Chhapra: शिक्षा और समाज में कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ. हरेंद्र सिंह को बिहार के माननीय राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान एक गरिमामयी समारोह में प्रदान किया गया, जो पासवा के राष्ट्रीय कार्यालय, जमील कंपाउंड, पटना में आयोजित हुआ।

इस अवसर पर राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान ने कहा की डॉ. हरेंद्र सिंह जैसे शिक्षाविद समाज के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं। इन्होंने शिक्षा को केवल औपचारिक ढांचे में न रखकर, उसे समाज परिवर्तन का प्रभावशाली माध्यम बनाया है। इनकी यह मुहिम वास्तव में सराहनीय है।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के अंतर्गत भारत के निजी और सरकारी स्कूलों के नर्सरी शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा की शिक्षा और चिकित्सा ही समाज की असली रीढ़ हैं। यदि इन दोनों क्षेत्रों में गुणवत्ता होगी, तो राष्ट्र का भविष्य अपने आप उज्ज्वल होगा।

डॉ. हरेंद्र सिंह ने स्किल इंडिया मंत्रालय के सहयोग से प्री-स्कूल शिक्षकों एवं केयर गिवर्स के कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई है। वे हर वर्ष 100 बालिकाओं एवं समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य भी कर रहे हैं।

एक उत्कृष्ट शिक्षाविद
पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. समाइल अहमद ने कहा की डॉ. हरेंद्र सिंह न केवल एक उत्कृष्ट शिक्षाविद हैं, बल्कि एक संवेदनशील समाजसेवी भी हैं। इनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है।
इस अवसर पर विशेष अतिथि डॉ. अब्दुल अहमद हयी सहित कई शिक्षाविद, समाजसेवी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने डॉ. सिंह के कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना की।

डॉ. हरेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा की शिक्षा की बुनियाद मजबूत करने के लिए प्री-स्कूल स्तर पर प्रशिक्षित शिक्षकों का होना अत्यंत आवश्यक है। मैं इस दिशा में निरंतर कार्य करता रहूंगा।
उन्होंने जिले के सभी शिक्षकों, शुभचिंतकों और सहयोगियों के प्रति हृदय से आभार प्रकट किया, जिनके निरंतर समर्थन से यह उपलब्धि संभव हो सकी।

यह सम्मान समारोह केवल एक व्यक्ति के योगदान का सम्मान नहीं, बल्कि शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन का उत्सव भी है।
