Chhapra: आगामी महोत्सव 21 और 22 सितंबर को होने वाले तीसरे राष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव के आयोजन समिति की बैठक सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल में डॉ हरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान आयोजन के संदर्भ में तैयारियों की समीक्षा हुई.

बैठक में निर्णय लिया गया कि मैथिली ठाकुर को भोजपुरी महोत्सव के आयोजन में आमंत्रित किया जाएगा. साथी यह भी निर्णय लिया गया कि समाज के कवि जमदार जी, रघुनाथ सिंह विशारद, वैदेही जी, लेखक साहित्यकार बच्चु पाण्डेय एवं गीतकार जवाहर राय सहित अन्य के नाम पर महोत्सव समिति इस वर्ष सम्मान शुरू करेगा.

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बैठक में तय किया गया कि राष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव का तीसरा आयोजन सेंट्रल पब्लिक स्कूल में होगा. इस अवसर पर प्रदेश के कई मंत्री और प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे. तैयारियों की समीक्षा करते हुए संयोजक डॉ उमाशंकर साहू ने बताया कि इस बार ग्रामीण क्षेत्र से भी बहुत लोग इस आयोजन से जुड़ रहे हैं. साथ ही यह भी बताया गया कि मध्य एवं उच्च विद्यालय स्तर पर भोजपुरी लेख प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा और उस में चयनित छात्रों को इस महोत्सव में सम्मानित किया जाएगा.

इस मुद्दे पर भी विचार किया गया कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए साहित्य के दृष्टिकोण से प्रकाशित होने वाले महोत्सव पत्रिका रूप रंग का भी प्रकाशन इस बार भोजपुरी प्रदेश के संत साहित्य विषय पर होगा.

बैठक को संबोधित करते हुए डॉ हरेंद्र सिंह ने कहा कि इस बार छपरा में आने वाले अतिथियों का स्वागत बहुत ही जोश खरोश से किया जाएगा. वहीं सचिव अजीत सिंह ने भोजपुरी को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न सुझाव दिए. संयुक्त सचिव कृष्ण मोहन सिंह ने अपने विचार को रखते हुए शुद्ध और स्वच्छ वातावरण में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों पर बल दिया.

बैठक में मुख्य रूप से कार्यकारी अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल, सभापति बैठा, शेख नौशाद, पवन गुप्ता, अली अहमद, गोविंद आर्य सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे.

Chhapra: आगामी 14-15 सितम्बर को छपरा के राजेंद्र कॉलेज में श्रम संसाधन विभाग द्वारा दो दिवसीय जिला स्तरीय रोजगार सह व्यवसायिक मार्गदर्शन मेला लगाया जाएगा. इसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं.

इसके तहत राज्य के तकनीकी और गैर तकनीकी क्षेत्र में योग्यता रखने वाले अभ्यर्थियों को निजी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्राप्त हो सकेगा. इसके लिए अभ्यर्थियों को NCS पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. विभाग ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि ज्यादा से ज्यादा युवा इस रोजगार सह व्यवसायिक मार्गदर्शन मेले में भाग ले.

 

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योग्यता
जानकारी के अनुसार अभ्यर्थियों आठवीं, दसवीं, बारहवीं, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, PG पास छात्र-छात्रा रोजगार मेले में भाग लेकर निजी व तकनीकी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं.

जरूरी पेपर
अभ्यर्थियों को एक बायोडाटा की 3 प्रतियां, सभी अंकपत्रों की छाया प्रति तीन सेट, आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस की तीन-तीन प्रतियों के साथपासपोर्ट साइज फोटो की तीन प्रतियां लाना अनिवार्य है.

Business के लिए दिया जाएगा मार्गदर्शन
इस रोजगार से व्यवसायिक मार्गदर्शन मेले से युवाओं को नौकरी के अवसर तो मिलेंगे साथ ही व्यवसाय को लेकर भी तमाम जानकारियां स्टाल लगा कर दी जाएंगी. ताकि युवा व्यवसाय के प्रति भी जानकारी ले सकें और अपना एक बेहतर व्यवसाय कर सकें.

Chhapra: युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए शनिवार को कला कला पंक्ति द्वारा पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इस दौरान युवा कलाकारों ने अपने द्वारा बनाई हुई एक से बढ़कर एक आकर्षक पेंटिंग इस प्रदर्शनी में लगाई.

प्रदर्शनी का उद्घाटन चित्रकार मेहंदी शॉ ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद उन्होंने प्रदर्शनी में लगाये गए चित्रों को देखा और उनके चित्रकारों से बातचीत की.

प्रदर्शनी को देखने कई लोग पहुंचे. सब ने आकर्षक पेंटिंग्स को देखकर काफी तारीफ भी की. इस दौरान कलाकार अर्चना किशोर, पंकज, पवन व सृष्टि समेत कई कलाकारों ने अपनी-अपनी पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई थी.

पवन ने दिया पानी बचाने का संदेश
कलाकर पवन ने बेहद खूबसूरत चित्रकारी की थी. उन्होंने चित्रकारी के जरिये पानी बचाने को लेकर संदेश दिया. पवन ने शानदार पेंटिंग की मदद से लोगों को जीवन में पानी की अहमियत को समझाने की कोशिश की. इसके अलावा उन्होंने महिलाओं पर हो रहे जुल्मो को भी दर्शाया. अर्चना के द्वारा बनाई गई पेंटिंग में महिलाओं के लाइफ की स्ट्रगल को दर्शाया गया था. इसके अलावें उन्होंने डॉट आर्ट से समय को प्रदर्शित कर अपनी कला का परिचय दिया. साथ ही अर्चना के द्वारा मधुबनी पेंटिंग व कई अन्य पेंटिंग्स लगाए थे.

पंकज ने कॉफी से बनायी नगरपालिका चौक की पेंटिंग 
चित्र प्रदर्शनी में कलाकार पंकज ने शानदार पेंटिंग लगाई थी. जिसने सभी को आकर्षित किया. पंकज ने कॉफी के इस्तेमाल करके नगरपालिका चौक को कैनवास पर दिखाया है. जो देखने में बेहद शानदार लग रहा था. इसके अलावा उन्होंने डॉट आर्ट से कई और पेंटिंग्स बनाई थी. जिसमें तमाम तरह की चीजों को दर्शाया गया था. पंकज ने डॉट आर्ट से भगवान गणेश, राधा कृष्ण की पेंटिंग बनाकर लोगों को काफी आकर्षित किया

कला को निखारने के लिए अवसर जरूरी: मेहदी शॉ
पेंटिग्स को देखकर ख्यातिप्राप्त चित्रकार मेहदी शॉ ने कहा कि यहां के कलाकार में काफी प्रतिभा है, जो बिल्कुल साफ नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि यहां के कलाकारों को अपनी कला को निखारने के लिए जरूरी अवसर चाहिए. ऐसी प्रदर्शनी के जरिये उन्हें कला का प्रदर्शन करने के लिए अवसर प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि पेंटिंग को देखकर ऐसा लगता है बच्चों ने काफी मेहनत की है. यह काबिले तारीफ भी है. छपरा में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होता है तो काफी अच्छा भी लगता है. यहां के कलाकारों को आगे बढ़ाने को लेकर उन्होंने कहा कि छपरा के कलाकरों को यहां से बाहर निकलना होगा. इस अवसर पर सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार भी मौजूद थे.

कुल मिलाकर पेंटिग के जरिये सभी कलाकारों ने समाज मे फैली कुरीतियों को खत्म करने के साथ जागरूकता लाने का कार्य किया. कलाकारों ने पेंटिंग्स जरिए कई अहम सन्देश भी दिए.

Chhapra: सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल के छात्रों ने इनोवेटिव आईडिया पर आधारित ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल का निर्माण किया है. छात्रों ने अपने इस निर्माण से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है.

शहर के विशेश्वर सेमिनरी इंटर स्कूल में अटल टिंकरिंग लैब की दो दिवसीय कार्यशाला में सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल के दो छात्र गौरव पाण्डेय और दिव्यांशु राज ने विज्ञान शिक्षक अनीश कुमार सिंह के नेतृत्व में भाग लेते हुए इनोवेटिव आईडिया पर आधारित ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल का निर्माण कर जिला भर से आये अतिथियों, मेंटर्स और प्रतिभागियों को आश्चर्यचकित कर दिया.

छात्रों की परियोजना की सभी ने तारीफ की है. प्रतियोगिता के अंत मे दोनों छात्र वैज्ञानिकों को मैडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया.

विद्यालय की प्रातःकालीन सभा मे विद्यालय के निदेशक और सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ हरेन्द्र सिंह ने दोनों छात्रों को सम्मानित किया और समस्त विद्यार्थियों को इस तरह के कार्यक्रम में सम्मिलित होकर विद्यालय और जिला का नाम रौशन करने की अपील की.

क्या है ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल
ऑब्स्टकल सेंसर व्हीकल से यातायात के साधनों को सुरक्षा मिलेगी. जिससे गाड़ियां आपसी टक्कर से बच सकती है. साथ ही साथ सेना और सस्त्र बालों के बहुत काम आ सकती है. ये ऑब्स्टकल व्हीकल स्वतः दुश्मनों के ठिकानों को खोज सकती है और व्हीकल पर लगे आटोमेटिक हथियारों से दुश्मनों को ढेर कर सकती है. यह नक्सल प्रभावी क्षेत्रों में सड़कों के नीचे छिपे विस्फोटकों को कुछ मीटर पहले ही पता लगा सकती है. जिससे जान माल की हानि से बच जाए सकता है.

स्वतंत्रता सेनानी स्वर्णलता देवी का जन्म 20 जनवरी 1910 को आधुनिक बांग्लादेश के खुलना में हुआ था. उनके पिता ललित मोहन घोषाल प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे और राष्ट्र गुरू सुरेन्द्रनाथ बनर्जी के परम मित्र थे. देश की परतंत्रता और परिवार के क्रांतिकारी विचारों का उनके कोमल मन पर अमिट प्रभाव पड़ा और उनका बालमन विद्रोह कर उठा. 1920 में जब गाँधीजी बंगाल आए तो उनके स्वागत के लिए वे कुमारतुली में एक विशाल जनसभा में उनका स्वागत करते हुए उन्हें दधीचि की संज्ञा दी. उनकी गतिविधियों को उस समय की पत्र पत्रिकाएं प्रमुखता से छापती थीं. यह समाचार अमृतबाजार पत्रिका में 15 सितंबर 1920 को छपा था.

अपने राजनीतिक दौरे में वे उस समय के सभी दिग्गज नेताओं जिनमें मोतीलाल नेहरू, मदन मोहन मालवीय, दीनबंधु एन्ड्र्ज, सुभाषचन्द्र बोस, डॉ भगवान दास, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ सम्पूर्णानन्द, शिवप्रसाद गुप्त, श्री वीवी गिरी, श्रीपाद अमृत डांगे आदि से मिलीं.

वे विवेकानंद को अपना आध्यात्मिक गुरु मानती थीं. अपने पिता के साथ मिदनापुर जिले का दौरा कर सत्याग्रह का प्रचार करती थीं. हिन्दी सीखने वे संयुक्त प्रांत अवध गई थीं. उनकी वाणी में इतना ओज था कि तिलक फंड के लिए चंदा इकट्ठा करने में महिलाओं ने अपने आभूषण उतार कर दें दिए. वे महिलाओं की शिक्षा की प्रबल समर्थक थीं और पर्दा प्रथा की घोर विरोधी. विधवाओं की समस्याएं उन्हें बहुत मर्माहत करती थीं. 1926 ई. में उन्होंने आसाम के कामाख्या में बालिका विद्यापीठ की स्थापना का प्रस्ताव रखा. इनकी सहानुभूति मजदूरों के साथ भी थी. वे उनके हितों के लिए आवाज उठाती रहती थीं.

1930 में उनकी शादी बनारस के उग्र क्रांतिकारी अमरनाथ चटर्जी के साथ हो गई. 1930 के असहयोग आंदोलन में सम्पूर्णानन्द जी की गिरफ्तारी के बाद उन्हें बनारस का अधिनायक मनोनीत किया गया. अन्य सभी नेताओं के साथ उनपर भी मुकदमा दर्ज किया गया और तीन माह की जेल और 100/ रूपया जुर्माना किया गया.

1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के समय गिरफ्तारी से बचने के लिए छपरा में आकर छुप गईं और उस समय से यही उनका कर्मक्षेत्र हो गया.
इस समय तक इनको दो पुत्र और एक पुत्री हो चुकी थी.

1944 में सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में बहुत शानदार भाषण दिया तथा छपरा आने पर आजाद हिंद फौज के कैप्टन सहगल, ढिल्लन, शाहनवाज का स्वागत नगरपालिका मैदान में किया. इन्होंने काशी में बालिका विद्यापीठ की स्थापना भी की. स्वतंत्रता मिलने के बाद इन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाने की बात चली तो इन्होंने विनम्रतापूर्वक अस्वीकार कर दिया. अत्यंत गरीबी में जीवन यापन करने के बाद भी इन्होंने अपनी अंतरात्मा से कोई समझौता नहीं किया.

वे एक महान कवयित्री भी थीं. इनका एक काव्य संग्रह आह्वान के नाम से हेराल्ड प्रिंटिंग प्रेस बहुत बाजार कलकत्ता से हुआ था.
उनकी मृत्यु 27 अगस्त 1973 को हुई जिसके बाद अमिय नाथ चटर्जी के द्वारा आजतक छपरा में उनकी पुण्यतिथि मनाते आ रहे हैं.
इस बार नया क्षितिज उनकी 46वीं पुण्यतिथि मना रहा है.

लेखिका कश्मीरा सिंह के इनपुट के साथ.

Chhapra: नीलिमा बसु फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मैच का आयोजन स्थानीय राजेंद्र स्टेडियम में हुआ.

फाइनल मैच का उद्घाटन मुख्य अतिथि बिहार विधान परिषद सदस्य प्रो डॉ वीरेंद्र नारायण यादव समेत फुटबॉल संघ के महासचिव उदित राय, अध्यक्ष अवधेश्वर सहाय, डॉ नीलू कुमारी, आयोजन उप संयोजक सत्य प्रकाश यादव ने किया.

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फाइनल मुकाबले में महिला वर्ग में सेमरिया रिविलगंज की टीम ने डॉ भीमराव अंबेडकर परसा क्लब को एक गोल से पराजित किया. वही
पुरुष वर्ग में मांझी की टीम ने टेकनिवास की टीम को टाई ब्रेकर में दो गोल से हराया.

यहाँ देखिये VIDEO: 

Chhapra: मढ़ौरा थानाक्षेत्र में विगत 20 अगस्त को SIT की टीम पर हुए हमले में दारोगा और सिपाही हत्या मामले में नामजद छपरा जिला परिषद् की अध्यक्ष मीना अरुण को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

सारण के एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि जिला परिषद् अध्यक्ष मीणा अरुण को पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया जब वे कोर्ट में आत्मसमर्पण करने जा रही थी. उन्हें नगरपालिका चौक के पास से गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है. 

गिरफ्तारी के बाद मीणा अरुण ने कहा कि वे कानून का सम्मान करती है. उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें फंसाया जा रहा है. उन्होंने पूरे मामले को साजिश बताया है.

वही इस मामले में एक अन्य आरोपी ने छपरा कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है. 

आपको बता दें कि 20 अगस्त को मढौरा में दो पुलिस वालों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसमें  SIT के एक इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल की हत्या हो गई थी. इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा दिया था.

घटना के बाद घायल पुलिस जवान के बयान के आधार पर जिला परिषद अध्यक्ष मीणा अरुण उनके  भतीजे सुबोध सिंह समेत  7 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. उसके बाद से ही मीना अरुण की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी.

काफी गहमागहमी के बीच आखिरकार वो आत्मसमर्पण करने पहुंची, लेकिन आत्मसमर्पण से पहले उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस दौरान SDPO समेत तमाम पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. 

जिला परिषद् अध्यक्ष की गिरफ्तार के बाद जानकारी देते हुए एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि इस मामले में नामजद अरुण सिंह पहले से ही जेल में है. पुलिस ने अन्य आरोपियों की कुर्की के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था. जिसके बाद सूत्रों से जानकारी मिली की अन्य अभियुक्त कोर्ट में आत्मसमर्पण करने वाले है. जिसपर कार्रवाई करते हुए नगरपालिका चौक के पास से जिला परिषद की अध्यक्ष मीना अरुण को सदर SDPO के नेतृत्व में गिरफ्तार किया गया है. एक अन्य आरोपित ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है.

सुनिए क्या कहा सारण के पुलिस अधीक्षक ने

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Chhapra: सारण जिले के मढ़ौरा में मंगलवार की शाम पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में एसआईटी के सब इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार साह और सिपाही फारुख शहीद हो गए थे. जिसके बाद बुधवार को पुलिस लाइन में दोनों को अंतिम सलामी दी गयी. इस दौरान मिथिलेश के परिजनों ने घटना में साजिश की आशंका जताई और पूरी घटना की CBI से जांच कराने की मांग की.

वही DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने परिजनों की CBI जाँची की मांग को यह कहते हुए ख़ारिज कर दिया कि बिहार पुलिस इस मामले की जांच करने में सक्षम है और हर पहलू की जांच करेगी और अपराधियों पर कार्रवाई करेगी.


DGP ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में जितने भी हथियार के लाइसेंसधारी है सभी की जांच होगी, शस्त्रों का दुरुपयोग करने वालों के लाइसेंस रद्द किये जायेंगे. यह कार्रवाई तीन महीने के अन्दर होगी.

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श्री पांडे ने कहा कि अगर किसी भी गलत परिवार के पास शस्त्र लाइसेंस है तो उसे रद्द किया जाएगा. पुलिस यह जांच करेगी कि लाइसेंस धारियों के परिवार में अगर कोई ऐसा व्यक्ति तो नहीं जो इसका दुरुपयोग कर सकता है. ऐसे लोगों का लाइसेंस रद्द किया जाएगा.

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DGP गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि बिहार में कश्मीर और नागालैंड से फर्जी लाइसेंस बनवा कर यहां लाया जा रहा है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. सारे लोगों का हथियार जमा कराया जाएगा और सबकी जांच की जाएगी हमारी टीम जम्मू-कश्मीर जाएगी नागालैंड जाएगी सबकी जांच करेगी.

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Chhapra: कर्तव्य पथ पर वीरगति को प्राप्त हुए शहीद ASI मिथिलेश कुमार साह को याद कर लोग उनके मिलनसार और हरदिल अजीज होने की बातें बता रहे है.

दिवंगत मिथिलेश शाह सारण जिले के जिस भी थाने में तैनात रहे वहां के लोगों से घुलमिल जाते थे. वे सारण जिले के जनता बाज़ार, बनियापुर और तरैया थाना में थानाध्यक्ष के रूप में तैनात रहे, जिसके बाद उन्हें एसआईटी में तैनात किया गया. अपनी कार्यकुशलता के बदौलत वे एसआईटी की जान बन गए थे. इस दौरान उन्होंने कई अपराधियों को पकड़ा, कई कांडों के उद्भेदन किये.

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शहीद मिथिलेश कुमार भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नगर थाना क्षेत्र के मझौआ बांध निवासी थे. पिता दशरथ साह भी पुलिस सेवा में थे और सब-इंस्पेक्टर पद से रिटायर्ड हुए. चार भाई में मिथिलेश तीन नम्बर पर थे. एक भाई शिक्षक है. वही एक बिहार मिलिट्री पुलिस और दूसरा भभुआ में पुलिस में तैनात है.

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2009 में पुलिस विभाग में किया था ज्वाइन

मिथिलेश ने 2009 में पुलिस विभाग को ज्वाइन किया था. उनकी पहचान ईमानदार और तेजतर्रार दरोगा के रूप में रही है. उनकी हत्या से उनके चाहने वालों गमगीन है. जनता बाज़ार से कुछ युवक सदर अस्पताल पहुंचे थे. युवकों ने बताया कि शहीद मिथिलेश ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी थे. वे जहाँ भी रहे वहां के लोगों के साथ मिल के रहे. सभी उनकी हत्या से मर्माहत है. वही परिवार वालों का बुरा हाल है.

Chhapra: सारण जिले में एक के बाद एक हो रही अपराधिक घटनाओं से ऐसा प्रतीत होता है कि जिले में क़ानून व्यवस्था समाप्त हो चुकी है. अपराधियों में पुलिस का कौन खौफ नहीं है. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है की वे किसी भी घटना को अंजाम देकर आसानी से निकल जा रहे है.

आम लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. वही अब खुद पुलिस भी सुरक्षित नहीं दिखती. जिसका ताज़ा उदहारण है मंगलवार को मढ़ौरा में हुई घटना.

जिसमे SIT के दरोगा समेत 2 कर्मियों पर हथियारबंद अपराधियों ने बीच बाज़ार सरेशाम तबातोड़ फायरिंग कर दी. गोलियों की आवाज़ से बाजार गूंज उठा. जबतक किसी को कुछ समझ आता SIT के दरोगा मिथिलेश कुमार साह और सिपाही फारूक अहमद को अपराधियों ने मौत की नींद सुला दिया.

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जिसके बाद बाजार में मातमी सन्नाटा छा गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अपराधी दरोगा और सिपाही की हत्या करने के बाद बड़े आराम से वहां से चले गए.

इस घटना के बाद से पूरे इलाके में लोग भयभीत है. वही पुलिस हर बार की तरह अपराधियों की तलाश में जुटी हुई है. देखने वाली बात होगी कि पुलिस और सारण के एसपी हरकिशोर राय अपने महकमे के कर्मियों की हत्या करने वाले अपराधियों को कितनी जल्द गिरफ्तार करने में सफल होते है.

  • राजेन्द्र कॉलेज के गार्ड को असामाजिक तत्वों ने मारा चाकू, अस्पताल में भर्ती

Chhapra: शहर के प्रतिष्ठित राजेन्द्र कॉलेज में असामाजिक तत्वों ने मंगलवार की देर संध्या गार्ड को चाकू मारकर घायल कर दिया. घायल गार्ड को आनन फानन ईलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे खतरे से बाहर बताया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेन्द्र कॉलेज के रसायन शास्त्र विभाग के लैब बॉय शशिभूषण दास को असामाजिक तत्वों ने चाकू मार दी.

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घायल कर्मचारी शशिभूषण दास ने बताया कि शाम को वो कॉलेज में ताला बंद कर रहे थे. तभी कुछ युवक उनसे उलझ गए. इस दौरान युवक गार्ड से गाली गलौज करने लगे. इस दौरान युवकों ने गार्ड की पिटाई भी की. घटना को अंजाम देने के बाद सभी फरार हो गए.

कॉलेज के हेड क्लर्क हरिहर मोहन ने बताया कि शशिभूषण कॉलेज में लैब का काम करते हैं. कॉलेज में कर्मचारियों से नाईट गार्ड का काम कराया जा रहा है जो सही नही है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कॉलेज परिसर में एक कर्मचारी की हत्या अपराधियों ने कर दी थी. इस घटना के बाद कर्मचारियों में भय व्याप्त है.

छपरा में बड़ी वारदात, अपराधियों को गिरफ्तार करने गई  SIT टीम पर हमला, एक सिपाही और दरोगा शहीद

Chhapra: अपराधियों ने मढ़ौरा थाना क्षेत्र में बड़ी घटना को अंजाम दिया है. अपराधियों को गिरफ्तार करने गई एसआईटी टीम पर अपराधियों ने गोलीबारी कर दी जिसमें एक दरोगा और एक सिपाही और शहीद हो गए. शहीद हुए दरोगा का नाम मिथिलेश कुमार एवं शहीद हुए सिपाही का नाम फारुख अहमद है.वही दो अन्य सिपाही घायल है.

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प्राप्त जानकारी के अनुसार एसआईटी की टीम अपराधियों को गिरफ्तार करने गई थी. अपराधियों को भनक लगते ही एसआईटी टीम पर फायरिंग कर दी. फायरिंग में ASI मिथिलेश कुमार साह एवं सिपाही फारुख अहमद शहीद हो गए. इस हमले में दो अन्य जवान घायल है. मौके पर पुलिस कप्तान किशोर राय पहुंच चुके हैं.A valid URL was not provided.