छपरा: सारण जिला जदयू के द्वारा बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए खाद्य सामग्री वितरण शिविर लगाया गया है.

बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र तरैया और पानापुर बाजार में जिला जदयू द्वारा सामग्री वितरण शिविर लगाया गया है. जहां बाढ़ पीड़ितों को चूड़ा, गुड़, सत्तू और अन्य खाद्य सामग्री प्रदान की जा रही है.

जदयू जिलाध्यक्ष अल्ताफ़ आलम राजू ने बताया कि शिविर 24 घंटे कार्यरत रहेगा. बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को पार्टी की ओर से सुविधा सहायता मुहैया कराई जाएगी.

कैम्प का उद्घाटन जिलाध्यक्ष ने फीता काट कर किया.

इस मौके पर जदयू नेता शैलेन्द्र प्रताप सिंह, संतोष महतो, वैद्यनाथ प्रसाद विकल, नवल किशोर कुशवाहा, मो फ़िरोज उपस्थित थे.

छपरा: पवित्र गंगा व मही नदी के तट पर प्राकृतिक सौन्दर्य के बीच मौजूद मां कालरात्रि का वार्षिक पूजनोत्सव सोमवार को धूमधाम से मनाया जाएगा.

पूजा समिति द्वारा पूजनोत्सव को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. मां कालरात्रि के मंदिर की सजावट व मंदिर प्रांगण मे पंडाल निर्माण सहित पूजा स्थल एवं इसके आसपास के इलाके में झिलमिल रौशनी के व्यापक प्रबंध के साथ ही चौक-चौराहे पर ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाए जाने से पूरा नयागांव वातावरण भक्तिमय बना हुआ है.

कालरात्रि मंदिर कैसे पुहंचे

छपरा से हाजीपुर सडक मार्ग पर दिघवारा- सोनपुर के बीच नयागांव के समीप डुमरी बुजुर्ग गांव मे साढे पांच सौ वर्ष पुराना मां कालरात्रि का प्राचीनतम मंदिर है. ऐसी मान्यता है कि मुगल शासन में भक्तों के कष्टों को दूर करने को मां कालरात्रि यहां अवतरित हुई थी.

मां कालरात्रि काल को भी अपने वश मे रख दुष्टों का संहार कर भक्तों का कल्याण करती है. नवरात्र के दौरान यहां देवी भक्तों की बड़ी भीड़ जुटती है. मन्नत पुरी होने पर मां कालरात्रि की भीमकाय प्रतिमा पर 22 मीटर की चुनरी भक्त चढ़ाते है.

मां कालरात्रि की वार्षिक पूजा हर साल भादो आमावस्या की रात की जाती है. इस साल 21 अगस्त सोमवार को वार्षिक पूजा निर्धारित है.

वार्षिक पूजा पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है जिसमे भजन सम्राट बिक्की छाबडा मां की शान में भजनो की प्रस्तुति देंगे.

मां के चरणों में प्रत्येक घर में बनी दलही पुड़ी व खीर अर्पित करने की परंपरा भी प्राचीन काल से चली आ रही है.

वार्षिकोत्सव पूजा को लेकर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए विधि व्यवस्था संधारण को लेकर अनुमंडल प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाता है.

छपरा: शहर सहित ग्रामीण इलाकों में इन दिनों चोटी कटवा गिरोह का भय लोगों के सिर चढ़ कर बोल रहा है.

शहर में जहां लोगों को थोड़ी बहुत राहत है वही ग्रामीण इलाकों में इसका भय सीधे तौर पर देखा जा सकता है.

प्रतिदिन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में घट रही घटनाओं से लोग सहमे हुए है.

चोटी कटवा गिरोह से बचने को लेकर तरह तरह की भ्रांतियां भी अब फैल गयी है.

लोग टोटके के सहारें इस तरह की घटनाओं से बचने का प्रयाश कर रहे है. चोटी काटने की घटनाओं के बाद अब घरों पर नीम के पत्ते और हल्दी से हाथ का छाप देने का टोटका शहर के अलावे ग्रामीण इलाकों में देखा जा सकता हैं.

महिलाएं इस टोटके को करते हुए देखी जा रही है.

छपरा: बारिश हर बार राहत लेकर आती है मौसम की गर्मी से राहत मिलती है पर सड़क पर जलजमाव और उससे होने वाली परेशानी राहत को आफत में बदल देती है.

शुक्रवार सुबह से जारी बारिश से शहरवासियों को गर्मी से राहत तो जरुर मिली है पर जलजमाव ने लगभग सभी मुहल्लों में स्थिति को नारकीय बना दिया है. जगह जगह जलजमाव से ऑफिस और कामकाज पर जाने वाले लोगों, स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लोग घुटने भर पानी से गुजर कर आने जाने को मजबूर है. कई जगह तो सड़क पर दो पहिया वाहनों से भी चलना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में बारिश शहरवासियों के लिए आफत ही साबित हो रही है.

 

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छपरा: बाबा बर्फ़ानी की यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है.अमरनाथ नाथ की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का पंजीयन भी प्रारम्भ होने वाला हैं.

आम जनमानस में बाबा बर्फ़ानी के दर्शन के उत्साह को लेकर शिव भोला शंकर वेलफ़ेयर क्लब की छपरा इकाई द्वारा आगामी 25 जून को मोटरसाईकल रैली निकाली जाएगी.

क्लब के अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया कि बाबा बर्फ़ानी अमरनाथ यात्रा प्रारंभ होने वाली है. यात्रा में छपरा जिले से हजारों श्रद्धालु अलग अलग चरणों मे शामिल होंगे.

लोगों में जागरूकता को लेकर आगामी 25 जून रविवार को बाइक रैली निकाली जा रही है जो शहर के साहेबगंज चौक से निकलकर शहर के विभिन्न चौक चौराहा होते हुए पुनः चौक पर पहुंचेगी.

श्री अग्रवाल ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए भक्तों का पहला जत्था छपरा से 30 जून को रवाना होगा. जिसमे 525 यात्री शामिल होंगे.

फ़ाइल फोटो.

छपरा: रेल प्रशासन ने छपरा के रेल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नया कदम उठाया हैं.

बुधवार को लिए गए निर्णय के अनुसार अब छपरा के रेल यात्रियों को छपरा मथुरा एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त शयनयान कोच का लाभ मिलेगा जिससे भीड़ में भी यात्रियों को राहत मिलेगी.

रेल जन समपर्क पदाधिकारी अशोक कुमार से मिली जानकारी के अनुसार 15107/15108 छपरा-मथुरा जं0 छपरा (त्रैसाप्ताहिक) एक्सप्रेस में 26 मई 2017 से शयनयान श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच स्थाई रूप से जुड़ जाएगा. जिससे यात्रियों को सहूलियत होगी.

छपरा : जिले में आई बाढ़ के दौरान बाढ़ राहत कार्य में जुटे नाव के मालिक को प्रशासन द्वारा परिश्रमिक का भुगतान कर दिया गया. बुधवार को सदर प्रखंड कार्यालय में अंचलाधिकारी विजय कुमार सिंह द्वारा सदर प्रखंड में आई बाढ़ के दौरान प्रयोग में लाये गए नाव के मालिकों को पारिश्रमिक के रूप में 3.50 लाख रूपये का चेक भुगतान किया गया.
सदर अंचलाधिकारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि कुल 81 नाव मालिकों को निर्धारित किराया के आधार पर चेक निर्गत किया गया हैं. नाव मालिकों के बीच कुल 3 लाख 50 हजार रूपये के चेक वितरित किये गये हैं. हालांकि इसके बावजूद भी कई नाव मालिकों के परिश्रमिक का चेक का भुगतान किया जाना बाकि है.
इस अवसर पर बरहरा महाजी मुखिया, रायपुर बिनगांवा मुखिया के अलावे कोटवापट्टी रामपुर के मुखिया उपस्थित थे.

छपरा: गर्मी ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे में सभी को ठंडे पानी की चाहत होती है. गर्मी के मौसम शुरू होते ही देसी फ्रिज यानी मटके की मांग बढ़ गयी है.

शहर से लेकर गांवों में लोग मटके खरीद रहे है. जिसे लेकर बाज़ारों मटकों की दुकान सज गयी है. बिजली नही होने पर फ्रिज तो काम नही करता पर देसी फ्रिज के ठंडे पानी से राहत मिलती है. मिट्टी के इन मटकों की मांग बढ़ने से इस व्यवसाय में लगे लोगों के आमदनी के श्रोत बढ़े है. प्लास्टिक के बर्तनों आदि के आने के बाद से कुम्हारों के व्यवसाय पर बड़ा असर पड़ा है.

मिट्टी के मटके में रखे पानी की सोंधी खुशबू आपको भी भा रही होगी. इस प्राकृतिक फ्रिज को गावों से लेकर शहरों और महानगरों के लोग गर्मियों के दिनों में उपयोग करते दीखते है.     

छपरा: लायंस क्लब के द्वारा गुरुवार को आँख एवं दन्त जाँच शिविर का आयोजन किया गया. ब्रहमपुर स्थित उर्दू मध्य विद्यालय में आयोजित इस शिविर में लगभग 250 बच्चों के जांच निःशुल्क किये गए.

क्लब के पीआरओ गणेश पाठक ने बताया कि निःशुल्क आँख एवं दन्त जाँच शिविर में उचित सलाह के साथ माउथ वाश, पेस्ट एवं दवा दी गयी. शिविर में आई स्पेस्लिस्ट डॉ एस के पांडेय एवं डेंटिस्ट डॉ ओ पी गुप्ता द्वारा निःशुल्क सेवा दी गयी.

जाँच कराकर एवं दवा पाकर बच्चे काफी खुश नजर आ रहे थे. इस अवसर पर विद्यालय प्रभारी अब्दुल जब्बार एवं सहायक शिक्षक बन्दे हुसैन भी उपस्थित थे.

छपरा: व्यवहार न्यायालय में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इस अवसर पर जिलाधिकारी सह उपाध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार हरिहर प्रसाद ने कहा कि लोक अदालत में अधिक से अधिक वादों का निपटारा आपसी सदभाव एवं सहमती से होता है. इस तरह के लोक अदालत में हर तरह के वादों का निपटारा करने के लिए अलग-अलग टीम बनाकर बड़े सरलता के साथ वादों का निष्पादन हो जाता है. अतः हमे लोक अदालत जैसे बड़े आयोजन में अपने वादों को शामिल कर इसका लाभ उठाना चाहिए.

इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार रमेश तिवारी ने बताया कि लोक अदालत में बड़ी सरलता से वादों का निष्पादन हो जाता है, जो विवाद का हमेशा के लिए प्रभावी एवं सर्वमान्य समाधान है. इस तरह हम न्यायालय के चक्कर लगाने से भी हम बच जाते है. उन्होंने कहा कि लोक अदालत के बाद भी अगर इस तरह के मामलें शेष रह जाते है, तो हमसे मिलकर भी वादों का निपटारा किया जा सकता है.

राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन के पश्चात् जिलाधिकारी एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश तिवारी एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ व्यवहार न्यायालय परिसर का निरीक्षण विधि-व्यवस्था संधारण एवं साफ-सफाई हेतु किया.

बचपन में आपने बहुत से ऐसे खेल खेले होंगे जिन्हें आज के मोबाइल पर गेम खेलने वाले बच्चे जानते ही नहीं है. वे रियल वर्ल्ड से दूर कही वर्चुवल वर्ल्ड में गुम है.

आपको थोड़ा पीछे लेकर चलते है और आपके बचपन के उन दिनों को याद कराते है जब आप स्कूल से आते ही होम ट्यूटर के आने या जाने के बाद अपने दोस्तों के साथ उन खेलों को खेलते थे. उन खेलों से आपका मानसिक और शारिरिक और बौद्धिक विकास हुआ.

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आज जब आप यह स्टोरी पढ़ रहे है या अपने पुराने मित्रों से मिलते है तो सुनहरी यादों में खो जाते है. बचपन में आपने डेंगा-पानी, कोना-कोनी, आँख मिचौली, विष-अमृत, खो-खो, लुक्का छिपी, कबड्डी आदि जैसे खेलों को जरूर खेल होगा. घर के बाहर न निकलने वाले बच्चों में लूडो, व्यापारी, चोर-सिपाही जैसे खेल होते थे जो आज भी आपको याद होंगे.

समय बदला और आधुनिक साधन हमें वीडियो गेम और फिर मोबाइल गेम से शारीरिक खेलों से बच्चों को दूर कर दिया. आज तो बच्चे घर से बाहर निकलने की बजाय मोबाइल और टीवी पर गेम खेलने में व्यस्त है. इसका असर उनके स्वास्थ्य पर देखने को भी मिलता है. समय बदला और हम सभी भी उन खेलों को भूलते जा रहे है.    

छपरा: ट्रेन से सफर करने वाले वैसे यात्रियों के लिए खुशखबरी है जिनका स्लीपर कोच का वेटिंग टिकट है. रेल यात्रियों के हित में केन्द्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है.

विगत  एक अप्रैल से मेल एक्सप्रेस के टिकट लिए यात्री राजधानी और प्रीमियर शताब्दी एक्सप्रेस में सफर कर सकते हैं. वेटिंग लिस्टेड यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेनों में कन्फर्म सीट उपलब्ध कराने के उदेश्य से यह निर्णय लिया गया है.

यह किराया सिस्टम लागू होने से राजधानी, शताब्दी ट्रेनों समेत अन्य ट्रेनों में सीट खाली रह जाती है. रेलवे को इसका नुकसान उठाना पड़ता हैं. हालंकि टिकट लेते समय आपको इसके लिए आपको विकल्प चुनना होगा. इसके लिए आपको अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ेगा.