-नितिन नवीन ने विभाग के एक साल का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया
-बिहार को डबल इंजन की सरकार का लाभ मिल रहा
पटना: बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को एक साल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि बीते एक साल में विभाग ने कई योजनाओं पर तेजी से काम किया है और केंद्र सरकार की कई योजना में गति आई है। डबल इंजन की सरकार का लाभ बिहार को मिल रहा है। एक साल में 5,585 करोड़ की 22 राष्ट्रीय उच्च पथ योजना की स्वीकृति मिली है और 13037 करोड़ की 12 राष्ट्रीय उच्च पथ योजना पर काम शुरू हो गया है। वर्तमान में 7,684 करोड़ की नौ राष्ट्रीय उच्च पथ की निविदा की कार्रवाई की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2035 का रोड मास्टर प्लान भी हम लोग तैयार कर रहे हैं। भारतमाला फेज टू में पटना कोलकाता एक्सप्रेस वे का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास है, जिसकी स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। नितिन नवीन ने कहा कि राजधानी पटना में अटल पथ फेज-1 की शुरुआत की गई। जीपीओ गोलंबर से भिखारी ठाकुर फ्लाईओवर वाया आर ब्लॉक को आम जनता के लिए खोल दिया गया। एनएच-33बी मुंगेर-गया रेल सह सड़क पुल का पहुंच पथ 11 फरवरी को लोकार्पण होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसका लोकार्पण करेंगे।
इसके अलावा जेपी-गंगा पथ परियोजना जो 3,390 करोड़ की लागत से बनने वाली है। उसके लिए हुडको से 2,000 करोड़ रुपये वित्तीय समपोषण कराकर, इस महत्वाकांक्षी योजना के निर्माण में तेजी लाई गई है। इस योजना को अप्रैल 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। पटना शहर को जाम से मुक्त करने के लिए 422 करोड़ की लागत से 2.20 किलोमीटर लंबे कारगिल चौक से पटना साइंस कॉलेज तक महत्वाकांक्षी चार लेन डबल डेकर फ्लाईओवर निर्माण की स्वीकृति एवं कार्य आरंभ किया गया है।
नितिन नवीन ने बताया कि पथों के दीर्घकालीन संधारण की तरह ही पुलों के रखरखाव के लिए पुल संधारण नीति बनाने की कार्रवाई की जा रही है। आगामी सत्र से पहले मंत्रिमंडल से इसे स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इससे पुलों के दीर्घकालीन एवं गुणवत्तापूर्ण संधारण सुनिश्चित किया जा सकेगा। बक्सर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ संपर्क के लिए राज्य सरकार के अनुरोध पर भरौली से हल्दिया के 17 किलोमीटर लंबे मार्ग पर उत्तर प्रदेश में चार लेन सड़क निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ किए जाने का लक्ष्य है। इससे पटना से दिल्ली तक की यात्रा करने में समय एवं दूरी की बचत होगी।
एनएच-83 पटना- गया- डोभी सड़क निर्माण कार्य में तेजी लाई गई है। इसे अगले वित्तीय वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। गया- हिसुआ- राजगीर- नालंदा- बिहार शरीफ पथ को दिसंबर 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।124 करोड़ की लागत से लोहिया पथ चक्र फेज वन का कार्य पूर्ण किया गया है। फेज-2 के कार्य में प्रगति को लेकर विभाग काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में 46 छोटी योजनाओं पर काम विभाग ने पूरा किया है, जिसपर 176 करोड़ से अधिक की राशि खर्च हुई है। आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे बिहार का पहला एक्सप्रेस वे होगा। इसके अलावा पटना कोलकाता एक्सप्रेस वे को लेकर भी हम लोग आगे बढ़ चुके हैं।