Chhapra: भूमि स्वामी संगठन के मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया कि नगर भूमि स्वामी संगठन द्वारा आयोजित कैन्डिल मार्च को अभूतपूर्व जन समर्थन मिला. सैकड़ो की संख्या में भाग लेकर केवल डबल डेकर से प्रभावित जनता बल्कि छपरा के आम निवासियों ने भी इस मुहीम को अपना प्रत्यक्ष सहयोग दिया. प्रशासन की डबल डेकर के निर्माण से सम्बंधित मनमानी नीतियों के विरोध में किए गए.

इस शांतिपूर्वक कैन्डिल मार्च की शुरुआत गाँधी चौक स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संध्या छः बजे हुई. जिसके बाद संगठन के नेतृत्व में गाँधी चौक से म्यूनिसिपल चौक तक सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए कैन्डिल मार्च निकाला गया. संगठन के मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया सैकड़ो भू-स्वामीयों के हाथों में विभिन्न स्लोगन की तख्तियां जैसे जनतांत्रिक सरकार और जनता पर हीं अत्याचार, डबल डेकर डबल धोखा व्यापार डूबा मुआवज़ा रोका, कह कर टोपोलैण्ड-असर्वेक्षित क्यों किया जा रहा हमें असुरक्षित? कैसी ये सरकार की नीति जनता गैर, ज़मीन से प्रीति, सबसे ऊंचा जन सरोकार इसके आगे झुकेगी सरकार, हमारी भूमि हमारा अधिकार, उचित मुवाअजा दे सरकार आदि स्लोगन का प्रदर्शन किया गया। संगठन के अध्यक्ष पाण्डेय शैलेश कुमार ने बताया हमारी जमीन को टोपोलैंड घोषित कर प्रशासन ने छल का काम किया हैं जो अनैतिक तथा असंवैधानिक है।

संगठन के सचिव अतुल कुमार ने बताया छपरा की जनता पूर्णतः प्रशासन के खिलाफ हैं ये प्रदर्शन में उतरे जन सैलाब से स्पष्ट प्रतीत होता है। जब तक प्रशासन हमारी मांगो को नहीं मानती है तब तक हमारा आन्दोलन जारी रहेगा। माननीय उच्च न्यायालय ने स्टे देकर प्रोत्साहन दिया हैं तथा सभी को इससे संबल मिला है।


उल्लेखनीय रूप से सैकड़ो की संख्या में शामिल लोगों में संगठन के अध्यक्ष पाण्डेय शैलेश कुमार, सचिव अतुल कुमार, छपरा नगर भू-स्वामी संगठन के मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष शैलेश गुप्ता, दिवाकर गुप्ता, वीरेन्द्र व्याहुत, डाॅक्टर विवेक कुमार , प्रशांत राज, मो परवेज, प्रभाकर गुप्ता, मनीष कुमार, रितेश रौनियार, संजय अग्रवाल, नरेन्द्र सिंह, डाॅक्टर देवेन्द्र कुमार सिंह, सुनील कुमार ब्याहुत, मनोज कुमार, अशोक गुप्ता, बच्चा पटवा, अभिषेक गुप्ता आदि कैन्डिल मार्च में सम्मिलित हुए।

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Chhapra: जिले में एक बार फिर से कोरोना वायरस पांव पसारने लगा है. पानापुर प्रखंड के ग्राम रसौली में एक व्यक्ति, सदर छपरा प्रखंड के बाजार समिति के पास एक व्यक्ति, सदर छपरा प्रखंड के ग्राम पंचायत राज शेरपुर के अंतर्गत ग्राम-माला में दो व्यक्तियों को, छपरा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नं0-8 मुहल्ला गुदरी, सदर प्रखंड के ग्राम पंचायतराज तेलपा के अंतर्गत ग्राम दक्षिणी राठौर टोला मे एक व्यक्ति एवं छपरा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नं0-35 मौना चैक धानुक टोला में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की सूचना पर जिलाधिकारी डाॅ निलेष रामचन्द्र देवरे के निदेश के आलोक में प्रत्येक सक्रंमित स्थल के आसपास का क्षेत्र माइक्रो कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

माइक्रो कंटेन्मेंट जोन में किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.


जिलाधिकारी के द्वारा संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं नगर आयुक्त, नगर निगम छपरा को निदेषित किया गया है कि समस्त आवागमन मार्गांे को संबंधित मुखिया, वार्ड सदस्य एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पूर्णतः लाॅक करते हुए आवागमन अवरुद्ध कर देगें। यदि किसी व्यक्ति द्वारा माइक्रो कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेष किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय.

जिलाधिकारी के द्वारा घोषित किये गये माइक्रो कंटेन्मेंट जोन को सेनेटाइज करने का निदेष डाॅ0 दिलीप कुमार सिंह, जिला वैक्टर बाॅर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है.

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Chhapra: जिले में होली का पर्व शांतिपूर्ण एवम सौहार्दपूर्ण सम्पन्न होने के बाद पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने तमाम जिलेवासियों, पुलिस पदाधिकारियों, पुलिसकर्मियों के साथ मीडिया के प्रतिनिधियों का आभार जताया है.

एसपी ने लोगों से सहयोग की अपील की है और कहा कि आगे भी परस्पर सहयोग से जिले में विधि व्यवस्था को सुदृढ करने में मदद मिलेगी.

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Chhapra: सिंगल वेस्ट प्लास्टिक का निस्तारण अत्यंत आवश्यक है. इको ब्रिक्स से होगा सिंगल वेस्ट प्लास्टिक का निस्तारण. सिंगल यूज (एकल उपभोग) प्लास्टिक को पर्यावरण का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है, लेकिन क्योंकि यह लोगों की जीवन शैली में शामिल हो चुका है तो इसकी बहुतायत भी होती है. सरकार भी इसे रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयास कर रही है, लेकिन फिर भी पालीथिन व अन्य प्रकार के प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पाई है.

प्रधानमंत्री मोदी ने भी पालीथिन के खिलाफ लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान लोगों को संदेश दिया था तथा थैलागिरी को दिनचर्या में शामिल करने के लिए कहा था, लेकिन फिर भी यह उस हद तक सफल नहीं हो पाया जितना की जरूरी था.

ऐसे में शहर की इनर व्हील क्लब छपरा जैसे सामाजिक संस्था ने इको ब्रिक्स के रूप में प्लास्टिक के निस्तारण की योजना बना ली. भगवान बाज़ार स्थित क्लब की सदस्य रानी सिन्हा के आवास पर इको ब्रिक्स बनाया गया. इको ब्रिक्स से फिर फ्लावर पॉट स्टैंड भी बनाया गया एवं बताया गया कि इससे और भी चीजें बनाई जा सकती हैं. रानी सिन्हा ने बताया कि अब घर से कोई पालीथिन की थैली या पाउच बाहर नहीं जाता.

अध्यक्ष वीणा सरन ने इको-ब्रिक के बारे में सदस्यों को समझाते हुए इसको बनाने के लिए प्रेरित किया व कहा कि महिलाओं और बच्चों का इसमें योगदान अत्यंत ही महत्वपूर्ण साबित होगा. सचिव मधुलिका तिवारी ने कहा कि हम क्लीन एवं स्मार्ट इंडिया के लिए वचनबद्ध हैं. इस अवसर पर अपर्णा मिश्रा, रानी सिन्हा, अनुराधा सिन्हा इत्यादि उपस्थित थीं. इस आशय की जानकारी आशा शरण ने दिया.

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Chhapra: मारुती मानस मंदिर में नेत्र अस्पताल की तरफ विधायक कोष से नवनिर्मित शौचालय का विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने उद्धघाटन किया.

इस मौके पर विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा कि सरकार की शुरू से ही मंशा है कि गांव शहर का कोई भी व्यक्ति खुले में शौच नही जाएगा इसके लिए घर घर शौचालय दिए गए. इसके बावजूद प्रत्येक गांव और शहर में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया जो अपने आप मे एक उदाहरण है.

यहाँ तक मेरे द्वारा भी व्यस्तम गुदरी बाजार एवं सरकारी बाजार में शौचालय का निर्माण करवाया गया है. उन्होंने कहा कि एनडीए शासन में अनेक योजनाओ का लाभ सीधे जनता को समर्पित किया गया है.

मारुती मानस मंदिर में नेत्र अस्पताल के पास शौचालय के निर्माण से काफी सहूलियत होगी. कई बड़े आयोजनों पर आंगुन्तको को इसका सीधे लाभ मिलेगा. इस दौरान राजेश फैशन, सत्यनारायण समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.

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जलालपुर: सवर्ण गरीबों के आरक्षण प्रावधान में उम्र और अटेम्प्ट में छूट के लिए तत्काल व्यवस्था करने की आवश्यकता है. उक्त बातें महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने अपने जलालपुर मिश्रवलिया स्थित आवास पर प्रेस वार्ता में कही.

वे 24 मार्च को लोकसभा मे इस विषय पर शून्यकाल मे उठाए गए अपनी बात को बता रहे थे. उन्होंने कहा कि इससे अधिक से अधिक आर्थिक रुप से गरीब सवर्णों को लाभ मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने संसद में सवर्ण यानी कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का आरक्षण के दायरे में आने वाले वे लोग हैं जो SC, ST, OBC नहीं है लेकिन वह गरीब है. जिस की परिभाषा सरकार ने तय किया है. मिसाल के तौर पर ₹8 लाख सालाना आमदनी वाले परिवारों को गरीब माना गया है.

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए ईडब्ल्यूएस आरक्षण के तहत लाए गए कार्मिक प्रशिक्षण एवं ट्रेनिंग विभाग डीओपीटी के नोटिफिकेशन में उम्र और अटेम्प्ट की छूट का कोई जिक्र नहीं किया गया है. इसलिए उन्होंने सरकार से ईडब्ल्यूएस के तहत गरीब सवर्णो के लिए आरक्षण की सुविधा देने वाले प्रावधानों में उनके लिए उम्र और अटेंप्ट की छूट के बारे में स्पष्टपता करने की मांग की है ताकि उन लोगों को उम्र में कितने वर्ष का और अटेम्पट के बारे में कितनी बार छूट की व्यवस्था है स्पष्ट किया जाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से इस बावत आग्रह किया है कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार और उनके नियंत्रणाधीन सभी स्तर के संस्थानों के नौकरियों एवं शैक्षिक संस्थानों में गरीब सवर्णों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए उनकी उम्र और अटेम्पट मे छूट का प्रावधान निश्चित रूप से किया जाए.

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Chhapra: सारण के जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचन्द्र देवरे ने कार्यालय कक्ष से वीडियो काफेंसिंग कर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि 45 वर्ष से अधिक आयु वाले जिला के सभी लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगवाया जाय.

जिलाधिकारी ने कहा प्रखंड स्तर पर लाभार्थियों को जागरुक करने की समुचित जबाबदेही प्रखंड विकास पदाधिकारी की होगी
इसके लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक तथा पंचायती राज प्रतिनिधिगण समन्वय एवं सहयोग प्रदान करेंगे. जिलाधिकारी ने कहा कि प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारी, पर्यवेक्षकीय स्तर के पदाधिकारी, मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी को टीकाकरण अभियान में लगाया जाय एवं प्रतिदिन इनके कार्यों का अनुश्रवण किया जाय. किसी भी स्तर पर असहयोगपूर्ण रवैया को बर्दास्त नहीं किया जाएगा.

प्रति वार्ड कम से कम 40 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य:

जिलाधिकारी ने डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक का आयु वाला जो नया वर्ग है उसमे षिक्षक, उनके परिवार के सदस्य, स्कूल जाने वाले बच्चों के अभिभावकों, जीविका दीदी एवं उनके परिवार के सदस्यों को लक्षित कर टीकाकरण के कार्य में तेजी लायी जाय। जिलाधिकारी के द्वारा प्रति पंचायत कम से कम 30 तथा शहरी क्षेत्रों मे प्रति वार्ड कम से कम 40 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया । जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री वृद्वजन पेंशन सहित अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों को 10 अप्रैल तक हर हाल मे टीका लगाना सुनिश्चित किया जाय। सभी वृद्वजनों के कोविड टीकाकरण के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एण्ड वेल्नेस सेन्टर, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर व्यवस्था करायी जाय एवं लाभार्थियों के बैठने के लिए कुर्सी तथा पेयजल की उपलब्धता सुनिष्चित करायी जाय।

भीड़-भाड़ से निपटने की व्यवस्था करें सुनिश्चित:
डीएम ने कहा कि एक साथ अत्याधिक संख्या में लाभार्थियों के आगमन तथा भीड़-भाड़ की स्थिति में पोर्टल प्रविष्टि में समय लगने की संभावना है। उक्त परिस्थिति में लाभार्थी के पहचान की जाँच कर उनके आधार कार्ड की छायाप्रति, मोबाईल नम्बर आदि लेने की प्र्रक्रिया पूर्ण कर उनके विवरणी को संधारित करते हुए उनका टीकाकरण किया जाय एवं पोर्टल के सामान्य रुप से कार्य करने पर संबंधित लाभार्थी के आंकड़ों की विवरणी फोटो एवं पहचान को अपलोड करना सुनिष्चित किया जाय।

प्रतिदिन वीडियो कंफ्रेंसिंग से कोविड टीकाकरण की समीक्षा:

वीडियो काफेंसिंग के द्वारा कोविड टीकाकरण की समीक्षा में लहलादपुर में अच्छी प्रगति की जहाँ जिलाधिकारी ने प्रशंसा की वही गड़खा में सबसे कम उपलब्धि पर नाराजगी व्यक्त की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रतिदिन सुबह के 10 बजे वीडियो काफेंसिंग कर टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की जाएगी जिसमें सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी, पीओ (मनरेगा) उपस्थित रहेंगे। इस दौरान उप विकास आयुक्त अमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी एवं डीपीएम अरविन्द कुमार उपस्थित थे।

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Chhapra: कोरोना को सम्पूर्ण रूप से खत्म करने की कवायद में जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और निजी अस्पतालों में ज़ोर-शोर से टीकाकरण अभियान चल रहा है। जिले में कुल 62 टीकाकरण केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। 1 अप्रैल यानी आज से 45 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज़ लगायी जाएगी। टीकाकरण के पूर्व व्यक्ति को अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। कोविन एप पर पहले से पंजीकरण द्वारा या टीकाकरण स्थल पर उपलब्ध पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध होने से पंजीकरण में कोई समस्या नहीं होगी। सिविल सर्जन डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने टीकाकरण को लेकर आवश्यक संसाधनों के प्रबंधन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.

गंभीर रोग से ग्रसित लोगों के टीकाकरण के लिए भी सर्टिफिकेट की नहीं होगी जरूरत 

सिविल सर्जन डा. जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने बताया 45 से 59 वर्ष के गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए पहले अपने रोग से संबन्धित प्रमाणपत्र दिखाया जाना जरूरी था। लेकिन 1 अप्रैल से यह अनिवार्यता समाप्त कर दी गयी है। अब हर कोई आसानी से कोविड-19 वैक्सीन ले सकता है। इसके लिए विभाग द्वारा कोविड 2.0 पोर्टल में आवश्यक संशोधन किया गया है तथा टीकाकरण के संबंध में सत्र स्थल के निर्धारण सहित आवश्यक संसाधनों व सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिये गए हैं।

वैक्सीनेसन के बाद भी करें कोविड-19 के नियमों का पालन

कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर को देखते हुये टीका लेने के बाद भी सुरक्षा के नियमों का पालन करना जरूरी है। इसलिए जब भी बाहर निकलें तो अपनी और दूसरों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर मास्क अवश्य पहनें। घर से बाहर जाने पर या सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक दूरी की आवश्यकता को समझें और पालन करें। कोविड- 19 के वायरस किसी भी सतह पर पाये जा सकते हैं। जिसे छूने मात्र से आप कोविड- 19 से संक्रमित हो सकते हैं। हाथ हमारे शरीर का सबसे अधिक क्रियाशील अंग है। इसलिए इसका खास ख्याल रखें। किसी सतह को छूने से बचें और इसे बार-बार सैनिटाइज करते रहें।

टीकाकरण केंद्र पर ही पंजीकरण, दूसरी डोज़ भी अवश्य लगवाएँ
सीएस डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार ने बताया यदि लाभार्थी पहले से कोविन एप पर पंजीकृत नहीं भी है फिर भी वह टीका ले सकता है । इसके लिए केंद्र पर ही पंजीकारण की सुविधा भी उपलब्ध है। संक्रमण से पूरी सुरक्षा चाहिए तो दूसरी डोज़ भी जरूर लगवाएँ।

इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर

• मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें
• भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें
• अनावश्यक यात्रा से बचें
• साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं
• यात्रा के दौरान आवश्यक दूरी का ख्याल रखें और निश्चित रूप से मास्क और सेनेटाइजर का उपयोग करें
• बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं

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Chhapra: जिले के बनियापुर थाना क्षेत्र के हरपुर के टोला गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना में बीच-बचाव करने गए एक युवक की मार पीट कर हत्या कर दी गयी।
बनियापुर थानाध्यक्ष किशोरी चौधरी ने मंगलवार को बताया कि मृतक शिव बच्चन शाह 40 वर्ष है। गांव में दो पक्षों के बीच सोमवार की देर रात को आपसी विवाद के कारण मारपीट हो रही थी। वह बीच बचाव करने गये। इसी दौरान पीट पीट कर उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में कैलाश प्रसाद, अजीत प्रसाद समेत तीन व्यक्तियों को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि सोमवार की रात को हरपुर के टोला गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट हो रही थी, जिसमें बीच बचाव करने के लिए उसी गांव के शिव वचन शाह गए थे। पीट पीट कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।
इलाज के लिए उन्हें भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मध्य रात्रि में शिव बच्चन की मौत हो गयी। इस घटना के बाद से मृतक के परिजनों में मातम छा गया है और सभी का रो-रोकर हाल बेहाल है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दी है और मामले की जांच कर रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। परिजनों का कहना है कि दो पक्षों के बीच मारपीट में बीच-बचाव करना ही हत्या का मुख्य कारण है।
होली की रात होने के कारण वाह दोनों पक्षों को समझा रहे थे कि आज मारपीट नहीं करनी चाहिये, लेकिन उन्हें क्या पता था कि मारपीट करने से मना करना ही उनकी हत्या का कारण बन जाएगी।
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Chhapra: जिले के मशरक थाना क्षेत्र के पूर्वी पंचायत के रेलवे स्टेशन के पास अवस्थित उच्च विद्यालय मशरक के पीछे मकान में मंगलवार की दोपहर एक विवाहिता महिला की मारपीट के बाद फांसी लगा कर हत्या कर दी गयी।
इस मामले में थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने विवाहिता महिला के पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है ।मृतका मशरक उच्च विद्यालय के पास के निवासी संजीव कुमार सिंह उर्फ गुड्डू की 37 वर्षीय पत्नी श्वेता गौतम थी। उसको एक 10 साल की लड़की और छह साल का लड़का हैं।
थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि सोनपुर थाना क्षेत्र के पहाड़ीचक गांव निवासी चंद्रभूषण सिंह की बेटी की शादी 27 नवम्बर 2009 को मशरक थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव निवासी ओमप्रकाश सिंह के बेटे संजीव कुमार सिंह के साथ हुई थी। ओम प्रकाश सिंह मशरक में उच्च विद्यालय के पास मकान बना कर रहते हैं।
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने बताया कि शादी के बाद से ही लड़के और परिजनों द्वारा दहेज में रूपये और कार के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था और कई बार पंचायत और मुकदमा हुआ। मंगलवार को उनके नतीनी ने फोन किया कि मम्मी को पापा,दादी और दादा ने मारपीट कर फांसी लगाकर मार डाला।
मामले में परिजनों द्वारा थाना पुलिस को आवेदन दिया गया है, जिसमें पति संजीव कुमार सिंह, ससुर ओम प्रकाश सिंह और सास शैल देवी को नामजद अभियुक्त बनाया है। पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है। थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने मौके पर ही पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया।

 

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बिहारशरीफ:  नगरनौसा थाना क्षेत्र अंतर्गत नगमा गांव में होली मनाकर लौट रहे एक युवक की सोमवार रात पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद शव को नदी किनारे फेंक दिया गया।
पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान नगमा गांव निवासी रामप्रिय कुमार के रूप में की गयी है। सूचना पर पहुंची नगरनौसा थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया। नगरनौसा थानाध्यक्ष ने बताया कि युवक होली कार्यक्रम के बाद घर लौट रहा था। रास्ते में उसकी पीट-पीटकर हत्या कर गयी। हत्या के कारणों का पता नहीं सका है। हालांकि, इसके पीछे प्रेम प्रसंग की बात कही जा रही है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है।

 

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गया:  जिले के मउ ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत जलालपुर गांव में कहासुनी के दौरान दाढ़ी पकड़ लेने से गुस्साए पति ने डंडे से पीट-पीटकर पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के मुताबिक जलालपुर गांव का उमेश मिस्त्री (66) उर्फ उमेश विश्वकर्मा और उसकी पत्नी सियामणि देवी (55) दोनों एक ही मकान में ऊपर और नीचे के तले में रहते हैं। पत्नी किसी काम से बाहर गई थी। उसके लौटने पर पति ने दरवाजा नहीं खोला। बहुत शोर करने के बाद जब उसने देर से दरवाजा खोला तो दोनों में बहस हो गई। घर अंदर से बंद कर लेने के बाद पति ने उसे डंडे से पीट-पीटकर मार डाला।
ओपी इंचार्ज रंजन चौधरी ने बताया कि आरोपित के अनुसार बहस के दौरान पत्नी ने उसकी दाढ़ी पकड़ ली थी जो उसे बहुत नागवार गुजरा। उसने गुस्से में आकर डंडे से मारकर उसकी जान ले ली। पुलिस के मुताबिक मृतका की छोटी बेटी ने एफआइआर के लिए दिए आवेदन में कहा है कि उमेश विश्वकर्मा को दो बेटी ही हैं। कोई बेटा नहीं है। बड़ी बेटी का विवाह कोंच थाना क्षेत्र में हुआ है। वर्तमान में वह पति के साथ मुंबई में रहती है। छोटी बेटी सुमन देवी की शादी मृत्युंजय विश्वकर्मा से अरवल में हुई है।
उसने कहा कि उसके पिता मां को 20-25 साल पूर्व छोड़कर पंजाब चले गए थे। मां ने ही दोनों बहनों का लालन-पालन किया। पिता पंजाब से लौटे तो उन्होंने बताया कि वे सिख धर्म स्वीकार कर चुके हैं। वे सिर पर पगड़ी सहित अन्य चीजें अपना चुके थे। मां की हत्या की खबर सुनकर वह जलालपुर पहुंची और ओपी पुलिस को सूचना दी। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।

 

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