Chhapra: 21 दिसंबर को छपरा कचहरी स्टेशन के पश्चिमी छोर पर फुट ओवर ब्रिज के नीचे हुए अंकित हत्याकांड का रेल पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

रेल एसपी मुजफ्फरपुर डॉ कुमार आशीष ने बताया कि कांड के उद्भेदन के लिए रेल पुलिस उपाधीक्षक, सोनपुर शाहकार खाॅं के नेतृृत्व में एस0आई0टी0 का गठन किया गया था। जांच के क्रम में यह जानकारी हुई है कि आपसी रंजिश और पैसे के लेनदेन को लेकर पूरी घटना हुई थी। इस मामले में 3 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि 2 अन्य की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी जारी है। गिरफ्तार तीनों अभियुक्त दहियावाँ टोला मुहल्ला के निवासी हैं। गिरफ्तार अपराधकर्मियों द्वारा घटना में अपनी-अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए घटना में संलिप्त अपने अन्य सहयोगियों का नाम बताया गया है, जिसकी गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी चल रही है। इनके पास से दो चाकू और दो मोबाईल बरामद किया गया है। स्पीडी ट्राइल चलाकर अपराधियों को सजा दिलाई जाएगी।   

उन्होंने बताया कि इस मामले में नितेश कुमार उम्र करीब-19 वर्ष, पे0-कुन्दन राय, सा0-दहियाॅवा टोला वार्ड सं0-23, थाना-नगर, जिला-छपरा (सारण), धीरज कुमार उम्र करीब-20 वर्ष, पे0-स्व0 राजकुमार राय, सा0-दहियाॅवा टोला वार्ड सं0-23, थाना-नगर, जिला-छपरा (सारण) और  राकेश कुमार उम्र करीब-21 वर्ष, पे0-स्व0 ओमनाथ प्रसाद, सा0-उत्तरी दहियाॅंवा टोला पानी टंकी वार्ड नं0- 25, थाना-नगर, जिला-छपरा (सारण) को गिरफ्तार किया गया है।   

यह था मामला : छपरा शहर में युवक की निर्मम ह’त्या, मोबाईल लू’ट के दौरान अज्ञात अपराधियों ने मारा चा’कू

दिनांक-21.12.2023 की संध्या में छपरा-कचहरी रेलवे स्टेशन के पश्चिमी फुट ओवर ब्रीज के नीचे तीन लड़कों के साथ आपसी रंजिश और पैसों के विवाद में हुई चाकू-बाजी की घटना में एक लड़का अंकित कुमार की मृृत्यु ईलाज के क्रम में हो जाने एवं उसके दोस्त आशीष कुमार तथा सचिन कुमार के गंभीर रूप से जख्मी हालत में ईलाजरत रहने के दौरान घटना के संबध्ंा में मृृतक अंकित कुमार के पिता मिथिलेश सिंह के फर्दबयान के आधार पर अज्ञात पाॅंच-छः लड़का उम्र करीब 20-25 वर्ष के विरूद्ध छपरा(कचहरी) रेल थाना कंाड सं0-278/23, दि0-22.12.23, धारा-302/34 भा0द0वि0 दर्ज किया गया था।

 

लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने मेयर पद के लिए किया नामांकन

Chhapra: छपरा नगर निगम मेयर पद के हो रहे उपचुनाव को लेकर गुरुवार को लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने अपना नामांकन पर्चा डीडीसी कार्यालय में दाखिल किया.

नामांकन दाखिल करने के बाद लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने कहा कि वह जनता के आशीर्वाद से इस मैदान में खड़े हैं. छपरा की तस्वीर बदलने के लिए उन्हें आगामी 22 जनवरी को पुनः जनता के आशीर्वाद की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में उनके प्रति जनता का भरपूर सहयोग मिल रहा है. श्री गुप्ता ने कहा कि छपरा का विकास है उनकी पहली प्राथमिकता है. छपरा शहर कैसे सुंदर बने, यहां रहने वाले लोगों को अत्याधुनिक सुविधा मुहैया कराई जाए, बड़े शहरों की तर्ज पर साफ सफाई, सुंदर सड़क एवं जल निकासी के साथ-साथ आम जनमानस के लिए पार्क निर्माण और भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए वह वचनबद्ध है. जनता का समर्थन उन्हें विजयी बनाएगा.

बताते चले कि मेयर पद के उपचुनाव में मतदान 22 जनवरी एवं मतों की गणना 24 जनवरी को की जाएगी. वहीं 29 दिसंबर शुक्रवार तक नामांकन की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है. अब तक एक दर्जन से अधिक प्रत्याशियों ने मेयर पद को लेकर अपना नामांकन दर्ज किया है, हालांकि प्रत्याशियों की वास्तविक संख्या नामांकन पर्चा जांच एवं नाम वापसी की तिथि के बाद ही पता चलेगा.

छपरा का विकास, जनता की बुनियादी समस्याओं का समाधान और भ्रष्टाचार की समाप्ति ही मेरा लक्ष्य: ई चांदनी प्रकाश

Chhapra: नगर निगम महापौर पद के लिए हो रहे उप चुनाव में गुरुवार को ई चांदनी प्रकाश ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने छपरा के विकास और जनता की बुनियादी समस्याओं का समाधान ही उनकी प्राथमिकता होगी.

चांदनी प्रकाश ने कहा कि वह बड़े बड़े वादे नहीं करना चाहती. शहर की जनता की बुनियादी जरूरत, उनकी बुनियादी समस्या समाधान और सरकार की सभी योजनाओं को शत प्रतिशत धरातल पर लागू करके जनता को लाभान्वित करना ही उनका लक्ष्य है. वह योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करेगी जिससे कि कोई भी कार्य बिना बिचौलिए के धरातल पर पूर्ण रूप से लागू हो सकें.

नामांकन रैली में काफी संख्या में महिला पुरुष और युवा वर्ग शामिल थे.

नगर निगम के मेयर पद को लेकर नामांकन पत्र 29 दिसंबर तक दाखिल किए जा सकते है.

Chhapra: छपरा शहर के नगर थाना क्षेत्र के छोटा तेलपा पुलिस लाइन के समीप आपसी रंजिश में चाकू मा’रकर एक युवक की ह’त्या कर दी गई। युवक की पहचान दीपक कुमार (26) के रूप में हुई है। जबकि मृतक के तीन भाई राकेश कुमार, विनय कुमार और अजय ठाकुर गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है। 

बताया जा रहा है कि पट्टीदारों के बीच किसी बात को लेकर हुए विवाद ने बाद रूप ले लिया और बात चाकूबाजी तक पहुँच गई। जिसके बाद मारपीट और चाकूबाजी में एक युवक की मौत हो गई।  पुलिस मामले कि जांच में जुटी है। 

 

      

उत्तर प्रदेश के मजदूर की मढ़ौरा में हत्या, ईट भट्ठे पर काम करता था मजदूर

Chhapra: छपरा के मढ़ौरा में अज्ञात अपराधियों के द्वारा एक ईट भट्टा मजदूर को गोलीमार हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है. अपराधियों ने बीड़ी नहीं देने पर उस मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी.

घटना सारण जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के तेज पूर्व पंचायत के लेरुआ स्थित सुरेश महतो के चिमनी पर घटित हुई है. घटना बीती रात्रि करीब 9:00 की बताई जा रही है.

घटना के संबंध में बताया जाता है की बाइक पर सवार कुछ अपराधी चिमनी पर पहुंचे जहां चार मजदूर काम कर रहे थे अपराधियों के द्वारा बीड़ी की मांग की गई जिस पर मजदूर ने कहा कि हम बीड़ी नहीं पीते हैं तब उसे नीचे बुलाया गया जैसे ही मजदूर नीचे आया उसके सीने में सटाकर गोली मार दी गई.

गोली लगते ही मजदूर फिर वापस ऊपर गया और गिर कर दम तोड़ दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो गए.

इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया.

मृतक की पहचान यूपी के इलाहबाद जिले के कुशाम्भी निवासी राकेश पासी के 23 वर्षीय पुत्र ललन कुमार उर्फ़ लवलीन के रूप में की गयी है.

लवलीन 15 दिन पहले ही मजदूरी करने के लिए आया था. फिलहाल पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है.

लोक शिकायत के कुल 09 मामलों की हुई सुनवाई

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर के कार्यालय कक्ष से बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 के तहत द्वितीय अपील में शिकायतों की सुनवाई की गयी और उनका निवारण किया गया।

जिला पदाधिकारी के द्वारा आज लोक शिकायत के कुल 09 मामलों की सुनवाई की गई। 06 मामलों पर अंतिम रूप से आदेश पारित किया गया तथा शेष 03 मामलों में पूर्ण प्रतिवेदन के साथ अगली तिथि पर लोक प्राधिकार को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।

जिला पदाधिकारी अमन समीर ने कहा कि लोक शिकायतों का ससमय तथा गुणवत्तापूर्ण निवारण अत्यावश्यक है। लोक प्राधिकारों को तत्परता प्रदर्शित करनी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहें।

आश्रय स्थल का नगर आयुक्त ने किया औचक निरीक्षण

Chhapra: छपरा नगर निगम के नगर आयुक्त सुमित के द्वारा निगम क्षेत्र में चल रहे आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण बुधवार रात्रि किया गया।

इस दौरान उन्होंने आश्रय स्थल में सुविधाओं का जायजा लिया और आश्रय। विहीनो के लिए सारी सुविधाओं को देने के लिए आदेश दिया।

ठण्ड बढ़ने के कारण आश्रय विहीनो को डबल कंबल देने की केयर टेकर को आदेश दिये।

लैट्रिन और बाथरूम की सफाई नियमित कराने के लिए आदेश दिये।

निरीक्षण के दौरान उप नगर आयुक्त ओम प्रकाश सिह, सिटी मैनेजर वेद प्रकाश वर्णवाल, सिटी मिशन मैनेजर सुधीर कुमार हिमांशु मौजूद थे।

विद्यालय के 15 किमी की परिधि में शिक्षकों को आवासन का देना होगा शपथ पत्र, वर्ना नही मिलेगा वेतन

Patna: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत विद्यालय अध्यापक और नियोजित शिक्षकों को विद्यालय के 15 किलोमीटर की परिधि में आवासन का शपथ पत्र देना होगा. शिक्षा विभाग ने इसके लिए पत्र जारी कर दिया है.

जारी पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी शिक्षकों से आगामी 31 जनवरी तक आवासन संबधी शपथ पत्र प्राप्त कर लिया जाए साथ ही यह भी कहा गया है कि शपथ पत्र देने वाले शिक्षकों को ही फरवरी 24 का वेतन दिया जाएगा.

जारी पत्र में यह कहा गया है कि अक्सर देखा जा रहा है कि शिक्षकों का आवासन दूर होने के कारण वह विलंब से विद्यालय आ रहे है और पूर्व ही विद्यालय से वापस चले जा रहे है. जिससे शैक्षणिक गतिविधि में विभागीय आदेश के अवहेलना हो रही है.

सरकारी विद्यालयों में निरीक्षण का बदला समय एवं तरीका, स्कूलों से भागने वाले शिक्षकों की खैर नहीं

Patna: शिक्षा विभाग में इन दिनों लगातार एक के बाद एक बदलाव किए जा रहे है, ऐसे में एसीएस द्वारा नया आदेश जारी किया गया है जिसमे विद्यालय के निरीक्षण में बदलाव किया गया है.

एसीएस के अन्य निर्देश के बारे में कहा गया है कि पूर्व में विद्यालय का निरीक्षण दिन में एक ही बार करते हैं । कुछ अनुशासनहीन शिक्षकों के बारे में यह पता चला है कि वह निरीक्षण होने के बाद समय से पहले 02.00 या 03.00 बजे के बीच ही विद्यालय से नदारत हो जाते हैं। ऐसे कुछ मामले पदाधिकारियों ने पकड़े भी हैं, जब ये शिक्षक / प्रधानाध्यापक जिस समय भाग रहे थे और उसी समय हमारी निरीक्षण टीम पहुंच गई। शिक्षकों में यह प्रवृत्ति इसलिए देखी जा रही है, क्योंकि वे जानते हैं कि विद्यालयों का निरीक्षण अमूमन दिन में एक ही बार होता है। यानि विद्यालय निरीक्षण का समय के बारे में सारे लोग समझ गए हैं। ऐसे में हमें अब inspection की predictability को देखना होगा .हमें इसे “unpredictable” बनाना होगा। ऐसा करने के लिए आपको निरीक्षण रोस्टर को सुधारना होगा और विद्यालयों को तीन श्रेणियों में रखना होगा।

KK पाठख ने कहा है कि श्रेणी क वाले स्कूलों में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण पहली पाली में हो, वह निरीक्षण सुबह 9 से 12 बजे के बीच हो. श्रेणी-ख वाले में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण दूसरी पाली यानि 02 बजे से 05 बजे के बीच में हो। श्रेणी ग- वैसे विद्यालय, जहां उपरोक्त दोनों पालियों में निरीक्षण हो। ऐसा करने से हम School Inspection की unpredictability को बढ़ा सकते हैं। शिक्षकों में यह संदेश चला जाना चाहिए कि हम उनके विद्यालय में कभी सुबह की पाली में या कभी दोपहर की पाली में या कभी दोनों पालियों में पहुंच सकते हैं। ऐसे में आपके विद्यालय के निरीक्षण के रोस्टर को random रखना होगा। साथ ही उसे गोपनीय रखना होगा, ताकि कोई शिक्षक यह अनुमान नहीं लगा सके कि उनके विद्यालय का निरीक्षण कब और किस समय होने वाला है। अब निरीक्षण रोस्टर मासिक न बनाकर, साप्ताहिक रूप से बनाया जाय। जो विद्यालय पिछले सप्ताह श्रेणी-क में थे उसे श्रेणी-ख अथवा श्रेणी-ग में रखा जाय। इसी प्रकार रोस्टर को प्रत्येक सप्ताह randomise किया जाए।

लंबित कार्यों को तत्परता से करें, अन्यथा होगी अनुशासनिक कार्रवाई: जिलाधिकारी

Chhapra: जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में साप्ताहिक समन्वय समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गयी। बैठक में लंबित कोर्ट केसों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में निदेश दिया कि सी.डब्बलू.जे.सी. एवं एम.जे.सी. से संबंधित वादों पर तत्परता से वांछित एस.ओ.एफ. उच्च न्यायालय में दाखिल कर ओथ लेना सुनिश्चित करें। अनावश्यक विलम्ब के लिए संबंधित दोषी पदाधिकारी पर अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ करने की चेतावनी भी दी गयी।

लोक शिकायत निवारण अधिनियम के तहत दण्डित लोक प्राधिकार से फाइन की वसूली वेतन से करने का निदेश जिलाधिकारी ने दिया। कब्रिस्तान की घेराबंदी हेतु लंबित मामलों को निपटाने का निदेश संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी को दिया गया।

जिला आपूर्ति पदाधिकारी को फर्जी राशनकार्ड को रद्द करने एवं वास्तविक जरुरतमंद लोगों को राशनकार्ड उपलब्ध करवाने का सख्त निदेश दिया गया। इस कार्य के लिए मार्केटिंग ऑफिसर को युद्धस्तर पर कार्य हेतु निदेशित किया गया।

मतदान सूची में 01 जनवरी, 01 अप्रैल, 01 जुलाई एवं 01 अक्टूबर को आहर्त्ता तिथि मानकर 18 वर्ष पूरा करने वालें युवाओं का नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने हेतु विशेष अभियान चलाने का निदेश दिया गया। मतदाता सूची में लिंगानुपात के अंदर को समाप्त करने हेतु विशेष अभियान चलाने हेतु निदेशित किया गया। प्रखंड स्तर से जिलास्तर तक सफाई का विशेष अभियान प्रारंभ करने का निदेश दिया गया। इस कार्य में सामाजिक कार्य करने वाले संगठनों से भी सहयोग करने की अपील जिलाधिकारी के द्वारा की गयी।

बैठक में जिलास्तरीय पदाधिकारीगण सभागार में एवं वीडियो कॉफेसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

Chhapra: लोक गायक भिखारी ठाकुर की जयंती को लेकर सदर अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में जयंती समारोह के लिए कुल 21 समितियों का गठन किया गया। जिसमें सभी समितियो के लिए एक एक नोडल पदाधिकारी भी बनाये गए है।

बैठक में आनुमण्डल पदाधिकारी संजय कुमार राय के द्वारा बैठक में उपस्थित पदाधिकारी एवम सदस्यों का स्वागत करते हुए बैठक की कार्यवाही शुरू की गई। 18 दिसम्बर 2023 को भिखारी ठाकुर जयंती समारोह मनाए जाने के संबंध में सभी उपस्थित पदाधिकारी और सदस्यों को भिखारी ठाकुर के जीवन परिचय के विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भोजपुरी भाषा के महान सामाजिक कार्यकर्ता, भोजपुरी के बहुयामी प्रतिभा के धनी, नाटककार, अभिनेता, लोक नर्तक लोक गायक भिखारी ठाकुर का जन्म 18 दिसम्बर 1887 ई0 में सारण जिले के कुतुबपुर दियारा में हुआ था। 

इस अवसर पर मुख्य समारोह स्थल उनके जन्म स्थान तथा छपरा स्थित भिखारी ठाकुर चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया। 

बैठक में  निर्णय लिया गया कि भिखारी ठाकुर के जयंती के अवसर पर कोटवा पट्टी रामपुर पंचायत के हाई स्कूल के छात्रों को भिखारी ठाकुर पर निबंध प्रतियोगिता करके चयनित बच्चों को पुरस्कृत करने का भी सुझाव दिया गया।

वही इस बैठक में कार्यपालक दंडाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सीओ सदर, प्रो लालबाबू यादव, सतेंद्र सिंह मुखिया, रंजीत कुमार राणा, एमओ सदर मनीषा सिंह सहित लोग बैठक में शामिल हुए। 

नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर का तंज, बोले-जब नरेंद्र मोदी के साथ थे तो गलती से भी नहीं निकली विशेष राज्य की बात, महागठबंधन में जाते ही करने लगे मांग

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक में एक फिर से विशेष राज्य का दर्जा देने वाला मामला उठाया। हाल के दिनों में अगर देखा जाय तो सुशासन बाबू कई बार ​बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर चुके हैं। उनके विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी के साथ थे तो एक बार गलती से भी उनके मुंह से विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की बात नहीं निकली। तब संसद में खड़े होकर जदयू के नेता नरेंद्र मोदी को महामानव बता रहे थे। जैसे ही महागठबंधन में आए वैसे ही नीतीश कुमार की अंतरात्मा परिवर्तित हो गई और उनको विशेष राज्य का दर्जा दिखने लगा। अगर फिर से भाजपा में चले गए तो कहेंगे कि अरे भाई! छोड़िए न विशेष राज्य का दर्जा कोई मुद्दा है। किसी को कुछ समझ आता है। अगर आपको ही सब समझ में आता है तो आप ही सुधार दीजिए। जिस आदमी को कुछ भी समझ नहीं आता है, तो उसको पूरी दुनिया मूर्ख दिखती है। इसलिए नीतीश कुमार को सब लोग मूर्ख दिखते हैं, क्योंकि उनकी अपनी समझ नहीं रह गई है। नीतीश कुमार की उम्र हो गई है, 75 साल से ज्यादा की उनकी आयु हो गई है।

नीतीश कुमार सामाजिक-राजनीतिक तौर पर घिर गए हैं और वह क्या बोलते हैं, उनको खुद नहीं पता: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार सामाजिक-राजनीतिक तौर पर घिर गए हैं और वह क्या बोलते हैं, उनको खुद नहीं पता है। विधानसभा में खड़े होकर उन्होंने जो वक्तव्य दिया उसके बाद पूरे देश में हंसी के पात्र बन गए। पूरे देश में बिहार के लोगों को शर्मशार किया। वो जो हुआ तो हुआ फिर अगले दिन जो माफी मांगी, तो उनके माफी मांगने के तरीके को देखिए तो लग रहा है कि हंस रहे हैं, रो रहे हैं या दुखी हैं या खुश हैं। बोलना कुछ चाहते हैं और बोल कुछ और जाते हैं। करना कुछ चाहते हैं और कर कुछ और जाते हैं। इसीलिए लोग कह रहे हैं कि भइया! उनका दिमाग स्थिर नहीं है। जब आप अकेले हो जाते हैं, तो इस तरह की बेचैनी होने लगती है। उनकी राजनीतिक जमीन खिसक गई है, उनको ये तो समझ है। इसलिए उलूलजुलूल बोलते रहते हैं। उनके ज्यादातर बयान सुनेंगे, तो वह कहते मिलेंगे कि अरे भाई! छोड़िए ये सब कोई मुद्दा है।