Chhapra: महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात में लॉक डाउन का पालन करने की सभी लोगों से अपील की है.

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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी से इससे लड़ने की अपील की है. हमें अपने देश को इस महामारी से बाहर निकालना है. उन्होंने कहा कि भारत के लोग संकल्प के साथ इस करोना से लड़ रहे है निश्चित रूप से कोरोना हारेगा, देश जीतेगा.

उन्होंने स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं में जुटे लोगों की सेवा भावना की सराहना की.

नई दिल्ली: Corona Virus से देश आक्रांत है. सरकार के प्रयास से इस महामारी से जनता को बचाने की कोशिशें हो रही है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से PM-Cares Fund में दान देने की अपील की है.

वही संकट के इस समय में टाटा ट्रस्ट मदद के लिए आमने आया है. टाटा ट्रस्ट ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये दिए हैं.

टाटा ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए 500 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है. टाटा ट्रस्ट के प्रमुख रतन एन. टाटा ने शनिवार को कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए टाटा समूह, टाटा संस की कंपनियां और टाटा ट्रस्ट संकट के इस समय में समाज और सरकार के साथ है और इससे निपटने के लिए 500 करोड़ रुपए देने की घोषणा करते हैं.

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Chhapra: Coronavirus से लड़ने के लिए देश के साथ राज्य भी पूरी तरह तैयार है. इसके मद्देनजर मंगलवार की रात 8 बजे प्रधानमंत्री द्वारा जारी संदेश में देश के सभी जिलों को Lock Down किया गया है. यद्यपि, कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार के सभी जिलों को पहले से ही Lock Down किया गया है. ऐसे में लोगों से Lock Down में घर से बाहर नहीं निकलने की निरंतर अपील भी की जा रही है ताकि संक्रमण के चक्र को तोड़ा जा सके.

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Lock Down में अपने एवं परिवार का रखें ख्याल

Lock Down की स्थिति में घर में ही रहने की हिदायत दी जा रही है. Coronavirus संक्रमण से बचाव का यह प्रभावी एवं अंतिम उपाय भी है. घर में रहने के दौरान लोगों को कुछ बातों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि घर के बच्चों एवं बुजुर्गों में संक्रमण को लेकर किसी भी प्रकार का भय उत्पन्न ना हो.

  • बुजुर्गों एवं बच्चों के खान-पान पर अधिक ध्यान दें.
  • आहार में फ़ल एवं हरी सब्जियों को शामिल करें.
  • आपस में एक दूसरे से बात करते रहें ताकि किसी के मन में संक्रमण को लेकर भय व्याप्त ना हो
  • बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने नहीं दें. उनसे बात-चीत करते रहें ताकि उनका मन भी बहलता रहे
  • घर के किसी भी व्यक्ति की तबीयत खराब रहती हो तो उनके लिए पर्याप्त मात्रा में दवा खरीद कर रख लें
  • Lock Down में घर से निकलने में परहेज करें.
  • जरुरी चीजों की खरीदारी करने के लिए यदि घर से निकलना पड़े तब घर लौटने के बाद हाथों की अच्छी से सफाई करके ही
  • परिवार में किसी सदस्य के समीप जायें.

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सारण में बाहर से लौटे 57 यात्रियों को रखा गया ऑब्जरवेशन पर

24 मार्च तक 909 यात्रियों को ऑब्जरवेशन पर रखा गया है. जिसमें अररिया के 2, सीतामढ़ी के 7, सारण के 57, भागलपुर के 36, सुपौल के 2, मधुबनी के 63. मधेपुरा के 9, भोजपुर के 21, गया के 55, सिवान के 42, गोपालगंज के 172, पटना के 100, पूर्वी चंपारण के 26, पश्चिमी चंपारण के 74, मुज्ज़फरपुर के 15, रोहतास के 10, समस्तीपुर के 48, वैशाली के 6, दरभंगा के 28, पूर्णिया के 1, कटिहार के 3, नवादा के 9, बेगुसराय के 7, नालंदा के 44, बक्सर के 4, मुंगेर के 12, अरवल के 1, जहानाबाद के 8, कैमूर के 11 एवं बांका के 2 यात्री शामिल है.

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ट्रांजिट पॉइंट पर की जा रही स्क्रीनिंग
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इंडो-नेपाल के 49 ट्रांजिट पॉइंट पर 24 मार्च तक लगभग 3.73 लाख यात्रियों की स्क्रीनिंग की गयी है. जिसमें सुपौल के केवल 1 व्यक्ति में लक्षण पाया गया है. राज्य के 9 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कुल 194 सैंपल एकत्रित किये गए हैं, जिसमें 175 सैंपल नेगेटिव आए हैं एवं 14 की रिपोर्ट आनी बाकी है. 24 मार्च तक राज्य में कुल 3 मामलों की पुष्टि हुयी है जिनका ईलाज चल रहा है.

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इन बातों का रखें ख्याल

  • यदि घर से बाहर निकलना पड़े तब लोगों से 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें
  • घर आने के बाद हाथों को 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से धोएं
  • बाहर में किसी भी चीज को छूने से परहेज करें
  • Lock Down के नियमों के सख्ती से पालन करें

Chhapra: आपदा की इस घड़ी में जनता जहां कोरोना वायरस की मार झेल रही है, वहीं जिले के 12,000 से अधिक शिक्षक आर्थिक तंगी की मार झेल रहे हैं. बीती रात प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा के बाद आम जनता अपने परिवार के सदस्यों के भरण पोषण को लेकर खानपान की सामानों की खरीदारी करने में जुटे हैं, वही राष्ट्र निर्माता शिक्षक घर में बैठकर परिवार के सदस्यों का चेहरा देखकर चिंतित है.

विपदा की इस घड़ी में वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करें यह कोरोना वायरस से भी बड़ी समस्या उनके समक्ष खड़ी हो गयी है. स्थिति यह है कि 2 माह से बिना वेतन जीवन गुजार रहे शिक्षकों एवं उनके परिवार पर अब भुखमरी का संकट मडराने लगा है.

शिक्षकों की इस आर्थिक तंगी पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि देश में विपदा आई है, जिले के 12000 शिक्षक इस करोना वायरस को भगाने के लिए सरकार के साथ खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे. लेकिन पुरानी कहावत है ”भूखे पेट भजन न होत गोपाला”.

जिले सहित बिहार के चार लाख से अधिक शिक्षक 17 फरवरी से समान काम समान वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार शिक्षकों से वार्ता तक नहीं कर रही है. देश के प्रधानमंत्री ने 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा की है, जिसका शिक्षक अक्षरशः पालन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने राज्यों से यह भी कहा था कि सभी कर्मचारियों को वेतन दिया जाए, जिससे कि विपदा की इस घड़ी में वह लॉक डाउन के दौरान अपने घरों में रह सकें. लेकिन राज्य के मुखिया को यह बात सुनाई नहीं देता. मुख्यमंत्री ने वेतन देने की तो दूर किए गए कार्य अवधि के वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी है. जिससे शिक्षक परिवार भुखमरी के कगार पर है, 3 माह होने जा रहे है.

शिक्षकों के वेतन पर शिक्षक का ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार आश्रित होता हैं. 21 दिनों के लंबे लॉक डाउन के समय में शिक्षक अपने परिवार का पालन कैसे करेंगे यह सबसे बड़ी चिंता है.

कोरोना वायरस को लेकर राज्य में आई इस आपदा के दौरान अग्रिम पेंशन, अग्रिम खाद्यान्न एवं अन्य सुविधाएं दी जा रही है और शिक्षक अपने कार्य अवधि के वेतन को भी तरस रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़ें, राज्य के चार लाख शिक्षक और उनके परिवार को ध्यान में रखकर शिक्षकों से वार्ता करें. शिक्षक विपदा के समय सरकार के साथ हैं. जब भी संकट आया है चिकित्सक और शिक्षकों ने ही मोर्चा संभाल कर राज्य को आपदाओं से निजात दिलाई है. अभी समय है मुख्यमंत्री से हमारी मांग है कि वह शिक्षकों से वार्ता करें, शिक्षकों को वेतन देने का आदेश निर्गत करें. जिससे कि उनके परिवार आश्रितों को इस संकट की घड़ी में भोजन मिल सकें.

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में 21 दिनों की सम्पूर्ण lockdown की घोषणा की जो आज (24 मार्च 2020) आधी रात से लागू हो जाएगा.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जीवन बचाने के लिए जो जरूरी है उसे सर्वोच्च प्राथमिकता देनी ही होगी.

इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए देश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 15 हज़ार करोड़ का प्रावधान किया है. इससे कारोना से लड़ने के लिए जरूरी कार्य किये जायेंगे.


New Delhi: देश की लाइफलाइन कही जाने वाली भारतीय रेल के पहिये इन दिनों पहली बार रुके हुए है. रेलवे ने Coronavirus के देश में बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 31 मार्च 2020 तक अपनी पैसेंजर सेवाएं इतिहास में पहली बार बंद की है. इससे पहले युध्द के समय में भी ऐसा नही हुआ था.

भारतीय रेलवे ने लोगों के बीच महामारी ना फैले इसके मद्देनजर बड़ा फैसला लिया है. इसी बीच भारतीय रेलवे के ट्वीट ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है.

भारतीय रेल ने ट्वीट कर लिखा है कि “भारतीय रेल कभी युद्धकाल में भी नहीं रुकी कृपया परिस्थितियों की गम्भीरता समझिए घर में ही रहिये।”

 

निःसंदेह ही भारतीय रेल के इस ट्वीट से लोगों को स्थिति की गंभीरता का अंदाजा होगा. युध्द काल में भी कभी बंद ना होने वाली रेलवे की मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर सेवा बंद है. वही माल ढुलाई के लिए मालगाड़ीयो का संचालन किया जा रहा है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जिले को लॉक डाउन किया गया है. जिला प्रशासन ने इसको घोषणा भी करवा दी है. बावजूद इसके लोगों का सड़को पर आना जारी है. वही रोक के बावजूद भी दुकानें खुली रही. स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने अब कड़े कदम उठाए है.

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सोमवार को शहर के विभिन्न मार्गों पर सारण पुलिस द्वारा पैदल गस्ती की जा रही थी. इस दौरान सड़को पर कारण और बिना कारण घूम रहे लोगों से पुलिस अपील कर रही थी. पुलिस द्वारा एक एक लोगों से बिना कारण घरों से बाहर निकलने को मना किया जा रहा था. पुलिस कर्मियों द्वारा घरों में ही रहने की अपील की जा रही थी. जिससे सरकार के निर्देशों का पालन हो सकें.

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पुलिस ने लोगों से आग्रह किया कि जरूरत के सामानों की खरीददारी कर वह सीधे अपने घर जाए. बिना वजह सड़को पर भीड़ ना लागये और ना ही भीड़ का हिस्सा बने. घरों में रहना ही सुरक्षित होगा.

पुलिस द्वारा मौना चौक, गांधी चौक, साहेबगंज, नगरपालिका चौक पैदल मार्च लोगो से अपील की गई.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जिले को लॉक डाउन किया गया है. आवाजाही के सभी साधन बंद है. सड़को पर कुछेक लोग ही दिख रहे है. आलम यह है कि हर तरफ अब सन्नाटा ही सन्नाटा है.

राज्य सरकार ने प्रदेश वासियों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाये गए है जिनपर कार्य प्रारंभ भी हो चुका है. जिले में दूरदराज से आने वाले लोगों को एकांत में रहने के निर्देश दिया गया है. इसके लिए प्रशासन ने निर्देश जारी किया है. जिसके अनुसार दूसरे प्रदेशों से आने वालों को अस्थायी आवासन की व्यवस्था की गई है.

शहर से लेकर गांव तक कुल 329 विद्यालयों को चिन्हित कर उन विद्यालयों में दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगो को रखने का निर्देश दिया गया है.

सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने इसकी सूची जारी कर दी. डीईओ द्वारा जिले के 20 प्रखंड शहर एवं ग्रामीण इलाकों के 329 विद्यालयों में अस्थायी आवासन की व्यवस्था को लेकर सभी चिन्हित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को आवासन की व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया गया है. जिसमे मूलभूत सुविधा बिजली, पानी, शौचालय का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है. साथ ही साथ बीइओ, बीडीओ को भी यह सूचना दी गयी है कि वह अपने क्षेत्रों के विद्यालयों में अस्थायी आवासन को लेकर मुकम्मल तैयारी करें और दूसरे प्रदेशों से आने वालों को वहां रखें.

डीईओ ने स्पष्ट किया है कि विद्यालयों में किये जाने वाले खर्च की राशि विद्यालय के खाते से ली जाएगी.

जिले के इन 329 विद्यालयों को बनाया गया अस्थायी आवासन स्थल 

 

Chhapra: विश्व में फैले नोवेल कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने तथा बचाव के उपाय के बारे में आमजनों को जागरूक करने के मकसद से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिले के सभी इलाकों में प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया गया है। इसके लिए 40 प्रचार वाहनों को सभी प्रखंडों में भेजा गया है। प्रत्येक प्रखंड में दो-दो प्रचार वाहन लगाए गए हैं।

सिविल सर्जन डा माधवेश्वर झा ने बताया कोरोना वायरस के प्रति आमजनों को जागरूक करने तथा इससे बचाव के उपाय की जानकारी देने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से प्रचार शुरू किया गया है। इसके माध्यम से कोरोनावायरस के लक्षण तथा बचाव के उपाय एवं उपचार के बारे में जानकारी दी जा रही है । साथ ही इसको लेकर किसी भी तरह का आमजनों से अफवाह नहीं फैलाने की अपील भी की जा रही है।

दूसरे देश से आने वाले व्यक्ति के बारे में दें जानकारी

अगर किसी भी गांव या मोहल्ले में कोरोना प्रभावित देश व राज्य से आने वाले नागरिकों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने का भी अनुरोध किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. झा ने प्रचार-प्रसार का अभियान अगले आदेश तक जारी रखने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सभी प्रखंडों में चिकित्सा कर्मियों की 24 घंटे अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है.

केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी कर साफ कर दिया है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है

जिला प्रशासन भी काफ़ी सक्रिय
कोरोनावायरस को लेकर जिले में लॉक डाउन की घोषणा होने के बाद जिला प्रशासन काफ़ी सक्रिय हो चुका है. सभी थाने की पुलिस ने अपने अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा पुलिस वाहन पर ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। जिले के सभी थाने की पुलिस के द्वारा कम से कम एक तथा कई थानों में तीन तीन वाहनों से पुलिस पदाधिकारी प्रचार- प्रसार कर रहे है।

Corona Virus से निपटने के लिए बनाया गया कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन नंबर जारी

ऑडियो के माध्यम से जागरूकता का संदेश

ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से पुलिस के द्वारा इससे सुरक्षा तथा बचाव के उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। साथ ही इसको लेकर किसी भी तरह का अफवाह नहीं फैलाने और भ्रम में नहीं रहने की भी अपील की गयी। आवश्यक जानकारी तथा सहायता के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करने या सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 104 पर कॉल करने का अनुरोध किया गया।

Chhapra: कोरोना वायरस के प्रति फ़ैल रही भ्रान्ति एवं सही जानकारी औऱ बचाव के उपाय को आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से शहर की अग्रणी समाजसेवी संस्था रोट्रैक्ट क्लब ऑफ़ सारण सिटी ने पेरेंट्स क्लब रोटरी सारण, आपके अपने वेब न्यूज़ पोर्टल छपरा टुडे डॉट कॉम (www.chhapratoday.com) तथा रेडियो मयूर के साथ मिलकर रोट्रैक्ट जागरूकता रथ के माध्यम से लोगों को जागरूक करने में जुटा है.

इस जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर सदर एसडीएम अभिलाषा शर्मा ने रवाना किया. जागरूकता रथ शहर के विभिन्न मुहल्लों की गलियों में घूम कर लोगों को बीमारी से बचाव के प्रति जागरूक कर रहा है.

इस वैश्विक बीमारी से आमजन को घबराना नहीं चाहिए बल्कि सतर्कता बरतनी चाहिए. यही बचाव का सर्वोत्तम उपाय है.

कुछ दिनों तक भीड़-भाड़ से बचे. भीड़ भाड़ से आने के बाद हांथ साबुन से धोये या सेनेटाइजर का अच्छे से प्रयोग करे.

रोट्रैक्ट सारण सिटी के द्वारा आमजन को जागरूक करने के प्रोजेक्ट में आपका छपरा टुडे डॉट कॉम भी अपनी भूमिका निभा रहा है. क्लब के अध्यक्ष अलोक कुमार सिंह ने बताया की क्लब का प्रयास आमजन को जागरूक बनाना है.

इस प्रोजेक्ट में रोटरी सारण के अध्यक्ष सुरेंद्र गुप्ता,रोट्रैक्ट सारण सिटी के सचिव सैनिक कुमार, इरशाद अंसारी, अभिषेक श्रीवास्तव, महताब आलम, अभिषेक कुमार, अवध बिहारी, निकुंज कुमार, राजू जायसवाल, चंद्रकांत द्विवेदी, प्रदीप कुमार का भी सहयोग मिल रहा है.