नई दिल्ली: Corona Virus का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. संक्रमितों की संख्या 1834 पहुंच गई है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 437 नए मामले सामने आए हैं, वहीं संक्रमण से 144 लोग ठीक हो चुके हैं. जबकि अबतक 42 लोगों की मौत हो चुकी है.

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से बुधवार रात को ये आंकड़े जारी किए गए हैं. लॉकडाउन (Lockdown) के पालन में विफलता के फलस्वरूप संक्रमण के मामलों में इजाफा होना तय है.

इसके मद्देनजर उन्होंने देशवासियों से 21 दिन के लॉकडाउन का हर हाल में पालन करने की अपील की. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में बुधवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में राज्यों के स्तर पर संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित करने के उपायों की समीक्षा की गई.

Chhapra: जिले में Lockdown की स्थिति और कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा जिलाधिकारी से समीक्षा की गई. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का जरिये की गई इस समीक्षा में कोरोना वायरस संक्रमण की अद्यतन स्थिति की जानकारी सीएम द्वारा ली गयी साथ ही साथ बाहर से आने वाले लोगों के स्वास्थ्य और रखरखाव के सुविधाओं की जानकारी ली गयी.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि सारण जिला में Lockdown का कड़ाई से अनुपालन कराया जा रहा है. बाहर से आने वाले सभी 8691 लोगों को होम क्वेरेन्टीन मे रखा गया है. साथ उनके घरों के बाहरी दिवार पर उनके नाम का पर्चा चस्पा कराया गया है. सभी पर नजर रखी जा रही है और ट्रैकिंग कोषांग के माध्यम से उनके स्वास्थ्य का अपडेट लिया जा रहा है.

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5135 लोगों की हुई स्क्रीनिंग

जिलाधिकारी ने कहा कि 897 लोगों को स्कूल क्वेरेन्टीन में रखा गया है. कुल 5135 लोगों की स्क्रीनिंग करायी गयी है. उत्तर प्रदेश के बलिया होते हुए माँझी में आये कुल 1973 लोगों को बसों के द्वारा उनके गृह जिला के जिला मुख्यालय को भेजा गया है जबकि 343 लोग जो सारण के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले थे, को उनके गृह प्रखंड भेजा गया है. इन सभी लोगों का भी स्क्रीनिंग किया गया था.

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तीनों अनुमंडल में आपदा राहत केंद्र के साथ 24 घंटे कार्य कर रहा कंट्रोल रूम

सारण जिले के तीन अनुमंडल छपरा सदर, सोनपुर और मढ़ौरा में आपदा राहत केन्द्र चलाये जा रहें है. जिला नियंत्रण कक्ष 06152-242444 पर चौबिस घंटा कार्यरत है. जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र 06152-245023 तथा सदर अस्पताल के हंटिग लाईन 06152-244812 पर भी सूचनाएँ प्राप्त हो रही हैं और उस पर तक्षण कार्रवाई की जा रही है.

Chhapra: Lockdown में आवश्यक सेवाओं, सामग्रियों के वाहन के लिए सारण जिला प्रशासन पास जारी करेगा.

इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिंक दिया है. यहाँ आवश्यक और अति आवश्यक श्रेणी में पास निर्गत किये जायेंगे. सरकार द्वारा जिन्हें छूट दी गयी है उन्हें ही पास निर्गत किया जायेगा.   

ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले www.saran.nic.in पर जाए
फिर Covid-19 Help Tab को Click करें
यहाँ Request for Vehicle Pass के बाद एक Form खुलेगा

जिसमें आपसे जरुरी जानकारी मांगी जाएगी. इसके बाद आपका पास निर्गत किया जा सकेगा. आप 8083851139 पर Whats App कर भी पास के लिए आवेदन कर सकते है.  

नई दिल्ली: अंतराष्ट्रीय मंच सहित भारत में कोविड 19 जिस तरीके से अपना कहर बरपा रहा है उससे सभी ज्ञात है. देश में कोविड 19 के मरीज़ लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. कारोना से लडने के लिए प्रधामंत्री आह्वान पर पीएम– केयर्स फंड में लोग खुले दिल से सहयोग कर रहे है.

भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) ने इस फंड में अपना 25 लाख का सहयोग दिया हैं. संघ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि देश के प्रति देशवासियों का प्यार, सेवा और समर्थन ने हम सभी को प्रेरणा प्रदान कर रही है. इसलिए, अब समय आ गया है कि हम अपने देश को किसी भी तरीके से भुगतान करे. हमें इस संकट की घड़ी में परिस्थिति से उबरने के लिए एक दूसरे के साथ खड़े रहने और एक दूसरे की मदद करने की जरूरत है.

ए.आई.एफ.एफ ने इस संकट की घड़ी में परिस्थिति को ध्यान रखते हुए अपने सभी कर्मचारियों को मार्च 14 से ही घर से ही अपनी सभी कामों को करने को कहा गया है और अपने सभी घरेलू और अंतराष्ट्रीय कार्यक्रमों को रोक दिया गया है. बताते चले कि फेडरेशन के अलावा सभी खिलाड़ी और कर्मचारी अपने अपने तरीके से भी सहयोग एवं लोगों को जागरूक कर रहे है.

Chhapra: Lockdown में मंगलवार को शहर में अजीबोगरीब नजारा दिखा. छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता के आवास पर सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए. महिला और पुरुष सभी कतारबद्ध होकर खड़े थे. Lockdown में Social Distancing मेंटेनेंस तो दूर की बात थी लोग अपनी सुरक्षा को दरकिनार करते हुए बिना मास्क और गमछा मुँह पर लगाये लाइन में खड़े थे. Lockdown में इतने लोगों के एक साथ पुलिस विधायक आवास पर खड़े देख भी भौचक थी. हालांकि पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए विधायक आवास पर लगी भीड़ को हटाया. इसके लिए उसे बल का प्रयोग करना पड़ा. कुछ देर बाद आवास पर स्थिति सामान्य हुई.

दरअसल लोगों को यह मालूम चला था कि विधायक आवास पर डॉ सी एन गुप्ता द्वारा खाद्य सामग्री का वितरण किया जाना है. लोग इसकी पड़ताल करते विधायक आवास पहुंच गए. लोगों की भीड़ देख और लोग भी कतारबद्ध हो गए. इसबीच Lockdown और प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुल गयी. करीब 500 से अधिक लोग बिना Social Distancing मेंटेनेंस के खड़े थे.

वही इस घटनाक्रम पर विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी ने ऐसा अफवाह उड़ा दिया था कि मेरे आवास पर राशन बांटा जा रहा है. जिसके बाद अचानक महिला-पुरुषों की भीड़ मेरे घर के बाहर एकत्र हो गयी. कुछ लोग मेरे आवास पर ऐसी शिकायत लेकर आए थे कि डीलर राशन नहीं दे रहा है या फिर मेरा कार्ड नहीं है. जिन्हे समझाया गया कि अधिकारियों से बात करके समस्या दूर की जाएगी.

उन्होंने कहा कि आमजन मानस भ्रम में नहीं पड़े. किसी को भी राशन वितरण सम्बंधित शिकायत या भोजन की कमी हो तो वो सीधे मेरे नंबर पर बात करें. परेशानी को प्रशासन की मदद से दूर करने का प्रयास किया जाएगा.

Chhapra: महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात में लॉक डाउन का पालन करने की सभी लोगों से अपील की है.

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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी से इससे लड़ने की अपील की है. हमें अपने देश को इस महामारी से बाहर निकालना है. उन्होंने कहा कि भारत के लोग संकल्प के साथ इस करोना से लड़ रहे है निश्चित रूप से कोरोना हारेगा, देश जीतेगा.

उन्होंने स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं में जुटे लोगों की सेवा भावना की सराहना की.

नई दिल्ली: Corona Virus से देश आक्रांत है. सरकार के प्रयास से इस महामारी से जनता को बचाने की कोशिशें हो रही है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से PM-Cares Fund में दान देने की अपील की है.

वही संकट के इस समय में टाटा ट्रस्ट मदद के लिए आमने आया है. टाटा ट्रस्ट ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये दिए हैं.

टाटा ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए 500 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है. टाटा ट्रस्ट के प्रमुख रतन एन. टाटा ने शनिवार को कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए टाटा समूह, टाटा संस की कंपनियां और टाटा ट्रस्ट संकट के इस समय में समाज और सरकार के साथ है और इससे निपटने के लिए 500 करोड़ रुपए देने की घोषणा करते हैं.

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Chhapra: Lockdown के दौरान आवागमन नहीं होने के कारण बिहार के लोग जो राज्य के बाहर अन्य राज्यों में काम करते हैं, फंसे हुए हैं या रास्ते में हैं. जिसे लेकर राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.

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जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि वर्तमान में राज्य के शहरी इलाकों में अन्य राज्य के निवासी भी फंसे हुए हैं जिनके भोजन और आवासन में कठिनाई हो रही है. राज्य सरकार द्वारा इनके सहयोग और सहायता के लिये बिहार भवन, नई दिल्ली में कार्यरत टेलिफोन नं० 011-23792009, 011-23014326, 011-23013884 हेल्प लाईन के रूप जारी किये गये हैं जिस पर सूचनाये दी जा सकती हैं.

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जिलाधिकारी ने कहा कि जिला स्तर पर ऐसे श्रमिकों, कामगारों की सहायता के लिये भी एक कोषांग का गठन किया गया है. यह कोषांग बिहार राज्य के लोग जो बिहार के बाहर अन्य राज्यों या रास्ते में फंसे हुए हैं अथवा राज्य के शहरी इलाकों में फंसे हुए अन्य राज्यों के निवासियों के बारे में सूचना प्राप्त होने पर आपदा राहत केन्द्रां तथा अन्य माध्यमों से उन्हें आवश्यक सहयोग एवं सहायता प्रदान करने हेतु त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा. इस कोषांग के सफल संचालन के लिए अपर समाहर्ता अरूण कुमार, मोबाइल नंबर 9473191268, रमेश कमल रत्नम, श्रम अधीक्षक, 7004785979, अमरेन्द्र कुमार गोंड, डीपीओ, 8544411908, प्रशान्त कुमार, वरीय उप समाहर्त्ता परीक्ष्यमान, 9568568588 राजू कुमार, वरीय उप समाहर्त्ता परीक्ष्यमान, 7856861952 को प्रतिनियुक्त किया गया है.

 

सारण: सब्जी एवं फल के थोक विक्रेताओं के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक कर जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि लॉकडाउन के अवधि में सब्जी बाजार नहीं लगेगी. इसका कड़ाई से अनुपालन कराया जाय. थोक विक्रेताओं को जिलाधिकारी ने स्पष्ट कर दिया कि बाजार समिति में केवल खुदरा व्यापारी (रिटेलर) हीं सामान खरीदेंगे. किसी भी आमजन को बाजार समिति से समान उपलब्ध नही करायी जाय.फुटकर विक्रेता ठेला और साईकिल पर मुहल्लें और वार्डो में घुमकर सब्बजी की बिक्री करें.

बाजार समिति में सिर्फ थोक बिक्री

सभी थोक विक्रेताओं को निर्देश दिया गया कि जिला आपूर्ति कार्यालय द्वारा निर्धारित दर पर हीं सब्जी एवं फलों की बिक्री की जाय. अधिक दाम पर बिक्री और मुनाफाखोरी का यह समय नहीं है और इसकी शिकायत नहीं मिलनी चाहिए. इस संकट की घड़ी में सभी लोग सेवा भाव से कार्य करें. कहीं भी भीड़ न लगायें. बाजार समिति में भी खुदरा व्यापारी बारी-बारी से समान खरीदें.

जिलाधिकारी ने कहा कि गाडि़यों के परिवहन में परेशानी है तो अपर समाहर्त्ता, सारण, मोबाईल नं0- 9473191268, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, मोबाईल नं0- 9473191269, अनुमंडल पदाधिकारी मढ़ौरा, मोबाईल नं0- 9572850833 एवं अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर, मोबाईल नं0-9473191271 से सम्पर्क कर जिला स्तर या अन्तर्राज्जीय पास बनवा लें. व्यापारी अपने लिए भी पास बनवा ले ताकि आने-जाने एवं व्यवसायिक प्रक्रिया में परेशानी न हो.

डिलिवरी बॉय का बनेगा पास

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी थोक व्यापारी अपने रिटेलर से बात करें और उन्हें अधिक कीमत पर सामानों की बिक्री नहीं करने पर वाध्य करें. जिलाधिकारी ने कहा कि सब्जी एवं फल का होम डिलीवरी भी शुरु करायें. इसके लिए डिलीवरी ब्वॉय का पास बनवा लें.

जिलाधिकारी ने कहा कि दवा की दुकान को छोड़कर 6 बजे संध्या के बाद कोई भी दुकान नहीं खुली रहनी चाहिए. जिलाधिकारी ने कहा कि किसी व्यवसायी को अगर कोई समस्या हो तो इन नम्बरों के अतिरिक्त निदेशक डीआरडीए, मोबाईल नं0-9431818419, अथवा जिला आपूर्ति पदाधिकारी के मोबाईल नं0- 8544426134 पर सम्पर्क करे.

Chhapra: Coronavirus से लड़ने के लिए देश के साथ राज्य भी पूरी तरह तैयार है. इसके मद्देनजर मंगलवार की रात 8 बजे प्रधानमंत्री द्वारा जारी संदेश में देश के सभी जिलों को Lock Down किया गया है. यद्यपि, कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार के सभी जिलों को पहले से ही Lock Down किया गया है. ऐसे में लोगों से Lock Down में घर से बाहर नहीं निकलने की निरंतर अपील भी की जा रही है ताकि संक्रमण के चक्र को तोड़ा जा सके.

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Lock Down में अपने एवं परिवार का रखें ख्याल

Lock Down की स्थिति में घर में ही रहने की हिदायत दी जा रही है. Coronavirus संक्रमण से बचाव का यह प्रभावी एवं अंतिम उपाय भी है. घर में रहने के दौरान लोगों को कुछ बातों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि घर के बच्चों एवं बुजुर्गों में संक्रमण को लेकर किसी भी प्रकार का भय उत्पन्न ना हो.

  • बुजुर्गों एवं बच्चों के खान-पान पर अधिक ध्यान दें.
  • आहार में फ़ल एवं हरी सब्जियों को शामिल करें.
  • आपस में एक दूसरे से बात करते रहें ताकि किसी के मन में संक्रमण को लेकर भय व्याप्त ना हो
  • बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने नहीं दें. उनसे बात-चीत करते रहें ताकि उनका मन भी बहलता रहे
  • घर के किसी भी व्यक्ति की तबीयत खराब रहती हो तो उनके लिए पर्याप्त मात्रा में दवा खरीद कर रख लें
  • Lock Down में घर से निकलने में परहेज करें.
  • जरुरी चीजों की खरीदारी करने के लिए यदि घर से निकलना पड़े तब घर लौटने के बाद हाथों की अच्छी से सफाई करके ही
  • परिवार में किसी सदस्य के समीप जायें.

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सारण में बाहर से लौटे 57 यात्रियों को रखा गया ऑब्जरवेशन पर

24 मार्च तक 909 यात्रियों को ऑब्जरवेशन पर रखा गया है. जिसमें अररिया के 2, सीतामढ़ी के 7, सारण के 57, भागलपुर के 36, सुपौल के 2, मधुबनी के 63. मधेपुरा के 9, भोजपुर के 21, गया के 55, सिवान के 42, गोपालगंज के 172, पटना के 100, पूर्वी चंपारण के 26, पश्चिमी चंपारण के 74, मुज्ज़फरपुर के 15, रोहतास के 10, समस्तीपुर के 48, वैशाली के 6, दरभंगा के 28, पूर्णिया के 1, कटिहार के 3, नवादा के 9, बेगुसराय के 7, नालंदा के 44, बक्सर के 4, मुंगेर के 12, अरवल के 1, जहानाबाद के 8, कैमूर के 11 एवं बांका के 2 यात्री शामिल है.

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ट्रांजिट पॉइंट पर की जा रही स्क्रीनिंग
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इंडो-नेपाल के 49 ट्रांजिट पॉइंट पर 24 मार्च तक लगभग 3.73 लाख यात्रियों की स्क्रीनिंग की गयी है. जिसमें सुपौल के केवल 1 व्यक्ति में लक्षण पाया गया है. राज्य के 9 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कुल 194 सैंपल एकत्रित किये गए हैं, जिसमें 175 सैंपल नेगेटिव आए हैं एवं 14 की रिपोर्ट आनी बाकी है. 24 मार्च तक राज्य में कुल 3 मामलों की पुष्टि हुयी है जिनका ईलाज चल रहा है.

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इन बातों का रखें ख्याल

  • यदि घर से बाहर निकलना पड़े तब लोगों से 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें
  • घर आने के बाद हाथों को 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से धोएं
  • बाहर में किसी भी चीज को छूने से परहेज करें
  • Lock Down के नियमों के सख्ती से पालन करें

Chhapra: वैश्विक कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में केंद्र और राज्य सरकार इससे निपटने के तमाम जरुरी प्रयास कर रहें है.

ऐसे में आपदा की इस घड़ी में अपने कर्तव्य और जिम्मेवारी को निभाते हुए छपरा के भाजपा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में देने की घोषणा की है. उन्होंने इस बाबत विधानसभा के सचिव को पत्र प्रेषित किया है.

डॉ गुप्ता ने कहा कि इस वैश्विक महामारी से एकजुट होकर लड़ने में हमें सरकार के हर प्रयास का अपने स्तर से साथ देना होगा. सभी के स्वास्थ्य की मुझे चिंता है. इसको लेकर मैंने अपना एक माह का वेतन कोरोना महामारी से निपटने के लिए देने की घोषणा की है.

उन्होंने कहा कि अगर विधायक कोष से इस आपदा से निपटने का कोई प्रावधान राज्य सरकार करती है तो सबसे पहले मैं, अपने कोष से सहायता राशि प्रदान करूँगा.

मेरी अपील है कि आइए हम सभी इस महामारी से एकजुट होकर निपटे. चिकित्सक होने के नाते स्वयं राज्य सरकार मुझ से हर संभव मदद जब भी लेना चाहे ले सकती है. कोरोना को हराना है.

मुझे पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विश्व व्यापी संकट का अंत होकर रहेगा.

आपको बता दें कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत सरकार ने 21 दिनों का राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन की मंगलवार को घोषणा की है.

Chhapra: आपदा की इस घड़ी में जनता जहां कोरोना वायरस की मार झेल रही है, वहीं जिले के 12,000 से अधिक शिक्षक आर्थिक तंगी की मार झेल रहे हैं. बीती रात प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा के बाद आम जनता अपने परिवार के सदस्यों के भरण पोषण को लेकर खानपान की सामानों की खरीदारी करने में जुटे हैं, वही राष्ट्र निर्माता शिक्षक घर में बैठकर परिवार के सदस्यों का चेहरा देखकर चिंतित है.

विपदा की इस घड़ी में वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करें यह कोरोना वायरस से भी बड़ी समस्या उनके समक्ष खड़ी हो गयी है. स्थिति यह है कि 2 माह से बिना वेतन जीवन गुजार रहे शिक्षकों एवं उनके परिवार पर अब भुखमरी का संकट मडराने लगा है.

शिक्षकों की इस आर्थिक तंगी पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि देश में विपदा आई है, जिले के 12000 शिक्षक इस करोना वायरस को भगाने के लिए सरकार के साथ खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे. लेकिन पुरानी कहावत है ”भूखे पेट भजन न होत गोपाला”.

जिले सहित बिहार के चार लाख से अधिक शिक्षक 17 फरवरी से समान काम समान वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार शिक्षकों से वार्ता तक नहीं कर रही है. देश के प्रधानमंत्री ने 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा की है, जिसका शिक्षक अक्षरशः पालन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने राज्यों से यह भी कहा था कि सभी कर्मचारियों को वेतन दिया जाए, जिससे कि विपदा की इस घड़ी में वह लॉक डाउन के दौरान अपने घरों में रह सकें. लेकिन राज्य के मुखिया को यह बात सुनाई नहीं देता. मुख्यमंत्री ने वेतन देने की तो दूर किए गए कार्य अवधि के वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी है. जिससे शिक्षक परिवार भुखमरी के कगार पर है, 3 माह होने जा रहे है.

शिक्षकों के वेतन पर शिक्षक का ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार आश्रित होता हैं. 21 दिनों के लंबे लॉक डाउन के समय में शिक्षक अपने परिवार का पालन कैसे करेंगे यह सबसे बड़ी चिंता है.

कोरोना वायरस को लेकर राज्य में आई इस आपदा के दौरान अग्रिम पेंशन, अग्रिम खाद्यान्न एवं अन्य सुविधाएं दी जा रही है और शिक्षक अपने कार्य अवधि के वेतन को भी तरस रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़ें, राज्य के चार लाख शिक्षक और उनके परिवार को ध्यान में रखकर शिक्षकों से वार्ता करें. शिक्षक विपदा के समय सरकार के साथ हैं. जब भी संकट आया है चिकित्सक और शिक्षकों ने ही मोर्चा संभाल कर राज्य को आपदाओं से निजात दिलाई है. अभी समय है मुख्यमंत्री से हमारी मांग है कि वह शिक्षकों से वार्ता करें, शिक्षकों को वेतन देने का आदेश निर्गत करें. जिससे कि उनके परिवार आश्रितों को इस संकट की घड़ी में भोजन मिल सकें.