Chhapra: विभिन्न राज्यों से हजारों प्रवासियों को लेकर छपरा आ रही ट्रेनें शनिवार की जगह रविवार को छपरा जंक्शन पहुंची. ट्रेनों को शनिवार को ही छपरा जंक्शन पहुंच जाना था लेकिन काफी लेट होने के कारण कई ट्रेनें रविवार को छपरा जंक्शन पहुंची. जिसके बाद प्रवासियों ने राहत की सांस ली.

इन ट्रेनों में अहमदाबाद, बेंगलुरु, भरूच, सूरत, दादरी पुणे आदि शहरों से हजारों प्रवासी आये हैं. विलंब होने के कारण रास्ते में मज़दूरों को खाने पीने की समस्या हुई. छपरा पहुंचने पर इन्हें भोजन पानी आदि की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है, फिर इन्हें अपने अपने प्रखंडो में भेजा जा रहा है.

श्रमिक स्पेशल से छपरा पहुंचे व्यक्ति ने बताया कि बहुत ज्यादा विलंब होने से उन्हें काफी समस्याओं का सामना पड़ा था. विलंब होने से रास्ते में भोजन की समस्या हो रही है. रेल प्रशासन पदाधिकारियों की सूचना के अनुसार छपरा जंक्शन पर 7 ट्रेनों को अहमदाबाद बेंगलुरु भरूच आदि शहरों से आना था. लेकिन शनिवार को महज दो ट्रेनें ही छपरा पहुंची. फिर रविवार को अन्य ट्रेनें छपरा पहुंची.

रुट बदले जाने के कारण हुआ लेट

दरअसल प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा बड़ी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाया जा रहा है. जिसके बाद रेल रूट पर कंजेशन हो गया है. इसको देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों का रूट बदल दिया जिसके कारण यह ट्रेनें विलंब हो गयी. इस वजह से प्रवासियों को ट्रेन में खाने पीने की थोड़ी समस्या जरूर आयी लेकिन यह सभी सही सलामत अपने घर पहुंच गए. ट्रेनों के रूट बदलने के कारण इन्हें अपने गंतव्य स्थान पहुंचने में निर्धारित समय से काफी ज्यादा वक्त लग रहा है.

Chhapra: नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस की सारण इकाई ने छपरा नगर निगम के कोरोना योद्धा सफाईकर्मियो को प्रति सफाईकर्मी दो मास्क के हिसाब से 800 मास्क विधान पार्षद ई सच्चिदानंद राय के सहयोग से उपलब्ध कराया.

विधान पार्षद ई सच्चिदानंद राय ने कोरोना महामारी के दौरान एनयूजे (आई) सारण इकाई के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि पत्रकारों ने समाज के निचले स्तर के कर्मचारियों की फिक्र कर एक एतिहासिक कार्य किया है. जिससे न सिर्फ संक्रमण से बचेंगे बल्कि उन्हें यह एहसास होगा कि समाज के सभी वर्ग को उनकी फिक्र है. जिससे उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा.

इन मास्क को मेयर प्रिया देवी के प्रतिनिधि मिंटू सिंह को एनयूजेआई के कार्यकारी अध्यक्ष ठाकुर संग्राम सिंह और महासचिव राकेश कुमार सिंह ने सौंपा. एनयूजेआई ने इसके पूर्व सभी नगर पंचायतो सहित अन्य संस्थानों में करोना योद्धा टी-शर्ट का वितरण किया था.

Chhapra (H.K.Verma):  Chhapra witnessed a peculiar situation as the inflow of Migrants has been rising every day. On Thursday several  special trains carrying Migrants either terminated at Chhapra or crossed this station for other destination of the state. Altogether about 10 thousand migrants alighted yesterday from special ‘Shram Veer’ (Labour Heroes) trains  like Dadari to Chhapra, Biram Gram (Gujrat) to Chhapra , trains from Bharuch (Gujrat) to Chhapra and Ahmedabad to Chhapra besides other trains carrying Migrants of this district by other special trains destined for other stations. If the number may go up many times if those Migrants are added who are coming to the district by other than trains.

      According to an estimate more than 30 thousands of Migrants have been allowed to stay in more than 400 quarantine camps located in block and Panchayat headquarters. Finding it to be Herculean task, the district administration on Friday has decided to classify the Migrants in two categories. The first categories of Migrants would be those coming from Surat, Ahmedabad, Mumbai, Pune,delhi, NCR (National Capital Region),Kolkata and Bengaluru and they are to camped in block quarantine camps taking care of social distancing. The migrants coming from rest of the places would be allowed for home quarantine after completing some formalities like self declaration bond etc. However, both categories of Migrants are entitled for dignity Kits and other facilities provided by the district administration. It may known that at present more than 12 thousand Migrants have been allowed in home quarantine.    

Altogether 1658 samples were sent for test till Wednesday with 21 found with positive. However, 10 of them have been treated and tested negative living 11 as positive in the district at present. Although, the young duos ,Saran D.M. Subrat Kumar Sen and SP Har Kishore Rai have been passing sleepless nights to leave no stone unturned for the comfortable stay of the Migrants besides several NGOs and good Samaritans of the district, the voice of discontents are not unheard from some of the camps.

Chhapra: सारण जिला के दो क्वारेंटीन केन्द्रों में आवासित प्रवासियों से शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया. मुख्यमंत्री ने उनका हाल-चाल जाना. साथ-साथ उपलब्ध करायी गयी व्यवस्थाओं के संबंध में फीड बैक लिया.

गड़खा के प्रखंड स्तरीय क्वारेंटीन केन्द्र मध्य विधालय चैनपुर भैंसवारा एवं रिविलगंज प्रखंड के राजकीय मघ्य विधालय सेमरिया पूर्वी में रह रहे प्रवासी श्रमिकों से मुख्यमंत्री ने जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने क्वारेंटीन केन्द्र पर रह रहे प्रवासियों से पूछा कि वे लोग कहाँ से आये हैं, वहाँ क्या करते थे. यहाँ आकर उन्हें कैसा लग रहा है.

वही मध्य विधालय चैनपुर भैंसमारा, गड़खा में रह रहे प्रवासी श्रमिक पिन्टू कुमार माँझी ने कहा कि वे 14 मई को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मुंबई से यहाँ आये हैं. स्टेशन पर स्क्रीनिंग हुयी, खाने का पैकेट और पानी बोतल दिया गया. निबंधन प्रक्रिया पूरी होने के बाद मध्य विधालय चैनपुर, भैंसवारा लाया गया. उन्होंने बताया कि यहाँ की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है. समय पर खाना, नाश्ता मिल रहा है. मेस कमिटी बनी हुयी है। हम लोगों के सुझाव पर साप्ताहिक मेन्यू चार्ट बना हुआ है. उसी के अनुसार खाना खिलाया जा रहा है.

पंजाब के पटियाला शहर से आये सोनू कुमार ने बताया कि वे वहाँ आइसक्रिम फैक्ट्री में कार्य करते थे. उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि सरकार के द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए स्थानीय स्तर पर हीं रोजगार की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है.

रिविलगंज के क्वारेंटीन केन्द्र के एक युवक ने बताया कि वह मुंबई में इलेक्ट्रीशियन का कार्य करते थे, वहीं रेवाड़ी, हरियाणा से आयी एक महिला ने कहा कि अब हमलोग बाहर नही जाना चाहते है. यहाँ कि सभी व्यवस्थाएं अच्छी है. इस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता प्रकट की.

रिविलगंज केन्द्र पर अपर समाहर्त्ता डॉ गगन के द्वारा मुख्यमंत्री को वहाँ की व्यवस्था के बारे में बताया गया.

इसके पूर्व जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा मुख्यमंत्री को बताया गया कि कैम्पों में रह रहे लोगों का स्किल मैपिंग कराया जा रहा है. जिनका खाता बिहार में नही है उनका खाता खुलवाया जा रहा है. अभी तक 4000 प्रवासी श्रमिकों को जॉब कार्ड बनवाया गया है. मध्य विधालय चैनपुर भैंसवारा केन्द्र की कुल क्षमता 110 है जिसमें अभी 102 लोग यहाँ आवासित है. यहाँ भी 70 लोगों का जॉब कार्ड बनाया गया है. 43 लोगों का खाता भी खुलवाया गया है.

Rivilganj: सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के सलेमपुर ग्राम की कैंसर से पीड़ित महिला को रिविलगंज प्रखंड के प्रखंड प्रमुख सह भाजपा युवा नेता डॉ0 राहुल राज द्वारा सांसद राजीव प्रताप रूडी की अनुशंसा पर तीन लाख रुपये इलाज हेतु मुहैया कराया गया. डॉ राहुल राज ने बताया कि उनके क्षेत्र की एक ऐसी महिला जो कैंसर से पीड़ित है, वह गरीबी रेखा के नीचे होने के कारण अपना उचित इलाज कराने में सक्षम नही है.

प्रखंड प्रमुख ने बताया कि लॉक डाउन की इस विषम परिस्थिति में उन्हें महिला की इस भयंकर जानलेवा कैंसर बीमारी का जैसे ही पता चला, ठीक उसी दिन उस रोगी का ऑल इंडिया पास बनवाकर उसे जमशेदपुर से भेलोर, निजी एम्बुलेंस की व्यवस्था करा कर तथा उचित देखभाल करते हुए सी0 एम0 सी0 अस्पताल में उत्तम इलाज के लिए भेजा गया.

इसके बाद पीड़िता की मेडिकल संबंधित सभी विवरण मंगाए तथा ऑपरेशन हेतु लागत खर्च के बारे में जानकारी प्राप्त की. जानकारी प्राप्त होते ही उन्होंने शीघ्र मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से आर्थिक मदद हेतु सारण के सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी से अपील की. जिसके बाद सांसद ने अपने अधीन सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से वार्तालाप कर इस आर्थिक मदद हेतु अनुशंसा प्रदान की.

चिकित्सा सहायता हेतु इस तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद को प्राप्त कर पीड़िता के पति सुजीत शर्मा समेत सभी परिवार वालो के चेहरे पर काफी खुशी नज़र आयी. जिसके बाद परिवारजनों ने सहृदय डॉ0 राहुल राज का धन्यवाद करते हुए आभार प्रकट किया तथा कहा कि आपने आज फिर एक बार इस सेवाकार्य को पूर्ण कर यह सिद्ध कर दिया कि आपके जैसा हितकारी राजा इस क्षेत्र के लिए कोई हो ही नही सकता.

Chhapra: कोरोना संक्रमण के कारण नियमित टीकाकरण कार्यक्रम बेहद प्रभावित हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाइडलाइन्स जारी कर क्षेत्रवार टीकाकरण सेवाओं को बहाल करने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी है। जारी गाइडलाइन्स के अनुसार कोरोना संक्रमण के प्रसार के मुताबिक प्रत्येक जिले को रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन में बांटा गया है। वहीं रेड एवं ऑरेंज जोन में कोरोना संक्रमितों की व्यापकता के हिसाब से कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन भी बनाया गया है। संक्रमण प्रसार की आशंका के मद्देनजर कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन में स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आउटरीच क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण को फ़िलहाल रोका गया है। लेकिन सभी क्षेत्रों (कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन सहित) के स्वास्थ्य केन्द्रों पर बर्थ डोज टीकाकरण जारी रहेगा।

बफ़र जोन के अलावा एवं ग्रीन जोन में शर्तों के साथ होगा टीकाकरण:

मंत्रालय के दिशानिर्देश के मुताबिक कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन में स्वास्थ्य केंद्र आधारित टीकाकरण एवं आउटरीच टीकाकरण सेशन( ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस) अभी शुरू नहीं होगा। लेकिन बफ़र जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में स्वास्थ्य केंद्र आधारित टीकाकरण एवं आउटरीच टीकाकरण सेशन कुछ शर्तों के साथ शुरू होगा। जिसमें आउटरीच सेशन पर एक समय में 5 से अधिक लोगों को उपस्थित रहने की मंजूरी नहीं मिलेगी। इन सेशन के दौरान कोरोना संक्रमण रोकथाम के सभी प्रोटोकॉल का अनुपालन करना अनिवार्य होगा। जिसमें पंचायत एवं अर्बन लोकल बॉडी आउटरीच सेशन साईट के प्लान में मदद करेंगे। किसी भी बफ़र एवं कॉन्टेंटमेंट जोन में 14 दिनों के बाद नियमित टीकाकरण सेवा की शुरुआत करने का फैसला राज्य एवं जिला प्रशासन द्वारा ही लिया जा सकेगा।

स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण के दौरान बरतनी होगी सतर्कता:

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य केन्द्रों पर होने वाले टीकाकरण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह गाइडलाइन्स में दी गयी है। यह बताया गया है कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण के पूर्व हवादार स्थान का चयन करना होगा एवं यह भी सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक लोग एक दूसरे से 1 मीटर की दूरी पर ही बैठें। स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण लोड के मुताबिक पूर्व में ही फिक्स्ड टीकाकरण कर्मियों का चयन करना होगा। टीकाकरण कर्मियों को ग्लोब्स, तीन लेयर वाले मास्क एवं टीकाकरण करने से पूर्व हाथों को सैनिटाइज्ड करना अनिवार्य होगा। साथ ही टीकाकरण किसी भी रूप में बाधित नहीं हो इसके लिए वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता पूर्व में ही सुनिश्चित करनी होगी एवं लोगों को कोविड-19 के प्रति सजग करने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों के बाहर पोस्टर भी लागने होंगे।

वीएचएसएनडी सत्र आयोजन के लिए दिए गए निर्देश:

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस(वीएचएसएनडी) के आयोजन को लेकर कुछ जरुरी दिशानिर्देश दिया है।
• वीएचएसएनडी सत्र पर लोगों की भीड़ कम करने के लिए सत्र को प्रत्येक घन्टे के हिसाब से बाँटने की सलाह दी गयी है. प्रत्येक घंटे के स्लॉट में 4-5 लाभार्थियों को ही उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं.
• प्रत्येक वीएचएसएनडी सत्र को दो सेशन में बांटने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें अतिरिक्त सेशन के संचालन के लिए रिटायर्ड एएनएम एनएनएम, स्टाफ नर्सेज आदि या प्रशिक्षित पुरुष स्वास्थ्य कर्मी की नियुक्ति की जा सकती है.
• वीएचएसएनडी सत्र के एक दिन पूर्व ही आशा के द्वारा चिन्हित लाभार्थी को कॉल कर जानकारी दी जाएगी
• सत्र के दौरान एएनएम को कोरोना रोकथाम के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा. साथ ही सत्र पर जरुरी वैक्सीन के साथ ओआरएस, जिंक, आइएफए, कैल्शियम आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करानी होगी
• सत्र के दौरान एएनएम सामाजिक दूरी का पालन करते हुए लाभार्थियो को 30 मिनट के वेटिंग पीरियड के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर जानकारी देगी

Chhapra: बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के विशेष सचिव ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश पत्र जारी किया है कि सातवें वेतन पुनरीक्षण के आलोक में जनवरी 2016 से मार्च 2019 तक का बकाया वेतन-अंतर शिक्षकों को भुगतान करने हेतु जो राशि विश्वविद्यालयों को विमुक्त किया है, उसे वेतन सत्यापन कोषांग, पटना से सत्यापित कराने के उपरांत ही शिक्षकों को भुगतान किया जाए.

जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के स्नातकोत्तर शिक्षक संघ के सचिव डॉ रणजीत कुमार ने शिक्षा विभाग के इस निर्णय को आपत्तिजनक, अनुचित, अविवेकपूर्ण, विलंबकारी तथा जानबूझकर शिक्षकों को परेशान करने वाला अस्वीकार्य कदम बताया है.

प्रो कुमार ने इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को ईमेल से पत्र भेजकर माँग किया है कि उच्च शिक्षा विभाग अपने गलत आदेश को निरस्त कर 39 माह के बकाया वेतन-अंतर का अविलंब भुगतान करने का निर्देश जारी करे.

विदित हो कि विश्वविद्यालय की वैधानिक निकाय ‘वेतन निर्धारण समिति ‘द्वारा सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के आधार पर शिक्षकों का वेतन निर्धारित कर वेतन-अंतर को समाकलित कर सरकार को भेजा गया और मंत्रिमंडल तथा विधानमंडल से पारित होने के उपरांत निर्धारित राशि शिक्षकों को भुगतान करने हेतु विश्वविद्यालय को विमुक्त किया गया. राज्य के तीन विश्वविद्यालयों ने वेतन-अंतर का भुगतान भी कर दिया. जयप्रकाश विश्वविद्यालय में भी 11 माह का एरियर शिक्षकों को मिल चुका है तथा मार्च 2020 से पुनरीक्षित वेतन भी दिया जा रहा है. सरकार के दिशा निर्देश के आधार पर ही विश्वविद्यालय की वेतन निर्धारण समिति ने वेतन का निर्धारण किया है. ऐसे में वेतन सत्यापन कोषांग से वेतन सत्यापित कराने के उपरांत एरियर भुगतान करने का निर्देश औचित्यहीन एवम शिक्षक विरोधी कार्य है.

उन्होंने कहा कि पटना उच्च न्यायालय ने अपने कई निर्णय में स्पष्ट आदेश दिया है कि वेतन सत्यापन कोषांग कोई वैधानिक संस्था नहीं है और विश्वविद्यालय की वेतन निर्धारण समिति एक वैधानिक निकाय है जिसका निर्णय ही अंतिम होगा. फिर वेतन सत्यापन कोषांग की कार्यप्रणाली अत्यंत विलंबकारी, अपारदर्शी एवम भ्रष्टाचार से सराबोर है. गौरतलब है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी शिक्षकों से इस संबंध में एक अंडरटेकिंग भी लिया है और अधिक भुगतान होने पर राशि के समायोजन का अधिकार हमेशा से विश्वविद्यालय के पास सुरक्षित है. इसलिए शिक्षा विभाग 39 माह का बकाया वेतन-अंतर के भुगतान का आदेश अविलंब निर्गत करे ताकि उहापोह की स्थिति का अंत हो.

Chhapra: गाड़ियों के सर्विसिंग की इजाजत मिलने के बाद छपरा के साढ़ा ढाला स्थित महिंद्रा फर्स्ट चॉइस गोपाल सर्विसेज द्वारा गाड़ियों के लिए फ्री एसी चेकअप कैंप लगाया जा रहा है. इसके तहत गाड़ियों में 25% डिस्काउंट के साथ एसी गैस व फ्री कम्प्रेसर ऑयल की सुविधा दी जा रही है. इसके लिए 7643829782 पर काल करके सम्पर्क किया जा सकता है.

इसके अलावा फर्स्ट चॉइस के सूरज प्रकाश सन्नी यह ने बताया कि गाड़ियों की सर्विसिंग के दौरान मुफ्त में गाड़ियों को सैनिटाइज किया जाएगा. लॉक डाउन में कई लोगों की गाड़ी काफी दिन से बंद है. इसके बाद अब गाड़ियों के मेंटेनेंस को लेकर लोगों को तमाम टिप्स दिए जा रहे हैं. आपको बता दें कि लॉक डाउन 4 में सरकार ने कई तरह की ढील दी है. जिसमें वाहनों की आवाजाही सर्विसिंग पर शर्तों के साथ कुछ छूट दी गयीं है, जिसके बाद लोग काफी दिनों से बन्द पड़े अपने वाहनों की सर्विसिंग के लिए ले जा रहे हैं.

Chhapra: लॉक डाउन 4.0 में छपरा के कई निजी अस्पताल खुल रहे हैं. अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ स्वास्थ्य सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है. छपरा के वृंदावन कॉलोनी स्थित श्री साईं सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल व मेटरनिटी सेंटर में डॉ प्रियंका शाही द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि फिलहाल अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या कम है, सबसे पहले उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ-साथ मरीजों को मास्क के साथ ही अस्पताल में एंट्री दी जा रही है, उन्होंने बताया कि जो भी मरीज अस्पताल आ रहे हैं उनकी गेट पर स्क्रीनिंग की जा रही है. प्रियंका साही ने बताया कि सर्वाइकल संबंधित पेशेंट अस्पताल में आ रहे हैं. उन्होंने मरीजों से अपील किया कि जिन्हें ज्यादा जरूरत हो वहीं अस्पताल आए जो घर पर रह सकते हैं वह घर पर ही रहें और फोन पर ही चिकित्सीय सलाह ले सकते हैं.

Chhapra: लगभग 2 महीने पर छपरा में स्वर्ण दुकानें खुली तो दुकानदारों ने राहत की सांस ली. शुक्रवार को दोपहर 3:00 बजे से 6:00 बजे तक छपरा में सोनर पट्टी की सभी दुकानें खुली तो सोने चांदी के गहने खरीदने वाले लोग भी इन दुकानों में पहुंचे. दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ तमाम सुरक्षा का ख्याल रखा गया. छपरा के स्वर्ण दुकानों में ग्राहकों के प्रवेश से पहले सैनिटाइजेशन कराया, इस दौरान सोशल डिस्टनसिंग का ख्याल भी रखा गया.

छपरा में सोने चांदी की दुकान है सप्ताह में 2 दिन ही खुलेंगी. शुक्रवार और और बुधवार को यह दुकाने खुलेंगे, साथ ही साथ सिर्फ 3 घंटों के लिए दुकानों को खोला जाएगा.

छपरा के श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स, अशोक अलंकार, प्रकाश ऑर्नामेंट्स, ज्वेल मैजिक, सुमन ज्वेलर्स, न्यू जे अलंकार, अलंकार ज्वेलर्स, आदि स्वर्ण दुकानों में इक्का दुक्का ग्राहक खरीदारी करते नज़र आये.

भाव बढ़ने से कम पहुंच रहे ग्राहक

आपको बता दें कि सोने के भाव आसमान छू रहे हैं. ऐसे में ग्राहक सोने चांदी की खरीदारी करने पहुंचे लेकिन इनकी संख्या काफी कम रही. सोने चांदी का भाव लगातार बढ़ रहा है. जिससे आम आदमी के लिए इसे खरीदना बेहद मुश्किल है.हालांकि लोग शादी विवाह को लेकर गहने खरीदे पहुंचे. बाजार के अनुमान के मुताबिक सोने चांदी के भाव लॉक डाउन के बाद 50 हज़ार प्रति 10 ग्राम से ऊपर जा सकते हैं.

Chhapra: लॉकडाउन पार्ट 4 के बीच रेलवे ने आम नागरिकों को बड़ी राहत देते हुए 1 जून से 100 जोड़ी नई पैसेंजर ट्रेनों की शुरूआत की जा रही है. जिनके लिए (21 मई) से बुकिंग किये जाने की घोषणा की गई थी. इन ट्रेनों की टिकट के बुकिंग के लिए अब छपरा जंक्शन का रिज़र्वेशन काउंटर भी शुरू कर दिया गया है. पूर्वोत्तर रेलवे के जन सम्पर्क पदाधिकारी के अनुसार वाराणसी मंडल के प्रमुख स्टेशनों – छपरा जंक्शन, मांडुवाडीह, गाजीपुर सिटी,बलिया,छपरा,सीवान , देवरिया,मऊ एवं आजमगढ़ के कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण केन्द्र सिंगल शिफ्ट में खोले जाएंगे.

यह टिकट काउंटर (प्रातः 08:00 बजे से सायं 16:00बजे) तक के लिए खोले गए हैं. पूर्व में प्रसारित सूचना के अनुसार इन ट्रेनों में बुकिंग सिर्फ आईआरसीटीसी के जरिए आनलाइन ही किया जाना था किंतु यात्रियों की सुविधा हेतु आज 22 मई से कई प्रमुख स्टेशनों के रेलवे यात्री आरक्षण काउंटर इसके खोला गया है. फिलहाल इसके लिए रेलवे ने पैसेंजर गाइडलाइंस भी जारी किया है, जिसे जानना जरूरी है

उन्होंने बताया कि सभी ट्रेनों की रेलवे ने लिस्ट भी जारी कर दी गयी है.ये 100 जोड़ी ट्रेनें पहले से चलाई जा रहीं 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों और श्रमिक ट्रेनों से अलग होंगी. इनमें एसी और नॉन एसी के अलावा जनरल कोच भी होगा. रेलवे की ओर से जारी सूची में दुरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के नाम हैं.

कंफर्म सीट के अलावा RAC भी जारी होगा

रेलवे के अनुसार इन ट्रेनों में कंफर्म सीट के अलावा आरएसी भी जारी होगा.इसके अलावा वेटिंग टिकट भी दिया जाएगा. हालांकि वेटिंग टिकट अगर यात्रा वाले दिन तक कंफर्म या आरएसी नहीं हुआ तो ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं होगी. जनरल बोगी में 2एस के आधार पर किराया लिया जाएगा. उसमें भी रिजर्वेशन होगा. इन ट्रेनों में पहले की तरह स्टॉपेज होगा. आने वाले दिनों में कोच की उपलब्धता के आधार पर ऐसी और भी ट्रेनें चलाई जा सकती हैं.

IRCTC/ ट्रेन ऑनलाइन  बुकिंग

1 महीने पहले से लिस्ट में जारी किसी भी ट्रेन के लिए बुकिंग की जा सकती है. एसी, नॉन एसी और जनरल सभी बोगी के लिए बुकिंग होगी. कंफर्म के अलावा आरएसी और वेटिंग टिकट भी जारी होंगे। यात्रा वाले दिन तक वेटिंग टिकट कंफर्म या आएसी नहीं हुआ तो यात्रा की अनुमति नहीं होगी.
इसके लिए आप अपने IRCTC अकाउंट से भी बुकिंग कर सकते हैं.


अब रेलवे स्टेशन पर बने काउंटर से भी बुकिंग सम्भव होगी. इन ट्रेनों में तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग उपलब्ध नहीं होगी. प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री भी नहीं होगी।

पैसेंजर गाइडलाइंस

सभी यात्रियों को चेहरे पर फेसमास्क पहनना जरूरी होगा. स्टेशन पर पहुंचने के बाद स्क्रीनिंग करवानी जरूरी होगी, इसलिए रेलवे ने सभी यात्रियों से 1 घंटे पहले रेलवे स्टेशन पहुंचने को कहा है. जिनके अंदर बीमारी के कोई लक्षण नहीं मिलेंगे, उन्हीं को बस ट्रेन से यात्रा करने की अनुमति होगी। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर पहुंचने के बाद उस राज्य के मेडिकल गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी होगा। वरिष्ठ नागरिक होने या छात्र होने की स्थिति में किसी भी तरह की छूट यात्रा किराए में नहीं मिलेगी. कोरोना वायरस को देखते हुए एसी बोगी में अभी कंबल, तौलिया या चद्दर नहीं दिया जाएगा. इसका इंतजाम खुद करके चलना होगा.

नई ट्रेनों पर हालिया नियम लागू

चौथे चरण के लॉकडाउन के बाद छूट का दायरा बढ़ेगा और यह भी संभव है कि यात्री सेवाओं के बारे में सरकार बड़ा फैसला ले। ऐसे में रेलवे भी यात्रियों को अधिकतम सुविधा देने की तैयारी में है. नई ट्रेनों में भी हाल में विशेष ट्रेनों के लिए तय किए गए टिकट व प्रतीक्षा सूची के लिए तय किए गए नियम लागू रहेंगे.

Chhapra: शहर के कई इलाकों में उत्पन्न हुए जल जमाव की स्थिति से लोगों को शीघ्र निजात दिलाने के लिए सांसद राजीव प्रताप रुडी ने पथ निर्माण विभाग और बुडकों के अधिकारियों को निर्देश दिया है. यहां जल निकासी के स्थायी निराकरण हेतु एक बड़ी योजना पर काम चल रहा है जो अब तक पूरा नहीं हुआ है इसलिये यह जल जमाव हुआ.

सांसद रुडी के निर्देश पर जल जमाव से मुक्ति के लिए बुडको व पथ निर्माण विभाग के अधिकारी प्रभुनाथ नगर, शक्ति नगर, साँढ़ा ढ़ाला ओवर ब्रिज आदि इलाकों में स्थिति का जायजा और सांसद को अवगत कराया. वीसी के माध्यम से हुई बैठक में सांसद ने अधिकारियों को जल जमाव की स्थिति से तत्काल निवारण के लिए योजना तैयार करने का निर्देश दिया साथ ही उच्च शक्ति का पंप लगाकर पानी निकालने की त्वरित कारवाई करने की बात कही.

बता दें कि सारण के भाजपा जिलाध्यक्ष श्री राम दयाल शर्मा ने सांसद के संज्ञान में जल जमाव से उत्पन्न स्थितियों को संज्ञान में लाया जिसके बाद सांसद ने उक्त कार्रवाई की.

सांसद रुडी ने अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करते हुए उच्च शक्ति का पम्प लगाकर पानी को प्रभुनाथ नगर से ओवर ब्रिज के समानान्तर नाले में निकालने का निर्देश दिया है. इससे जल जमाव वाले इलाकों में त्वरित राहत मिल सकेगी. अधिकारियों ने भी इन इलाकों को जल जमाव से मुक्त करने के लिए तेज कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. विदित हो कि सांसद राजीव प्रताप रुडी ने अपने प्रयास से शहर में केंद्र की 230 करोड़ की राशि के साथ ही राज्य सरकार से भी 30 करोड़ की राशि स्वीकृत कराई. इसके साथ ही 550 करोड़ की लागत से प्रभुनाथ नगर टांढ़ी पथ के टी प्वाईंट से छपरा मढ़ौरा पीडब्लूडी पथ एवं पक्की नाली की भी योजना है. 30 करोड़ की योजना का कार्य शुरू भी हो गया है वहीं कोविड के वैश्विक संकट के कारण अन्य योजनाएं रुकी हुई है. संभावना है कि कोरोना संकट के समाप्त होते ही अक्टूबर नवम्बर से योजना पर अमल शुरू हो जायेगा. अब बिन मौसम बरसात के कारण शहर के प्रभुनाथ नगर और शक्ति नगर जैसे इलाकों में जल जमाव हो गया. दिल्ली में सांसद को जब इसकी सूचना प्राप्त हुई तब उन्होंने योजना से जुड़े बुडकों और पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसके निरीक्षण के लिए भेजा.

जल जमाव वाले इलाकों के निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता बुडकों के साथ सहायक अभियंता और कनीय अभियंता पथ निर्माण विभाग समेत ई॰ सत्येन्द्र कुमार सिंह भी उपस्थित थे. सांसद के साथ वीसी के माध्यम से बैठक में इन सभी के साथ भारतीय जनता पार्टी सारण जिला इकाई के अध्यक्ष रामदयाल शर्मा उपस्थित थे.