नई दिल्ली, 06 जून (हि.स)। महंगाई दर में नरमी के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नीतिगत ब्‍याज दर (रेपो रेट) को 0.50 फीसदी घटाकर 5.50 फीसदी कर दिया है। रिजर्व बैंक गवर्नर संजय मल्‍होत्रा ने आज द्वैमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक के बाद यह एलान मुंबई में किया। आरबीआई के इस फैसले से होम लोन और कार लोन की ईएमआई कम होने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, ऐसा बैंकों की ओर से ब्याज दरों में कटौती के एलान के बाद ही हो पाएगा।

इस फैसले से होम लोन और कार लोन की ईएमआई कम होने का रास्ता साफ

आरबीआई गवर्नर संजय मल्‍होत्रा ने एमपीसी बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महंगाई दर में नरमी के बीच आरबीआई ने घरेलू अर्थव्यवस्था को गति देने के मकसद से प्रमुख नीतिगत ब्‍याज दर रेपो रेट को 0.50 फीसदी घटाकर 5.50 फीसदी कर दिया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, “चालू वित्‍त वर्ष 2025-2026 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.50 फीसदी रहने का अनुमान है, जो हमारे पहले के पूर्वानुमान के अनुसार जारी रहेगी, जिसमें पहली तिमाही 6.50 फीसदी, दूसरी तिमाही 6.7 फीसदी, तीसरी तिमाही 6.6 फीसदी और चौथी तिमाही 6.4 फीसदी रहेगी। “

उल्‍लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने साल 2025 में लगातार तीसरी बार एमएमसी की बैठक में नीतिगत ब्याज दरों रेपो रेट में कटौती का एलान किया है। इससे पहले आरबीआई ने इस वर्ष फरवरी और अप्रैल में लगातार दो बार रेपो रेट में 0.25-0.25 फीसदी तक की कटौती की थी, जिससे यह घटकर 6 फीसदी पर आ गई थी, जो इस बार की कटौती के बाद घटकर 5.50 फीसदी हो गई है।

Chhapra: शिक्षा और समाज में कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ. हरेंद्र सिंह को बिहार के माननीय राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान एक गरिमामयी समारोह में प्रदान किया गया, जो पासवा के राष्ट्रीय कार्यालय, जमील कंपाउंड, पटना में आयोजित हुआ।

इस अवसर पर राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान ने कहा की डॉ. हरेंद्र सिंह जैसे शिक्षाविद समाज के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं। इन्होंने शिक्षा को केवल औपचारिक ढांचे में न रखकर, उसे समाज परिवर्तन का प्रभावशाली माध्यम बनाया है। इनकी यह मुहिम वास्तव में सराहनीय है।

राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के अंतर्गत भारत के निजी और सरकारी स्कूलों के नर्सरी शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा की शिक्षा और चिकित्सा ही समाज की असली रीढ़ हैं। यदि इन दोनों क्षेत्रों में गुणवत्ता होगी, तो राष्ट्र का भविष्य अपने आप उज्ज्वल होगा।

डॉ. हरेंद्र सिंह ने स्किल इंडिया मंत्रालय के सहयोग से प्री-स्कूल शिक्षकों एवं केयर गिवर्स के कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई है। वे हर वर्ष 100 बालिकाओं एवं समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य भी कर रहे हैं।

एक उत्कृष्ट शिक्षाविद

पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. समाइल अहमद ने कहा की डॉ. हरेंद्र सिंह न केवल एक उत्कृष्ट शिक्षाविद हैं, बल्कि एक संवेदनशील समाजसेवी भी हैं। इनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है।

इस अवसर पर विशेष अतिथि डॉ. अब्दुल अहमद हयी सहित कई शिक्षाविद, समाजसेवी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने डॉ. सिंह के कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना की।

डॉ. हरेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा की शिक्षा की बुनियाद मजबूत करने के लिए प्री-स्कूल स्तर पर प्रशिक्षित शिक्षकों का होना अत्यंत आवश्यक है। मैं इस दिशा में निरंतर कार्य करता रहूंगा।

उन्होंने जिले के सभी शिक्षकों, शुभचिंतकों और सहयोगियों के प्रति हृदय से आभार प्रकट किया, जिनके निरंतर समर्थन से यह उपलब्धि संभव हो सकी।

यह सम्मान समारोह केवल एक व्यक्ति के योगदान का सम्मान नहीं, बल्कि शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन का उत्सव भी है।


Chhapra: सारण प्रमंडल के नये प्रमंडलीय आयुक्त के रूप में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2010 बैच के अधिकारी राजीव रौशन ने गुरुवार को पदभार ग्रहण कर लिया।

47 वें आयुक्त के रूप में योगदान

भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2010 बैच के अधिकारी राजीव रौशन ने सारण प्रमंडल के 47 वें आयुक्त के रूप में योगदान दिया है।

इस अवसर पर पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश कुमार, जिलाधिकारी अमन समीर, पुलिस अधीक्षक डॉ० कुमार आशीष, आयुक्त के सचिव डॉ संजय कुमार, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनिल कुमार राय, उपनिदेशक जनसम्पर्क रविन्द्र कुमार सहित प्रमण्डल के विभिन्न शाखाओं के कर्मी उपस्थित थे।

सारण प्रमंडल में हैं 3 जिले

सारण प्रमंडल में तीन जिले हैं। सारण, सिवान और गोपालगंज। छपरा सारण जिला के साथ साथ सारण प्रमंडल का मुख्यालय भी है।

अभिनेता विक्रांत मैसी बॉलीवुड इंडस्ट्री के पॉपुलर एक्टर्स में से एक हैं। उन्होंने ’12 फेल’, ‘हसीन दिलरुबा’, ‘द साबरमती रिपोर्ट’ जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग से दर्शकों पर छाप छोड़ी। अपनी दमदार एक्टिंग से सिनेमा प्रेमियों का मनोरंजन करने वाले यह एक्टर जल्द ही एक नई फिल्म लेकर दर्शकों के सामने आ रहे हैं। इस फिल्म का नाम ‘आंखों की गुस्ताखियां’ है। इस फिल्म में एक्टर संजय कपूर की बेटी शनाया कपूर लीड रोल में नजर आएंगी। शनाया अपनी डेब्यू फिल्म में विक्रांत मैसी के साथ स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी। इसी बीच इस फिल्म को लेकर एक अहम अपडेट सामने आया है।

रोमांटिक फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का पहला पोस्टर हाल ही में रिलीज हुआ है। फिल्म की रिलीज डेट से भी पर्दा उठ गया है। इस पोस्टर में शनाया रेड क्रॉप टॉप में नजर आ रही हैं। वहीं विक्रांत मैसी ब्राउन जैकेट और ब्लैक जींस में नजर आ रहे हैं। इसके अलावा विक्रांत मैसी पहले कभी न देखे गए लुक में नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर ने दर्शकों की उत्सुकता को और भी बढ़ा दिया है। फिल्म 11 जुलाई 2025 को रिलीज होगी।

फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का निर्देशन संतोष सिंह कर रहे हैं। इसका निर्माण मानसी बागला और वरुण बागला ने किया है। इस बीच विक्रांत मैसी और शनाया कपूर की जोड़ी दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह फिल्म मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड की कहानी पर आधारित है। इस प्रेम कहानी में दो अलग-अलग किरदारों की यात्रा देखने को मिलेगी।

गर्मियों का मौसम अपने चरम पर है, और इसी के साथ शहर के बाजारों में एक बार फिर से देसी फ्रिज, यानी मटके और सुराही की धूम देखी जा रही है।

गर्म हवाओं और लू के थपेड़ों के बीच लोग अब फिर से पारंपरिक उपायों की ओर लौट रहे हैं। बिजली से चलने वाले फ्रिज की तुलना में सस्ता और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बन चुका है — मिट्टी का मटका। शहर के हर गली, नुक्कड़ और बाजार में इन दिनों मटके, सुराहियाँ और मिट्टी के घड़े बिकते नजर आ रहे हैं।

पर्यावरण के लिए भी हितकारी

मटका न सिर्फ पानी को ठंडा रखता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी हितकारी है। न बिजली की ज़रूरत, न कोई रख-रखाव का झंझट। यही वजह है कि लोग अब फिर से मिट्टी के इन देसी फ्रिजों को पसंद कर रहे हैं।

मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के लिए भी यह मौसम रोज़गार का सुनहरा मौका बनकर आया है। इससे न सिर्फ उनकी आय बढ़ रही है, बल्कि पारंपरिक हस्तशिल्प को भी नया जीवन मिल रहा है।

आधुनिकता के बीच भी परंपरा कैसे अपना स्थान बनाए हुए है। गर्मी से राहत पाने का यह देसी तरीका न सिर्फ स्वास्थ्यप्रद है, बल्कि हमारी संस्कृति से भी जुड़ा हुआ है।

Chhapra: नगर निगम के शहरी क्षेत्रो मे नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु आपका शहर -आपकी बात कार्यक्रम के द्वारा आम लोगों के बीच समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से नगर आयुक्त सुनील कुमार पाण्डेय एवं नगर निगम से प्रतिनियुक्त पदाधिकारियो के द्वारा आम लोगों की समस्याओ को जानकर उन समस्याओ का निराकरण कराने हेतु जिलास्तरीय पदाधिकारियों से समन्वय बनाया जाएगाI

इसी कड़ी में बुधवार को वार्ड 45 के रौजा पानी टंकी के पास आपका शहर -आपकी बात कार्यक्रम मे आम लोगों ने भाग लिया I जिसमे सभी लाभुकों का बारी बारी से एक एक समस्याओ को सुना गया।

जिसमे किसी का आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, राशन कार्ड नहीं बना है, नाला निर्माण नहीं हुआ है, जल जमाव रहता है, स्ट्रीट लाइट ख़राब रहता है, नल जल का पानी नहीं आता है,आदि समस्याओ के बारे मे नगर निगम के पदाधिकारियों के द्वारा सुना गया और सभी समस्याओ का निराकरण हेतु सम्बंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया।

आपका शहर -आपकी बात कार्यक्रम मे आये हुये लाभुक के द्वारा अपनी समस्याओ को रखा और काफ़ी ख़ुश दिखे I लाभुक के द्वारा कहा गया कि इस तरह के कार्यक्रम होने से आम लोगों की शिकायत सीधे पदाधिकारियों तक पहुंचता है I पदाधिकारी के द्वारा समाधान करने के लिए तुरंत सबंधित पदाधिकारी को आदेश देकर समाधान करने के लिए बोला गया I

आज 12 लाभुक के द्वारा लिखित मे आवेदन दिया गया जिसका एंट्री मोबाइल ऐप मे दर्ज करा दिया गया I जिसमे नल जल, नाला, जल जमाव, नल-जल, स्ट्रीट लाइट आदि से सम्बंधित था I

कार्यक्रम मे स्वच्छता पदाधिकारी संजीव कुमार मिश्रा, सुमित कुमार, नगर प्रबंधक अरविन्द कुमार, वेद प्रकाश वर्णवाल, नगर मिशन प्रबंधक सुधीर कुमार हिमांशु, , पृथ्वी यादव, दीपक कुमार सुमित कुमार, नितेश चौहान, सी. आर. पी. निशा सिंह, ,मीरा देवी, सीमा, सुषमा, मीणा देवी, स्वच्छता साथी एम. डी. शैफ, वर्षा कुमारी, अनीता देवी,,, सुधीर कुमार, आनंद कुमार, स्वयं सहायता समूह की महिलाये एवं लाभुक उपलब्ध थेI

Rashmika:रश्मिका मंदाना आज उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से हैं जिनकी फैन फॉलोइंग अब सिर्फ साउथ इंडिया तक सीमित नहीं रही है। कन्नड़ सिनेमा से लेकर बॉलीवुड तक का सफर तय कर चुकीं रश्मिका ने कई हिट फिल्में दी हैं और अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इतनी सफलता के बावजूद रश्मिका को कभी-कभी अपने अभिनय को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया है। हाल ही में एक इंटरव्यू में रश्मिका ने अपने अभिनय की आलोचनापर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि नकारात्मकता से निपटना उन्हें पहले मुश्किल लगता था, लेकिन अब उन्होंने खुद को मजबूत बना लिया है।

अभिनय के बारे में कभी सोचा नहीं था, ये तो बस अचानक ही हो गया- Rashmika

अब तक के करियर से खुश हैं रश्मिकारश्मिका मंदाना ने हाल ही में अपने करियर को लेकर दिल छू लेने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 8 सालों में मिली हर चीज के लिए दिल से आभारी हूं। अब मैं अपने करियर के 8वें साल में कदम रख रही हूं। उम्मीद करती हूं कि एक कलाकार और इंसान के तौर पर आगे भी बहुत कुछ सीखती रहूं और अपने अनुभवों के साथ आगे बढ़ती रहूं। यह सफर कभी आसान नहीं रहा, लेकिन हर मोड़ पर संतोष जरूर मिला। अभिनय के बारे में कभी सोचा नहीं था, ये तो बस अचानक ही हो गया।”

‘एनिमल’ और ‘सिकंदर’ जैसी फिल्मों में मेरी एक्टिंग को लेकर की गई टिप्पणियां

ट्रोलिंग और आलोचनाओं पर रश्मिकारश्मिका मंदाना ने हाल ही में ट्रोलिंग और आलोचनाओं को लेकर अपनी भावनाएं शेयर कीं। उन्होंने कहा, “कई बार अपने बारे में नकारात्मक बातें पढ़कर सच में बहुत बुरा लगता है, खासकर ‘एनिमल’ और ‘सिकंदर’ जैसी फिल्मों में मेरी एक्टिंग को लेकर की गई टिप्पणियां। हाल के समय में मैंने ये समझना सीख लिया है कि नकारात्मकता और प्रतिक्रिया में फर्क होता है, लेकिन फिर भी, जब अपनी एक्टिंग को लेकर बुरी बातें सुनती या पढ़ती हूं, तो दिल दुखता है। आखिरकार मैं भी एक इंसान हूं और ऐसे में इसका असर होना स्वाभाविक है।”

आप सभी का प्यार और समर्थन ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है

फैंस का प्यार व समर्थन ही मेरी ताकत है, रश्मिका मंदाना ने हाल ही में अपने जीवन के उन खास लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जो हर मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े रहे और उनका हौसला बढ़ाते रहे। उन्होंने कहा, “मैं दिल से शुक्रगुजार हूं उन सभी लोगों की, जो मुझे ऊपर उठाते हैं और मेरे आत्मविश्वास को बनाए रखते हैं। आप सभी का प्यार और समर्थन ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है, जो मुझे हर परिस्थिति में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। मैं आपकी हर प्रतिक्रिया की इज्जत करती हूं और कोशिश करती हूं कि उससे कुछ सीख सकूं।” उनकी ये विनम्रता और सीखने की चाह ही उन्हें न सिर्फ एक बेहतरीन कलाकार, बल्कि एक बेहतर इंसान भी बनाती है।

रश्मिका जल्द ही ‘कुबेरा’ और ‘गर्लफ्रेंड’ जैसी फिल्मों में नजर आएंगी

रश्मिका मंदाना की आगामी फिल्मेंरश्मिका मंदाना ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत वर्ष 2016 में कन्नड़ फिल्म ‘किरिक पार्टी’ से की थी। इसके बाद उन्होंने तेलुगू और तमिल सिनेमा में भी अपनी पहचान बनाई। बॉलीवुड में उन्होंने वर्ष 2022 में अमिताभ बच्चन और नीना गुप्ता के साथ फिल्म ‘गुडबाय’ से कदम रखा। हाल ही में वह सलमान खान के साथ ‘सिकंदर’ में नजर आई थीं, हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। अब रश्मिका के पास कई दिलचस्प प्रोजेक्ट्स हैं। वह जल्द ही ‘कुबेरा’ और ‘गर्लफ्रेंड’ जैसी फिल्मों में नजर आएंगी। साथ ही, उन्हें आयुष्मान खुराना के साथ फिल्म ‘थामा’ में भी देखा जाएगा।

अहमदाबाद, 04 जून (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) से 6 रन से हारने के बावजूद पंजाब किंग्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने टीम के समग्र प्रदर्शन की सराहना की। अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पंजाब की टीम ने पहले गेंदबाजी करते हुए आरसीबी को नौ विकेट पर 190 पर रोक दिया था। टीम के लिए अर्शदीप सिंह और काइल जैमीसन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 3-3 विकेट चटकाए। 

पंजाब किंग्स को प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई

लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब किंग्स को प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई, लेकिन मध्यक्रम उस लय को बरकरार नहीं रख सका और टीम लक्ष्य से महज 6 रन पीछे रह गई। आखिरी ओवरों में शशांक सिंह ने शानदार प्रयास करते हुए 30 गेंदों में नाबाद 61 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिकी पोंटिंग ने कहा कि जिस अंदाज में हमने इस पूरे सीजन में क्रिकेट खेला है, वह काफी मनोरंजक रहा है। एक कोच के तौर पर जब आप अपनी टीम के बारे में ऐसा कह सकते हैं, तो ये गर्व की बात है। हो सकता है कि आज हमारी युवा मिडिल ऑर्डर की थोड़ी अनुभवहीनता हार का कारण बनी हो, लेकिन मैं जानता हूं कि प्रियांश आर्य, प्रभसिमरन सिंह और नेहाल वढेरा जैसे खिलाड़ी भविष्य में हमें कई मैच जिताएंगे।”पोंटिंग ने हार का ठीकरा पिच या हालात पर नहीं फोड़ा। 

उन्होंने कहा कि हम कोई बहाना नहीं बना रहे हैं। शशांक सिंह ने खुद कहा कि यह पिच पूरे सीजन की सबसे बेहतरीन पिच थी। बस हमने पावरप्ले के आखिरी ओवरों में थोड़ी रफ्तार खो दी और कुछ अहम विकेट गंवा दिए।11 साल बाद फाइनल खेली पंजाब की टीम, अगला सीजन होगा और बेहतरपंजाब किंग्स ने 11 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल फाइनल में जगह बनाई थी।

हम अगले सीजन में और भी मजबूत होकर लौटेंगे

इस उपलब्धि को लेकर पोंटिंग ने कहा, “कुछ दिन पहले ही हम इस मैदान पर अपनी एक शानदार जीत का जश्न मना रहे थे, जिसने हमें फाइनल में पहुंचाया। आज हम थोड़ा मायूस हैं। लेकिन ये टीम काफी युवा है और हम अगले सीजन में और भी मजबूत होकर लौटेंगे।”‘टीम में लाया गया है नया कल्चर’पोंटिंग ने टीम की मानसिकता और कार्यशैली में बदलाव लाने को भी अपनी उपलब्धि बताया।

उन्होंने कहा, “जब मुझे कोच नियुक्त किया गया था, तभी मैंने साफ कर दिया था कि मैं टीम का माहौल बदलना चाहता हूं। चीजों को एक नई दिशा में ले जाना चाहता हूं और मुझे लगता है कि हम उसमें सफल रहे हैं।”

अभिषेक बनर्जी भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया की यात्रा की।

कोलकाता, 04 जून (हि.स.)। पाकिस्तान के खिलाफ विदेश दौरोंं की शृंखला पूरी कर तृणमूल कांग्रेस के नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी रात को स्वदेश लौट आए। भारत ने सात प्रतिनिधिमंडल भेजे थे। इसका मकसद पाकिस्तान के खिलाफ भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूती से रखना था। अभिषेक बनर्जी भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया की यात्रा की।

अभिषेक मंगलवार रात लगभग 12:15 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने मीडिया से कहा कि पिछले लगभग 15 दिनों में भारत का संदेश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के उद्देश्य से उन्होंने पांच देशों का दौरा किया। इन दौरान आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।

इस प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों के साथ विदेशमंत्री एस. जयशंकर की बुधवार को बैठक होनी है। अभिषेक ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए इस बैठक में शामिल न होने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस बारे में विदेश मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है। वे अपनी राय सरकार को लिखित भेजेंगे।

उल्लेखनीय है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद केंद्र ने विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति स्पष्ट करने के लिए भेजा था। शुरुआत में केंद्र सरकार ने कांग्रेस सांसद यूसुफ पठान का नाम भेजा था, लेकिन तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि कौन जाएगा, इसका फैसला पार्टी खुद करेगी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ममता बनर्जी से संपर्क कर उनके द्वारा प्रस्तावित नाम को भेजने का आग्रह किया। तृणमूल कांग्रेस ने यूसुफ पठान की जगह अभिषेक बनर्जी का नाम भेजा।

-योगी कैबिनेट में पर्यटन विभाग की ‘बेड एंड ब्रेकफास्ट व होमस्टे नीति-2025’ का अनुमोदन- मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में 11 में से 10 प्रस्तावों को मिली स्वीकृति

लखनऊ, 3 जून(हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में पूर्व अग्निवीरों को पुलिस आरक्षी, पीएसी, आरक्षी घुड़सवार एवं फायरमैन की सीधी भर्ती में आरक्षण देने की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश बेड एंड ब्रेकफास्ट (बीएंडबी) एवं होम स्टे नीति-2025 को भी मंजूरी दे दी गई।

लोकभवन के सभागार में आयोजित कैबिनेट बैठक में कुल 11 प्रस्ताव अनुमोदन के लिए रखे गए, जिसमें 10 प्रस्तावों को स्वीकृति दी है।योगी कैबिनेट ने उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी, पीएसी, आरक्षी घुड़सवार एवं फायरमैन की सीधी भर्ती में पूर्व अग्रिवीरों को (4 साल की सेवा के पश्चात) 20 प्रतिशत पदों को आरक्षित रखते हुए क्षैतिज आरक्षण दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। भूतपूर्व सैनिक की तरह अग्निवीर के रूप में की गयी सेवा अवधि को घटाते हुए अधिकतम आयु सीमा में 03 वर्ष की छूट प्रदान की जायेगी। वित्त मंत्री ने बताया कि भारत सरकार द्वारा अग्निपथ योजना शुरू की गई है, जो देशभक्त और प्रेरित युवाओं को सशस्त्र बलों (भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना) में सेवा करने का अवसर देती है। इसके तहत अग्निवीरों का पहला बैच 2026 में सेवा से बाहर आएगा। उत्तर प्रदेश के पूर्व अग्निवीरों को प्रदेश सरकार के इस निर्णय का लाभ मिलेगा।

6 कमरे और 12 बेड की होगी अनुमति

उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश बेड एंड ब्रेकफास्ट (बीएंडबी) एवं होम स्टे नीति-2025 को भी मंजूरी दे दी गई। इस नई नीति का उद्देश्य राज्य के धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ठहरने की बेहतर और सुलभ सुविधा उपलब्ध करना है। पर्यटन विभाग के इस प्रस्ताव से प्रमुख धार्मिक या पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के आवास की समस्या का समाधान होगा। बीएंडबी एवं होमस्टे नीति-2025 के अनुसार धार्मिक और पर्यटन स्थलों में कोई भी व्यक्ति अपने 1 से 6 कमरों तक की इकाई को होमस्टे के रूप में रजिस्टर करा सकता है। इसके तहत, अधिकतम 12 बेड की अनुमति होगी। कोई भी पर्यटक लगातार 7 दिन तक इस सुविधा का लाभ उठाते हुए यहां ठहर सकता है। इससे अधिक ठहरने की स्थिति में रिन्यूअल की भी व्यवस्था होगी। अनुमति की प्रक्रिया जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की अगुवाई वाली कमेटी के माध्यम से पूरी की जाएगी।

आसान होगा पंजीकरणकैबिनेट फैसल की जानकारी देते हुए वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में होमस्टे इकाइयों के लिए 500 रुपये से 750 रुपये तक का नाममात्र शुल्क लिया जाएगा। वहीं, शहरी या सिल्वर श्रेणी के होमस्टे के लिए दो हजार रुपये का आवेदन शुल्क निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जीवंत सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व वाले स्थलों के कारण यह राज्य विदेशी और घरेलू पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। राज्य में पहले ऐसी कोई नीति न होने के कारण होमस्टे संचालकों को केंद्र सरकार के निधि प्लस पोर्टल पर पंजीकरण कराना पड़ता था। अब राज्य सरकार की इस नई नीति के तहत वे स्थानीय निकायों की अनापत्ति लेकर सरल प्रक्रिया से पंजीकरण कर सकेंगे।

पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावासुरेश खन्ना ने बताया कि इसके अतिरिक्त, इस नीति में वित्तीय प्रोत्साहन और अनुदान की भी व्यवस्था की गई है ताकि राज्य के निवासियों को प्रोत्साहित किया जा सके कि वे अपने घरों को पर्यटन हित में उपयोग करें। इस नीति के लागू होने से न केवल पर्यटकों को सस्ते और सुविधाजनक ठहरने का विकल्प मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और आय के नए अवसर भी सृजित होंगे। यह नीति प्रदेश की अर्थव्यवस्था और पर्यटन अवसंरचना को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगी।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत होगा अन्नपूर्णा भवनों का निर्माणसार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करने एवं राशन कार्डधारकों को खाद्यान्न सुचारू रूप से उपलब्ध कराने के लिए मॉडल उचित दर दुकानों व अन्नपूर्णा भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। इन भवनों के निर्माण में गति लाने के लिए राजकोषीय बचत से भी अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण का निर्णय लिया गया है। अब मनरेगा के अतिरिक्त राज्य वित्त आयोग, सांसद निधि, विधायक निधि, पूर्वांचल विकास निधि, बुन्देलखण्ड विकास निधि या अन्य किसी राज्य या केन्द्र सरकार की योजना, जिसमें इनका निर्माण अनुमन्य है, अन्नपूर्णा भवनों का निर्माण कराया जा सकेगा। जहां इन योजनाओं के माध्यम से धनराशि की उपलब्धता नहीं हो सकेगी, वहां खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा बचत से धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। इस प्रकार प्रति जनपद 75-100 अन्नपूर्णा भवनों का निर्माण प्रति वर्ष कराया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त इस भवनों के अनुरक्षण इत्यादि की व्यवस्था का भी प्राविधान किया गया है।

5 मेगा श्रेणी की इकाइयों को प्रोत्साहन धनराशि की स्वीकृतियोगी कैबिनेट ने उत्तर प्रदेश औद्योपगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2017′ के तहत मेगा श्रेणी के औद्यो गिक उपक्रमों के द्वारा 5 इकाईयों को प्रोत्साहन धनराशि दिए जाने का निर्णय लिया गया। इसके तहत, एसएलएमजी बेवरेज प्रा० लि०, बाराबंकी को अनुमन्य वितीय प्रोत्साहन / सुविधाओं की प्रथम किस्त के रूप में 38,73,01,888 रुपये, सिल्वरटन पल्प एंड पेपर्स प्रा. लि. मुजफ्फरनगर को 1,88,99,905 रुपये, एसीसी लि., अमेठी को 17,28,07,828 वंडर सीमेन्ट लि. अलीगढ़ को 38,32,30,659 और मून वेबरेजेज हापुड़ को अनुमन्य वित्तीय प्रोत्साहन/सुविधाओं की प्रथम किस्त की धनराशि 8,68,31,672 रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी गई।

लखनऊ, 3 जून (हि.स.)। मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बिहार सरकार पर तीखा हमला बोला है और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।

मंगलवार काे बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि बिहार के जिला मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग के साथ दुष्कर्म और उसको चाकू से मारने की घटना हुई। बाद में घायल बच्ची के इलाज मेें पटना अस्पताल में लापरवाही से हुई, जिससे उसकी मौत हाे गई। यह ताजा घटना राज्य की बदहाल कानून व स्वास्थ्य व्यवस्था का जीता-जागता प्रमाण है, जो अति-निन्दनीय एवं चिन्तनीय है। उन्हाेंने सवाल उठाया कि बिहार कब बदलेगा? बसपा प्रमुख ने मांग की है कि बिहार सरकार सभी दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करके पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति को रोका जा सके। सरकार पीड़ित परिवार की हर प्रकार से मदद करे, यही बेहतर होगा।

रांची, 02 जून(हि.स.)। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने झारखंड हाई कोर्ट में सोमवार को क्रिमिनल रिट याचिका दायर की है। उन्होंने चाईबासा के एमपी एमएलए की विशेष अदालत की ओर से जारी गैर-जमानती वारंट को चुनौती दी है। याचिका में कहा गया है कि वह पहले से ही उपस्थिति से छूट के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर चुके हैं, जो लंबित है। वैसी स्थिति में चाईबासा कोर्ट की ओर से गैर जमानती वारंट जारी करना सही नहीं है। राहुल गांधी ने वारंट को निरस्त करने की मांग की है।

कोर्ट ने उन्हें 26 जून को अदालत में पेश होने का आदेश दिया है

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करते हुए चाईबासा एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें 26 जून को अदालत में पेश होने का आदेश दिया है। हालांकि, अदालत में पेशी से छूट के लिए राहुल गांधी के वकील ने कोर्ट में अर्जी दायर की थी। लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज करते हुए सांसद को अदालत में पेश होने को कहा है।

राहुल गांधी ने कांग्रेस के अधिवेशन में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ भाषण दिया था

इस संबंध में अधिवक्ता केशव प्रसाद ने बताया कि 28 मार्च 2018 को राहुल गांधी ने कांग्रेस के अधिवेशन में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ भाषण दिया था। उनके इस भाषण को लेकर भाजपा नेता प्रताप कुमार ने राहुल गांधी के खिलाफ चाईबासा सीजेएम अदालत में 9 जुलाई 2018 को मानहानि की अर्जी दायर की थी। इसी मामले में अब कोर्ट ने सुनवाई की है। इसके बाद बीते गुरुवार को अदालत ने राहुल गांधी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करते हुए कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया।