नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  ‘अमृत उद्यान’ में राष्ट्रपति भवन उद्यान उत्सव 2023 का उद्घाटन करेंगी। पहले ‘अमृत उद्यान’ को मुगल गार्डन के नाम से जाना जाता था। इसका ‘अमृत उद्यान’ नामकरण करने की घोषणा शनिवार को की गई है।

इस आधिकारिक घोषणा में कहा गया है कि राष्ट्रपति भवन का प्रसिद्ध मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा। यह उद्यान साल में एक बार जनता के लिए खुलता है। लोग इस बार 31 जनवरी से इस उद्यान को देखने जा सकते हैं।

राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कल कहा था -‘आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में सामान्य नाम देकर प्रसन्न हैं।’

राष्ट्रपति भवन उद्यानों की समृद्ध विविधता का ठिकाना है। मूल रूप से उनमें ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल हैं। इस साल के उद्यान उत्सव में कई अन्य आकर्षण के साथ आगंतुक 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ‘ट्यूलिप’ के फूल देख सकेंगे। उद्यान 31 जनवरी से 26 मार्च तक खुले रहेंगे। इस अवधि में हर सोमवार आठ मार्च को होली के मौके पर बंद रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने पिछले साल दिल्ली के प्रतिष्ठित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था. केंद्र का कहना था कि इन चीजों के नाम में बदलाव औपनिवेशिक मानसिकता के निशान को हटाने का प्रयास है। राजपथ की ही तरह मुगल गार्डन को 1917 में एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था।1928-1929 में यहां पहला बीज रोपा गया था।

Chhapra: यदि आप त्योहार के सीजन में घर जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है. जी हां… रेलवे दीपावली और छठ त्योहारों को देखते हुए यात्रियों की सुविधाओं के लिए और नई ट्रेनें चला रहा है. दरअसल, रेलवे ने फेस्टिव सीजन को देखते हुए कुछ और स्‍पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है.

इन ट्रेनों की बात करें तो इनमें से कुछ दैनिक ट्रेनें हैं जबकि कुछ साप्‍ताहिक…रेलवे चाहता है कि त्‍योहारों पर बढ़ने वाले पैसेंजर लोड को इन नई ट्रेनों के लिए कैटर करने का काम किया जाए. नई टेनों में कोटा से वैष्‍णो देवी कटरा और ऊधमपुर के लिए अलग-अलग ट्रेन शामिल हैं. इसके अलावा प्रतापगढ़ से भोपाल के बीच भी हफ्ते में तीन दिन ट्रेन चलाने का निणर्य रेलवे की ओर से लिया गया है.

एक ट्रेन जबलपुर से कटरा के लिए भी रेलवे चलाएगा. बरेली से भुज के बीच भी एक फेस्टिवल स्‍पेशल ट्रेन रविवार से शुरू होनी है. इसके अलावा रेलवे ने सूरत से छपरा, गोरखपुर से अहमदाबाद, मुजफ्फरपुर से दिल्‍ली के लिए भी खास ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है. हालांकि इन ट्रेनों में कोरोना वायरल संक्रमण को लेकर एहतियात बरतना होगा.

ये भी जान लें…

-रेलवे 24 अक्‍टूबर से हर शनिवार को कोटा से श्री माता वैष्‍णो देवी कटरा (Kota to Mata Vaishno Devi train) के लिए स्‍पेशल ट्रेन चला रहा है. यहां आपको बता दें कि कटरा से रिटर्न जर्नी हर रविवार को तय की गई है.

-28 अक्‍टूबर से कोटा-ऊधमपुर-कोटा (Kota to Udhampur to Kota) के बीच साप्ताहिक ट्रेन चलाने का निर्णय रेलवे की ओर से लिया गया है जो कोटा से हर बुधवार को खुलेगी जबकि ऊधमपुर से गुरुवार को रवाना होगी.

-मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हफ्ते में तीन दिन प्रतापगढ़ जंक्‍शन के लिए ट्रेन यात्रियों को मिल सकेगी. 25 अक्‍टूबर से हर मंगलवार, शुक्रवार और रविवार को भोपाल से ट्रेन यात्रियों का मिलेगी. रिटर्न जर्नी सोमवार, बुधवार और शनिवार को रेलवे ने तय किया है.

-मध्‍य प्रदेश के जबलपुर से भी कटरा (Jabalpur to Katra train) के लिए एक साप्ताहिक ट्रेन रेलवे ने दिया है जो 27 अक्‍टूबर से चलेगी. यह ट्रेन हर मंगलवार को रवाना होगी. वहीं कटरा से जबलपुर के लिए हर बुधवार को ट्रेन आपको मिल सकेगी.

-उत्तर प्रदेश के बरेली से गुजरात के भुज के लिए सप्ताह में चार ट्रेनें 25 अक्‍टूबर से रेलवे चलाएगा जो सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को यात्रियों के लिए उपलब्ध होगा. वापसी के लिए बुधवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को भुज से ट्रेन आपको मिल सकेगी.

-बरेली और भुज के बीच एक और ट्रेन रेलवे चलाएगा जो हफ्ते में तीन दिन यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी. पहले वाली ट्रेन कुल 42 फेरे लगाएगी, वहीं इसे 32 फेरों के लिए रेलवे ने तैयार किया है.

-गुजरात के सूरत से बिहार के छपरा (Surat to Chhapra train) के लिए क्‍लोन सुपरफास्‍ट स्‍पेशल ट्रेन रेलवे चलाएगा. ये ट्रेन दो दिन जौनपुर में हाल्‍ट करेगा.

-यूपी के गोरखपुर से गुजरात के अहमदाबाद (Gorakhpur to Ahemadabad) के लिए 4 नवंबर से रोज ट्रेन आपको मिलेगी जो मानिकपुर और खंडवा में भी रुकेगी.

-मुजफ्फरपुर और दिल्‍ली के बीच चलने वाली स्‍पेशल ट्रेन की टाइमिंग को रेलवे ने बदला है. हाजीपुर से यह ट्रेन अब शाम 5.15 की जगह शाम 4.25 बजे से रवाना होगी.

Chhapra: मुंबई समेत पूरे देश में गणेश पूजा महोत्सव की धूम है. शहर के साहेबगंज सोनारपट्टी स्थित पंडाल में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की गई है. सोमवार की देर रात शुभ मुहूर्त होते ही पूजा के बाद पट खोल दिया गया. भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.

श्री गणेश पूजा समिति के सदस्यों ने कहा कि पिछले 30 वर्षों से यह पूजा होती आ रही है. हमारे पूर्वजों द्वारा शुरू की गई थी जो आज हम सब मिलकर इस पूजा को करते हैं. जहां 10 दिनों तक भगवान विराजमान रहते हैं. उस बीच भंडारा का भी आयोजन किया जाता है.

गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है. यह त्यौहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है. पुराणों के अनुसार इसी दिन गणेश का जन्म हुआ था. गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा की जाती है.