखी जा रही है । कोरोना से ठीक होने वाले व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि भी हो रही है जिले में रिकवरी रेट 88% हो गया है। उन्होंने कहा घबराने के बजाए सावधानी बरतने और कोरोना की आशंका होने पर जांच कराने की जरूरत है। आपकी जागरूकता से ही संक्रमण की चेन ब्रेक होगी। उन्होंने कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने में सबसे कारगर होगी। लोगों को सामने आने की जरूरत है, ताकि वो अपने परिवार और शहर को संक्रमण से बचा सकें। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा, जिला स्वास्थ समिति के डीपीएम अरविंद कुमार, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से होगा जांच

डीएम ने कहा कि इन तीनों जांच सेंटरों में एंटीजन रैपिड टेस्ट किट के माध्यम से कोरोना का जांच किया जा रहा है। इन जगहों पर आने जाने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। उन्हें अस्पताल नहीं जाना पड़े इस को ध्यान में रखते हुए इस केंद्र की शुरुआत की गई है। यहां पर आने वाले व्यक्तियों को कोरोना से बचाव के लिए समुचित जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी।

कोविड-19 बचाव के लिए सतर्कता बेहद जरूरी

डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि संक्रमण से रिकवरी रेट के आंकड़ें उत्साहजनक जरूर हैं, लेकिन सर्तकता भी बहुत जरूरी है। इसलिए कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए जानेवाले सुरक्षात्मक उपाय को अभी अपनी आदतों में शामिल रखें। जैसे-घर से बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल, घर वापस आने पर हाथ को साबुन से 40 सेकेंड धोना, 6 फीट की शारीरिक दूरी का पालन आदि नियमों व एहतियातों को अपना कर ही कोरोना वायरस पर विजय पायी जा सकती है।

कोरोना से बचाव के लिए सावधानियां

• हाथों को बार-बार साबुन-पानी से अच्छी तरह से धोएं
• हाथों से मुंह-आँख व नाक को अनावश्यक न छुएँ
• छूने के बाद हाथों को धोएं
• घर के बार-बार इस्तेमाल होने वाले स्थानों की सफाई पर खास ध्यान दें और बाहरी लोगों के संपर्क में आने से बचें।

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Chhapra: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन परीक्षा का रिजल्ट कल रात घोषित कर दिया. जे ई ई मेन परीक्षा में छपरा के शारदा क्लासेज के छात्रों ने एक बार फिर से बेहद शानदार प्रदर्शन किया. संस्थान के छात्र दिवाकर को 99.52 परसेंटाइल अंक प्राप्त हुआ है.  वहीं  राम प्रकाश सिंह की पुत्री प्रीती कुमारी ने 99.50 परसेंटाइल प्राप्त किया है. साथ ही धनंजय कुमार बरनवाल के पुत्र आदित्य बरनवाल ने 98.35 परसेंटाइल प्राप्त किया है.

इसके अलावें आयुष कुमार सिंह को 97.28 percentile,  सजल श्रीवास्तव को 94.86 परसेंटाइल, कशिश को 94.43 परसेंटाइल तथा श्वेता श्रृंगार को 94.01 परसेंटाइल अंक प्राप्त हुए हैं.

संस्था के निदेशक सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि यह रिजल्ट छात्रों एवं शिक्षकों के कठोर परिश्रम का परिणाम है। जब लॉक डाउन की वजह से बाकी जगह छात्रों की पढ़ाई बाधित हुई तथा एक्जाम अप्रैल से आगे बढ़कर सितंबर के महीने में हुआ तब भी शारदा क्लासेस में छात्रों का टेस्ट सीरीज लगातार चलता रहा और शिक्षक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही छात्रों को प्रेरित करते रहे और उनकी समस्याओं का समाधान करते रहे.

छात्रों ने भी एग्जाम के आगे बढ़ने से मिले समय का अच्छा सदुपयोग किया तथा बेहतर रिजल्ट प्राप्त किया. उन्होंने बताया कि जब तक जेईई एडवांस की परीक्षा नहीं हो जाती है तब तक  छात्र शिक्षकों के मार्गदर्शन में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पढ़ाई करते रहेंगे.

सभी छात्रों के परिवार में इस रिजल्ट से खुशी का माहौल है तथा छात्र पूरे जोर-शोर से जेई एडवांस की तैयारी में जुट गए हैं.

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Dighawara: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन सख्त है. शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक धूरत सायली ने दिघवारा थाना परिसर में अनुमंडल के सभी थाना के प्रभारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए.

एसपी सायली ने बैठक में उपस्थित एसडीपीओ सोनपुर अंजनी कुमार, सोनपुर थानाध्यक्ष, दिघवारा, नयागांव, डेरनी, दरियापुर, परसा, अकिलपुर, पहलेजा, हरिहरनाथ ओपी पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्षों को पूरी तरह मुस्तैद रहने का निर्देश दिया.

उन्होंने चुनाव को देखते हुए धारा 107 एवं सीसीए के मामलों की जानकारी मांगी. साथ ही चुनाव को भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न कराने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया.

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Chhapra:  छपरा नगर निगम की महापौर के विरुद्ध  नगर निगम के पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 22 सितंबर को बैठक बुलाने का फैसला किया गया है. 22 सितंबर को यह तय हो जाएगा कि छपरा की मेयर प्रिया सिंह की कुर्सी बचेगी या जाएगी.

मेयर प्रिया सिंह ने बताया कि बैठक की सूचना नियम अनुसार सभी सदस्यों एवं संबंधित अधिकारियों को भेज दी गई है. बैठक से संबंधित सभी आवश्यक प्रबंध भी किए जा रहे हैं.  प्रिया सिंह ने बताया कि वार्ड पार्षद द्वारा मेरे ऊपर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है, उस पर बहस एवं मत हेतु हफ्ते के अंदर फैसला लेना था. जिसके बाद 22 सितंबर को विशेष बैठक बुलाई जा रही है.

44 वार्ड पार्षदों में से 29 ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए दिया था आवेदन 
मेयर प्रिया देवी के खिलाफ 44 वार्ड पार्षदों में से 29 ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए पांच सितंबर को नगर आयुक्त को आवेदन दिया था. इसमें मेयर पर कर्तव्य एवं दायित्व के विरुद्ध कार्य करने, पार्षदों को अपमानित करने, मनमानी ढंग से कार्य करने, योजनाओं के चयन में पक्षपात करने एवं जनहित के मामलों की अनदेखी करने का आरोप वार्ड पार्षदों ने लगाया था.

अंडरग्राउंड हुए कई वार्ड पार्षद
वहीं दूसरी तरफ छपरा नगर निगम के कई वार्ड पार्षद गोलबंद होकर मेयर प्रिया सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं. नगर निगम के कुछ वार्ड पार्षद अंडरग्राउंड हो गए हैं. जिससे छपरा नगर निगम की राजनीति गरमा गई है. वहीं दूसरी तरफ मेयर अपने पक्ष के वार्ड पार्षदों को एकत्रित करने में लगी है. वहीं विपक्ष भी वार्ड पार्षदों को गोलबंद कर रहा है.

कुर्सी बचाने के लिए 23 मतों की जरूरत
छपरा नगर निगम में 45 वार्ड पार्षद है. मेयर को विश्वास मत जीतने के लिए 23 मतों की जरूरत है. ऐसे में देखने वाली बात होगी की मेयर की कुर्सी बचती है या फिर गवानी पड़ती है.  

बता दें कि इससे पहले भी छपरा नगर निगम की मेयर पर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. लेकिन बहुमत मिलने के बाद प्रिया सिंह की कुर्सी बरकरार रही थी. एक बार फिर से पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.

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Chhapra: आगामी 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा छपरा में 61 करोड़ 90 लाख की लागत से जलापूर्ति योजना के प्रथम फेज कार्य का उद्घाटन ऑनलाइन किया जाएगा. इस योजना के तहत शहर में घर घर पानी का कनेक्शन मुहैया कराया जा रहा है. पीएम द्वारा केंद्र सरकार के अम्रुत योजना के तहत छपरा शहर में रौजा, पुलिस लाइन, श्याम चौक, गण्डक कॉलोनी में नवनिर्मित 1.2 लाख लीटर क्षमता के चार जल मीनार,  9 ट्यूबवेल व पंप हाउस का लोकार्पण किया जाएगा.

15 सितंबर को पुलिस लाइन में इसके लिए बुडको द्वारा विशेष कार्यक्रम रखा गया है.  छपरा शहर में केंद्र सरकार जलापूर्ति योजना के तहत प्रथम फेज का कार्य पूरा कर लिया गया है. वहीं दूसरे फेज का कार्य भी शुरू हो गया है. इसको लेकर बुडको के कार्यपालक अभियंता श्यामसुंदर पंडित ने जानकारी दी कि अभी तक लगभग 9670 घरों में पानी का कनेक्शन दे दिया गया है.

छपरा में इस योजना के तहत गली-गली में पाइपलाइन बिछाया जा रहा है. ताकि घर घर में पानी का कनेक्शन दिया जा सके. पूरी योजना पर 120 करोड़ खर्च होने हैं पहले फेज का कार्य खत्म हो गया है. दूसरे पेज में 65 करोड़ 90 लाख की लागत से आठ जल मीनार बनाया जाएगा. साथ ही साथ पाइप लाइन बिछाने का कार्य भी तेजी से चल रहा है.

जलापूर्ति योजना के तहत छपरा शहर में 153 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जा रही है. जिसमें आधा कार्य कार्य पूरा कर लिया गया है. सरकार का लक्ष्य है कि छपरा शहर के प्रत्येक घर में पानी का कनेक्शन दिया जा सके.

आपको बता दें कि पहले शहर में जलापूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी.  आम लोगों को पीने के पानी की भी समस्या होती थी. लेकिन केंद्र सरकार ने इस समस्या के निदान के लिए अम्रुत योजना शुरू की. जिसके बाद पानी की समस्या का निदान लगभग हो जायेगा.

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Baniyapur: बनियापुर में चिमनी पर सोये युवक की  अपराधियों द्वारा हत्या के दी गयी. घटना बुधबार की देर रात की है. गुरुवार की सुबह युवक का शव बनियापुर-जलालपुर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जुरन छपरा सरेह से बरामद किया गया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार हरिहरपुर गांव निवासी व चिमनी संचालक जयश्री कुंवर का 25 वर्षीय पुत्र मनु कुमार बुधवार की रात्रि 10 बजे के करीब खाना खाकर गांव के ही सीमान पर स्थित अपने चिमनी पर सोने चला गया. जब सुबह में घर नही लौटा तो परिवार के लोगों ने मोबाईल पर संपर्क करना चाहा, इस दौरान मोबाईल लगातर स्विच ऑफ बता रहा था. जिसके बाद परिजन चिमनी पर पहुँचे तो युवक बिछावन पर नही था.इस बीच स्थानीय लोगों में युवक के अपहरण होने की भी चर्चा जोरशोर से होने लगी.

मौके पर उपस्थित लोगों द्वारा युवक की खोजबीन शुरू की गई तो चिमनी से  लगभग 400 मीटर के दूरी पर स्थित चंवर के समीप से युवक का चप्पल मिला. जिसके बाद खोजबीन के क्रम में युवक का शव औंधेमुँह पानी मे गिरा बरामद किया गया.
युवक का शव मिलने की सूचना पर घटना स्थल पर सैकड़ो लोगो की भीड़ एकत्रित हो गई. मामले की सूचना पर बनियापुर थानाध्यक्ष रीतेश मिश्र पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुँच मामले की जांच-पड़ताल में जुटे. तबतक सीमावर्ती जलालपुर थाने की पुलिस भी घटना स्थल पर पहुँच गई. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने पुलिस को शव उठाने से मना कर दिया और वरीय पदाधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे.

बाद में सदर एसडीपीओ के पहुँचने के बाद लोगों को समझा-बुझाकर कर शांत कराया गया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल छपरा भेज दिया गया.
युवक की हत्या के कारणों की स्पष्ठ जानकारी नही मिल सकी है.बहरहाल पुलिस जांच को आधार बनाकर अपराधियों की पहचान करने में जुटी है.

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Chhapra: शिक्षक संघ बिहार राज्य एवं जिला संघ के पदाधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग ज़ूम ऐप के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई.

बैठक में मुख्य रूप से सरकार के विरुद्ध अगली रणनीति के लिए संघ के सभी पदाधिकारियों की राय ली गई, जिसमें इस गूंगी बहरी सरकार में आंदोलन का कोई महत्व नहीं रह गया, इसलिए संघ ने अगली रणनीति में 13 सितंबर 2020 रविवार के दिन 11:00 बजे से सरकार के विरुद्ध अपनी मांगों के समर्थन में शंख, घंटी, ताली एवं थाली बजाकर सरकार को जगाने का काम करेंगे.

इसके बाद भी सरकार अगर हमारी मांग एवं सेवाशर्त में सुधार नहीं करती है तो बाध्य होकर के हम सभी शिक्षक विपक्षी, राजनीतिक पार्टियों को अपने चुनावी एजेंडा में मांगों को शामिल करने के लिए दबाव बनाएंगे.

इसके बाद आचार संहिता लगने के पश्चात हम पुर्व में लिए गए संकल्प के अनुसार घर घर जाकर जन जागरण अभियान चलाएंगे एवं सरकार की नाकामियों को बताने का काम करेंगे.

अंत में प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार ने कहा की बिहार की तमाम शिक्षक अपने-अपने जिला मुख्यालयों में इस गूंगी बहरी सरकार उखार फेंकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शंख, घंटी, ताली बजाकर‌ सोई हुई सरकार को सत्ता से हमेशा के लिए बेदखल कर हम नई सरकार से अपनी हक लेकर रहेंगे.

इस वर्चुअल बैठक में प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह, मनोज श्रीवास्तव, प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, प्रदेश सचिव मोहम्मद फखरुद्दीन, ऋतुराज सौरव, प्रदेश राज्य प्रतिनिधि धनंजय मिश्रा के साथ कई शिक्षक प्रतिनिधि मुख्य रूप से शामिल थे.

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Chhapra:  जिले में कोरोना संक्रमण के मामले में लगातार कमी आ रही है. कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है.

कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है. हालांकि यह बात जरूर है कि संक्रमण प्रभावितों की संख्या पूर्व की तुलना में कम हैं. लेकिन संक्रमण के डर को नजरअंदाज कर लापरवाही बरता जाना जोखिम भरा है. मास्क लगाने, हाथों को नियमित धोने व सैनेटाइज करने तथा भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने और बहुत आवश्यक होने पर ही बाहर जाने के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करने जैसे नियमों का पालन बहुत जरूरी है.

• कोरोना से बचाव के लिए मास्क का उपयोग व शारीरिक दूरी जरूरी
• Covid19 के अनुरूप व्यवहारों को अपनाने पर हीं मिलेगी कोरोना से जीत
• आपकी छोटी-सी लापरवही पड़ सकती है भारी

रिकवरी रेट 88 प्रतिशत हुआ  
Covid19 संक्रमण की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग और आमजन की सामूहिक भागीदारी का परिणाम सामने आया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों के बाद लोगों में नियमों का पालन को लेकर सजगता आयी है। इसका परिणाम है कि सारण जिला में संक्रमण का रिकवरी रेट 88 प्रतिशत हो गया है। कोरोना पॉजिटिव 100 लोगों में से 88 प्रतिशत लोग ठीक हुए हैं. यह रिकवरी रेट राज्य के औसत रिकवरी रेट बराबर है। राज्य का औसत रिकवरी रेट 88 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है.

कोरोना से बचाव के लिए सतर्कता बेहद जरूरी
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने कहा कि संक्रमण से रिकवरी रेट के आंकड़ें उत्साहजनक जरूर हैं, लेकिन सर्तकता भी बहुत जरूरी है. इसलिए कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए जानेवाले सुरक्षात्मक उपाय को अभी अपनी आदतों में शामिल रखें.जैसे-घर से बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल, घर वापस आने पर हाथ को साबुन से 40 सेकेंड धोना, 6 फीट की शारीरिक दूरी का पालन आदि नियमों व एहतियातों को अपना कर ही कोरोना वायरस पर विजय पायी जा सकती है.

संक्रमण के मामले में भी कमी
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि जिला का रिकवरी रेट बढ़ने के साथ संक्रमण के मामलों में भी कमी आयी है. अभी जिले का रिकवरी रेट 88 प्रतिशत हो गया है. अर्थात जो भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं उनमें 88 प्रतिशत पूरी तरह से ठीक हुए हैं. उन्होने कहा कि कोरोना से बचने का बेहतर तरीका है कि घर से कम निकलें. अगर घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगायें. भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें. इस व्यवहार को अपनाने से कोरोना से बचाव में आसानी होगी. सावधानी से हीं कोरोना से बचाव हो सकता है और यही इसका सबसे कारगर हथियार भी है.

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Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है. आम जनता में इसके प्रसार को रोकने के जागरूकता के साथ साथ प्रशासन द्वारा सख्ती भी बरती जा रही है.

गुरुवार को जिला प्रशासन द्वारा नगरपालिका चौक पर मास्क जांच अभियान चलाया गया. शहर के नगरपालिका चौक पर चलाये गए अभियान में बिना मास्क घूमने वाले लोगों पर नियत धाराओं के तहत जुर्माना वसूला गया. साथ ही साथ उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क पहनकर ही घरों से बाहर निकलने का आग्रह किया गया.

जांच अभियान को देख राहगीरों में हड़कंप था. लोग जांच अभियानके शामिल पदाधिकारियों एवं पुलिस बलों से बचकर भागते नज़र आये. वही कई ऐसे भी थे जिन्होंने मास्क को पॉकेट में रखकर वाहन चलाया जा रहा था. पुलिस को देखते ही मास्क लगाना शुरू हो गया.

जांच अभियान में सैकड़ों लोगों को बिना मास्क घूमने के लिए जुर्माना भरना पड़ा.

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Chhapra: अगर आपकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो चुकी है तो आप मतदाता बनकर राज्य और देश हित मे अपने मतदान से एक अच्छी सरकार चुन सकते है. इसके लिए कुछ जरूरी प्रक्रियाओं का पालन कर अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराना होगा. जिसके बाद आप मतदान कर सकेंगे.

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र इन दिनों मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के प्रक्रिया चल रही है. अगर आपकी उम्र एक जनवरी 2020 को 18 वर्ष हो चुकी है. तो आज ही अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करने के लिए आवेदन दें.

आवेदन कैसे और कहा करें

मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए अपने निवास स्थान के नजदीकी मतदान केंद की जानकारी प्राप्त करें. जिस मतदान केंद्र पर अपना नाम दर्ज करने के लिए आप आवेदन करेगे. आवेदन के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी प्रपत्र 6 को पूर्ण रूप से भरकर एवं फ़ोटो चिपकाए, प्रपत्र पर साफ अक्षरों में अपना नाम, पिता का नाम, आवास पता, मतदान केंद्र का नाम नम्बर के साथ मोबाइल नम्बर, आधार नम्बर, उम्र के लिए साक्ष्य की छायाप्रति संलग्न कर उस प्रपत्र को मतदान केंद्र के बीएलओ के पास जमा करें.

निर्वाचन आयोग द्वारा नाम जोड़ने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया भी जारी है. जहां आवेदक अपना ऑनलाइन फॉर्म भर सकते है. इसके साथ साथ दर्ज नाम के सुधार की प्रक्रिया भी प्रारंभ है.

निर्वाचक नामावली सूची में नाम दर्ज होने के बाद मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है. इसके लिए निर्वाचक को एक पहचान पत्र भी निर्वाचन आयोग द्वारा निर्गत किया जाता है. जिसके आधार पर वह मतदान कर सकते है.

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Chhapra: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला इकाई के छात्रों ने संगठन के राज्यव्यापी आह्वान पर मैट्रिक-इंटर नामांकन एवं परीक्षा प्रपत्र भरने में छात्र-छात्राओं, एससी-एसटी छात्रों से अवैध वसूली पर रोक लगाने, शहीदे आजम भगत सिंह की प्रतिमा शहर में स्थापित करने, रेलवे सहित सभी रोजगारपरक साधनों का निजीकरण बंद करने, सभी खाली पदों पर स्थायी बहाली एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं में पारदर्शिता बहाल करने, कोरोना अवधि में सभी परीक्षाएं स्थगित करने और विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं में प्रमोट करने, 6 माह का स्कूल फी-रूम रेन्ट-बिजली बिल माफ करने और कमजोर संचालकों को सरकार द्वारा आर्थिक मदद देने, सभी बड़े निजी अस्पतालों का अधिग्रहण कर राष्ट्रीयकृत करने एवं उसमें काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को सरकारी कर्मी का दर्जा देने, बड़े तबके को शिक्षा से बेदखल करने वाली नई शिक्षा नीति 2020 वापस लेने, राज्य सरकार के आदेशानुसार सभी छात्राओं एवं sc-st के छात्रों की पीजी तक शिक्षा मुफ्त सुनिश्चित करने, आदि सवालों को लेकर सारण डीएम के समक्ष उग्र प्रदर्शन किया.


इससे पहले छात्रों का एक जत्था नगरपालिका मैदान से निकला जो शहर के मुख्य चौक-चौराहे का भ्रमण करते, बिहार सरकार एवं सारण जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, जहां गेट पर छात्रों एवं मौजूद पुलिसकर्मियों के बीच हल्की नोक-झोंक भी हुई. गेट पर छात्रों के जमकर नारेबाजी को देखकर डीएम कार्यालय में मौजूद कार्यालय सचिव बाहर निकल छात्रों के बीच आए और उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया और जिलाधिकारी के मीटिंग में होने की बात कहते हुए कुछ देर बाद सारण जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन से मुलाकात कराए जाने का आश्वासन दिया उसके बाद छात्रों ने वहीं एक सभा आयोजित की.

सभा को संबोधित करते हुए राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना, भयंकर बाढ़ व सरकार सरकार की जनविरोधी नीतियों ने आम से खास तक को बदहाली की जिंदगी जीने पर विवश कर दिया है. केन्द्र सरकार ने एक खास वर्ग को शिक्षा-रोजगार से बेदखल करने के लिए एवं अपनी विचारधारा जबरन थोपने के लिए नई शिक्षा नीति 2020, नीजिकरण का एजेंडा सरकार द्वारा लाई गई है. जिसे किसी भी सूरत में एआईएसएफ स्वीकार नहीं करेगा. राज्य सरकार सभी छात्राओं एवं एससी-एसटी के छात्रों की पीजी तक निशुल्क शिक्षा देने की बात तो करती है लेकिन यह जमीनी स्तर पर लागू नहीं कर पा रही है.

प्रर्दशन कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिबू वर्मा, गुड्डू यादव, पिंटू कुमार यादव, अभय कुमार चौबे, रूपेश कुमार यादव, अमन प्रताप यादव, पीयूष मिश्रा, नवजीवन कुशवाहा, रवि गुप्ता, आलोक कुमार,सरफराज अहमद, इरफान खान, बिट्टू कुमार, विकास कुमार, विवेक कुमार, आदि मौजूद थे.

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