नई दिल्ली: लॉकडाउन को लोगों द्वारा गंभीरता से नही लिए जाने को लेकर प्रधानमंत्री ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने राज्य सरकारों से नियमों और कानूनों का पालन करवाने का आग्रह किया है।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर अपनी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने लिखा है कि “लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।

गौरतलब है कि जनता कर्फ्यू के दौरान थाली पीटने के लिए कुछ लोग अपने घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर आ गए थे. वही कई शहरों में लॉकडाउन के बावजूद जिन्हें कोई जरूरी कार्य नही है वे भी सड़कों पर आ गए जिससे सुरक्षा के लिए लगाया गया लॉकडाउन प्रभावित हो रहा है.

New Delhi: देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस(COVID-19) के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने अब हुए प्राइवेट लैब को भी कोरोना वायरस की जांच की मंजूरी दे दी है. देश में अभी सिर्फ सरकारी लैब में कोरोना का टेस्ट होता है. बता दे कि देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 320 के पार हो गई है. अब तक 16911 लोगों में कोरोना संक्रमण की जांच की गई है. असम में कोरोना संक्रमण का पहला मामला आया है. झारखंड से असम पहुंची साढ़े 4 साल की बच्ची में कोरोना संक्रमण मिला है. आईसीएमआर ने शर्तों के साथ यह मंजूरी दी है. प्राइवेट लैब में कोरोना के टेस्ट के लिए 4500 रुपये का भुगतान करना होगा. इसमें संदिग्ध की स्क्रीनिंग के लिए 1500 रुपये और 3,000 रुपये कंफर्मेशन के लिए जाने हैं. आईसीएमआर ने कहा है कि निजी लैब सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही कोरोना का टेस्ट करें. अभी देश की 111 सरकारी लैब में कोरोना वायरस का टेस्ट हो रहा है.


आईसीएमआर ने कहा है कि हो सके तो निजी लैब मुफ्त में कोरोना का टेस्ट करें. प्राइवेट लैब उन्हीं लोगों का टेस्ट कर सकेंगी, जिन्हें किसी डॉक्टर ने रिफर किया हो और ये डॉक्टर ICMR द्वारा Covid-19 के इलाज के लिए अधिकृत किया हो.सरकार ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्राइवैट लैबों को कुछ हिदायतें भी दी हैं. अगर किसी व्यक्ति का सैंपल पॉजिटिव आता है तो अंतिम जांच के लिए उसे पुणे स्थित आईसीएमआर की लैब भेजना आवश्यक होगा। इसके बाद ही व्यक्ति को कोरोना है या नहीं, इसकी पुष्टि हो सकेगी.

बता दें देशभर में कोरोना वायरस का कहर जोर पकड़ रहा है. इस बीच बड़े स्तर पर जांच करने की मांग उठ रही है. फिलहाल आईसीएमआर के पास करीब एक लाख टेस्टिंग किट हैं. दस लाख और किटों का ऑर्डर दिया गया है. फिलहाल उन्हीं लोगों की जांच की जा रही है, जो विदेशों से लौटकर आए हैं या संक्रमित लोगों के सीधे संपर्क में आए हैं. देश भर में कोरोना के तीन सौ से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. अबतक चार लोगों की मौत भी हो चुकी है. इस महामारी का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में पड़ा है.

Patna: बिहार के सभी शहरों, प्रमंडल मुख्यालयों, अनुमंडल मुख्यालयों, नगर निकायों को सरकार ने 31 मार्च तक लॉक डाउन कर दिया है. सरकार का फैसला आते ही बिहार में यह लॉकडाउन तुंरत लागू भी हो गया है.

इसके तहत निजी प्रतिष्ठानों, कार्यालयों व सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह बन्द रहेंगे, यही नहीं सभी निजी कार्यालय पूरी तरह बन्द रहेंगे.

हालांकि आवश्यक एवम अनिवार्य सेवाओं से सम्बंधित प्रतिष्ठानों तथा चिकित्सा सेवाओं खाद्यान एवम किराने के दुकान, दवा की दुकानें डेयरी एवम डेयरी से सम्बंधित प्रतिष्ठान आदि खुले रहेंगे. सरकार ने महामारी ऐक्ट का प्रयोग करते हुए इस आदेश को लागू किया है.यह आदेश सभी जिला मुख्यालय, सभी अनुमंडल मुख्यालय, सभी प्रखण्ड मुख्यालय एवम सभी नगर निकायों पर लागू हुआ है.

वहीं निम्न सेवाओ / प्रतिष्ठानो को इस आदेश से बाहर रखा गया है.

  • निजी हॉस्पिटल
  • टेलीकॉम सेवा
  • बैंकिंग व ATM सेवा
  • खाद्यान व किराने के प्रतिष्ठान
  • डेयरी एवम सम्बंधित प्रतिष्ठान
  • फल सब्जी की दुकानें
  • दवा दुकानें, सर्जरिकल आइटम से सम्बंधित दुकानें
  • पेट्रोल पंप
  • गैस एजेंसी
  • पोस्ट ऑफिस एवम कुरियर सेवाएं
  • ई कॉमर्स
  • इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया

ऐसे बरतें सावधानी

• खांसने, छींकने, खाना पकाने से पहले, पकाने के दौरान एवं बाद में, खाना खाने से पहले एवं शौचालय के बाद एवं जानवरों की देखभाल के बाद हाथों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ़ करें
• विभिन्न कच्ची पदार्थों से खाना पकाने के दौरान अच्छी तरह से हाथ धोएं
• अगर आप मांस का सेवन करते हैं तब मीट प्रोडक्ट पकाते समय एवं उन्हें खाते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें
• छींकते एवं खांसते समय टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें. इस्तेमाल के बाद टिश्यू पेपर को डस्टबीन में डालें

इन बातों का रखें ख्याल

• जब भी सर्दी जुकाम हो तो दूसरों के साथ नजदीकी संपर्क ना बनाएं. खुले में ना थूकें
• यदि आपको बुखार, सर्दी या सांस लेने में समस्या हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएँ एवं उन्हें बीते दिनों की यात्रा के बारे में बताएं
• यदि कोई व्यक्ति बीमार लग रहा हो और खांस या छींक रहा हो तो उससे कम से कम 2 मीटर की दूरी बनाएं
• संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद हाथों को अच्छी तरह 20 सेकंड तक साबुन एवं पानी से धोएं या सैनिटाइजर का उपयोग करें
• ऐसे जानवरों के मांस सेवन करने से बचे जो बीमार थे या जिनकी मौत किसी बीमारी से हुयी हो
• हाथ धोये बिना अपनी आँखें, नाक और मुंह को न छुएं और किसी दूसरे व्यक्ति को भी न छुएं

5 सावधानियां रखेगी कोरोना वायरस से आपको सुरक्षित

• हाथ साफ़ रखें
• चेहरे पर मास्क का ठीक तरह से इस्तेमाल करें
• नियमित रूप से बुखार की जाँच करें
• भीड़ में जाने से बचें
• गंदे हाथों से चेहरा न छुएं

New Delhi: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार सातवें दिन भारी गिरावट दर्ज की गई है.

दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 2.69 रुपये प्रति लीटर घटकर 70.29 रुपये और डीजल की कीमत 2.33 रुपये प्रति लीटर घटकर 63.01 रुपये हुआ.

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट से उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली है.

New Delhi: भारत सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख का नक्शा जारी किया है. नक्शा में लद्दाख में दो जिले लेह और कारगिल दिखाए गए है. वही बाकि सभी जिले जम्मू और कश्मीर में है.

इस नक़्शे को प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो ने जारी किया है. ट्विटर पर इसे जारी किया गया है.

देखिये नक्शा

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात दिवसीय अमेरिका यात्रा पर रवाना हुए है. मोदी अमेरिका में भारत और अमेरिका द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे. वही प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.

इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय समझौते होंगे.

मोहाली: भारतीय क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मोहाली में 18 सितंबर को होने वाले सीरीज के दूसरे टी-20 मैच के लिए मैदान में कदम रखेगी. दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 15 टी-20 मैच खेले गए हैं और इनमें से भारत का रिकॉर्ड बेहतर रहा है. टीम इंडिया ने 8 मुकाबलों में जीत दर्ज की है, वहीं दक्षिण अफ्रीका ने पांच मुकाबले जीते हैं. दो मैच पूरे नहीं हो सके.

हालांकि दिलचस्प बात ये है कि भारतीय टीम अपनी जमीन पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आज तक कोई भी टी-20 मैच नहीं जीत सकी है. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच भारत में चार मुकाबले हुए हैं. इनमें से दो मैच बारिश के चलते नहीं खेले जा सके जबकि बाकी दोनों मैचों में दक्षिण अफ्रीका ने जीत दर्ज की है. रद्द रहे दोनों मैच कोलकाता और धर्मशाला में खेले जाने थे.

वास्तव में अगर जम्मू कश्मीर के बारे में बातचीत करने की जरूरत है तो वह है POK और अक्साई चीन के बारे में. इसके ऊपर देश में चर्चा होनी चाहिए गिलगित जो अभी POK में है. विश्व में एकमात्र ऐसा स्थान है जो कि 5 देशों से जुड़ा हुआ है- अफगानिस्तान, तजाकिस्तान (जो कभी रूस का हिस्सा था), पाकिस्तान, भारत और तिब्बत-चाइना.

“वास्तव में जम्मू कश्मीर का महत्व जम्मू के कारण नहीं, कश्मीर के कारण नहीं, लद्दाख के कारण बल्कि इसकी महत्ता है तो वह है गिलगित-बाल्टिस्तान के कारण.”

भारत के इतिहास में भारत पर जितने भी आक्रमण हुए यूनानियों से लेकर आज तक (शक, हूण, कुषाण, मुग़ल) वह सारे गिलगित से हुए. हमारे पूर्वज जम्मू-कश्मीर के महत्व को समझते थे. उनको पता था कि अगर भारत को सुरक्षित रखना है तो दुश्मन को हिंदूकुश अर्थात गिलगित-बाल्टिस्तान उस पार ही रखना होगा. किसी समय इस गिलगित में अमेरिका, ब्रिटेन रूस बैठना चाहता था, यहाँ तक की पाकिस्तान तो 1965 में रूस को इसे दे देने के लिये वादा तक कर लिया था. अब चीन वहाँ बैठने के लिये पैर पसार चूका है. पाकिस्तान तो प्रयासरत है ही.

“दुर्भाग्य से इस गिलगित के महत्व को सारी दुनिया समझती है केवल एक उसको छोड़कर, जिसका वास्तव में गिलगित-बाल्टिस्तान है और वह है भारत.” क्योंकि हमको इस बात की कल्पना तक नहीं है कि भारत को अगर सुरक्षित रहना है तो हमें गिलगित-बाल्टिस्तान किसी भी हालत में चाहिए.

आज हम आर्थिक शक्ति बनने की सोच रहे हैं. क्या आपको पता है गिलगित से सड़क मार्ग से आप विश्व के अधिकांश कोनों में जा सकते हैं. गिलगित से सड़क मार्ग से 5000 किलोमीटर दूर दुबई है, 1400 किलोमीटर दिल्ली है, 2800 किलोमीटर मुंबई है, 3500 किलोमीटर रूस है, चेन्नई 3800 किलोमीटर है, लंदन 8000 किलोमीटर दूर.

जब हम सोने की चिड़िया थे हमारा सारे देशों से व्यापार चलता था 85 प्रतिशत जनसंख्या इन मार्गों से जुड़ी हुई थी. Central Asia, यूरेशिया, यूरोप, अफ्रीका सब जगह हम By Road जा सकते है. अगर गिलगित-बाल्टिस्तान हमारे पास हो. आज हम पाकिस्तान के सामने IPI (Iran-Pakistan-India) गैस लाइन बिछाने के लिए गिड़गिड़ाते हैं. ये तापी की परियोजना है जो कभी पूरी नहीं होगी अगर हमारे पास गिलगित होता तो गिलगित के आगे तज़ाकिस्तान था हमें किसी के सामने हाथ नहीं फ़ैलाने पड़ते.

हिमालय की 10 बड़ी चोटियों है जो कि विश्व की 10 बड़ी चोटियों में से है और ये सारी हमारी है और इन 10 में से 8 गिलगित-बाल्टिस्तान में है. तिब्बत पर चीन का कब्जा होने के बाद जितने भी पानी के वैकल्पिक स्त्रोत हैं वह सारे गिलगित-बाल्टिस्तान में है.

आप हैरान हो जाएंगे वहां बड़ी-बड़ी 50-100 यूरेनियम और सोने की खदाने हैं. आप POK के मिनरल डिपार्टमेंट की रिपोर्ट को पढ़िए आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे. वास्तव में गिलगित-बाल्टिस्तान का महत्व हमको मालूम नहीं है और सबसे बड़ी बात गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग Strong Anti PAK है.

दुर्भाग्य क्या है हम हमेशा कश्मीर बोलते हैं, जम्मू- कश्मीर नहीं बोलते हैं. कश्मीर कहते ही जम्मू, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान दिमाग से निकल जाता है. ये जो पाकिस्तान के कब्जे में जो POK है उसका क्षेत्रफल 79000 वर्ग किलोमीटर है. उसमें कश्मीर का हिस्सा तो सिर्फ 6000 वर्ग किलोमीटर है और 9000 वर्ग किलोमीटर का हिस्सा जम्मू का है और 64000 वर्ग किलोमीटर हिस्सा लद्दाख का है जो कि गिलगित-बाल्टिस्तान है. यह कभी कश्मीर का हिस्सा नहीं था यह लद्दाख का हिस्सा था वास्तव में सच्चाई यही है. इसलिए पाकिस्तान यह जो बार-बार कश्मीर का राग अलापता रहता है तो उसको कोई यह पूछे तो सही- क्या गिलगित-बाल्टिस्तान और जम्मू का हिस्सा जिस पर तुमने कब्ज़ा कर रखा है क्या ये भी कश्मीर का ही भाग है? कोई जवाब नहीं मिलेगा.

क्या आपको पता है गिलगित-बाल्टिस्तान, लद्दाख के रहने वाले लोगों की औसत आयु विश्व में सर्वाधिक है. यहाँ के लोग विश्व अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा जीते है.

भारत में आयोजित एक सेमिनार में गिलगित-बाल्टिस्तान के एक बड़े नेता को बुलाया गया था. उसने कहा कि “we are the forgotten people of forgotten lands of BHARAT”. उसने कहा कि देश हमारी बात ही नहीं जानता. किसी ने उससे सवाल किया कि क्या आप भारत में रहना चाहते हैं? तो उसने कहा कि 60 साल बाद तो आपने मुझे भारत बुलाया और वह भी अमेरिकन टूरिस्ट वीजा पर और आप मुझसे सवाल पूछते हैं कि क्या आप भारत में रहना चाहते हैं. उसने कहा कि आप गिलगित-बाल्टिस्तान के बच्चों को IIT, IIM में दाखिला दीजिए AIIMS में हमारे लोगों का इलाज कीजिए. हमें यह लगे तो सही कि भारत हमारी चिंता करता है, हमारी बात करता है. गिलगित-बाल्टिस्तान में पाकिस्तान की सेना कितने अत्याचार करती है लेकिन आपके किसी भी राष्ट्रीय अखबार में उसका जिक्र तक नहीं आता है. आप हमें ये अहसास तो दिलाइये की आप हमारे साथ है. और मैं खुद आपसे यह पूछता हूं कि आप सभी ने पाकिस्तान को हमारे कश्मीर में हर सहायता उपलब्ध कराते हुए देखा होगा. वह बार बार कहता है कि हम कश्मीर की जनता के साथ हैं. कश्मीर की आवाम हमारी है. लेकिन क्या आपने कभी यह सुना है कि किसी भी भारत के नेता, मंत्री या सरकार ने यह कहा हो कि हम POK- गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता के साथ हैं. वह हमारी आवाम है, उनको जो भी सहायता उपलब्ध होगी, हम उपलब्ध करवाएंगे आपने यह कभी नहीं सुना होगा.

कांग्रेस सरकार ने कभी POK- गिलगित-बाल्टिस्तान को पुनः भारत में लाने के लिए कोई बयान तक नहीं दिया प्रयास तो बहुत दूर की बात है. हालाँकि पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय POK का मुद्दा उठाया गया. फिर 10 साल पुनः मौन धारण हो गया और फिर से नरेंद्र मोदी जी की सरकार आने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में ये मुद्दा उठाया.

आज अगर आप किसी को गिलगित के बारे में पूछ भी लोगे तो उसे यह पता नहीं है कि यह जम्मू कश्मीर का ही भाग है. वह यह पूछेगा क्या यह कोई चिड़िया का नाम है ? वास्तव में हमें जम्मू कश्मीर के बारे में जो गलत नजरिया है उसको बदलने की जरूरत है.

अब करना क्या चाहिए? तो पहली बात है सुरक्षा में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए. जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा का मुद्दा बहुत संवेदनशील है. इस पर अनावश्यक वाद-विवाद नहीं होना चाहिए. एक अनावश्यक वाद विवाद चलता है कि जम्मू कश्मीर में इतनी सेना क्यों है? तो बुद्धिजीवियों को बता दिया जाए कि जम्मू-कश्मीर का 2800 किलोमीटर का बॉर्डर है. जिसमें 2400 किलोमीटर पर LoC है. आजादी के बाद भारत ने पांच युद्ध लड़े वह सभी जम्मू-कश्मीर से लड़े भारतीय सेना के 18 लोगों को परमवीर चक्र मिला और वह 18 के 18 जम्मू कश्मीर में शहीद हुए हैं.

इनमें 14000 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं जिनमें से 12000 जम्मू कश्मीर में शहीद हुए हैं. अब सेना बॉर्डर पर नहीं तो क्या मध्यप्रदेश में रहेगी. क्या यह सब जो सेना की इन बातों को नहीं समझते वही यह सब अनर्गल चर्चा करते हैं.

वास्तव में जम्मू कश्मीर पर बातचीत करने के बिंदु होने चाहिए- POK , वेस्ट पाक रिफ्यूजी, कश्मीरी हिंदू समाज, आतंक से पीड़ित लोग , धारा 370 और 35A का दुरूपयोग, गिलगित-बाल्टिस्तान का वह क्षेत्र जो आज पाकिस्तान -चाइना के कब्जे में है l जम्मू- कश्मीर के गिलगित- बाल्टिस्तान में अधिकांश जनसंख्या शिया मुसलमानों की है और वह सभी पाक विरोधी है वह आज भी अपनी लड़ाई खुद लड़ रहे हैं, पर भारत उनके साथ है ऐसा उनको महसूस कराना चाहिए, देश कभी उनके साथ खड़ा नहीं हुआ वास्तव में पूरे देश में इसकी चर्चा होनी चाहिएl

वास्तव में जम्मू-कश्मीर के विमर्श का मुद्दा बदलना चाहिए. जम्मू कश्मीर को लेकर सारे देश में सही जानकारी देने की जरूरत है. इसके लिए एक इंफॉर्मेशन कैंपेन चलना चाहिए. पूरे देश में वर्ष में एक बार 26 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर का दिवस मनाना चाहिए और सबसे बड़ी बात है जम्मू कश्मीर को राष्ट्रवादियों की नजर से देखना होगा. जम्मू कश्मीर की चर्चा हो तो वहां के राष्ट्रभक्तों की चर्चा होनी चाहिए तो उन 5 जिलों के कठमुल्ले तो फिर वैसे ही अपंग हो जाएंगे.

इस कश्मीर श्रृंखला के माध्यम से मैंने आपको पूरे जम्मू कश्मीर की पृष्ठभूमि और परिस्थितियों से अवगत करवाया और मेरा मुख्य उद्देश्य सिर्फ यही है जम्मू कश्मीर के बारे में देश के प्रत्येक नागरिक को यह सब जानकारियां होनी चाहिए. अब आप इतने समर्थ हैं कि जम्मू कश्मीर को लेकर आप किसी से भी वाद-विवाद या तर्क कर सकते हैं. किसी को आप समझा सकते हैं कि वास्तव में जम्मू-कश्मीर की परिस्थितियां क्या है.
वैसे तो जम्मू कश्मीर पर एक ग्रन्थ लिखा जा सकता है लेकिन मैंने जितना हो सका उतने संछिप्त रूप में इसे आपके सामने रखा है. आप पढ़कर लाइक कर रहे हो या बिना पढ़े लाइक कर रहे हो उसका कोई भी मतलब नहीं है.

अगर आप इस श्रृंखला को अधिक से अधिक जनता में प्रसारित करेंगे तभी हम जम्मू कश्मीर के विमर्श का मुद्दा बदल सकते हैं अन्यथा नहीं. इसलिए मेरा आप सभी से यही अनुरोध है श्रृंखला को अधिक से अधिक लोगों की जानकारी में लाया जाए, ताकि देश की जनता को जम्मू कश्मीर के संदर्भ में सही तथ्यों का पता लग सके.

(यह लेखक के अपने विचार है)

लेखक परिचय

रामदयाल शर्मा
क्षेत्र संयोजक,
विद्वत परिषद्, बिहार-झारखण्ड
पूर्व प्राचार्य, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, छपरा

Sports Desk: वर्ल्ड कप 2019 के पहले सेमीफाइनल में टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच मैच बारिश के कारण मंगलवार को पूरा नहीं हो सका. अब यह मैच बुधवार को वहीं से शुरू होगा जहां रुका था. मैच में जब बारिश आई तब न्यूजीलैंड का स्कोर 46.1 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 211 था.

मैच जब रुका तब रॉस टेलर 67 रन और टॉम लाथम तीन रन बनाकर नाबाद हैं. न्यूजीलैंड ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. विलियम्सन ने 95 गेंदों का सामना कर 67 रन बनाए.

क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था. न्यूजीलैंड ने अपना पहला विकेट मार्टिन गप्टिल के रूप में खो दिया है.

एकदिवसीय इतिहास में यह पहला मौका है जब न्यूजीलैंड की टीम विश्वकप के सेमीफाइनल में इंडिया का सामना कर रही है.

विश्व कप के लीग मैचों में इंडिया और न्यूजीलैंड की टीम का सामना कुल 8 बार हुआ है. इसमें टीम इंडिया ने तीन बार जबकि न्यूजीलैंड की टीम ने चार मैचों में जीत दर्ज की है. वही एक मैच रद्द हुआ था.

सेमीफाइनल में टीम इंडिया का पलड़ा भारी दिख रहा है. टीम इंडिया के बल्लेबाज रोहित शर्मा फॉर्म में है और अब तक के टूर्नामेंट में टूर्नामेंट के 8 मैचों में उन्होंने 647 रन बनाए हैं. जबकि कप्तान कोहली ने 8 मैचों में 442 रन बनाए हैं. वही मोहम्मद शमी बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे हैं और चार मैचों में उन्होंने 14 विकेट लिए हैं. जबकि जसमीत बुमराह ने 8 मैचों में 17 विकेट लिए हैं.

Sports Desk:  केएल राहुल और रोहित शर्मा  के शानदार शतक की बदौलत भारत ने श्रीलंका को हरा दिया है. इसके साथ ही भारत ने  विश्वकप क्रिकेट के सेमीफाइनल में जगह बना ली है.  पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका की टीम ने भारत के सामने 264 रन का लक्ष्य दिया था.

लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाजों ने धमाकेदार शुरुआत की. केएल राहुल ने 111 और रोहित शर्मा ने 103 रन की पारी खेली. वही रिषभ पन्त ने 4 रन बनाये. विराट कोहली 34 रन और हार्दिक पांड्या 7 रन पर नाबाद रहे. श्रीलंका की ओर से लसिथ मलिंगा, कसून रजिथा और इसुरु उड़ना को 1-1 विकेट मिले. भारत ने 42.5 ओवर में जीत हासिल कर श्रीलंका को 7 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली.

रोहित का रिकॉर्ड
विश्वकप के मैचों में सबसे ज्यादा 5 शतक जड़ें है, जो विश्व रिकॉर्ड है. रोहित शर्मा को मैन ऑफ़ द मैच बने. रोहित ने विश्वकप के अबतक के मैचों में 647 रन बनाये है.   

Chhapra: Pok में आतंकियों के ठिकाने पर भारतीय वायु सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पूरे देश में खुशी का माहौल है. भारतीय वायु सेना ने पुलवामा हमले का बदला भी ले लिया है. देश भर की राजनीतिक पार्टियों  ने भी सरकार के इस कदम के बाद भारतीय वायु सेना के जज्बे को सलाम किया है. सारण में भी विभिन्न राजनीतिक दलों और उनके नेताओं ने भी अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

शैलेन्द्र सेंगर

भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने अपने पराक्रम से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है. यह एक तरह से उन लोगों को जबाब है जो भारतीय सेना के पराक्रम पर सवाल उठाते है और सबूत मांगते है. उन्होंने कहा कि इस हमले से देश के आम लोग खुश है जो सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे थे.

सन्तोष महतो, जदयू नेता

Pok में आतंकी ठिकाने पर हुए भरतीय वायु सेना के स्ट्राइक पर जदयू नेता सन्तोष महतो ने कहा कि आज पुलवामा हमले के शहीदों का बदला पूरा हुआ है. देश को अपनी तीनों सेनाओं के अदम्य साहस पर पूरा भरोसा है. आज पूरी दुनिया ने हिंदुस्तान की ताकत को देखा है.

 

भाजपा नेता रामदयाल शर्मा ने कहा कि भारतीय वायु सेना के रण बाकुरो ने अपने शौर्य पराक्रम और अदम्य साहस का परिचय देते हुए आज वह कर दिखाया है जिसके लिये विगत 13 दिनों से भारत का आम जनमानस उद्द्वेलित था. इस पराक्रम ने केवल बदला ही नही लिया है बल्कि दुनिया को यह बता दिया है कि पहले वाला भारत नही है. अब भारत का नेतृत्व वैसे हाथो में है जो राजनीति नही राष्ट्र निति को प्रश्रय देता है.जिसके की लिये रास्ट्र सबसे पहले है जो इस सिद्धान्त को मानता है की हम किसी को छेड़ेंगे नही पर जो हमे छेड़ेगा उसे छोड़ेंगे नही

 

जिला कांग्रेस के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह विद्द्वान ने भारतीय वायु सेना को बधाई देते हुए कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर से चल रहे आतंकी कैम्प को ध्वस्त कर वायुसेना ने अपने पराक्रम का परिचय दिया है. उन्होंने कहा कि आतंकी कैम्प के खात्मे के लिए 1971 की तर्ज पर कार्रवाई कर उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है.