Bengaluru, 17 जुलाई (हि.स.)। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के आईपीएल विजय जश्न के दौरान एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ को लेकर सरकार की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है जिसमें इस घटना के लिए आयोजकों की लापरवाही, अग्रिम योजना की कमी और भीड़ प्रबंधन की विफलता मुख्य कारक मानी गई है। रिपोर्ट में आयोजकों की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। 4 जून को बेेंगलुरू में आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

आयोजकों ने भारी भीड़ और संभावित आपात स्थिति को लेकर घोर लापरवाही दिखाई: जांच रिपोर्ट

सरकार की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि आपात स्थिति में मेडिकल सुविधा प्रदान करना आयोजकों की मुख्य जिम्मेदारी थी लेकिन उन्होंने आवश्यक एहतियाती कदम नहीं उठाए। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा प्रबंधों में भारी कमी पाई गई। कार्यक्रम के लिए अग्रिम अनुमति की भी उचित प्रक्रिया नहीं अपनाई गई, जिससे प्रशासन को जरूरी तैयारियों की जानकारी तक नहीं मिल पाई। सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि राज्य सरकार ने सतर्कता के तौर पर दो मेडिकल टीमों और एंबुलेंस, साथ ही दमकल वाहन तैनात किए थे। फिर भी आयोजकों ने भारी भीड़ और संभावित आपात स्थिति को लेकर घोर लापरवाही दिखाई।

भीड़ का पूर्वानुमान और पुलिस व्यवस्था

रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस के पास अपेक्षित भीड़ का अनुमान लगाने और तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय नहीं था। परिणामस्वरूप, अपेक्षा से अधिक लोग एकत्र हो गए। प्रारंभिक तौर पर ट्रैफिक नियंत्रण के लिए 654 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। घटना के बाद 20 केएसआरपी टुकड़ियों सहित कुल 440 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भीड़ नियंत्रण के लिए तैनात किया गया। 6 डीसीपी सहित 600 से अधिक पुलिसकर्मियों को विधान सौध और स्टेडियम मार्गों पर तैनात किया गया था।

रिपोर्ट सार्वजनिक करने का उच्च न्यायालय का निर्देश

राज्य सरकार ने न्यायिक जांच और जिला मजिस्ट्रेट की जांच पूरी होने तक रिपोर्ट को गोपनीय रखने की मांग की थी। लेकिन कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वी. कामेश्वर की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने यह रिपोर्ट मामले के सभी पक्षकारों को सार्वजनिक करने का आदेश दिया। जिसके बाद यह प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की गई।

Patna, 17 जुलाई (हि.स.)। पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में स्थित पारस हॉस्पिटल में अपराधियाें ने गुरुवार की सुबह बेऊर जेल से पैरोल पर इलाज कराने आए चंदन मिश्रा को गोली मार दी। अपराधी पांच की संख्या में आए थे।

गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के लोगों में दहशत फैल गई

घटना के बाद मौके पर शास्त्री नगर थाने की पुलिस और पटना एसएससी कार्तिकेय के शर्मा पहुंचे हुए हैं और मामले की जांच की जा रही है। गोलीबारी की आवाज सुनकर मरीजों, कर्मचारियों और आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत शास्त्री नगर थाना पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।

बक्सर पुलिस की मदद से गैंग के लोगों की पहचान की जा रही है

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा, “बक्सर जिला के निवासी अपराधी चंदन मिश्रा पर हत्या के दर्जनों केस दर्ज थे और एक में ये सजायाफ्ता भी हैं। इनको बक्सर से भागलपुर जेल भेजा गया था। इलाजरत होने के कारण इनको पैरोल दिया गया था। संभवतः इनके विरोधी गुटों के लोगों ने इसे गोली मारी है। कई गोलियां लगी हैं। अभी इलाजरत है। बक्सर पुलिस की मदद से गैंग के लोगों की पहचान की जा रही है। शूटर की तस्वीर मिल गई है।” आगे की कारवाई की जा रही है।

पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने की राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग 

पटना में सुबह सुबह हुई इस घटना काे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को बर्खास्त करने और राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने की। उन्होंने पटना के पारस हॉस्पिटल में गुरुवार की सुबह सुबह बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या के बाद नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया। पप्पू यादव ने आज पारस अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों सेे मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बिहार में पुलिस मुख्यालय के बगल में स्थित पारस हॉस्पिटल में दूसरे तल्ले पर चढ़ शूटर गोलियों से भून देता है। बिहार में महा गुंडाराज है। उन्होंने पुलिस पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘एडीजी मुख्यालय का बहाना,बिहार में अभी अपराध का मौसम है, मानसून तक खून बहता रहेगा! वह क्या कर सकते हैं बिहार में मई,जून जुलाई हत्या करने का महीना है! चुल्लू भर पानी में डूब मरो सरकार’।

मृतक अपराधी बक्सर के राजेंद्र केसरी हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। पिछले 15 दिनों से वो पारस अस्पताल में भर्ती था। तबीयत खराब होने पर पैरोल पर कुख्यात अपराधी बाहर निकला था। आज सुबह सुबह अपराधी आए और अस्पताल परिसर में घुसकर कुख्यात को गोलियों से भून दिया। कुख्यात को कई गोलियां लगी।

Patna, 17 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को अपने आवास ‘संकल्प’ से ग्रामीण कार्य विभाग अंतर्गत 21406.36 करोड़ रुपये की लागत वाले 11,346 पथों और 730 पुलों का रिमोट के माध्यम से कार्यारंभ व शिलान्यास किया।

ग्रामीण पथों और पुलों का निर्माण तथा रख-रखाव काफी अच्छे ढंग से किया जा रहा है: मुख्यमंत्री

कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा ग्रामीण पथों और पुलों का निर्माण तथा रख-रखाव काफी अच्छे ढंग से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, सुलभ समपर्कता योजना सहित अन्य कई योजनाओं के माध्यम से हर गांव के टोलों तक पक्की सड़कों का निर्माण सुनिश्चित किया गया है ताकि लोगों को आवागमन में सहूलियत मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने पूरे बिहार में शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण इलाके हर जगह के लोगों तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाया है उसे और बेहतर बनाने की हरसंभव कोशिश जारी है। अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जिन योजनाओं का कार्यारंभ एवं शिलान्यास किया गया है, वह तय समय-सीमा के अंदर पूर्ण हो। इसका विशेष रूप से ध्यान रखें। इन सड़कों तथा पुलों के बन जाने से लोगों को आवागमन में और अधिक सुविधा होगी।

कुल स्वीकृत राशि 6 हजार 198 करोड़ रुपये

उल्लेखनीय है कि ग्रामीण सड़क सुदृढीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के नए अवयव के रूप में वर्ष 2024 में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। इसके तहत कुल 5 हजार 47 पथों (लम्बाई 8 हजार 893 किलोमीटर) जिसकी कुल स्वीकृत राशि 6 हजार 198 करोड़ रुपये है, जिनका आज कार्यारम्भ किया गया है। इसके अतिरिक्त कुल 4 हजार 79 पथों (लम्बाई 6 हजार 484 किलोमीटर) जिसकी कुल स्वीकृत राशि 5 हजार 627 करोड़ रुपये है, जिनका शिलान्यास किया गया है।

राज्य योजना अंतर्गत कुल 5 योजनाओं, जिसकी कुल स्वीकृत राशि 48 करोड़ रुपये है

मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के मध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में सुगम संपर्कता हेतु ग्रामीण पथों पर छूटे हुए पुल/पहुँच/ पथ इत्यादि के निर्माण के पूर्व में मुख्यमंत्री सेतु योजना लागू थी जिसे पुनः प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना अंतर्गत 409 पुलों जिसकी स्वीकृत राशि 1 हजार 859 करोड़ रुपये तथा राज्य योजना अंतर्गत कुल 5 योजनाओं, जिसकी कुल स्वीकृत राशि 48 करोड़ रुपये है, उनका कार्यारम्भ किया गया है। मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजनान्तर्गत कुल 295 पुलों, जिसकी स्वीकृत राशि 1 हजार 792 करोड़ रुपये है तथा राज्य योजनान्तर्गत कुल 24 योजनाओं, जिसकी स्वीकृत राशि 279 करोड़ रुपये है, का शिलान्यास किया गया है।

मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना (अवशेष) के तहत कुल 301 पथों (लम्बाई-490 किलोमीटर), जिसकी कुल स्वीकृत राशि 618 करोड़ रुपये है, जिनका कार्यारम्भकिया गया है तथा कुल 1 हजार 908 पथों (लम्बाई-3 हजार 397 किलोमीटर), जिसकी कुल स्वीकृत राशि 4 हजार 884 करोड़ रुपये है उनका भी शिलान्यास किया गया है। इसके अतिरिक्त सुलभ सम्पर्कता योजना अंतर्गत कुल 8 योजनाओं में 101 करोड़ रुपये की राशि का शिलान्यास/कार्यारम्भ किया गया है।

Nawada, 17 जुलाई (हि.स.)।नवादा में ई-रिक्शा से अपने घर जा रही एक युवती के साथ ई रिक्शा चालक और तीन अन्य ने अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया । नवादा के एसपी अभिनव धीमान ने गुरुवार को बताया कि घटना में शामिल सभी चार बलात्कारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि युवती लखनऊ से इलाज करा कर अपने घर रह जा रही थी ।नवादा में बस से उतरी इसके बाद ऑटो रिक्शा चालक ने उसे अपने ऑटो पर बैठाकर रोह बस स्टैंड पहुंचाने के लिए चला ।रास्ते में ही ऑटो चालकों ने युवती को एक घर में ले गया।

दुष्कर्म पीड़िता अपना इलाज कराने उत्तर प्रदेश के लखनऊ गई थी

पुलिस के मुताबिक दुष्कर्म पीड़िता अपना इलाज कराने उत्तर प्रदेश के लखनऊ गई थी । वह लखनऊ से गयाजी लौटी थी ।उस दिन रात में वह अपने रिश्तेदार के यहां गयाजी में ठहरी अगले दिन उसके परिजन ने उसे गयाजी में नवादा जाने वाली बस पर बैठा दिया। युवती नवादा के सद्भावना चौक पर पहुंची और एक ई-रिक्शा पर अपने घर जाने के लिए बैठी। ई-रिक्शा चालक ने इसी बीच अपने दो अन्य साथियों को बुलाकर बैठा लिया । वे लोग युवती को झांसा देकर रसूलनगर स्थित एक सुनसान घर में ले गए ।जहां उसका एक अन्य साथी भी मौजूद था ।चारों अपराधियों ने युवती को बंधक बनाकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया और बाद में उसका मोबाइल छीन कर वहां से भगा दिया। जिसके बाद युवती स्थानीय लोगों से पूछ कर गोंदापुर टीओपी पहुंची ।जहां तैनात पुलिसकर्मियों को अपनी आपबीती सुनाई। टीओपी में तैनात पुलिस कर्मियों ने इस घटना की सूचना नगर थाना को दी।

पुलिस ने युवती के लिखित शिकायत पर जांच शुरू कर दी

नगर थाना की पुलिस ने युवती के लिखित शिकायत पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी ।नवादा पुलिस की एसआईटी ने तकनीकी सर्विलांस एवं मानवीय इंटेलिजेंस की मदद से महिला से छीनी गई मोबाइल के लोकेशन के आधार पर शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर ई रिक्शा चालक समेत 4 युवकों को गिरफ्तार किया है।दुष्कर्म के सभी आरोपी नगर थाना क्षेत्र के सुलेमान नगर मोहल्ले का मोहम्मद रसूल का पुत्र मोहम्मद समीर,रसूल नगर मोहल्ले का असलम मंसूरी का पुत्र मुमताज मंसूरी , गोंदापुर मोहल्ले का मोहम्मद टेन का पुत्र मोहम्मद अरमान और मोहम्मद इल्यास का पुत्र मोहम्मद साबिर शामिल है।

एसपी ने बताया कि एक युवती को झांसा देकर ई रिक्शा चालक समेत चार युवकों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। फॉरेंसिक टीम एवं मेडिकल टीम द्वारा जांच कराई गई है ।आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।

Srinagar, 17 जुलाई (हि.स.)। गांदरबल जिले में अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग पर हुए भूस्खलन में एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से यात्रा को आज गुरुवार के लिए स्थगित कर दिया गया है।

घायलों को बालटाल बेस कैंप अस्पताल ले जाया गया

अधिकारियों ने बताया कि ऊपरी रेलपथरी के पास जड-मोड़ पर भूस्खलन हुआ, जिससे कई तीर्थयात्री बालटाल मार्ग से नीचे की ओर बह गए जो पवित्र गुफा की ओर जाता है। घायलों को बालटाल बेस कैंप अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर एक महिला को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक महिला की पहचान राजस्थान निवासी सोना बाई के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि आज जम्मू से पवित्र गुफा की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों के किसी भी नए जत्थे को यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। यात्रा मार्ग पर भूस्खलन और भारी बारिश को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

Jammu, 17 जुलाई (हि.स.)। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पहलगाम और बालटाल दोनों आधार शिविरों से अमरनाथ यात्रा आज यानी गुरुवार के लिए स्थगित कर दी गई है। यह रोक ऐसे समय में लगाई गई है जब अधिकारी भारी बारिश से प्रभावित तीर्थयात्रियों के मार्गों पर तत्काल मरम्मत कार्य करवाने में जुटे हैं।

यह पहला अवसर है जब जम्मू से तीर्थयात्रा एक दिन के लिए रोकी गई है

Jammu and Kashmir जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण दोनों मार्गों पर मरम्मत कार्य करना जरूरी हो गया है। सीमा सड़क संगठन ने 18 जुलाई को दोनों आधार शिविरों से यात्रा शुरू होने से पहले काम पूरा करने के लिए अपने कर्मियों और मशीनों की तैनाती की है। इस वर्ष यह पहला अवसर है जब जम्मू से तीर्थयात्रा एक दिन के लिए रोकी गई है।

तीर्थयात्रा 18 जुलाई को फिर से शुरू होने की उम्मीद है

संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय कुमार बिधूड़ी ने भी यात्रा स्थगित होने की पुष्टि की और कहा कि मौसम की स्थिति के आधार पर तीर्थयात्रा 18 जुलाई को फिर से शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण दोनों मार्गों पर तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य किए जाने की आवश्यकता है इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि आज दोनों आधार शिविरों से पवित्र गुफा की ओर किसी भी प्रकार की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि पिछली रात पंजतरणी शिविर में रुके यात्रियों को बीआरओ और पर्वतीय बचाव दलों की पर्याप्त तैनाती के तहत बालटाल जाने की अनुमति दी जा रही है। दिन के दौरान मौसम की स्थिति के आधार पर यात्रा कल फिर से शुरू होने की पूरी संभावना है।

तीन जुलाई को तीर्थयात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 2.35 लाख से अधिक तीर्थयात्री बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।

Up, 17 जुलाई (हि.स.)। अवैध धर्मांतरण और हवाला नेटवर्क से जुड़े छांगुर बाबा मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए उतरौला वा आसपास 12 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है।

खातों में करोड़ों रुपये के लेन-देन का खुलासा हुआ है

ईडी की यह छापेमारी गुरुवार तड़के सुबह 5 बजे शुरू हुई, जो अभी भी जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक छांगुर बाबा के करीबी नवीन रोहरा के खातों में करोड़ों रुपये के लेन-देन का खुलासा हुआ है। जांच एजेंसी यह पता लगाने में जुटी है कि यह पैसा कहां से आया और किन गतिविधियों में खर्च किया गया। मामले को लेकर उतरौला में बाबा के प्रतिष्ठानों और आवासों पर ईडी की टीमें ताले खुलवाकर छानबीन कर रही हैं। इस दौरान डिजिटल दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड और हवाला नेटवर्क से जुड़े कई सबूत जब्त किए गए हैं। जांच एजेंसी को 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की विदेशी फंडिंग और हवाला के जरिए पैसों के लेनदेन के अहम सुराग मिले हैं। मिली जनकारी के मुताबिक बाबा से जुड़े 12 ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई चल रही है।

छांगुर बाबा ने  बड़े पैमाने पर धर्मांतरण रैकेट संचालित किया

छांगुर बाबा ने उतरौला से बड़े पैमाने पर धर्मांतरण रैकेट संचालित किया और देश के विभिन्न हिस्सों में इसकी गतिविधियां फैलाईं। ईडी का यह ऑपरेशन लंबे समय से एकत्रित किए गए दस्तावेजों और एटीएस से मिले इनपुट के आधार पर चलाया जा रहा है। मामले में जल्द ही बड़े खुलासे हो सकते हैं और कई और गिरफ्तारी होने की संभावना है।

Chhapra: जुआरियों के विरुद्ध सारण पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 9 जुआरियों को गिरफ्तार किया है।

नया गांव थानांतर्गत ग्राम रसूलपुर में नयागांव पुलिस टीम द्वारा छापामारी कर 9 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 3 मोटरसाइकिल, 4 मोबाइल, 3 तास की गड्डी एवं 7200 सौ रुपए की नगद राशि बरामद की है।

Bettiah, 16 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम चंपारण जिला में हल्की बारिश हो जाने से यूरिया की किल्लत लगातार बनी हुई है। यूरिया के लिए किसान दिनभर प्रखंड के अलग अलग दुकानों का चक्कर काट रहे हैं।

दिनभर चक्कर काटकर शाम को निराश होकर घर लौट रहे हैं किसान

किसान धुरेंद्र यादव, हरिकेश कुशवाहा,रुस्तम अंसारी,गोरख साह आदि ने बताया कि प्रतिदिन यूरिया के लिए बाजार का दिनभर चक्कर काटकर शाम को निराश होकर घर लौट रहे हैं। लेकिन किसानों की पीड़ा को समझने और उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। बता दें कि कई दुकानदार खाद नहीं होने का बहाना बनाकर दुकानदार दुकान पर चुपचाप बैठे हुए हैं।

 

जिनके पास खाद है वह 400 से 500 तक प्रती बोरी के दर से बेच रहे हैं

किसान जब खाद खरीदने जा रहे हैं तो उन्हें कहा जा रहा है कि खाद नहीं है।और जिनके पास खाद है वह 400 से 500 तक प्रती बोरी के दर से बेच रहे हैं। जैसा ग्राहक वैसा दाम।किसानों ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय में खाद दुकानदारों के द्वारा महंगे दाम पर खाद बेचना कोई नई बात नहीं है।सरकार के द्वारा बार-बार किसानों को बताया जाता है की निर्धारित दर पर ही खाद खरीदे।लेकिन, नवलपुर, पिपरा नौरंगिया, पिपरहिया, फतेपुर सहित अन्य जगहों के खाद दुकानदार को क्या मजाल कि किसानों को सरकार के द्वारा निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराएं।

किसान महंगे दाम पर ही खाद खरीदने को मजबूर है

किसान मरता क्या नहीं करता कि तर्ज पर महंगे दाम पर ही खाद खरीदने को मजबूर है।बता दें कि प्रखंड में हल्की बारिश हो जाने से धान की फसल में यूरिया खाद का छिड़काव करना बहुत जरूरी है।किसी मौका का फायदा उठाकर खाद दुकानदार किसानों का शोषण कर रहे हैं। ब्लॉक के कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मियों के लापरवाही की वजह से खाद दुकानदारो फलह फूल रहे है।

Chhapra: विगत 14 जुलाई को मांझी प्रखंड अंतर्गत गोवराही पंचायत के साधपुर के 8 वर्षीय शिवम कुमार की वज्रपात से मृत्यु हो गई थी। उनके निकटम आश्रित, अभिभावक को आपदा अनुग्रह अनुदान के तहत 4 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया। अंचलाधिकारी मांझी के द्वारा चार लाख रुपए का चेक सौंपा गया.

Chhapra: सिताबदियारा से प्रभुनाथ नगर पंचायत तक की मुख्य सड़क,जो लंबे समय से जर्जर अवस्था और जलजमाव की समस्या से ग्रस्त थी, उसके निर्माण की राह अब साफ हो गई है। छपरा विधायक डॉ. सी. एन. गुप्ता द्वारा लगातार की गई पहल के फलस्वरूप इस सड़क के निर्माण हेतु पथ निर्माण विभाग ने टेंडर की स्वीकृति दे दी है।

एक माह के भीतर सड़क के निर्माण कार्य का होगा प्रारंभ

यह मामला विगत दिनों डॉ. सी. एन. गुप्ता द्वारा बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन जी से मिलकर साझा किया गया था। मंत्री ने इस गंभीर समस्या पर तत्परता दिखाते हुए आगामी एक माह के भीतर सड़क के निर्माण कार्य प्रारंभ करवाने का आश्वासन दिया।

डॉ. गुप्ता ने इस निर्णय पर ख़ुशी जाहिर की

डॉ. गुप्ता ने इस निर्णय पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, “यह सड़क न सिर्फ एक मार्ग है, बल्कि हजारों लोगों की दिनचर्या, सुविधा और आर्थिक गतिविधियों से जुड़ा एक अहम हिस्सा है। इसके निर्माण से आमजन को बड़ी राहत मिलेगी।”

इसके अतिरिक्त, विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने बताया की पथ निर्माण विभाग से अन्य सड़कों की स्वीकृति की प्रक्रिया भी प्रगति पर है, जिनकी घोषणा शीघ्र ही की जाएगी। “जल्द ही शहरवासियों को कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं के रूप में एक अमूल्य उपहार मिलेगा,” ऐसा विश्वास डॉ. सी. एन. गुप्ता ने व्यक्त किया।

रिवीलगंज प्रखंड के 20 सूत्री के अध्यक्ष वास्तव में जमीनी स्तर पर कार्य क्या कहलाता है ये कोई हमारे सांसद एवं विधायक से सीख सकता है. वही दक्षिणवारी चक्की पंचायत के मुखिया अजित सिंह ने इस पर हर्ष व्यक्ति करते हुए कहा कि विधायक जी के द्वारा जो भी कार्य कहा जाता है वह जरूर पूर्ण किया जाता है इसके लिए उन्हें साधुवाद देता हूँ.

Bettiah, 16 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम चंपारण जिला स्थित लौरिया ब्लॉक के बागड़ कुंवर उच्च माध्यमिक विद्यालय में इंटरमीडिएट की करीब 385 छात्राओं का पंजीयन विद्यालय प्रशासन की लापरवाही के चलते नहीं हो पाया, जिससे उन्हें डमी पंजीयन नहीं मिल सका। इसको लेकर आज छत्राओं ने आक्रोशित होकर नेशनल हाईवे 727 को लगभग 45 मिनट तक जाम कर दिया।

छात्राओं ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली की गई है

सूचना मिलने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनीष कर और लौरिया थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और छात्राओं को समझाकर सड़क खाली कराई। अधिकारियों ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि लापरवाही बरतने वाले दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षकों और छात्राओं की उपस्थिति पंजी की भी जांच की गई। छात्राओं ने आरोप लगाया कि जहां सरकार ने इंटरमीडिएट रजिस्ट्रेशन में सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली की गई है।

 

स्कूल के प्रधानाध्यापक देवकांत सिंह ने बताया कि उन्होंने 24 अप्रैल 2025 को ही विद्यालय का पदभार संभाला है। रजिस्ट्रेशन संबंधित कार्य उनके कार्यभार संभालने के पहले का है। बीडीओ और बीओ ने कहा कि मामले की जांच कर वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही हैं।