छपरा: 14 वर्षों के संघर्ष और त्याग के बाद रावण का संहार कर राम ने जिस महान उदहारण को प्रस्तुत किया था। उसी को याद करते हुए हर साल रावण के पुतले को दहन करने की परम्परा है। गुरुवार को छपरा के राजेंद्र स्टेडियम में हजारों लोगों की उपस्थिति में रावण और मेघनाद के पुतले को दहन कर परंपरा को आगे बढ़ाने का काम किया गया।
आयोजित कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन आयुक्त प्रभात शंकर, जिलाधिकारी दीपक आनंद तथा पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने किया। https://www.facebook.com/chhapratoday/videos/906164476106044/
कार्यक्रम में दर्शकों का उत्त्साह चरम पर था। सबने रावण दहन तथा आतिशबाजी का भरपूर आनंद लिया। स्टेडियम में सबसे ज्यादा महिलाओं की संख्या थी जो सीता पर हुए अत्याचार का परिणाम भुगत रहे रावण का अंत देखने के लिए दूर-दूर से आयी थीं।
विदित हो की सारण में 28 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग भी है जिसको ध्यान में रखकर प्रशासन ने स्टेडियम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये थे।
कुल मिलकर इस बार भी रावण-दहन का कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हो गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रावण दहन कार्यक्रम समिति के लोगों समेत प्रशासन तथा स्काउट के वॉलेंटियर्स ने भी अहम भूमिका निभाई।