Patna, 26 अगस्त (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना जिला अंतर्गत प्रगति यात्रा के दौरान की गयी घोषणाओं से संबंधित पटना शहरी क्षेत्र (पूर्वी) के लिए भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 341.43 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न योजनाओं का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास / कार्यारंभ किया।

341.43 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का किया शिलान्यास

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि 4 घोषणाओं से संबंधित 5 योजनाओं का शिलान्यास आज किया जा रहा है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन से पटना सिटी के लोगों तथा प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में पटना साहिब आनेवाले सिख श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी।

उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन से पटना शहरी क्षेत्र (पूर्वी) के आम लोगों को काफी फायदा होगा। उन्हें बेहतर जनसुविधाएं मिलेंगी।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 158.40 करोड़ रुपये लागत की गायघाट-कंगन घाट-दीदारगंज तक (लंबाई 7.80 किलोमीटर) गंगा के किनारे पुराने पथ के चौड़ीकरण/निर्माण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया।

यातायात सुगम होगा और सड़क सुरक्षा बेहतर होगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पटना सिटी क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी। साथ ही छठ महापर्व और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के लिए गंगा नदी तक पहुंचने में सहूलियत होगी।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 61.95 करोड़ रुपये की लागत से गाय घाट में जेपी गंगा पथ से सटे नदी की ओर डाउन रैंप के निर्माण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर कार्यारंभ किया।

मुख्यमंत्री ने इस इवसर पर कहा कि इस योजना के पूर्ण होने पर जेपी गंगा पथ से गाय घाट उतरने में सुविधा होगी। जेपी गंगा पथ गाय घाट में यू-टर्न व्यवस्था के कारण निरंतर जाम की समस्या बनी रहती है, अब इस कार्य के पूर्ण होने पर जाम से निजात मिलेगी। यातायात सुगम होगा और सड़क सुरक्षा बेहतर होगी।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 99.26 करोड़ रुपये लागत की पटना साहिब में तख्त श्री हरमंदिर साहिब जी, कंगन घाट में मल्टी लेवल पार्किंग के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 14.05 करोड़ रुपये लागत की पटना सिटी के मंगल तालाब में पर्यटकीय सुविधाओं का विकास एवं 7.77 करोड़ रुपये लागत की नागरिक सुविधाओं के विकास कार्य का शिलान्यास भी किया।

अच्छे ढंग से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की तस्वीर लगाएं: मुख्यमंत्री

कार्यक्रम के पश्चात् लौटने के क्रम में मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ पर रुककर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की लगायी गयी तस्वीर को देखा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस पथ पर जगह-जगह और अच्छे ढंग से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की तस्वीर लगाएं।

मुख्यमंत्री अटल पथ पर भी रुके और अधिकारियों को निर्देश दिया कि यहां विभिन्न जगहों पर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर लगाएं। उन्होंने कहा कि जेपी गंगा पथ और अटल पथ को साफ-सुथरा, सुसज्जित, सुरक्षित और मेंटेन कर के रखें।

Patna: जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र के लाल बागी गांव में रविवार की देर रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। गांव के 16 साल के राजकुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

जांच में जुटी पुलिस

ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना गांव की एक लड़की से राजकुमार के प्रेम प्रसंग से जुड़ी हुई है। इसी विवाद को लेकर हत्या की गई बताई जा रही है।
वारदात की खबर मिलते ही बाढ़ थाना अध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है ताकि घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए जा सकें।

शुरुआती जांच में प्रेम प्रसंग को वजह माना जा रहा है

फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। शुरुआती जांच में प्रेम प्रसंग को वजह माना जा रहा है, लेकिन अन्य सभी पहलुओं पर भी पड़ताल की जा रही है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है और परिजन सहित स्थानीय लोग दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

Patna, 27 जुलाई, (हि.स.)।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना संग्रहालय के नवनिर्मित गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और वहां लगाये गये प्रदर्शों का अवलोकन किया

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है: नीतीश कुमार 

उद्घाटन सके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय का उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य बेहतर ढंग से किया जा रहा है। यह पुराना संग्रहालय है। यहां पर कई महत्वपूर्ण पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक प्रदर्श रखे गए हैं, उनका रखरखाव और बेहतर ढंग से हो इसलिए भवन का विस्तारीकरण किया गया है।

उन्होंने कहा कि संग्रह को बेहतर ढंग से प्रदर्शित करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है। गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह अच्छा बना है। लोग यहां आकर प्रदर्शों को देख सकेंगे और उन्हें कई विशिष्ट जानकारियां प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री ने पटना संग्रहालय के पूरे परिसर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया

पटना संग्रहालय के नव निर्मित भवन के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री बिहार संग्रहालय पहुंचे और वहां संग्रहालय के विभिन्न भागों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रदर्शों को भी देखा। मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय तथा पटना संग्रहालय को जोड़नेवाली निर्माणाधीन टनल का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने टनल से बिहार संग्रहालय में प्रवेश की व्यवस्था, पार्किंग, पर्यटकों को मिलनेवाली अन्य सुविधाओं आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि टनल निर्माण का कार्य जल्द पूरा करें, जिससे कि बिहार संग्रहालय और पटना संग्रहालय के दर्शक आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जाकर प्रदर्शों का अवलोकन कर सकें। उन्होंने कहा कि टनल का बेहतर ढंग से निर्माण कराएं, ताकि इलेक्ट्रिक वाहन के साथ-साथ पैदल पर्यटक आसानी से पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में आवागमन कर सकें। उन्होंने कहा कि बिहार संग्रहालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में बड़ी संख्या में पर्यटक आते रहते हैं। इन दोनों संग्रहालयों के बीच टनल का निर्माण कार्य पूर्ण होने से पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। यहां पार्किंग और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि इस निर्माणाधीन टनल के पास से नेहरू पथ के उस तरफ जाने के लिये जो ऊपरी पुल बनाया जाना है, उसका निर्माण कार्य जल्द शुरू करें। साथ ही नेहरू पथ के दूसरी तरफ एक पार्क का भी निर्माण कराएंं, ताकि यहां आनेवाले पर्यटक उसका आनंद उठा सकें।

पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं

उल्लेखनीय है कि पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं। यह संग्रहालय बिहार राज्य के सांस्कृतिक इतिहास को दर्शाता है। सर्वप्रथम इसकी स्थापना सन 1915 में ऐतिहासिक संग्रहीत वस्तुओ को प्रदर्शित करने के लिए आयुक्त के बंगले में किया गया था। बाद में इसे पटना उच्च न्यायालय भवन में स्थानांतरित कर दिया गया। बढ़ते हुए संग्रह को ध्यान में रखते हुए संग्रहालय के लिए एक नई इमारत बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ। राय बहादुर विष्णुस्वरूप ने इस इमारत को इंडो-सारसेनिक शैली में डिजाइन किया, जो राजपुताना और मुगल वास्तुकला का मिश्रण है। यह नया भवन सन 1928 में बनकर तैयार हुआ और सन 1929 में जनता के लिए खोल दिया गया। सन 1960 में इसके पिछले भाग को विस्तारित किया गया।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण यादव, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Patna, 22 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल में मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को दोनों सदनों (विधानसभा-विधानपरिषद) में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के साथ सदन की कार्यवाही शुरु हुई। इस हंगामे के बीच विधानसभा से छह विधेयक पास किये गए। दोपहर बाद विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

मार्शल ने हाथ पकड़ कर प्रदर्शनकारी विधायकों को उठा दिया

मंगलवार को कार्यवाही शुरू होने से पहले राजद-कांग्रेस विधायक विधानसभा के मुख्य द्वार पर बैठ गए। इन नेताओं के गेट पर बैठ जाने की वजह से विधायकों को अंदर जाने में परेशानी होने लगी। विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को भी विधानसभा में जाने से रोकने का प्रयास किया। हालांकि, मार्शल ने हाथ पकड़ कर प्रदर्शनकारी विधायकों को उठा दिया।

विपक्षी विधायक लगातार मतदाता सूची पुनरीक्षण और राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर हंगामा करते रहे। सदन के अंदर कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य हाथ में पोस्टर लेकर हंगामा करने लगे। विपक्ष के विधायक बेल में चले आए। विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विपक्षी विधायकों से हंगामा ना करने का बार-बार आग्रह किया लेकिन विपक्ष के सदस्य लगातार नारेबाजी करते रहे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगति कर दिया।

विपक्ष के हंगामे के बीचं 6 विधेयक पारित हुए

विधानसभा की द्वितीय पाली शुरु होते ही विपक्ष के हंगामे के बीचं 6 विधेयक पारित हुए। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही दोबारा दो बजे शुरु होने के बाद मात्र 30 मिनट चली, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। विधान परिषद की द्वितीय पाली शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सभापति से कार्य स्थगन प्रस्ताव मंजूर कर इस चर्चा करने की मांग की। सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि इस पर चर्चा कराना असंवैधानिक है। आप लोग क्या चाहते हैं, मैं यह असंवैधानिक कार्य की अनुमति दूं? विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही बुधवार 12 बजे भी तक के लिए स्थगित कर दी गई।

पटना, 20 जुलाई (हि.स.)। बिहार की राजधानी पटना में तीन मेट्रो कोच रविवार को पुणे से पहुंच गए। मेट्रो के ये तीन कोच पुणे से विशेष 74 पहियों वाले ट्रकों पर रविवार को पटना लाए गए। 15 अगस्त से यहां मेट्रो का संचालन शुरू होगा।

इन्हें पटना-गया-डोभी रूट से राजधानी पहुंचने में लगभग 8 दिन लगे। तीनों कोचों को आईएसबीटी डिपो में रखा गया है, जहां अब इन्हें उतारने की प्रक्रिया शुरू होगी। उतारने के बाद, तकनीकी टीमें इन कोचों के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर ट्रायल से पहले उनकी अच्छी तरह जांच करेंगी।

पटना मेट्रों के अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल रन आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक किया जाएगा। ट्रायल के दौरान, यह सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी परीक्षण किए जाएंगे कि सब कुछ सुरक्षित और सुचारू रूप से काम कर रहा है। अगर कोई समस्या पाई जाती है, तो उसे तुरंत ठीक कर दिया जाएगा। अगस्त के पहले सप्ताह तक इन परीक्षणों को पूरा करने का लक्ष्य है ताकि 15 अगस्त से पटनावासियों को तोहफे के रूप में मेट्रो सेवाएं शुरू की जा सकें।

मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में बैरिया स्थित आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक 6.1 किलोमीटर लंबे रूट पर मेट्रो का परिचालन शुरू होगा। इस मेट्रो ट्रेन में तीन कोच होंगे और बैठने और खड़े होने की जगह मिलाकर लगभग 900 यात्री बैठ सकेंगे। इस रूट पर पांच स्टेशन बनाए गए हैं- आईएसबीटी, जीरोमाइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी। हालांकि, खेमनीचक स्टेशन अभी तैयार नहीं है, इसलिए ट्रायल रन के दौरान इसे छोड़ दिया जा सकता है।

इन मेट्रो कोचों के आने से बेहतर परिवहन सुविधाओं की प्रतीक्षा कर रहे पटना वासियों के लिए उम्मीद की किरण जगी है। चालू होने के बाद, पटना मेट्रो यातायात की समस्याओं को कम करने और हजारों लोगों के लिए दैनिक यात्रा को तेज़ और आसान बनाने में मदद करेगी।

Patna, 19 जुलाई (हि.स.)। बिहार में दाे दिन पहले तक लगातार हाे रही बारिश शाैर नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण गंगा नदी रौद्र रूप ले चुकी है। राजधानी पटना में गंगा के कई घाटों पर पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर आ चुकी है,जिससे दियारा और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।

जिला प्रशासन ने राहत और बचाव की व्यापक तैयारियां की हैं

जल संसाधन विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है और बांधों की 24 घंटे निगरानी शुरू कर दी है। हर पल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं। जिला प्रशासन ने राहत और बचाव की व्यापक तैयारियां की हैं। पटना के दियारा इलाके में गंगा का पानी तेजी से फैल रहा है, जिससे कई गांवों में खेत और घर जलमग्न हो गए हैं।

संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में 119 ऊंचे स्थानों की पहचान कर राहत शिविरों की तैयारी की गई है

दानापुर में गंगा और सोन नदी के जलस्तर से कटाव की समस्या शुरू हो गई है। मनेर और हथिदह में नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुसने की खबरें हैं। जिला प्रशासन ने 245 नाविकों के साथ समझौता किया है, ताकि जरूरत पड़ने पर नाव और गोताखोरों की मदद से बचाव कार्य तेज किया जा सके। गायघाट में एसडीआरएफ और दीदारगंज में एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में 119 ऊंचे स्थानों की पहचान कर राहत शिविरों की तैयारी की गई है।

हथिदह में जलस्तर 41.54 मीटर (खतरे का निशान 41.76 मीटर) दर्ज किया गया।

जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पटना के प्रमुख घाटों पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है या उसके करीब है। गांधी घाट पर जलस्तर 48.76 मीटर (खतरे का निशान 48.60 मीटर), दीघा घाट पर 50.13 मीटर (खतरे का निशान 50.45 मीटर), मनेर में 51.73 मीटर (खतरे का निशान 52 मीटर) और हथिदह में 41.54 मीटर (खतरे का निशान 41.76 मीटर) दर्ज किया गया। देवनानाला में जलस्तर 165.50 फुट है जो खतरे के निशान 167 फुट से थोड़ा नीचे है। पिछले दो दिनों में जलस्तर में ढाई फुट की वृद्धि हुई है। जिससे दियारा, दानापुर और मनेर में पानी फैलने लगा है।

मौसम विभाग ने रविवार को उत्तर और पूर्वी बिहार में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी है

मौसम विभाग ने रविवार को उत्तर और पूर्वी बिहार में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी है। सीमांचल और कोसी क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है, जिससे गंगा, कोसी और गंडक नदियों का जलस्तर और बढ़ सकता है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों (पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, जमुई, बांका) में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश हैं। प्रशासन ने लोगों से नदियों के किनारे न जाने, वज्रपात के दौरान खुले स्थानों से बचने और स्थानीय प्रशासन के संपर्क में रहने की अपील की है।

Patna, 17 जुलाई (हि.स.)। पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में स्थित पारस हॉस्पिटल में अपराधियाें ने गुरुवार की सुबह बेऊर जेल से पैरोल पर इलाज कराने आए चंदन मिश्रा को गोली मार दी। अपराधी पांच की संख्या में आए थे।

गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के लोगों में दहशत फैल गई

घटना के बाद मौके पर शास्त्री नगर थाने की पुलिस और पटना एसएससी कार्तिकेय के शर्मा पहुंचे हुए हैं और मामले की जांच की जा रही है। गोलीबारी की आवाज सुनकर मरीजों, कर्मचारियों और आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत शास्त्री नगर थाना पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।

बक्सर पुलिस की मदद से गैंग के लोगों की पहचान की जा रही है

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा, “बक्सर जिला के निवासी अपराधी चंदन मिश्रा पर हत्या के दर्जनों केस दर्ज थे और एक में ये सजायाफ्ता भी हैं। इनको बक्सर से भागलपुर जेल भेजा गया था। इलाजरत होने के कारण इनको पैरोल दिया गया था। संभवतः इनके विरोधी गुटों के लोगों ने इसे गोली मारी है। कई गोलियां लगी हैं। अभी इलाजरत है। बक्सर पुलिस की मदद से गैंग के लोगों की पहचान की जा रही है। शूटर की तस्वीर मिल गई है।” आगे की कारवाई की जा रही है।

पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने की राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग 

पटना में सुबह सुबह हुई इस घटना काे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को बर्खास्त करने और राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने की। उन्होंने पटना के पारस हॉस्पिटल में गुरुवार की सुबह सुबह बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या के बाद नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया। पप्पू यादव ने आज पारस अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों सेे मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बिहार में पुलिस मुख्यालय के बगल में स्थित पारस हॉस्पिटल में दूसरे तल्ले पर चढ़ शूटर गोलियों से भून देता है। बिहार में महा गुंडाराज है। उन्होंने पुलिस पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘एडीजी मुख्यालय का बहाना,बिहार में अभी अपराध का मौसम है, मानसून तक खून बहता रहेगा! वह क्या कर सकते हैं बिहार में मई,जून जुलाई हत्या करने का महीना है! चुल्लू भर पानी में डूब मरो सरकार’।

मृतक अपराधी बक्सर के राजेंद्र केसरी हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। पिछले 15 दिनों से वो पारस अस्पताल में भर्ती था। तबीयत खराब होने पर पैरोल पर कुख्यात अपराधी बाहर निकला था। आज सुबह सुबह अपराधी आए और अस्पताल परिसर में घुसकर कुख्यात को गोलियों से भून दिया। कुख्यात को कई गोलियां लगी।

Patna, 12 जुलाई (हि.स.)। बिहार में 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली बुलेट ट्रेन के लिए सर्वेक्षण कार्य पूरा हो गया है और रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंप दी गई है। दिल्ली-हावड़ा (कोलकाता) बुलेट ट्रेन केवल 6.5 घंटे में 1,669 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। पटना से दिल्ली की 1,000 किलोमीटर की यात्रा में वर्तमान 13-14 घंटों की तुलना में मात्र 4 घंटे ही लगेंगे।

पटना से दिल्ली का सफर मात्र 4 घंटे में

पटना से कोलकाता की 578 किलोमीटर की यात्रा में 2 घंटे से अधिक समय लगेगा, जिससे वर्तमान 6 घंटे की यात्रा का समय बहुत ही कम हो जाएगा। करीब 5 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना दो चरणों में पूरी होगी। पहला चरण, दिल्ली से वाराणसी (लखनऊ और अयोध्या के रास्ते) 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य है। दूसरा चरण वाराणसी से हावड़ा (पटना के रास्ते) तक है। बिहार में बुलेट ट्रेन मौजूदा पटरियों के साथ-साथ चलेगी।

बुलेट ट्रेन बनारस से मुगलसराय, बक्सर, पटना, किऊल, आसनसोल होते हुए हावड़ा जाएगी। पटना बिहार का एकमात्र स्टॉप होगा। इसके बाद अगला स्टॉप पश्चिम बंगाल का आसनसोल होगा। रेलवे ने जानकारी दी है कि बुलेट ट्रेन के लिए बिहार में अलग से कॉरिडोर नहीं बनाया जाएगा। मौजूदा रेल ट्रैक के समानांतर दो और हाई स्पीड ट्रैक बिछाए जाएंगे, जिस पर बुलेट ट्रेन चलेगी। यह ट्रैक पूरी तरह से अलग और विशेष रहेगा। इन ट्रैकों पर सामान्य गाड़ियां नहीं चलेंगी।

फिलहाल जमीन अधिग्रहण की योजना नहीं है, लेकिन जरूरत पड़ने पर किसानों से जमीन ली जाएगी।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, बिहार में पहले से ही तीन लाइन गुजर रही हैं। चौथे रूट पर खर्च करना उचित नहीं होगा। जमीन अधिग्रहण और अन्य खर्चों को कम करने के लिए मौजूदा रेल क्षेत्र का विस्तार करते हुए हाई स्पीड ट्रैक बनाए जाएंगे। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बिहार में बुलेट ट्रेन का सिर्फ एक स्टॉपेज होगा, जो फुलवारी शरीफ के पास बनेगा। इसके लिए स्पेशल स्टेशन बनाया जाएगा। बुलेट ट्रेन पकड़ने के लिए यात्रियों को इस अलग स्टेशन पर पहुंचना होगा। पटना से रवाना होने के बाद अगला स्टॉप बंगाल के आसनसोल में होगा।

इस प्रोजेक्ट से बिहार से दिल्ली और कोलकाता जाने वाले यात्रियों को समय और पैसे दोनों की बचत होगी। बुलेट ट्रेन की शुरुआत के बाद पटना से दिल्ली का सफर सिर्फ 4 घंटे और पटना से कोलकाता का सफर 2 घंटे में पूरा होने में लगेगा। रेल मंत्रालय और रेलवे की टीमें इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के लिए काम कर रही हैं।

Patna: उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या मामले में पटना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के मास्टरमाइंड अशोक साव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित अशोक साव खुद भी कारोबारी है और लंबे समय से खेमका के संपर्क में था।

विकास उर्फ़ राजा का एनकाउंटरपटना

घटना की रात 11.45 बजे के करीब उमेश यादव ने जब गोपाल खेमका के सिर में गोली मारी और स्कूटी से फरार हो गया तो पास में स्थित अशोक साव के छज्जुबाग स्थित फ्लैट संख्या 601 में चला गया था। वह वहीं छिपकर रह रहा था ताकि पुलिस या किसी अन्य को कोई संदेह ना हो। हालांकि पुलिस ने पहले उमेश यादव को गिरफ्तार किया जिसके बाद उसकी निशानदेही पर विकास उर्फ़ राजा का भी एनकाउंटर किया। बिहार एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए इस मामले से जुड़े विकास उर्फ़ राजा का एनकाउंटर किया है। पटना पुलिस ने बताया कि विकास ने ही उमेश यादव को हथियार मुहैया कराया था। पुलिस ने विकास के पास एक पिस्टल, कारतूस, खोखा आदि बरामद किया है। यह मुठभेड़ पटना के मालसलामी इलाके में मंगलवार तड़के 2.45 बजे हुई।

कॉन्ट्रैक्ट किलर उमेश यादव को 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी

पटना के उद्योगपति गोपाल खेमका के हत्या का मास्टरमाइंड अशोक साव बिहार शरीफ लहेरी थाना के मथुरिया मुहल्ला का रहने वाला है। जांच के दौरान तकनीकी सर्विलांस और गुप्त सूचना के आधार पर अशोक साव को चिन्हित किया गया। पुलिस को शक तो पहले से ही था, लेकिन अब पुख्ता सबूत हाथ लगने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने हत्या की साजिश की बात स्वीकार कर ली है। हैरत की बात यह है कि अशोक साव ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट किलर उमेश यादव को 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी। उमेश को एक लाख रुपये एडवांस में दिए गए थे। पुलिस ने उमेश यादव को भी पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बाइक, पिस्टल, 80 जिंदा कारतूस, दो मोबाइल फोन और एक लाख नगद बरामद कर लिए हैं। यह मामला तब और संवेदनशील बन गया जब पता चला कि सात साल पहले खेमका के बेटे की भी हत्या हाजीपुर में कर दी गई थी।

शुक्रवार देर रात 11.30 बजे खेमका की उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे राजधानी में दहशत फैल गई थी। इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस पर विपक्ष ने बिहार सरकार को कानून-व्यवस्था को लेकर घेरना शुरू कर दिया था। मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस केस के बाकी कड़ियों को जोड़ने में जुट गई है। फिलहाल अन्य सहयोगियों और साजिशकर्ताओं की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।

 

Patna: बिहार के मशहूर कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। शुक्रवार की देर रात बदमाशों ने उनके अपार्टमेंट के गेट पर गोली मार दी। जिसके बाद घायलावस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात गोपाल खेमका अपनी कार से अपार्टमेंट के गेट पर पहुंचे ही थे की पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनके सिर में गोली मार दी और फरार हो गए।

गोपाल खेमका बिहार के एक बड़े बिजनेसमैन के रूप में जाने जाते थे। पटना के पनास होटल के पास उनका अपार्टमेंट था।

शुक्रवार की रात  गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब से अकेले ही घर लौट रहे थे, जैसे ही वह अपार्टमेंट के गेट पर पहुंचे अपनी कार से नीचे उतरे पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनके सिर में गोली मार दी।

गोपाल खेमका राजेंद्र नगर मगध अस्पताल के मालिक थे।

Patna, 03 जुलाई (हि.स.)। पटना टीपीएस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो उपेंद्र प्रसाद सिंह को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है। राज्यपाल-सह-कुलाधिपति की ओर से जारी अधिसूचना में इस नियुक्ति की पुष्टि की गई है।

कार्यकाल नियुक्ति की तिथि से तीन वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है

राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट आर चोंग्थू की ओर से गुरुवार को जारी अधिसूचना के अनुसार, उनका कार्यकाल नियुक्ति की तिथि से तीन वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है। बीते 31 मई को ही प्रो. उपेंद्र सिंह सेवानिवृत्त हुए थे और अब सेवानिवृत्ति के ठीक एक महीने के भीतर ही उन्हें राज्य के एक महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय की बागडोर सौंप दी गई है।

टीपीएस कॉलेज में उनके कार्यकाल के दौरान, संस्थान ने कई शैक्षणिक और प्रशासनिक ऊंचाइयों को छुआ

प्रो उपेंद्र प्रसाद सिंह का शिक्षकीय जीवन अनुशासन, नेतृत्व और शैक्षणिक गुणवत्ता का परिचायक रहा है। टीपीएस कॉलेज में उनके कार्यकाल के दौरान, संस्थान ने कई शैक्षणिक और प्रशासनिक ऊंचाइयों को छुआ। सेवानिवृत्ति के अवसर पर छात्रसंघ द्वारा उनके लिए ‘विदाई सह सम्मान समारोह’ का आयोजन भी किया गया था, जो इस बात का प्रमाण है कि उन्हें छात्रों और सहकर्मियों के बीच कितना सम्मान प्राप्त था।

कुलपति के रूप में उनकी नियुक्ति न केवल उनके लिए सम्मान की बात है, बल्कि यह विश्वविद्यालय के लिए भी एक सुनहरा अवसर है कि वह एक अनुभवी और कर्मठ शिक्षाविद के मार्गदर्शन में आगे बढ़े।

Patna, 02 जुलाई (हि.स.)। राजधानी पटना में सरकारी नौकरियों में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग को लेकर छात्रों ने बुधवार को सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। पटना कॉलेज से शुरू हुआ छात्रों का प्रदर्शन शहर के प्रमुख मार्गों तक पहुंचा। हजारों छात्रों ने “वोट दे बिहारी, नौकरी ले बाहरी, अब नहीं चलेगा” जैसे नारे लगाते हुए बिहार सरकार से नौकरियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की मांग की।

इसे ‘महान छात्र आंदोलन’ का नाम दिया गया है

छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलनकारियों की मांग है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद सामने आकर डोमिसाइल नीति पर सरकार का रुख स्पष्ट करें। इससे पहले भी पटना में डोमिसाइल नीति को लेकर कई बार छात्र प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन इस बार का आंदोलन बड़े स्तर पर आयोजित किया गया है। इसे ‘महान छात्र आंदोलन’ का नाम दिया गया है।

छात्रों की मांग है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में 100 प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जाए

छात्र गांधी चौक, मुसल्लहपुर हाट, भिखना पहाड़ी, नया टोला, मछुआ टोली, हथुआ मार्केट होते हुए गांधी मैदान, जेपी गोलंबर, डाक बंगला होते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे , जहां पुलिस बल ने बल प्रयोग कर उन्हें वहां से हटा दिया। सैकड़ों छात्र अलग अलग जिले से पटना पहुंचे थें। छात्रों की मांग है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में 100 प्रतिशत डोमिसाइल लागू किया जाए। साथ ही माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती, दारोगा, सिपाही, लाइब्रेरियन, बीपीएससी और अन्य सभी सरकारी नौकरियों में भी 90 प्रतिशत डोमिसाइल लागू हो ,जिससे राज्य के युवाओं को नौकरी मिल सके। प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी राज्यों जैसे झारखंड और उत्तराखंड का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां डोमिसाइल नीति लागू होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल रहा है। प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पटना प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।। जेपी गोलंबर और अन्य प्रमुख मार्गों पर बैरिकेड्स लगाए गए। प्रशासन ने प्रदर्शन को अनधिकृत बताते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

मत बिहारी देते हैं और सरकार बाहरी लोगों को नौकरी दे देती है

छात्र नेता दिलीप कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि चुनाव में मत बिहारी देते हैं और जब नौकरी देने की बारी आती है, तो सरकार बाहरी लोगों को नौकरी दे देती है। इसी के विरोध में आज हम सड़कों पर उतरे हैं। पटना की सड़कों पर अपनी हक की आवाज उठाइ है, आगे भी उठाते रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि डोमिसाइल नीति की मांग पिछले कुछ समय से तेज हो रही है। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा तेजी से ट्रेंड कर रहा है। कई छात्र संगठनों ने सरकार से स्पष्ट नीति लाने की अपील की है। छात्रों का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया, तो आंदोलन और व्यापक होगा।