सरकार की नाक के नीचे से तीन पूंजीपति हजारों करोड़ रुपये लेकर विदेश भाग गए: ललन सिंह

सरकार की नाक के नीचे से तीन पूंजीपति हजारों करोड़ रुपये लेकर विदेश भाग गए: ललन सिंह

पटना, 3 सितंबर (हि.स.)। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह ललन ने कहा कि आज बिहार का विकास दर यदि 11 फीसदी है तो उसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ प्रदेश के अन्नदाताओं को जाता है। 2015 में मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजना का वादा किया था, जिसे 2020 तक पूरा कर दिया और हमें भरोसा है कि 2025 आते-आते सात निश्चय योजना-2 का वादा भी पूरा कर लिया जाएगा। वे रविवार को पार्टी कार्यालय में किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता प्रशिक्षण सह सम्मान समारोह के उद्घाटन के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि एक तरफ हमारे नेता वादा अनुसार काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ केंद्र में बैठे नरेन्द्र मोदी अपने वादों को चुनाव के बाद जुमला करार कर देते हैं। प्रधानमंत्री ने 2014 में दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। हर गरीब के खाते में 15-15 लाख रुपये भेजने का वादा किया था। रोजगार मिलने की बात तो दूर केंद्रीय नौकरियों में 2014 के बाद से पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई। ठीक उसी प्रकार देश से कालाधन तो वापस नहीं आया लेकिन सरकार की नाक के नीचे से देश के तीन बड़े पूंजीपति हजारों करोड रुपये लेकर विदेश भाग गए।

उन्होंने कहा कि मोदी ने न खाएंगे, न खाने देंगे की बात कही थी लेकिन आज वास्तविक स्थिति ठीक इसके विपरीत है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में हमारे देश के वैज्ञानिकों द्वारा चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग करवाई गई लेकिन प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों के इस मेहनत पर प्रचार शुरू कर दिया।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने देश में पहली बार कृषि नीति का निर्माण किया ताकि देश का किसान आर्थिक समृद्धि की मुख्यधारा में शामिल हो सके। मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार ने वर्ष 2008 में पहला कृषि रोड मैप, 2012 में दूसरा कृषि रोड मैप, 2017 में तीसरा कृषि रोड मैप एवं 2023 में चौथा कृषि रोड मैप बनाया जो आज तक चल रहा है। वर्तमान में चलने वाला कृषि रोड मैप का बजट कुल 01 लाख 62 हजार करोड रुपये का है। इस बात से ही पता चलता है कि मुख्यमंत्री किसानों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए किस प्रकार से संकल्पित है।

भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इसमें दो मत नहीं है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के किसानों को सशक्त बनाने का ऐतिहासिक काम किया है। पहले देश में किसानों के लिए कोई पॉलिसी नहीं थी लेकिन मुख्यमंत्री ने जब केंद्रीय कृषि मंत्री का पदभार ग्रहण किया तो सबसे पहले उन्होंने किसानों के लिए कृषि नीति बनाई। कृषि रोड मैप की शुरुआत की। आज चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत मुख्यमंत्री ने की है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व का प्रमाण है कि बिहार को चार बार कृषि के क्षेत्र में राष्ट्रीय कर्मण पुरस्कार से नवाजा गया।

सम्मानित किए गए किसानों में स्वाति यादव (लखीसराय), इंदर कोरा (मुंगेर), भोला महतो (सिवान), विजय गिरी (पश्चिम चंपारण), लता देवी (बांका), राज कुमार यादव (जमुई), हेमचंद्र ठाकुर (मधुबनी), अंजु कुमार (समस्तीपुर), कौशल कुमार (रोहतास), विजय कुमार सिंह (जमुई), नीरज कुमार (लखीसराय) शामिल रहे।

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