बेगूसराय:  एसटीएफ एवं बेगूसराय पुलिस के संयुक्त कार्रवाई में शुक्रवार को मटिहानी थाना क्षेत्र में हथियार के साथ पकड़े गए तस्कर से पूछताछ में कई इनपुट मिला है। जिसके आधार पर विशेष टीम कार्रवाई कर रही है, बेगूसराय में हथियार की तस्करी करने वाले सभी तस्करों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह जानकारी एसपी योगेन्द्र कुमार ने शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।

एसपी ने बताया कि पिछले सप्ताह तस्करी कर ले जाया जा रहा बड़ी मात्रा में हथियार सिंघौल थाना क्षेत्र में पकड़ा गया था। उस तस्कर से मिले इनपुट के आधार पर खुलासा हुआ था कि मटिहानी थाना क्षेत्र में तस्कर हथियार का आदान-प्रदान करते हैं। उस इनपुट के बाद एसटीएफ एवं सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में बनी टीम लगातार कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान शुक्रवार को मिले इनपुट के आधार पर मटिहानी रेड क्रॉस अस्पताल के समीप से समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर निवासी स्कूटी सवार साहिल कुमार को तीन पिस्टल, छह मैगजीन, छह देसी पिस्तौल एवं दस जिंदा गोली के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में साहिल ने हथियार खरीदने और बेचने में शामिल जगह और लोगों का खुलासा किया है, इसके लिए स्पेशल टीम बनाकर कारवाई की जा रही है।

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया हथियार तस्कर साहिल कुमार मेरठ के एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में सिविल इंजीनियरिंग कर रहा था। द्वितीय वर्ष में रहने के दौरान लॉकडाउन होने के बाद जब वह गांव आया तो गांव में ही रह गया। इसी दौरान अपराधियों से उसकी दोस्ती हो गई तथा साहिल ने हथियार तस्करी करना शुरू कर दिया। इससे कितना पैसा कमाया है उसका भी खुलासा होगा तथा जरूरत पड़ी तो पीएमएलए के तहत हथियार तस्करी से बनाई गई संपत्ति जप्त की जाएगी।

विगत एक महीने के दौरान एसटीएफ एवं बेगूसराय पुलिस की तत्परता से 30 से अधिक हथियार पकड़े गए हैं, कई और इनपुट मिले हैं, जिसके आधार पर कार्रवाई हो रही है। बेगूसराय में जितने भी तस्कर हैं, अपराध को बढ़ावा देने वाले हैं, सभी की सूची बनाई गई है, पकड़ कर अंदर किया जाएगा। साहिल के संबंध में समस्तीपुर सहित आसपास के जिलों से इनपुट लिया जा रहा है। इस गिरफ्तारी में डीएसपी की टीम, मटिहानी थानाध्यक्ष की टीम एवं एसटीएफ की टीम ने पूरी बहादुरी से काम किया है, इसके लिए पुरस्कृत किया जाएगा तथा मुख्यालय को भी पुरस्कृत करने के लिए लिखा जाएगा।

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• 15 जुलाई से 30 सितंबर तक चलेगा विशेष अभियान
• सभी सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त मिलेगी प्रीकॉशन डोज

Chhapra: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देशभर में 15 जुलाई से 30 सितंबर तक कोविड वैक्सीनेशन अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत 18 वर्ष के आयु वर्ग और इससे ऊपर के सभी पात्र लाभार्थियों को म़ुफ्त में बूस्टर डोज लगाई जाएगी। देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह पहल की है। अब टीकाकरण अमृत महोत्सव मनाया जायेगा। 75 दिनों तक विशेष अभियान चलाकर बूस्टर डोज से वंचित लाभार्थियों का नि:शुल्क टीकाकरण किया जायेगा।


संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा के लिए तीनों डोज लेना जरूरी
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि एकबार फिर से प्रदेश के विभिन्न जिलों में संक्रमण की शिकायत सामने आने लगी है। इसलिए, इस घातक महामारी से बचाव के लिए हर व्यक्ति को जल्द से जल्द वैक्सीनेशन कराने की जरूरत है। क्योंकि, इस महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन ही सबसे बेहतर और कारगर विकल्प है। इसके अलावा सावधानी और सतर्कता रखने की भी जरूरत है। इसलिए, मैं तमाम जिले वासियों से अपील करता हूँ कि जो लोग पहला डोज लेने के बाद दूसरा या दूसरा लेने के बाद प्रीकाॅशनरी (तीसरा) डोज लेने की समयावधि पूरी कर चुके हैं, वह निश्चित रूप से अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों में जाकर जल्द से जल्द वैक्सीन लें । जो लोग अबतक किसी भी कारण वश वैक्सीनेशन नहीं करा पाए हैं, वह भी जल्द से जल्द वैक्सीनेशन कराएं और खुद के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को भी इस घातक महामारी से सुरक्षित करें।
26 सप्ताह की अवधि पूरी होने पर दी जायेगी प्रीकॉशन डोज
डीआईओ डॉ. चंदेश्वर सिंह ने बताया कि 18 से 59 तथा 60 व उससे अधिक उम्र के सभी लाभार्थियों को फर्स्ट डोज, सेकेंड डोज और प्रीकॉशनरी डोज की ड्यू लिस्ट तैयार करते हुए उनको टीकाकृत किया जाएगा। वहीं, पहले प्रीकॉशनरी डोज लेने की अवधि 9 माह निर्धारित की गई थी। लेकिन, अब इसमें बदलाव किया गया है। जिसके तहत 18 से 59 वर्ष तक के वैसे लाभार्थी जिनको टीके की दूसरी डोज लगे छह महीने या 26 सप्ताह की अवधि पूरी हो चुकी है, वे कोविड टीके की प्रीकॉशनरी डोज ले सकते हैं। कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। संक्रमण की संभावित लहर को देखते हुए लोग टीका लेने में कोई भी कोताही न बरतें। जिन्होंने अब तक टीका नहीं लिया है, वे सबसे पहले टीके की पहली डोज लें। पहली डोज ले चुके लोग समय पर दूसरी डोज लें और दूसरी डोज ले चुके लोग निर्धारित समय प्रीकॉशनरी डोज अवश्य लें। ताकि, जिले को कोरोना के प्रभाव से सुरक्षित रखा जा सके। आशा व एएनएम को अपने क्षेत्र में टीका की निर्धारित डोज से वंचित लोगों को चिह्नित करते हुए विशेष अभियान के तहत उनका टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। ताकि, टीका से वंचित सभी लाभार्थियों उनके ड्यू लिस्ट के अनुसार टीकाकृत किया जा सके।

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Chhapra: जेपीयू के कुलपति ने सेवानिवृत्त शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के साथ बैठक की. कुलपति ने कहा कि 28.1.2013 के बाद सेवानिवृत्त/मृत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के वेतन सत्यापन को आनलाइन मोड मे करना है। इनका वेतन सत्यापन कोषांग के द्वारा वेतन सत्यापन किया जा रहा है। इसके पूर्व के लिए विभाग से कोई निर्देश अभी तक नही प्राप्त हुआ है। एफए ए के पाठक ने बताया कि जो लोग डायरेक्ट आन लाइन आवेदन कर रहे हैं, उसकी हार्ड कापी कुलसचिव कोषांग में जमा कर देंगे। वित्तीय परामर्शदात्री ने कहा कि 2013 के पहले का 10 दिन के अन्दर कर देने का आश्वासन मैं दे रहा हूं। इस अवसर पर प्रोफेसर हरिश्चंद्र समन्वयक महाविद्यालय विकास परिषद सह समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, ए के पाठक वित्त परामर्शी, डॉक्टर अमित प्रकाश सेक्सन आफिसर एकाउंट सेक्सन आदि उपस्थित हुए।

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Chhapra: सारण योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन का आज विधिवत गठन कर लिया गया.  16 जुलाई 2022 को छपरा शहर के स्थानीय गुरुकुल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में शहर के खेल प्रेमियों की एक बैठक संजीव कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक का मुख्य विषय रहा सारण जिला में योग संघ की स्थापना करना, योगासन को विभिन्न विद्यालयों से जोड़ना तथा अन्य. सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि,
संध के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, उपाध्यक्ष विकास कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष प्रीति सिंह, सचिव यशपाल कुमार सिंह, संयुक्त सचिव अनिल कार्कि, सुरज कुमार, मेंटर सुरेश प्रसाद सिंह, कार्यकारिणी सदस्य पंकज कश्यप, संध्या कुमारी, नीतू कुमारी, विशाल कुमार, अभिलाषा कुमारी, मनोज कुमार वर्मा संकल्प, विक्की आनंद आदि.  6-7 अगस्त 2022 को राज्यस्तरीय योगासन प्रतियोगिता सहरसा में आयोजित हो रही है इसके लिए आगामी 31 जुलाई 2022 को शहर के सेंट्रल पब्लिक स्कूल विद्यालय के प्रांगण में विभिन्न विद्यालयों से आए हुए प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा. तथा चयनित खिलाड़ी राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता में भाग लेंगे.

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16 जुलाई 2013 को मशरक के गंडामन में विषाक्त मिड डे मील खाने से 23 बच्चों की असमय मौत हो गयी थी.

इस घटना ने पूरे देश समेत विश्व को झकझोर दिया था.

आज इस दुःखद घटना के 9 साल हो गए। इतना समय बीत जाने के बाद भी लोग उस भयानक दिन को याद कर आज भी कांप जातें हैं और आंखे नम हो जातीं हैं.

उस रोज प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई कर रहे मासूम बच्चे खाना मिलने का इंतजार कर रहे थे। रसोइया ने एक बच्चे को स्कूल की प्रधान शिक्षिका मीना देवी के घर से सरसों तेल लाने को भेजा। सरसों तेल के डिब्बे के पास ही छिड़काव के लिए तैयार कीटनाशक रखा था। बच्चे ने तेल के बदले कीटनाशक का घोल लाकर दे दिया, जो बिल्कुल सरसों तेल जैसा ही था। रसोइया जब सोयाबीन तलने लगी तो उसमें से झाग निकलने लगा। उसने इसकी शिकायत एचएम मीना देवी से की। मीना देवी ने इसका ध्यान नहीं दिया। उसके बाद जब खाना बनकर तैयार हो गया और बच्चों को परोसा गया तो बच्चों ने खाने का स्वाद खराब होने की शिकायत की।

कहते हैं कि बच्चों की शिकायत को प्रधानाध्यापिका ने नजरअंदाज कर दिया.

जिसके कुछ देर बाद बच्चों को उल्टी और दस्त शुरू हो गया। इसके बाद देखते ही देखते 23 बच्चों ने दम तोड़ दिया।

विद्यालय की रसोइया और 25 बच्चे पीएमसीएच में कठिन इलाज के बाद गांव वापस लौट पाये थे।

23 बच्चों की मौत को लेकर मशरक थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

उसमें प्रधान शिक्षिका मीना देवी समेत उनके पति अर्जुन राय को भी आरोपित किया गया था।

बाद में कोर्ट ने पति अर्जुन राय को बरी कर दिया था लेकिन प्रधान शिक्षिका को दोषी मानते हुए दो सजा सुनाई गई।

पहली 10 वर्ष की सश्रम कैद व ढाई लाख जुर्माना, दूसरी सात वर्ष सश्रम कैद व 1.25 लाख रुपये अर्थदंड की सजा थी।

कोर्ट ने कहा था कि दोनों सजा अलग-अलग चलेगी। पहले 10 वर्ष की सजा और बाद में 7 वर्ष की सजा काटनी होगी।

फिलहाल मीना देवी जमानत पर बाहर हैं।

इस घटना के बाद सरकार ने गांव को गोद लेकर शिक्षा, चिकित्सा व विकास के वादे किए थे. पर वादे तो वादे होते हैं।

बच्चों की याद में यहां एक स्मारक बनाया गया है जहां प्रति वर्ष बच्चों के परिजनों व स्थानीय प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी श्रद्धांजलि अर्पित करतें है. पर हर वर्ष आज का दिन परिजनों को उस मनहूस घड़ी की याद ताजा करा जाता है

chhapratoday.com की रिपोर्ट

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छपरा सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर गोलीबारी, युवक की मौत

Chhapra: छपरा सदर अस्पताल में देर शाम एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक दहियावां दरगाह निवासी जनार्दन राय का पुत्र नंदलाल राय बताया जाता है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक अस्पताल परिसर में था कि तभी अज्ञात अपराधियों द्वारा उसे गोली मार कर हत्या कर दी गई. हालांकि मौके से सभी अपराधी फरार हो गए हैं.

जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर भगवान बाजार पुलिस तथा नगर थाना पुलिस समेत एसडीपीओ सौरभ जयसवाल पहुंचे. जिनके द्वारा जांच की जा रही है. उधर अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी को भी पुलिस देख रही है.

घटनास्थल से एक खोखा भी बरामद किया गया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान करने में जुट गई है.

मौके पर एक संदेहास्पद स्थिति में मोटरसाइकिल को भी बरामद किया गया है. जिसकी भी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है.

अस्पताल पहुंचे नगर थाना के एसआई सुजीत कुमार व भगवान बाजार थाना के एसआई लालबाबू प्रसाद द्वारा प्रत्येक बिंदु पर जांच की जा रही है. वही हत्या के कारणों पर पुलिस फिलहाल कुछ नही कह रही है.

लेकिन सूत्रों की माने तो अस्पताल परिसर में दलालों का अड्डा है, जिसमे मरीजों को रेफर करने और नजदीकी नर्सिंग होम में इलाज कराने को लेकर आपसी मामला सामने आ रहा है. मृतक को पेट में गोली लगी थी. फिलहाल अस्पताल परिसर में पुलिस मौजूद है.

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• पुरुष नसबंदी को लेकर पुरुषों की सोच में बदलाव की जरूरत
• पुरुष लाभार्थी को मिल रही 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि

Chhapra:  पुरुष नसबंदी के बाद किसी भी तरह की शारीरिक या यौन कमजोरी नहीं आती है। यह पूरी तरह सुरक्षित और आसान है। लेकिन अधिकांश पुरुष- अभी भी इसे अपनाने में हिचक रहे हैं क्योंकि कहीं ना कहीं समुदाय में अभी भी पुरुष नसबंदी से संबंधित जानकारी का अभाव है। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि महिलाओं में नसबंदी की प्रक्रिया पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा जटिल होती है। इसके अलावा पुरुष नसबंदी से न तो शारीरिक कमज़ोरी आती है और न ही संक्रमण का डर रहता है। सीएस ने बताया कि इसके लिए बहुत सामान्य सा ऑपरेशन है जिसमें आधे घंटे से भी कम का समय लगता है। यहाँ तक कि लाभार्थी को अस्पताल में रहने की जरूरत भी नहीं पड़ती तथा वह ऑपरेशन के आधे घंटे के बाद अपने घऱ भी जा सकते हैं। उनमें किसी भी प्रकार के शारीरिक बदलाव या दिनचर्या पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता और न ही नसबंदी से भविष्य में किसी तरह की स्वास्थ्यजनित समस्या होती है। पुरुष नसबंदी को लेकर पुरुषों को अपनी सोच बदलने की जरूरत है और यह समझना है कि परिवार नियोजन अकेले पत्नी की जिम्मेदारी नहीं है।


पुरुष नसबंदी के लिए योग्यता 

पुरुष नसबंदी परिवार नियोजन के लिए पुरुषों द्वारा अपनाया जाने वाला एकमात्र स्थायी साधन है। इसलिए यह जरूरी है कि नसबंदी के समय लाभार्थी की उम्र 22 वर्ष से कम या 60 वर्ष से ज्यादा नहीं हो । लाभार्थी शादीशुदा हो। लाभार्थी कम से कम एक बच्चे का पिता हो और मानसिक रूप से स्वस्थ हो।

लाभार्थी एवं प्रेरक दोनों को प्रोत्साहन राशि
डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि पुरुष नसबंदी की स्थिति में सुधार लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सघन प्रयास कर रहा है। यहाँ तक कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों को नसबंदी कराने के लिए दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को भी ज्यादा रखा गया है। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपए दिया जाता है। जबकि महिला नसबंदी के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपए दिया जाता है।

नसबंदी के बाद रखें इन बातों का ख्याल

• पुरुष नसबंदी के शुरुआती 3 महीने तक गर्भनिरोधक साधन का इस्तेमाल जरूर करें
• 3 महीने तक असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचें
• यौन संक्रमण एवं एचआईवी-एड्स जैसे रोगों से बचने के लिए नसबंदी के बाद भी कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें
• नसबंदी कराने के बाद इसे पुनः सामान्य नहीं किया जा सकता, इसलिए खूब सोच-विचार कर तय करने के बाद ही नसबंदी करायें
• पुरुष नसबंदी बिल्कुल सुरक्षित है, इसलिए इसे कराने के बाद किसी भी प्रकार का नकारात्मक विचार मन में नहीं लायें।

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Chhapra:  उषा श्रीप्रकाश मेमोरियल एजुकेशन एवं सोशल वेलफेयर ट्रस्ट व क्लियर दृष्टि आई केयर के द्वारा 17 जुलाई रविवार के दिन सुबह 10 बजे श्रीप्रकाश ऑर्नामेंट्स के प्रांगण में निःशुल्क आँख जाँच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे आँख जाँच के साथ निःशुल्क ऑपरेशन के साथ साथ चश्मा और दवा मुफ्त में दिया जायेगा। उक्त बातें महासचिव वरुण प्रकाश ने कहीं।

प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दूसरी बार ऐसा आयोजन कराया जा रहा है। इससे पहले ट्रस्ट के द्वारा सात सौ से अधिक लोगों ने नेत्र जाँच कराया था और 50 से अधिक लोगों का ऑपरेशन किया गया था। इस बार अगले तीन रविवार लगातार इसका आयोजन किया जा रहा है। छपरा नगर निगम कि जनता इसका लाभ उठा सकती है।

इस अवसर पर संस्थापक सदस्य स्वेतांक राय पप्पू, सुधाकर प्रसाद, गौतम बंसल, आदित्य अग्रवाल, सुषमा सोनी, राखी गुप्ता, अरुण प्रकाश, ओमप्रकाश गुप्ता, राजेश डाबर, संदीप सागर, चंद्र शेखर सिंह, राजीव कुमार, बंटी रस्तोगी, सुमित गोटिया, नवीन कुमार, रामबाबू यादव, मुरारी चौधरी, विक्की आनंद, अनुज कुमार, रितेश कुमार, लक्ष्मी नारायण गुप्ता, सोनू पंडित, डॉ सुनील शर्मा, अजय सिंह, नवीन कुमार मुन्नू, मनीष मनी, किशन गुप्ता आदि उपस्थित थे।

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Chhapra: पूर्वोत्तर सीवान जंक्शन पर जीआरपी ने ट्रेन में दो बच्चे रोते हुए देखा तो उसे बरामद कर चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर सुचना दिया गया. जिसके बाद अमित कुमार, अभीषेक कुमार को सूचना प्राप्त हुआ. जिसके बाद अपनी टीम के साथ सिवान जीआरपी पहुंच कागजी कार्रवाई करते हुए बच्चो को छपरा जंक्शन लाया गया. पूछताछ के दौरान बच्चे ने बताया कि वह घर से नानी के यहां जाने के लिए लिए निकला था. लेकिन गलत ट्रेन में बैठ गया गलत ट्रेन में बैठ जाने के कारण वह सिवान पहुंच गया और उसे अब यह समझ नहीं आ रहा था जाए तो कहां जाए और रोने लगा.

सिमल शर्मा के पुत्र पवन कुमार उम्र 10 ग्राम दरभा पोस्ट बिहार  जिला सहरसा वही दूसरा सोनू महतो पुत्र दिलखुश कुमार उम्र 12 ग्राम बोरो थाना नवाता पोस्ट नवाता जिला सुपौल बिहार का निवासी बताया गया. वही एक बालिका सिवान की बताई गई हैं. जिसके बाद वहां के स्थानीय थाना को सूचित कर बच्चे के परिवार को सूचना दिया गया. परिवार को सूचना मिलते हैं ही परिजन के बीच खुशी के माहौल दौड़ते गई. जिसके बाद परिजन आए. अमित कुमार ने बताया कि राजकीय रेल थाना सिवान में मामला दर्ज़ कर सदर अस्पताल में मेडिकल के बाद बाल कल्याण समिती सीवान मे सुपुर्द किया गया. परिजन आने के बाद दोनो बच्चे को अभिभावक को सुपूर्द कर दिया गया. उपस्थित अधिकारीगण अमित कुमार, अभिषेक कुमार, रिंकी सिंह, विकाश यादव पुलिसकर्मी उपस्थित रहे.

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Chhapra: स्थापना दिवस के अवसर पर शिक्षक संगठनों ने संकल्प लिया कि छात्र हित के लिए रविवार को भी विद्यालय में पठन-पाठन करना पड़े तो हम तैयार हैं. उक्त बातें दिवस के अवसर पर अंबेडकर भवन छपरा में समरेन्द्र सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि शिक्षक को अपमानित का कुछ नहीं पाया जा सकता है, सरकार को चाहिए कि शिक्षक और सरकार के बीच समन्वय स्थापित करें. सभी अभिभावक तलवार लेकर शिक्षक को मारने के दौड़ते हैं. तो कभी प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा की छात्रों के उपस्थिति में शिक्षकों को भला बुरा सुनना पड़ता है. हम मुख्यमंत्री जी से निवेदन करते हैं ऐसे दोस्ती पदाधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. अगर हम दोषी हैं तो हम पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.

उक्त मौके पर जिला सचिव सोमनाथ ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षक साथियों को जो कुछ भी प्राप्त हुआ है. संघर्ष के बदौलत हुआ है.

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मधुबनी: बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर अनुमंडल से पुलिस ने व्हाट्सएप पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गोली मारने की धमकी देने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपित युवक का नाम मोहन यादव है। वह मूलत: दरभंगा जिले के मनीगाछी प्रखंड के बहोरवा गांव का निवासी है। आरोपित केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना से नाराज था।

एसडीपीओ झंझारपुर आशीष आनंद ने इस संबंध में फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि आरोपित युवक ने एग्जाम पेंडिंग नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर 12 जुलाई को आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसमें उसने लिखा था ‘कल प्रधानमंत्री को गोली मार देना, या तो एग्जाम लो नहीं तो जान से जाओगे।’ उन्होंने बताया कि सेना भर्ती की तैयारी कर रहा युवक अग्निपथ योजना से नाराज था। व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिन सहरसा का रहने वाला है। सहरसा पुलिस को भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है।

एसडीपीओ ने बताया कि आरोपित के व्हाट्सएप नंबर से पोस्ट वायरल होने पर आरएस ओपी के एसएचओ पुरुषोत्तम कुमार को साइबर सेल से जानकारी मिली। आरोपित का लोकेशन एक क्लीनिक के पास का मिला। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मोबाइल जब्त कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि बिहार समेत कई राज्यों में पिछले महीने अग्निपथ योजना को लेकर जमकर बवाल हुआ था। आक्रोशित युवाओं ने कई जगहों पर ट्रेनों और अन्य सार्वजनिक संपत्तियों में तोड़फोड़ एवं आगजनी की थी। इस दौरान भाजपा नेताओं और दफ्तरों को भी उपद्रवियों ने निशाना बनाया था।

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Chhapra: गुरूवार को अहले सुबह 3:30 से 9:30 तक जिला पदाधिकारी राजेश मीणा एवं पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के नेतृत्व में बालू के अवैध खनन एवं परिवहन पर पूर्णतया रोक लगाने के परिप्रेक्ष्य में डोरीगंज थाना अंतर्गत दियारा क्षेत्र में रायपुर बिनगांवा एवं कोटवा पट्टी रामपुर इलाके में छापामारी कर उक्त अवैध व्यापार में लगे 10 ट्रक एक लोडर को जप्त किया गया।

साथ ही अवैध व्यापार में संलिप्त 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर एफ. आई.आर. दर्ज करने का आदेश दिया गया। इस दौरान परिवहन विभाग के द्वारा 50.07 लाख रुपए का फाइन लगाया गया एवं कुल 3,83,000 सीएफटी बालू को जप्त किया गया। खनन विभाग के द्वारा नियमानुसार अलग से फाइन लगाने की कार्रवाई की जा रही है।

इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिले में हर हाल में अवैध बालू के खनन एवं परिवहन को रोका जाएगा एवं फाइन लगाने के साथ-साथ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

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