Chhapra: Lockdown की इस अवधि में लोग समय व्यतीत करने के लिए मोबाइल का सहारा ले रहे है. इस दौरान लगभग 70 प्रतिशत लोगों का समय सोशल साइट्स पर कट रहा है. मोबाइल यूज़र तरह तरह के एप्प डाउनलोड कर रहे है. लेकिन इस दौरान सायबर क्राइम (Cyber Crime) करने वालो की सक्रियता भी बढ़ी है. हैकर्स द्वारा Social Sites का अकाउंट हैक कर लिया जा रहा है. हैकर्स द्वारा फ़्रेंडलिस्ट से देखकर पैसे मांगे जा रहे है.

सारण के इसुआपुर में बुधवार को कई लोगों के Facebook हैक करने का मामला प्रकाश में आया. Facebook को हैक कर हैकर्स ने फ़्रेंडलिस्ट के कई लोगों से 10 हजार रुपये मांगे गए. साथ ही साथ दूसरे दिन वापस करने की बात भी कही गयी. ऐसे दर्जनों मैसेज कई लोगों को हैकर्स द्वारा भेजे गए थे. हालांकि लोगों की तत्परता और सूझबूझ ने हैकर्स की ना चली. हालांकि इसका पता Facebook यूजर्स को तब चला जब लोगों ने फोन कर उनसे अचानक पैसे की जरूरत का कारण पूछा. लोग इस बात से स्तंभ है कि उनका Facebook हैक कर लिए गया है. यह वाकया कब और कैसे हुआ उन्हें पता ही नही चला.

बहरहाल लोगों की सक्रियता से हैकर्स अपने प्लान में कामयाब नहीं हो पाए. लेकिन इस कार्य ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सहमा दिया है. सोशल साइट के कुप्रभाव उन्हें समझ मे आने लगा है.

अगर आपको भी ऐसा कोई मेसेज मिले तो अपने सम्बंधित मित्र से कॉल कर जरुर संपर्क करें. ताकि इस तरह के अपराध करने वाले अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए.

Chhapra: Lockdown में सड़क पर आमजनता की सुरक्षा के लिए तत्पर सारण पुलिस अब नदियों के रास्ते भी सुरक्षा में जुटी है.

बुधवार के सारण जिले के के रिविलगंज और मांझी में नदियों के रास्ते पेट्रोलिंग की गई. सारण पुलिस की रिविलगंज और मांझी थाना क्षेत्र की पुलिस टीम ने नाव से नदियों पर गस्त की.

इस दौरान मुख्य रूप से प्रतिबंधित समानों की नदी के रास्ते आवाजाही करने वालों की खोजबीन की गई.

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Chhapra: Corona Virus संक्रमण को लेकर जिले में Lockdown जारी है. Lockdown की इस अवधि में शहर से लेकर गांव तक पूर्ण बंदी है. लोग अपने घरों में हैं और विशेष आवश्यकता वाले जरूरत के सामानों को खरीदारी को लेकर ही सड़क पर आ रहे हैं.

इस दौरान आम जनता के समक्ष सबसे बड़ी समस्या उनके स्वास्थ्य को लेकर है. घरों में बीमार लोगों का इलाज सिर्फ झोलाछाप चिकित्सकों की बदौलत ही चल रहा है. शहर में सभी चिकित्सकों के निजी क्लीनिक बंद है. हालांकि सरकार के निर्देश पर ओपीडी सेवा कार्यरत है. सरकार ने पत्र भी जारी कर निजी क्लीनिक सेवा प्रारंभ करने का आह्वान किया है. दिशा निर्देश के अनुसार क्लीनिक पर मरीज़ो के स्वास्थ्य परीक्षण और परामर्श देने का निर्देश दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद निजी क्लीनिक, परामर्श केंद्र बंद है. इसे भी पढ़ें : Whats App ग्रुप में फर्जी मेसेज वायरल करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज

घर में अगर किसी की तबीयत ख़राब हो जा रही है तो वह अपने आसपास रहने वाले चिकित्सकों को ही खोज रहे हैं. किसी तरह वह अपने बीमार परिजन का इलाज करा कर स्वस्थ होने का प्रयास कर रहे हैं. यही स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों की भी है. ग्रामीण क्षेत्र में निजी क्लीनिक पूरी तरह से बंद है. कई अच्छे चिकित्सकों का मोबाइल नंबर भी बंद है जिससे कि उनसे परामर्श नहीं मिल पा रहा है.

सबसे बड़ी समस्या गर्भवती महिलाओं के समक्ष हैं इन महिलाओं के परिजन स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर चिंतित हैं. हालांकि सदर अस्पताल में इनका इलाज संभव है. लेकिन सदर अस्पताल में अधिकांश लोग जाने से डर रहे हैं. कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर चल रही तरह तरह की बातों से लोग काफी सतर्क है. एक अनुमान के अनुसार सदर अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या में भी 50% से अधिक कमी आई है. छोटी-मोटी तकलीफ एवं बीमारियों को लेकर आने वाले मरीज अस्पताल से पूरी तरह नदारद है. विशेष परिस्थितियों में ही में इक्का-दुक्का लोग अस्पताल में आ रहे हैं. जिनमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं जो प्रसव के लिए आ रही है. कुल मिलाकर Lockdown में प्राइवेट स्वास्थ्य सेवा बंद होने से आम जनता पूरी तरह से झोलाछाप चिकित्सकों पर ही निर्भर है.

कई लोगों ने भी सोशल मीडिया के जरिए शहर के चिन्हित एवं अच्छे चिकित्सकों से अपने निजी संस्थानों को खोलने की मांग की है. जहां विशेष रूप से नवजात शिशु, वृद्ध एवं महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों को आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निजी क्लीनिक चलाने का आह्वान किया जा रहा है. लेकिन निजी क्लिनिक पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेनेंस का पालन ना होने और मरीजों की भीड़ को देखते हुए चिकित्सक भी क्लिनिक खोलने का प्रयास नही कर रहे है.

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लॉकडाउन के कारण मजदूरों का रोजगार बंद है. ऐसे में समाज के लोग आगे आकर उनकी मदद कर रहे है. दिहाड़ी मजदूरी करने वाले वाले छोटे मजदूरों, रिक्शा चालकों की समस्या को लेकर इनरव्हील क्लब छपरा की अध्यक्ष अनुराधा सिन्हा ने अपने पति राकेश नारायण सिन्हा के साथ मजदूरों व गरीबों की मदद की है.

उनके द्वारा दहियावां टोला स्थित दलित बस्ती के लोगों के बीच लगभग 50 पैकेट राशन बाटा गया. जो कि फेस ऑफ फ्यूचर के सदस्यों ने सर्वे कर चिन्हीत व्यक्तियों को दिलवाया. पैकेट में आटा, चावल, तेल, आलू, मसाला, साबुन, बिस्किट, नमक, हल्दी, मशाला, सोयाबीन, मास्क जैसे कई महत्वपूर्ण वस्तु उपलब्ध है.

इस दौरान फेस ऑफ़ फ्यूचर इंडिया के मंटू कुमार यादव, रचना पर्वत, संजीव चौधरी तथा जिला पुलिस बल के जवान मौजूद रहे ताकि सोशल डिस्टेंस का पालन हो सके.

New Delhi: Corona संक्रमण में ईलाज करने के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों पर लगातार हो रहे हमले पर केंद्र सरकार ने कड़ा फैसला लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बुधवार को केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर एक अध्यादेश पास किया गया है. स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा. इसमें 3 महीने से सात साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार अध्यादेश लाई जिसके तहत कड़ी सजा का प्रावधान है. स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों को जमानत नहीं मिलेगी. 30 दिन के अंदर इसकी जांच पूरी होगी. जबकि एक साल के अंदर फैसला आएगा. इसके तहत 3 महीने से 5 साल तक की सजा हो सकती है. जबकि गंभीर मामलों में 6 महीने से 7 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है. गंभीर मामलों में 50 हजार से 2 लाख तक का जुर्माना भी लगाया जाएगा.

वही स्वास्थ्यकर्मी की गाड़ी पर हमला करने वालों को उनकी मार्केट वैल्यू का दोगुना ज्यादा भरपाई करना होगा.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर शिक्षक संघ के सचिव तथा सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के भावी प्रत्याशी प्रो. रणजीत कुमार ने उनके खिलाफ साजिशन फर्जी मेसेज Whats App ग्रुप में वायरल करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है.

उन्होंने भगवान बाज़ार थाना में इसको लेकर मामला दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि मेरी संघर्षशीलता एवम शिक्षकों के बीच उनकी लोकप्रियता से घबराकर एक प्रत्याशी विशेष के कुछ समर्थकों ने सुनियोजित राजनीतिक साजिश के तहत शिक्षकों के बीच छवि धूमिल करने के उद्देश्य से एक फर्जी मेसेज तैयार कर उसे विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल कर दिया है. प्रो कुमार ने इस राजनीतिक साजिश का पर्दाफाश करने के उद्देश्य से विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप पर फर्जी मेसेज वायरल करने के तीन शिक्षकों के विरुद्ध आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है.

पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों के विरूद्ध अनुसंधान शुरू कर दिया है. जल्द ही नामित व्यक्ति एवम इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोग कानून के शिकंजे में होंगे।सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वालों के लिए यह एक सबक होगा.

Chhapra: विगत दिनों छपरा के भगवान बाजार थाना के फरार हुआ अपराधी मंगलवार को देसी कट्टा और गोली के साथ पकड़ा गया. मुफस्सिल थाना क्षेत्र से इस अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया.

सारण के SP हर किशोर राय ने बताया कि 20 दिन पूर्व भगवान बाजार थाना से पुलिस कस्टडी के दौरान यह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. उसके बाद से इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगी हुई थी. पुलिस अपने प्रयास में कामयाब रही और यह पकड़ा गया. इसे भी पढ़ें: अपराधियों ने पुलिस पर की फायरिंग, एक गिरफ्तार

आपको बता देगी 20 दिन पूर्व भगवान बाज़ार थाना से अपराधी के फरार हो जाने के बाद भगवान बाजार थाना अध्यक्ष को सारण एसपी ने निलंबित कर दिया था.

Chhapra: कोविड-19 कोरोना वायरस को लेकर संपूर्ण ने देश में लॉक डाउन है. लॉकडाउन की वजह से हर चीज पर गहरा असर पड़ा है. लेकिन पढ़ाई पर कोई असर ना पड़े इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है. एसडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है.

प्राचार्य राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों के पढ़ाई पर कोई असर न पड़े और घर बैठे सुरक्षित तरीके से बच्चे शिक्षा ग्रहण करें, इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है. ऑनलाइन के जरिए ही असाइनमेंट, प्रोजेक्ट, होम वर्क दिया जा रहा है. ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर बच्चों में काफी उत्सुकता देखी जा रही है और बच्चे रुचि भी ले रहे हैं. जब तक करोना की जंग जारी रहेगी तब तक घर रहकर बच्चे सुरक्षित वातावरण में ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए शिक्षा ग्रहण करते रहेंगे.

वही आरएन सिंह कॉलेज के प्राचार्य अरुण कुमार सिंह ने बताया कि कॉलेज के सभी शिक्षकों के द्वारा अपने घर से ही बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है. ऑनलाइन शिक्षा के जरिए बच्चों को यह भी बताया जा रहा है कि घर से बाहर ना निकले, घर से बाहर ना निकलने की वजह से ही आप लोगों को ऑनलाइन के जरिए शिक्षा दी जा रही है. बच्चों को कोविड-19 कोरोना वायरस को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है.

फोटो: फ़ाइल

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Chhapra: आरएसए के संयोजक विवेक कुमार विजय ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा लॉक डाउन के बाद अपने शेष परीक्षाएं एवं नामांकन कराने का मॉडल मैं बदलाव करें. विश्वविद्यालय परीक्षा केंद्र अधिक से अधिक बढ़ाने का प्रयास करें. इसके लिए हाई स्कूल एवं इंटर कॉलेजों को भी ले लें. प्रश्न पत्रों की संख्या कम कर के 5 या 6, प्रश्नों के स्थान पर केवल 4- 3 प्रश्नों का ही हल करने, प्रश्न पत्र हल करने के समय में भी कटौती करके 2 घंटे ही मात्र रखें.

उन्होने कहा कि परीक्षा दो पालियो के जगह तीन पालियो में आयोजन करें. इन सारे विकल्पों पर विचार करके जल्द से जल्द लॉक डाउन खत्म होने के बाद परीक्षा का आयोजन कराया जाए, ताकि सत्र नियमित हो सके. नए सत्र में नामांकन हेतु सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कराते हुए. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए छात्र छात्राओं को महाविद्यालय नहीं बुलाया जाए. बल्कि ऑनलाइन वेरिफिकेशन ही कर लिया जाए. स्नातक स्तर पर प्रथम खंड एवं द्वितीय खंड के छात्र छात्राओं को प्रोन्नत कर स्नातक तृतीय खंड में नामांकन लेने का आदेश दे देना चाहिए. विश्वविद्यालय प्रशासन को ताकि सोशल डिस्टेंस का पालन भी हो सके.

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छपरा इकाई मेल के मध्यम से जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति से परीक्षार्थियों को अगले क्लास में प्रोन्नति करने की मांग किया है. वही जयप्रकाश विश्वविद्यालय संयोजक रवि पाण्डे ने कहा है कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय में विगत कई वर्षों से शैक्षणिक सत्र विलंब चल रहा है. उसी बीच प्रकृति आपदा के तौर पर पूरा विश्व कोरोना जैसे महामारी से ग्रसित है, जिसके कारण लगभग पूरे विश्व में लॉक डाउन चल रहा है, ऐसे में पठन-पाठन स्थगित हो चुका है.

उन्होने कहा कि कई परीक्षा जिसकी तिथि निर्धारित हो चुकी थी, लॉक डाउन के वजह से वह परीक्षा नहीं हो पाई जिससे जयप्रकाश विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र और विलंब हो रहा है. वहीं कुलपति का ध्यान दिल्ली विश्वविद्यालय के तरफ आकृष्ट कराते हुए पाण्डेय ने कहा है कि सत्र नियमित करने हेतु विश्वविद्यालय में प्रथम खंड एवं द्वितीय खंड के परीक्षार्थियों को बिना परीक्षा दिए ही प्रोन्नत करने का प्रस्ताव आया है, तथा तृतीय खंड के परीक्षार्थियों को परीक्षा देना अनिवार्य किया गया है. अगर जयप्रकाश विश्वविद्यालय में भी प्रथम खंड द्वितीय खंड के परीक्षार्थियों को बिना परीक्षा प्रोन्नत किया जाए तो जयप्रकाश विश्वविद्यालय भी शैक्षणिक सत्र में पिछड़ने से बच जाएगा.

Chhapra: एसएफआई के केन्द्रीय कमिटी के आह्वान पर छपरा जिले के विभिन्न प्रखण्डों मे एसएफआई के युनिटों द्वारा सोशल डिस्टेशिंग का पालन करते हुए अभियान #ProtestfromHome के तहत घर के छतों एवं बालकोनियों से हस्तलिखित पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शन किया गया.

पोस्टर प्रदर्शन के दौरान एसएफआई के राज्याध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारें लाकडाउन का दौरान परेशानी झेल रहे छात्रों एवं प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर पुरी तरह से संवेदनहीन बनी हुई है. सरकार को सिर्फ अपने मंत्रियों और विधायकों के लाडलों की चिंता है. एक तरफ सांसद एवं विधायकों के लाडलो को घर बुलाने के लिए स्पेशल गाडी की व्यवस्था की जा रही है तो दूसरे तरफ छात्रावावासों एवं नीजी मकानो मे फंसे छात्रों के साथ साथ प्रवासी मजदूर एव उनके परिवार भूखमरी की मार झेल रहे है.

उन्होने कहा कि हद तो तब हो जाती है जब इस वैश्विक महामारी से फटेहाल हुए गरीब परिवार जिनके निवाले के लिए सरकार आटा नही उपलब्ध करा रही उनके बच्चों को पढने के डाटा की नसीहत देकर ऑनलाइन क्लासेज चलाकर गरीबो को शिक्षा से दूर करने की नापाक षड्यंत्र रच रही है. पोस्टर प्रदर्शन विभिन्न प्रखण्डों मे विभिन्न संगठन के नेताओं के नेतृत्व मे किया गया. छपरा सदर के नेतृत्वकर्ता सद्दाब अहमद मजहरी एवं देवेन्द्र कुमार इसुआपुर के नेतृत्वकर्ता रीतेश कुमार, पंचम कुमार, परसा के नेतृत्वकर्ता विकास कुमार, आलोक कुमार, जनता बजार के नेतृत्वकर्ता गोलू सिंह कुशवाहा एव रुपेश कुमार माझी-जलालपुर अमरजीत कुमार, तरैया के नेतृत्वकर्ता कल्पनाथ कुमार एवं संतोष कुमार थे.A valid URL was not provided.

1. सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के बैजू टोला में अपराधियों ने पुलिस पर की फायरिंग, एक अपराधी गिरफ्तार, डकैती के आधा दर्जन मामले में वांटेड है. अपराधियों ने पुलिस पर की फायरिंग, एक गिरफ्तार

2. देश में कोरोना वायरस से अब तक 3260 स्वस्थ हुए है. इस संक्रमण से संक्रमितों की संख्या 18985 हुई. बिहार में अब तक कुल 126 कोरोना संक्रमित मरीज मिले है. सूबे में सोमवार को 13 नए मामले सामने आएं हैं. बिहार में अबतक 126 कोरोना संक्रमित मरीज

3. सारण पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र से देसी कट्टा और गोली के साथ एक अपराधी को किया गिरफ्तार. एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि यह अपराधी 20 दिन पूर्व भगवान बाज़ार थाना से फरार हुआ था.

4. आपदा राहत केन्द्र पर आवासितों को जिलाधिकारी ने उपलब्ध करायी उनके जरूरत के सामान, इंजीनियरिंग कॉलेज छपरा में संचालित आपदा राहत केन्द्र पर फिलहाल 63 लोग है आवासित. आपदा राहत केन्द्र पर आवासितों को जिलाधिकारी ने उपलब्ध करायी उनके जरूरत की चीजें

5. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सारण जिला प्रशासन द्वारा कराया जा रहा है डोर टू डोर सर्वे, कुल 3 लाख 18 हजार 189 घरों के सर्वे का है लक्ष्य. 20 अप्रैल तक 1 लाख 91 हज़ार 789 घरों का सर्वे का काम पूरा. 

6. जिले में चलाये जा रहे घर-घर सर्वे अभियान में आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं को सही जानकारी देने की प्रशासन की की अपील. क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक ने डोर टू डोर सर्वे अभियान का लिया जायजा. डोर टू डोर सर्वे में तीन स्तर पर हो रहा सूचनाओं का एकत्रीकरण, पदाधिकारियों ने आमजनता से की सहयोग की अपील

 

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