Chhapra: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सारण जिला परिषद् ने आजादी आंदोलन के महानायक, छात्र-युवाओं के आदर्श, शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 114वीं जयंती समारोह शहर के रामजयपाल कॉलेज में आयोजित की. कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के राज्य-पार्षद अमित नयन और मंच संचालन राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव ने किया. कार्यक्रम में सबसे पहले भगत सिंह के तैल-चित्र पर माल्यार्पण कर मौजूद सभी लोगों ने एक-एक कर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सिविल कोर्ट छपरा के वरीय अधिवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिपाठी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भगत सिंह क्रांतिकारी देशभक्त ही नहीं बल्कि एक अध्ययनशील विचारक, कलम के धनी, दार्शनिक, चिंतक, लेखक, पत्रकार और महान मनुष्य थे. भारत में समाजवाद के पहले व्याख्याता थे. भगत सिंह अच्छे वक्ता, पाठक और लेखक भी थे. जेल में भगत सिंह ने करीब दो साल रहे. इस दौरान वे लेख लिखकर अपने क्रांतिकारी विचार व्यक्त करते रहे. जेल में रहते हुए उनका अध्ययन बराबर जारी रहा. उस दौरान उनके लिखे गए लेख व परिवार को लिखे गए पत्र आज भी उनके विचारों के दर्पण हैं. छात्रों को उनके विचारों से सीख लेकर जीवन पथ पर आगे बढ़ना चाहिए.
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मौजूद पूर्व परीक्षा नियंत्रक एस. एन अत्ता ने कहा कि भगत सिंह अपने लेखों में उन्होंने कई तरह से पूंजीपतियों को अपना शत्रु बताया है. उन्होंने लिखा कि मजदूरों का शोषण करने वाला चाहें एक भारतीय ही क्यों न हो, वह उनका शत्रु है.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रो. गुणसागर वाल्मीकि, प्रो.अमान, ऐश्वर्या भारती, शिबू वर्मा, दीपम पांडे, साक्षी कुमारी, सोनिया कुमारी, ऐश्वर्या कुमारी, दीपशिखा, चंदन कुमार यादव, विशाल यादव, रूपेश कुमार, नवजीवन कुशवाहा, सूर्य प्रताप सिंह सहित दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद थे.