Chhapra: छपरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रौज़ा में आर्थिक तंगी से परेशान व्यक्ति ने आत्म हत्या कर ली. घटना वार्ड 44 की है.

बताया जा रहा है कि लॉक डाउन के कारण भीषण आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गयी थी जिससे वह हमेशा परेशान रहता था. आत्महत्या करने वाले व्यक्ति का नाम सच्चितानंद साह है. जो स्वर्गीय शिवकुमार साह का बड़ा लड़का है.

आर्थिक तंगी से आत्म हत्या करने वाले व्यक्ति को दो लड़की और एक बेटा भी है जो अभी स्कूल में पढ़ाई करते हैं साथ ही उसकी पत्नी भी मानसिक रूप से अस्वस्थ्य है. अब मृतक के परिजनों के सामने और भी समस्या बढ़ गयी है.

घर चलाने वाला अब कोई नहीं ना कोई और सहारा है . मृतक के परिजनों को रहने के लिए घर भी नहीं वो दूसरे के मकान में आसरा लेकर रह रहे थे. अब देखना होगा की जिला प्रशासन और सरकार इस असहाय परिवार की किस प्रकार मदद करती है.

Chhapra: सारण जिला राजद आगामी सात जून रविवार को सुबह ग्यारह बजे गरीब अधिकार दिवस मनाएगी.

सारण जिला राजद अध्यक्ष सुनील राय के हवाले से जिला राजद प्रवक्ता हरेलाल यादव ने प्रेस बयान जारी कर बताया कि एक तरफ बिहार में लोग कोरोना और भूख से प्रतिदिन मर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर देश के गृहमंत्री अमित शाह को चुनावी रैली सूझ रही है.

राजद प्रवक्ता ने कहा कि राजद गरीब बिहारी मजदूर किसान बेरोजगार जनहित जनसुरक्षा और जनाधिकार के लिए अलोकतांत्रिक बिहार सरकार से आरपार की लड़ाई लड़ रहा है. वहीं देश के गृहमंत्री अमित शाह कोरोना वैश्विक महामारी और भूख से रोज मर रहे गरीबों की चिंता से बेपरवाह हो चुनावी रैली कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गरीबों मजदूरों के पेट की भूख मिटाना चाहते हैं, पर बिहार की संवेदनहीन नीतीश-सुशील मोदी की सरकार न प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करा रही है और न जरूरत मंदों को राशन ही. रोज किसी न किसी प्रखंड मुख्यालयों पर गरीब मजदूर छाइटी और कुदाल के साथ रोजगार हेतु प्रदर्शन कर रहे हैं, पर सरकार के भ्रष्ट तंत्र के चलते सरकारी कार्य जेसीबी मशीन और ट्रेक्टर से कराए जा रहे हैं.

राजद प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि असहनीय कष्टों को झेलते हुए प्रवासी मजदूर लॉक डाउन के दौरान पैदल साइकिल ठेला और रेल के पटरियों के सहारे भूखे प्यासे अपने घर को आये उन्हें पूरी दुनिया देख मर्माहत हो गई पर बिहार की बेदर्द सरकार को अपने गरीब मजदूरों की चिंता नहीं इन्हें तो बस चुनावी रैली की चिंता है. राजद प्रवक्ता ने कहा कि गरीब मजदूरों और बेरोजगार छात्र नवजवानों की आह की आंसुओं में आगामी विधानसभा चुनाव में डूब जाएगी नीतीश-सुशील मोदी की सरकार.

 

फिल्म इंडस्ट्री एक झटके से उबर नहीं पाती कि उसे दूसरा झटका लग जाता है. बुधवार को वरिष्ठ गीतकार अनवर सागर के निधन के बाद जाने-माने फिल्म निर्देशक और लेखक बासु चटर्जी का 90 साल की उम्र में सुबह 8.30 बजे मुम्बई के सांताक्रूज स्थित उनके घर पर निधन हो गया. बासु दा एक लम्बे समय से बीमार चल रहे थे और उन्हें पहले से ही डायबीटीज व हाई ब्लड प्रेशर संबंधी बीमारी थी.

बासु चटर्जी को छोटी सी बात, रजनीगंधा, बातों बातों में, एक रुका हुआ फैसला और चमेली की शादी जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है. बासु चटर्जी का अंतिम संस्कार दोपहर 2 बजे सांताक्रूज श्मशान घाट में होगा.

बासु चटर्जी 30 जनवरी 1930 को अजमेर में पैदा हुए. वे पहले ऐसे फिल्मकार थे जिन्होंने कोलकाता की छाप से अलग, अपनी एक अलग ही शैली पैदा की. चाहें वो ‘चमेली की शादी’ हो या ‘खट्टा मीठा’. मिडिल क्लास फैमिली की गुदगुदाती और हल्के से छू जाने वाली रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों ने बासु दा को सबसे अलग मुकाम हासिल कराया.

फिल्मों में बासु चटर्जी के योगदान के लिए 7 बार फिल्म फेयर अवॉर्ड और दुर्गा के लिए 1992 में नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिला था. 2007 में उन्हें आईफा ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा था. 1969 से लेकर 2011 तक बासुदा फिल्मों के निर्देशन में सक्रिय रहे.

फिल्मों के अलावा बासु दा ने ब्योमकेश बख्शी और रजनी जैसे टीवी शोज का भी डायरेक्शन किया था. चटर्जी के परिवार से उनकी बेटी रूपाली गुहा भी फिल्मों का डायरेक्शन कर रही हैं. फिलहाल रूपाली टीवी शो प्रोड्यूस कर रही हैं. पिछले दिनों ही बासु चटर्जी की फिल्मों में गीत लिखने वाले योगेश आनंद का भी निधन हुआ.

Chhapra: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने पर पार्टी के जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से सरकार के उपलब्धियों की गुरुवार को जानकारी दी. साथ ही 7 जून को देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा जन संवाद के कार्यक्रम की तैयारी की जानकारी दी गयी.

भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि मोदी सरकार 2.0 का पहला वर्ष बहुत ही प्रभावशाली और चुनौतीपूर्ण रहा है. प्रभावशाली इसलिए कि जनादेश ने शासन को गति, सरकारी योजनाओं की अंतिम व्यक्ति तक पहुंच, मजबूत बुनियादी ढांचा और दशकों से लटके हुए मुद्दों के समाधान को उच्च प्राथमिकता दी गई.

चुनौतीपूर्ण इसलिए कि कोविड-9 और अम्फान चक्रवात ने जो अभूतपूर्व संकट खड़े किए उसके दुख और विपदा जो आई है साथ ही भारी नुकसान हुआ. लेकिन आज देश में एक निर्णय लेने वाली उत्तरदायी सरकार है. जो देशवासियों के लिए फिक्रमंद है. साथ ही जिसके पास दृष्टि और दूरदर्शिता है. जो इस चुनौतीपूर्ण समय संदेश को बाहर निकालने का सामर्थ्य रखता है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना सुरक्षा कवच और आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना के बाद भारत निश्चित ही इस कठिन समय से बाहर आ जाए. साथ ही देश ने सहकारी संघवाद के बेहतरीन उदाहरण को क्रियान्वित होते हुए भी देखा है. लेकिन अब हमें बगैर चूके प्रत्येक नागरिक को उसके द्वारा इस कठिन स्थिति को समझने और सर्वोत्तम आचरण का उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद देना है. आने वाले दिनों में यह देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भरता और आर्थिक विकास की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए पूरी तरह तैयार है.

उन्होंने बताया कि 7 जून को संध्या चार बजे से देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा जन संवाद के कार्यक्रम की तैयारी पूर्ण कर लीं गई हैं. जिला के सभी 364 शक्ति केन्द्र पर टेलीविजन तथा स्क्रीन के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा. सभी मंडलाध्यक्षों एवम पंचायत अध्यक्षों तथा वार्ड अध्यक्षों एवम सभी मंच एवम मोर्चा के अध्यक्षों को जिम्मेदारी सौंप दी गई हैं. छपरा सारण जिला में लाखों लोग इस कार्यक्रम को सोशल डिस्सेंस का पालन कर तथा मास्क पहनकर देखेंगे और सुनेंगे.

संवाददाता सम्मेलन में मुख्य रूप से जिला प्रभारी रूप नारायण मेहता, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, जिला प्रभारी अनुप श्रीवास्तव, छपरा विधायक डाॅक्टर सी एन गुप्ता, अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी चोकर बाबा, गरखा के पूर्व विधायक ज्ञान चन्द्र माँझी, पूर्व जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश उपाध्याय, उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार सिंह, महामंत्री शान्तनु कुमार, महामंत्री सह छपरा विधानसभा प्रभारी रामा शंकर मिश्र, जिला प्रवक्ता विवेक कुमार सिंह, जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, जिला मंत्री सुपन राय, युवा मोर्चा अध्यक्ष कुमार भार्गव, महिला मोर्चा अध्यक्षा अनु सिंह, अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष सरदार राजू सिंह, आई टी सेल के संयोजक निशान्त राज, कला संस्कृति मंच के अध्यक्ष अखिलेश कुंवर भोला जी, नितिन राज वर्मा, बलवंत सिंह आदि उपस्थित थे.

केरल में एक गर्भवती हथिनी की मौत कुछ लोगों के अमानवीय व्यवहार के कारण होने के बाद सोशल पर लोग जमकर भड़ास निकाल रहे है. हथिनी को पटाखे से भरा अनानास खिलाकर मारने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है.

इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में नदी में डूबते एक आदमी को हाथी का बच्चा बचाते नजर आ रहा है. हाथी का बच्चा व्यक्ति को बचाने के लिए पानी में उतर जाता है और उसे किनारे तक ले जाता है.

बता दें, शख्स नदी में तैर रहा था, लेकिन हाथी के बच्चे को लगा कि वो डूब रहा था, इसलिए वो बचाने के लिए कूद गया.

जानवर और इंसान के प्रेम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और खूब पसंद किया जा रहा है.

देखिये Video (Viral Video, Source: Social Media)

Chhapra: भारतीय रेलवे ने आम नागरिकों की सुविधा के लिए 200 यात्री ट्रेनों का परिचालन जारी है. यह गाड़ियाँ पहले से चलाई जा रहीं 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों और श्रमिक ट्रेनों के अतिरिक्त चलाई जा रहीं हैं. इसी क्रम में आज वाराणसी मंडल के छपरा जं
से चलाई जाने वाली गाड़ी 09046 छपरा – सूरत स्पेशल ताप्तीगंगा एक्सप्रेस छपरा जं के प्लेटफार्म संख्या 01 से अपने निर्धारित समय 09:20 बजे पर चलाई गयी.

 

441 यात्री हुए सवार

इस ट्रेन में सवार होने के लिए कुल 441 यात्री ट्रेन छुटने के डेढ़ घंटे पहले छपरा जं स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर पहुँच गए थे. रेलवे सुरक्षा बल की सहायता से दो पंक्तियों में यात्रियों का उचित यात्रा टिकट देखने के बाद स्टेशन परिसर में प्रवेश दिया गया जहाँ पहले से तैनात वाणिज्य विभाग के कर्मचारियों की टीमों ने क्रमशः थर्मल स्कैनिंग एवं टिकट जाँच किया गया और सामाजिक दूरी का पालन कराते हुए ट्रेन में चढ़ाया गया.

प्रोटोकॉल का कराया गया पालन

इस दौरान कोई भी यात्री बीमार या इन्फेक्टेड नहीं मिला.
इसके पूर्व छपरा जं स्टेशन एवं प्लेटफार्म की डीप क्लीनिंग और सेनेटाइजेशन किया गया था, इसके साथ ही छपरा – सूरत स्पेशल ताप्तीगंगा एक्सप्रेस के रैकों को भी कोरोनॉ वायरस से प्रोटेक्ट करने के मानकों के अनुसार सेनेटाइजेशन के बाद प्लेटफार्म सं-01 पर प्लेस किया गया था.

इसके अतिरिक्त आज छपरा जं से कई लम्बी दूरी की गाड़ियाँ भी गुजरीं जिनमें गाड़ी सं-02565 दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस 143 यात्रियों को लेकर 13:15 बजे, गाड़ी सं-02553 सहरसा-नई दिल्ली स्पेशल वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस 60 यात्रियों को लेकर 13:30 बजे, गाड़ी सं-04673 जयनगर-अमृतसर स्पेशल सरयूजमुना एक्सप्रेस 67 यात्रियों को लेकर 14:52 बजे एवं गाड़ी सं-01062 दरभंगा-लोकमान्य तिलक टर्मिनल स्पेशल पवन एक्सप्रेस 94 यात्रियों को लेकर 18:40 बजे छपरा स्टेशन से रवाना हुईं.

छपरा स्टेशन पर सभी यात्रियों ने कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए फेस मास्क पहना हुआ था तथा सभी यात्रियों ने सोशल डिस्टेंसिनग का पालन किया। थर्मल स्केनिंग/स्वास्थ्य जाँच के उपरांत यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश दिया गया एवं स्टेशन से बाहर निकाला गया । कोई भी यात्री बीमार या इन्फेक्टेड नहीं मिला. छपरा जं स्टेशन पर आपात कालीन व्यवस्था के तहत एम्बुलेंस की व्यवस्था की गयी थी. इस छपरा स्टेशन पर आटो एनाउंसमेंट सिस्टम के जरिये यात्रियों से अपील है की जा रही थी कि वे कोविड-19 के संबंध में जारी सभी नियमों का पालन करें. फेस मास्क पहने,सेनेटाइजर या साबुन अपने पास रखें, सामाजिक दूरी का पालन करें तथा यात्रा प्राम्भ करने वाले राज्य एवं गन्तव्य राज्य में संबंधित राज्यों की कोविड गाइड लाइन्स का पालन करे.

इस अवसर स्टेशन पर प्रबंधन को चाक-चौबंद रखने के लिए स्टेशन अधीक्षक, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक,प्रभारी रेलवे सुरक्षा बल , रेलवे सुरक्षा बल के जवान एवं राजकीय रेलवे पुलिस के जवान तथा वरिष्ठ पर्यवेक्षक गण उपस्थित थे.

Chhapra: व्यवहार न्यायालय के सभी कर्मियों तथा डालसा के कार्यालय मे मौजूद कर्मचारियों के बीच सैनिटाइजर और मास्क का वितरण किया गया. ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार सारण के पारा विधिक स्वयंसेवक राजू प्रसाद जायसवाल के प्रयास एवं समाजसेवी हाजी आफताब आलम खान के सहयोग से इस कार्य को किया गया.

इस मौक़े पर हाजी आफताब आलम खान ने कहा कि व्यवहार न्यायालय में पैरवीकारों के प्रवेश पर पाबंदी लगभग हटा ली गई है. जिससे काफ़ी संख्या में कोर्ट परिसर, बाज़ारों और सड़कों पर भीड़ उमड़ती नज़र आ रही है. कोरोना मरीज़ों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए आम नागरिकों कि ज़िम्मेवारी है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का सख़्ती से पालन करें. सभी लोग मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग को अपने व्यवहार में अनिवार्य रूप से शामिल करें एवं आत्मानुशासन, साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग को सर्वोत्तम उपाय मानते हुए बग़ैर किसी ख़ास ज़रूरत के घर से बाहर नहीं निकलें. कोरोना वैश्विक महामारी का खतरा अभी शीघ्र ख़त्म होने वाला नहीं है इसे देखते हुए सभी लोगों को बचाव के सर्वोत्तम उपायों के साथ जिवन व्यतीत करने की ज़रूरत है.

इस मौके पर परवेज़ आलम खान, मेराज खान, मो० शहनवाज कादरी आदि शामिल थें.

Chhapra: केरल के कन्नानोर से 1345 प्रवासियों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन छपरा पहुंची. छपरा जंक्शन पर जिलास्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा ट्रेन से आये श्रमिक बंधुओं की आगवानी की गयी. इसके बाद बारी-बारी से लोगों के उतरने का सिलसिला शुरू हुआ.

प्लेटफार्म से बाहर निकलने पर सभी की स्क्रीनिंग की गयी जिसके लिए 18 काउण्टर बनाये गये थे. जिला प्रशासन द्वारा तैयार कराये गये फुड पैकेट्स और पानी का बोतल दिया गया. इस ट्रेन से कुल 335 नन्हे-मुन्हें प्यारे बच्चे भी आयें. बच्चों को अलग से बिस्कीट, टॉफी और कुरकुरे का पैकेट दिया गया.

जिसके बाद लोगों को उनके गंतब्य के जिलों में बसों के माध्यम से भेज दिया गया. आज आनेवालों में 1298 प्रवासी बिहार के अन्य जिलों के थे, जबकि 47 प्रवासी सारण जिले के थे.

Chhapra: मुख्यमंत्री के द्वारा करोना उन्मूलन के लिए जन-जागरूकता अभियान के तहत विडियो कॉफ्रेंसिंग एवं वेबकास्टिंग के माध्यम से जिला स्तर से पंचायत स्तर तक के जन प्रतिनिधिगण एवं पदाधिकारीगण के साथ सीधा संवाद किया गया.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि करोना वायरस से डरने की नहीं बल्कि सजग और सचेत रहने की आवश्यकता है. लोगों में भी जागृति आयी है. 65 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग, गर्भवती महिलायें, 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे और किसी अन्य प्रकार के बिमारी वाले व्यक्ति को विशेष बचाव की जरूरत है. लोग मास्क का प्रयोग जरूर करें. साफ-सफायी पर ध्यान दें. सैनिटाइजर का उपयोग किया जाय.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनलॉक-1 में अब जनप्रतिनिधिगण की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गयी है. लोगों को दो गज की दूरी बनाये रखने और फेसमास्क लगाने के लिए प्रेरित किया जाय.

मुख्यमंत्री के संवाद कार्यक्रम में बाद जिलाधिकारी के द्वारा सभी जिलास्तरीय पदाधिकारियों एवं प्रखण्डों के वरीय प्रभारियों को सभी प्रखण्डों में भ्रमण कर आम लोगों को मास्क पहनने हेतु प्रेरित करने और सघन जागरूकता अभियान चलाने का आदेश दिया. पदाधिकारी क्वारंटीन केन्द्रों का भी भ्रमण करें और वहाँ आवासित लोगों से मिलकर उनका हालचाल पूछें तथा सभी लोगों को मास्क लगाने की सलाह दें.

मुख्यमंत्री के संवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय, सहायक समाहर्त्ता वैभव श्रीवास्तव सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, नगर आयुक्त, जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जिला पार्षद, प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी, प्रमुख, उपप्रमुख एवं पंचायत स्तर पर मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य तथा नगर पंचायत स्तर पर भी जनप्रतिनिधि संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए.

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संकट में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। ऐसी परिस्थिति में भी शिशुओं के स्वास्थ्य को लेकर विभाग चिंतित है। कोरोना महामारी में शिशुओं के लिए जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं जैसे एसएनएससीयू एवं एनआरसी की सुविधा पहले की तरह प्रदान की जाएगी. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार पत्र लिखकर सभी जिले के सिविल सर्जन को निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में शिशुओं के स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियों के संचालित करने के लिए प्रावधान व मार्गदर्शन दिये गयें हैं। जिसमें कंटेंमेंट जोन तथा बफर जोन व ग्रीन जोन में शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन को लेकर दिशा निर्देश दिया गया है।

बीमार नवजात शिशु की देखभाल, डिस्चार्ज शिशु का फॉलो-अप तथा फैमली पार्टीसिपेट्री केयर कराना

कॉनटेनमेंट जोजन तथा बफर जोन में बीमार नवजात शिशु को नजदीक के एसएनसीयू में चिकित्सकीय सुविधा प्रदान किया जायेगा। प्रत्येक एसएनसीयू(स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट) में प्रवेश द्वार के पास ट्राइजिंग के लिए एक रेडिंयट वार्मर भी उपलब्ध कराया जायेगा। कोविड-19 के संदिग्ध मरीज के लिए स्टेप डाउन/ फैमली पार्टीसिपेट्री केयर कमरे को दो रेडियण्ट वार्मार के साथ तैयार रखने के भी निर्देश दिए गए हैं. एसएनसीयू में फैमली पार्टीसिपेट्री केयर को वर्तमान परिस्थितियों स्थगित रखा जायेगा। बफर जोन से बाहर यानि ग्रीन जोन मंस सामान्य दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी सेवाओं को जारी रखा जायेगा।

कोविड-19 पॉजिटिव नवजात किया जायेगा पटना रेफर
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि कोविड-19 के पॉजिटिव नवजात को स्थिरीकरण करने के उपरांत राज्य सरकार के कोविड-19 के दिशा-निर्देश के आलोक में कोविड-19 के मरीजों के लिए चिन्हित संस्थानों एनएमसीएच, एएनएमएमसीएच एवं जेएलएनएमसीएच तथा नजदीकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उचित व्यवस्था के साथ रेफर किया जायेगा।

एसएनसीयू से डिस्चार्ज शिशुओं का फॉलो-अप
पत्र के अनुसार एसएनसीयू से डिस्चार्ज नवजात शिशुओं के संबंध में उनक माता या देखभालकर्ता के साथ एसएनसीयू के डाटा इंट्री ऑपरेटर के द्वारा फैसलिटी फॉलो-अप तथा आशा कार्यकर्ता के द्वारा सामुदायिक फॉलोअप दूरभाष के माध्यम से सुनिश्चित किया जायेगा. सिर्फ गंभीर नवजातों को हीं उचित वाहन के माध्यम से एसएनसीयू में भर्ती कराया जायेगा।

घर-घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता करेंगे पूछताछ
कोविड-19 के बचाव के उद्देश्य से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा गृह भ्रमण के दौरान ही शिशुओं के स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक पूछताछ की जायेगी और आवश्यक सेवा के लिए सुविधाएं प्रदान की जायेगी।

गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल
कॉनटेंनमेंट व बफर जोन में नवजात शिशुओं को दूरभाष के माध्यम से नियमित गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल की सुविधा मिलेगी। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा नियमित फॉलोअप किया जायेगा। साथ हीं कोविड-19 कार्यकर्ताओं के द्वारा गृह भ्रमण के दौरान शिशुओं के स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधित आवश्यक पूछताछ की जायेगी और आवश्यक सेवाएं उपलब्ध करायी जायेगी। ग्रीन जोन में एचबीएनसी भ्रमण पूर्ववत दिशा-निर्देशों के अनुसार होगा।

पोषण पुनर्वास केंद्र पर जटिलयुक्त अतिगंभीर कुपोषित बच्चों का प्रबंधन
कॉनटेंनमेंट और बफर जोन में कोविड-19 से बचाव के लिए चिकित्सकीय जटिलता वाले अतिगंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। कुपोषित बच्चों के उचित रेफरल की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। 102 एंबुलेंस सेवा मुफ्त में उपलब्ध करायी जायेगी। एनआरसी(पोषण पुनर्वास केंद्र) से डिस्चार्ज बच्चों को नियमित रूप से दूरभाष के माध्यम से फॉलोअप किया जायेगा। ग्रीन जोन में यह सेवा पूर्ववत संचालित किया जायेगा।

स्तनपान को बढ़ावा
जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि माँ एवं नवजात शिशु को यथासंभव एक साथ रखा जाये तथा कोविड-19 के बावजूद जन्म के 1 घंटे के अंदर स्तनपान शुरू करना सुनिश्चित किया जाये। शिशुओं को हर बार स्तनपान कराते समय माँ द्वारा मास्क का प्रयोग एंव हाथ की स्वच्छता का पालन सुनिश्चित किया जाये।

Chhapra: कोरोना वायरस और lockdown के बाद सब्जियों के दाम औंधे मुँह गिर गए है. आलम यह है कि सब्जी उगाने वाले किसानों को अपनी लागत निकालने के लिए मशक्कत करनी पर रही है इसके बाद भी कीमत नही निकल रही है.

शहर से लेकर गांव तक सब्जियों के दाम में भारी कमी आयी है. अधिक उत्पादन और कम बिक्री के कारण किसान औने पौने भाव किसी तरह अपनी सब्जियों को बेचने पर मजबूर है.

एक जून से जारी अनलॉक 1 में शहरी क्षेत्रों में सब्जियों की बिक्री बढ़ी है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हालात जस के तस है. बाजारों में फिलहाल भरपूर मात्रा में सब्जियां पहुंच रही है.

सब्जियों का बाजार भाव

भिंडी प्रति किलो 5 रुपया
करेला प्रतिकिलो 5 रुपया
कटहल प्रतिकिलो 15-20 रुपया
लौकी प्रति पीस 10-15 रुपया
हरी मिर्च प्रतिकिलो 10-20 रुपये
कच्चा आम प्रतिकिलो 15-20 रुपये
परवल प्रतिकिलो 10-20 रुपये
नेनुआ प्रतिकिलो 6-10 रुपये

File Photo 

Chhapra: तरैया के पचरौर के नजदीक माझोपुर नहर पर पुल निर्माण की स्वीकृति अब मिल गई है. दो करोड़ बावन लाख छियालीस हजार की लागत से होने वाले इस कार्य की निविदा अगले हफ्ते तक जारी हो जायेगी. करीब तीन वर्ष पूर्व से सांसद रुडी द्वारा इस पुल के निर्माण के लिए प्रयास किया जा रहा था. सांसद ने इस कार्य के लिए पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव को पत्र लिखने के बाद मुलाकात कर बात भी की थी.

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विदित हो कि तरैयां विधानसभा क्षेत्र सांसद का पुराना क्षेत्र है इसलिए यहां के नागरिकों से उनका विशेष और भावनात्मक लगाव है. इसी कारण तरैया के पचरौर के पास मझोपुर नहर पर उच्च स्तरीय RCC पुल के निर्माण की पहल करते हुए इसकी स्वीकृति प्राप्त कर ली.

तरैयां के पचरौर के इस स्थान को दुर्घटना स्थल के ब्लैक स्पॉट के रूप में स्थानीय स्तर पर गिनती की जाती है जहां आये दिन भीषण दुर्घटनाएं होती रहती है. इन दुर्घटनाओं में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इस मार्ग से चलने वाले यात्रियों के दर्द को समझते हुए सांसद रुडी ने इसके स्थायी निदान के लिए ही पुल निर्माण के लिए स्वीकृति प्राप्त की. नहर पर पुल बनाने की मांग लगभग दो दशक पुरानी है.

सांसद रुडी ने जनता की इस चिर परिचित मांग को पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के समक्ष उठाया और इसकी स्वीकृति प्राप्त कर ली गई है और कार्य निविदा की प्रक्रिया में है. सांसद रुडी के प्रयास से यह कार्य शीघ्र ही पूरा होगा और जनता को उपहार स्वरूप प्राप्त होगा.