Chhapra: शहर में बीती शाम से देर रात तक हुई बारिश ने आम से खास सबको पानी पानी कर दिया है. नगर निगम, जिला परिषद, नगर थाना, अभियंता जिला परिषद, डीडीसी आवास यहां तक कि जज कॉलोनी में भी जलजमाव की स्थिति है.जब ख़ास लोगों के कार्यालय से लेकर ऑफिस तक जलजमाव है तो आएम जनता कैसे अपनी जिंदगी के लिए जूझ रही है आप अन्दाजा लगा सकते है.

गरीबो के लिए बुधवार की रात कयामत की रात

बुधवार को शाम करीब 6 बजे से प्रारंभ हुई बारिश देर रात 2 बजे तक बरसी है. कभी कम कभी ज़्यादा ऊपर से आकाशीय बिजली की आवाज़ गरीब ने अपने सीने पर ही हाथ रख रात गुजारी है. सड़कों के किनारे रहने और अपना जीवन गुजार बसर करने वाले लोगों के लिए बुधवार की रात कयामत की रात थी.

डीएम, एसपी आवास से लेकर जज आवास की सड़क पर था एक फिट जलजमाव

रात के 10 बजे शहर के दरोगा राय चौक से लेकर, सदर अस्पताल, जिला अधिकारी आवास, पुलिस अधीक्षक आवास, डीडीसी आवास, जिला परिषद अध्यक्ष आवास, नगर थाना, समाहरणालय, नगरपालिका चौक, जोगिनिया कोठी सड़क हर तरफ सड़कों पर एक फिट से ज्यादा पानी था.सदर अस्पताल में घुटना तक पानी

गुरुवार की सुबह कई आवासों, मुख्य सडकों से पानी निकल चुका है. लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम, जिला परिषद आवास, डीडीसी आवास, नगर थाना, दरोगा राय चौक के साथ मुख्य रूप से छपरा सदर अस्पताल में घुटने तक पानी है. मरीज और उनके परिजन अपनी जान बचाने के लिए उसी घुटने तक पानी मे आने जाने को विवश है.

जलजमाव से सदर अस्पताल में संक्रमण का ख़तरा

सबसे ज्यादा विकट परिस्थिति सदर अस्पताल की है. जहां मुख्य द्वार के साथ परिसर में घुटने तक पानी है. इमरजेंसी वार्ड के सामने लबालब पानी मे ही मरीज आ रहे है. वही बगल के सुलभ शौचालय का पानी, मलमूत्र जलजमाव में घुलमिल गया है और परिसर में फैला है.सुबह सुबह ही जज कॉलोनी से पंप के सहारे निकला पानी

जज कॉलोनी से सुबह सुबह जलजमाव को हटाने के लिए पंप चलाया गया. लेकिन अस्पताल से जलजमाव को हटाने के लिए प्रशासन चिर निद्रा में सोई रही. 10 बजे तक ना अस्पताल के सफाई कर्मचारी थे ना नगर निगम के कर्मी जिससे कि जलजमाव हटाया जा सके पंप तो दूर की बात है.

बहरहाल चुनावी वर्ष में सड़कों पर जनता का सेवक बनने का दम भर रहे भावी जनप्रतिनिधि इस विपदा में नदारद है. 

 

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Chhapra: बुधवार की शाम से देर रात तक हुई मूसलाधार बारिश ने शहरवासियों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. छपरा शहर के कई इलाके यूं तो पहले से ही जलमग्न रहते है लेकिन जोरदार बारिश ने रही सही कसर भी पूरी कर दी है.

शहर के प्रमुख मार्गों से लेकर अस्पताल, एसडीओ कार्यालय, नगर थाना, जजेज कॉलोनी, नगरपालिका चौक, सलेमपुर चौक  यहाँ तक की नगर निगम भी जलजमाव से खुद को नहीं बचा पाया है.  ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ी है.

जजेज कॉलोनी से जलजमाव हटाने में जुटा नगर निगम

सदर अस्पताल परिसर में जलजमाव होने से मरीजों को आने जाने में परेशानी हो रही है. इसके साथ ही अस्पताल कर्मियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

हाल सदर अस्पताल का

मौसम विभाग ने 23 से 25 सितंबर तक 72 घंटे के लिए भारी बारिश की आशंका व्यक्त करते हुए गंगा के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया था. फिलहाल बारिश रुकी हुई है जिससे आमजन अपने दैनिक कार्यों में जुटे है.

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Chhapra: विधानसभा चुनाव करीब है. ऐसे में शहर से लेकर देहात तक भावी प्रत्याशियों के बैनर, पोस्टरों दीवालों और होडिंग्स पर देखने को मिल रहे है.

इन दिनों चुनाव के पहले ही बैनर, पोस्टरों के माध्यम से अपने को दूसरे से अच्छा प्रत्याशी साबित करने की होड़ मची हुई है. पोस्टर वार में कुछ भावी प्रत्याशी जुटे हुए है. वही कुछ आलाकमान से मिलने और टिकट फाइनल कराने के लिए पटना से लेकर दिल्ली तक दौरा करने में व्यस्त है.

वैसे तो अभी चुनाव की तारीखों का भी ऐलान नही हुआ है और ना ही प्रत्याशी तय किये गए है फिर भी कई प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर को देखकर ऐसा लगता है कि वह भावी प्रत्याशी नहीं बल्कि विधायक हो गए है.

छपरा शहर में तमाम ऐसे पोस्टर आपको देखने को मिलेंगे जिस पर नए-नए दावे किए जा रहे हैं. कोई सबका साथ सबका विश्वास की बातें कर रहा है तो कोई शिक्षित और विकसित की बातें कर रहा है. वही कुछ ने आत्मनिर्भर को अपना थीम बना लिया है. जबकि कुछ तो लाख के पार की बातें कर रहे है. वही कुछ ने तो अपना रास्ता विधानसभा तक पहुंचा दिया है.

बैनर और पोस्टर के इस वार में एक बात खास है कि प्रचार प्रसार में सबसे अधिक संख्या सत्तारूढ़ दल से चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले और निर्दलीय प्रत्याशियों की है.

अब आने वाला समय ही बताएगा की पार्टियां किस पर अपना विश्वास जताती है और कौन टिकट लेकर आता है. परंतु जिस प्रकार पोस्टर वार देखने को मिल रहा है वैसे में यह बात भी साफ है कि पार्टियों को इस बार टिकट फाइनल करने में काफी मसक्कत करनी पड़ सकती हैं.

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Chhapra: छपरा शहर में बन रहे भारत के दूसरे सबसे बड़े डबल डेकर फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर बड़ी ख़बर आई है. जानकारी के अनुसार IIT रुड़की से डबल डेकर निर्माण के लिए सुपरस्ट्रक्चर का नक्शा स्वीकृत हो गया है.पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि IIT रुड़की द्वारा सुपर स्ट्रक्चर का नक्शा पास कर दिया है.

उन्होंने बताया कि अब जहां ग्राउंड लेवल पर पिलर ढालने का काम पूरा हो गया है, वहां सुपरस्ट्रक्चर के नक्शा के अनुसार पिलर को ऊपर ले जाने व सड़क के दोनों तरफ बिम ढालने के साथ स्टील का गार्डर से सुपर स्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

नक्शा पास होने के बाद अब पहले फेज में गांधी चौक से भिखारी चौक की ओर सुपरस्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि डबल डेकर पुल निर्माण में जमीन पर पिल्लरों के बीच की चौड़ाई 7.5 मीटर होगी. वही सबसे पहले गांधी चौक से पूरब की ओर सुपर स्ट्रक्टर का निर्माण होगा. बता दें कि सुपरस्ट्रक्चर कबनक्शा स्वीकृत होने के बाद जमीन से प्रथम डेक व दूसरे डेक के बीच की ऊंचाई 5.5 मिटर होगी.

कार्यपालक अभियंता ने जानकारी दी कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए गांधी चौक से भिखारी चौक तक की सड़क  ढलाई कर दिया गया है. जिसे आम लोगों को आने जाने में परेशानी नहीं होगी. वही नगरपालिका चौक से राजेंद्र सरोवर तक डबल डेकर निर्माण के लिए ग्राउंड पिल्लर ढालने का कार्य अंतिम फेज में है. पिलर डालने का कार्य पूरा होते हैं इधर भी सुपरस्ट्रक्चर का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

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Chhapra: छपरा सहित राज्य के कई जिलों में मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे में भारी बारिश हुआ वज्रपात की चेतावनी दी. मौसम विभाग के अनुसार मौसम की वर्तमान गतिविधि एवं संख्यात्मक मौसम मॉडल के आकलन के अनुसार अगले 72 घंटे के बीच राज्य के अधिकांश जिलों में कहीं-कहीं वज्रपात के साथ भारी वर्षा तथा राज्य के उत्तर पश्चिमी जिलों तथा गंगा नदी से सटे जिलों में कहीं-कहीं अति वर्षा होने की पूर्वानुमान है.

इसके कारण जानमाल की हानि होने के साथ-साथ निचले स्थानों में जलजमाव, यातायात बाधित, बिजली सेवा बाधित, नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है. विभाग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वह सावधानी और सुरक्षा उपाय बरतें. बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसानों तथा नागरिकों के बाद घर में शरण लेने की सलाह दी गई है. अधिक जानकारी के लिए मौसम विभाग पटना की वेबसाइट व फेसबुक पेज देख सकते हैं.

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• पुलिस के सहयोग से काटा गया चालान
• गुटखा या तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने पर जुर्माने का है प्रावधान
• जिले के सभी सरकारी व गैरसरकारी संस्थानों किया गया है तबांकू मुक्त घोषित

• कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की पहल

Chhapra: जिले मे कोरोना के महामारी से निपटने के लिए सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों व कार्यालयों को तंबाकू मुक्त घोषित कर दिया गया है। गुटखा या तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। गुटखा तंबाकू बेचने व खाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. हरिशचंद्र प्रसाद के नेतृत्व में छपरा रेलवे स्टेशन के आसपास छापेमारी अभियान चलाया गया। भगवान बाजार थाने की पुलिस के सहयोग से गुटखा व तंबाकू बेचने वाले 10 दुकानदारों से 200-200 रूपये की जुर्माने की वसूली की गयी। एनसडीओ डॉ. हरिशचंद्र प्रसाद ने बताया अगर दुबारा गुटखा या तंबाकू बेचते पकड़े गये तो दो हजार रूपये का फाइन किया जायेगा। उन्होने कहा, गुटखा व तंबाकू खाकर इधर-उधर थूकने से कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है। जिसको रोकने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।


तंबाकू सेवन से बढ़ता मुंह का कैंसर का खतरा
एनसीडीओ डॉ. एचसी प्रसाद ने बताया तंबाकू का किसी भी तरह से सेवन कैंसर का कारक बन रहा है। इसमें भी पान मसाले के साथ तंबाकू मिलाकर सेवन करना, खैनी खाने से मुंह के कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। अब यह युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संघठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित GATS 2 के सर्वे में बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में कमी आई है, यह आंकड़ा पिछले 7-8 साल में 53.5% से घट कर 25.9% हो गया है। जिसमें चबाने वाले तम्बाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 23.5% है.

कोरोना से बचने के लिए उठाया गया कदम

एनसीडीओ डॉ. एचसी प्रसाद ने बताया तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरों में से एक है। थूकना एक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है और संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी यथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। भा.द.वि. (IPC) की धारा 268 एवं 269 के तहत कोई भी व्यक्ति यदि महामारी के अवसर पर उपेक्षापूर्ण अथवा विधि विरूद्ध कार्य करेगा जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण हो सकता है तो उसे छह माह का कारावास एवं अथवा 200 रुपये जुर्माना किया जा सकता है।

इस तरह से हो रहा कैंसर
• एक साल तक तंबाकू का सेवन – मुंह में सफेद दाग (ल्यूकोप्लेशिया)
• पांच साल तक तंबाकू का सेवन – मुंह में लाल दाग (एर्थोप्लेसिया)
• छह से 10 साल – मुंह का खुलना बंद होना (सब म्यूकोसल फाइब्रोसिस)
• 10 साल से अधिक सेवन पर – प्री ओरल कैंसर और उसके बाद कैंसर

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Chhapra: कोरोना काल में कुछ समय तक नरमी के बाद पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश व कई प्रखंडों में बाढ़ के कारण अब सब्जियों की कीमत आसमान छूने लगी है. मंडी में आवक कम होने के कारण इनकी कीमत हर दिन बढ़ रही है. ऐसे में लोगों की थाली से सब्जी गायब होने लगी है.

करेला तो करेला, अब तो भिडी का स्वाद भी लोगों को कड़वा लगने लगा है. एक पखवाड़े से अचानक सब्जियों के दामों में हुई बढ़ोतरी से आम और खास, दोनों वर्ग के लोग परेशान हो उठे है. बरसात के मौसम की शुरुआत के साथ ही हरी सब्जियों की कीमत बढ़ोत्तरी प्रारंभ हो गई थी. लेकिन हाल के समय में इसकी कीमतें और बढ़ गई है.

वर्तमान समय में बाजार में कोई भी हरी सब्जी 40 रुपये प्रति किलो ग्राम से नीचे नहीं है. बाजार में 50 से 60 रुपया किलो बैगन और भिडी 50 रुपया किलो के दाम सुन कर ही सब्जी खरीदने मंडी जाने वाले लोगों के होश उड़ जा रहे है. इस समय बाजार में गोभी 120 रुपया किलो तो परवल 80 से 100 रुपया किलो बिक रही है. हर सब्जी के स्वाद में तीखापन लाने के काम आने वाली मिर्च की कीमत सब्जियों के स्वाद को फीका कर दे रही है.

बाजार में शिमला मिर्च के साथ ही हरी मिर्च 100 रुपया किलो पहुंच गई है.जबकि आलू व प्याज की कीमत में भी हर दिन उछाल हो रहा है. सब्जी व्यवसायियों की मानें सब्जियों की कीमत में अभी और उछाल आने के आसार है. सब्जी की कीमत में लगातार उछाल के कारण रसोई का जायका भी बिगड़ता जा रहा है.

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Chhapra: छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह के खिलाफ विपक्षी पार्षदों के द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया है. जिससे मेयर प्रिया सिंह अपनी कुर्सी बचाने में नाकामयाब रही.

अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 23 और विपक्ष में 2 मत पड़े. वही 4 मत अमान्य करार दिए गए. 

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छपरा नगर निगम की पहली मेयर अपनी कुर्सी बचाने में नाकामयाब रही, मेयर के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नगर निगम में 2 महीने से गहमा गहमी चल रही थी. इसके बाद आखिरकार मंगलवार को वोटिंग की गई और नगर निगम की मेयर  बहुमत साबित करने में नाकामयाब रहीं.

साल 2017 में पहली बार नगर निगम बनने के बाद प्रिया सिंह छपरा की पहली मेयर बने. इसके बाद 2019 में पार्षदों द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. लेकिन उन्होंने बहुमत साबित कर दिया. हालांकि इस बार मेयर अपनी कुर्सी हार गयी.

नगर निगम परिसर में गहमागहमी
मंगलवार को सुबह से नगर निगम परिसर में गहमागहमी देखी गई. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. दोपहर 11:30 बजे के आसपास मेयर नगर निगम पहुंची इसके बाद पक्ष और विपक्ष के पार्षद भी नगर निगम पहुंचने लगे. इसके बाद वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा शुरू हुई. इस दौरान काफी गहमागहमी भी चली. लगभग 3 घंटे बैठक होने के बाद मतदान प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान मेयर के पक्ष में सिर्फ 2 वोट पड़े और विपक्ष में 23 वोट पड़े. वही 4 मत अमान्य रहे. अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षद काफी खुश नजर आये. पार्षदों ने कहा कि छपरा नगर निगम में काफी अनियमितता थी. जिससे तंग आकर पार्षदों ने मेयर प्रिया सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था जो आज पास हो गया.

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Chhapra: छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह पर लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज मतदान होना है. नगर निगम परिसर में 11:00 बजे से बोर्ड की बैठक होगी और फिर फिर पार्षदों द्वारा मतदान किया जाएगा.

आपको बता दें कि छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह के ऊपर नगर निगम के वार्ड पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. इसके बाद अब आज मेयर की कुर्सी का फैसला हो जाएगा. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बोर्ड की बैठक से पहले छपरा नगर निगम ने राजनीति काफी गरमा गई है. अभी भी कई वार्ड पार्षद अंडर ग्राउंड ही हैं. कई वार्ड पार्षद 2 महीने पहले से ही क्षेत्र से गायब हो गए थे. वहीं दूसरी तरफ मेयर प्रिया सिंह अपने पक्ष के वार्ड पार्षदों को इकट्ठा करने में जुट गई है. कुर्सी बचाने के लिए मेयर को 23 मतों की जरूरत है. इससे पहले भी पिछले साल वार्ड पार्षदों द्वारा नगर निगम की मेयर के ऊपर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. लेकिन बहुमत मिलने से मेयर की कुर्सी बच गयी थी.

29 पार्षद हुए एकजुट
बता दें कि निगम के कई पार्षद एकजुट होकर बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 25 की कंडिका 4 के अंतर्गत महापौर पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर रहे है. इसके तहत पार्षदों ने मेयर पर वित्तीय अनियमितता, योजनाओं के चयन में पक्षपात करना, जनहित के मामलों की अनदेखी करना, सफाई व्यवस्था को चौपट करना, प्रकाश एवं पेयजल व्यवस्था को चौपट करना, एनजीओ द्वारा संचालित सफाई का कार्य सभी वार्डों  में पारदर्शिता के साथ नहीं करना. निगम पार्षदों की उपेक्षा करना जैसे आरोप शामिल हैं. पार्षदों ने कहा कि निगम में कोई काम नहीं हो रहा है. ऐसे में छपरा को नए मेयर की जरूरत है. विरोधियों में निगम पार्षद मुन्ना अंसारी, विकास कुमार सैनी, पूर्व डिप्टी मेयर अमिताजली सोनी, शोभा देवी, विष्णु गुप्ता समेत 29 वार्ड पार्षद शामिल हैं.

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Chhapra: सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ईपीएफ के लाभ को लेकर अबतक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड लेखपाल एवं कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा कार्य प्रारंभ नही किये जाने को डीईओ ने गंभीरता से लिया है.

डीईओ अजय कुमार सिंह ने जिले के सभी प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए 48 घंटे के अंदर शिक्षकों का ईपीएफ के UAN नंबर खोलने का निर्देश दिया है.

डीईओ अजय कुमार सिंह ने कहा है कि शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों को ईपीएफ योजना से आच्छादन को लेकर UAN नम्बर एक सप्ताह के अंदर खोलने का निर्देश दिया गया था. लेकिन अबतक शिक्षकों के अनुपात में कार्य लंबित है.

ईपीएफ UAN के लिए पूर्व में प्रशिक्षण से अवगत कराया जा चुका है. तत्पश्चात यह विभागीय पत्र, आदेश की अवहेलना एवं कार्य मे लापरवाही को दर्शाता है.जो खेद का विषय है.ऐसे में बीइओ अपने लेखपाल, कंप्यूटर ऑपरेटर से स्पष्टीकरण लेते हुए 24 घंटे के अंदर अपना मंतव्य दे. साथ ही 48 घंटे के अंदर UAN से आच्छादन सुनिश्चित करें.

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Chhapra: यातायात व्यवस्था को लेकर सारण पुलिस द्वारा किया जा रहा प्रयास अबतक कारगर साबित नही हो सका है. वन वे ट्रैफिक, चौक चौराहों पर पुलिस बलों की तैनाती, चौड़ी सड़कें होने के बावजूद आख़िरकार इस शहर को सड़क जाम से निजात नही मिल रही.

रविवार के बाद सोमवार को दिन चढ़ने के साथ ही शहर का मुख्य बाजार जाम से जूझता रहा. वन वे ट्रैफिक नियम वाली सड़कों से आई तस्वीर अपनी आपबीती खुद बयान कर रही थी.

नगरपालिका चौक से लेकर मौना चौक होते हुए गांधी चौक तक वन वे होने के बावजूद दोनों तरफ से वाहनों की कतार लगी थी. जाम इतना ज्यादा था कि इस सड़क पर पैदल चलना भी दूभर था. सड़कों के किनारे बाइक और चारपहिया वाहनों का अतिक्रमण इसकी प्रमुख वजह थी. साथ ही साथ वन वे ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर चलने वाले लोग हो इस जाम की समस्या को उत्पन्न कर खुद ही उसमें फंसे रहे. लेकिन इसके बावजूद सबसे ज्यादा दोष उनका कहा जा सकता है जो इस व्यवस्था को सुचारू करने के लिए सभी चौक पर खड़े थे.

आमजनता जाम से जूझ रही थी और वह सड़क किनारे अपनी ड्यूटी बजा रहे थे. वन वे ट्रैफिक में वाहनों का उल्टी दिशा से आखित कैसे आयी, बिना पार्किंग सड़कों पर गाड़िया क्यों खड़ी रही, यातायात व्यस्था को सुचारू रखने के साथ साथ इनसब कार्यो पर नज़र रखना भी उनकी जवाबदेही है.

शहर की सड़कों का हाल प्रतिदिन लगभग एक जैसा ही है. दिन चढ़ने के साथ शहर में भीड़ बढ़ती है, जिससे गाड़ियों की संख्या बढ़ती है इस बीच गाड़ियों को खड़ा करने के साथ एकदूसरे से आगे निकलने की होड़ में जाम लग जाता है जो धीरे धीरे बढ़ जाता है. हालांकि शाम होने के साथ यह जाम खुद ही समाप्त हो जाता है. लोग इससे जूझते हुए खुद ही रास्ता बनाकर आगे निकलते जाते है. लेकिन विधि व्यस्था वाले मूकदर्शक की तरह अपनी ड्यूटी बजाते है. कुछेक प्रयास भी करते है लेकिन इस समस्या को दूर करने के उपाय नदारद है. कमोबेश यह स्थिति पूरे शहर की है.

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– भारत स्काउट एंड गाइड सारण की ओर से हुआ आयोजन

Chhapra: पेंटिंग एक ऐसी कला है, जो बिना कुछ कहे, सब कुछ बयां करती है । उक्त बातें जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा राजन कुमार गिरी ने भारत स्काउट एंड गाइड की ओर से आयोजित अन्तराष्ट्रीय शांति दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता का उद्घाटन तथा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कही।उन्होंने ने कहा कि विश्व शांति दिवस के अवसर पर छात्र छात्राओं के द्वारा बनाई गई पेंटिंग काफी अद्भुत है और पूरी दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले भारत की नई पीढ़ी हमेशा शांति सद्भावना व आपसी भाईचारा को अपने जीवन में उतारने का काम किया है।

वही वर्चुअल रूप से कार्यक्रम से जुड़ स्काउट गाइड के राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचमढ़ी(मध्यप्रदेश) के प्रशिक्षक विवेक कुमार दास ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत की पहचान अहिंसा के पुजारी के रूप में रही है। छात्र छात्राओं ने अपनी पेंटिंग के माध्यम से अहिंसा को बढ़ावा देने पूरी दुनिया में शांति व सद्भावना स्थापित करने का संदेश देकर अपनी कला कौशल का प्रदर्शन किया है, जो काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि भारत स्काउट एंड गाइड की ओर से यह आयोजन काफी सराहनीय है। उन्होंने इसके लिए आयोजकों को बधाई दी तथा कोरोना एवं बाढ़ के अवसर पर किये गए कार्य की भी प्रसंशा की।

इस मौके पर कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे स्काउट मास्टर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित स्काउट अमन राज ने कहा कि डिस्ट्रिक्ट के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान छात्र-छात्राओं के बीच रचनात्मक गतिविधियों के आयोजन तथा उनकी सक्रियता को बरकरार रखने का हर संभव प्रयास जारी रखा गया है । इस मौके पर भारत स्काउट और गाइड के उपाध्यक्ष डॉक्टर सुरेश प्रसाद सिंह ने जिले में कराए गए कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से चर्चा की।

जिला संगठन आयुक्त आलोक रंजन ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए स्काउट और गाइड की ओर से वर्चुअल कार्यक्रमों का भी लगातार आयोजन किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण लॉक डाउन में भारत स्काउट और गाइड के स्वयंसेवको ने पूरे बिहार में अपना एक अच्छा स्थान बनाते हुए जिले को गौरवान्वित किया है।इस अवसर पर राष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा बच्चों के लिए 21 को प्रतियोगिता के विजेता को मिलने वाले अवार्ड की भी जानकारी दी। इस मौके पर रोटरी क्लब छपरा के उपाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिंह और युवा समाज सेवी संजीव कुमार चौधरी और आज़ाद ने भी अपने विचार रखे । इस मौके पर स्काउट प्रणव कुमार ,अंकित श्रीवास्तव, अभिमन्यु सिंह, राज्य पुरस्कार से सम्मानित स्काउट सुमित,विकास,अनुप, दीपू,चंदन,करन गाइड शारदा, नंदनी आदि का भूमिका कार्यक्रम के सफल बनाने में अहम रहा।

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