Mashrakh: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर मशरख समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगियों के बीच फलों का वितरण किया गया.

भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा बनियापुर के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह के द्वारा मरीजों के बीच फलों का वितरण करने के साथ साथ उनका हालचाल पूछा गया. मशरख अस्पताल के एक एक वार्ड में जाकर मरीजों के बीच फल का पैकेट वितरण करने के अलावे भाजपा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में पहुचे अन्य सभी लोगों को भी फल का पैकेट दिया. इसके अलावे क्षेत्र के महादलित बस्ती में जाकर हर गरीब एवं असहाय लोगों व बच्चों के बीच फल एवं बिस्कुट वितरण किया गया.

पूर्व विधायक श्री सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिन पर उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दी.

मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित भाजपा मशरक दक्षिण मंडल अध्यक्ष जमादार यादव, भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष विवेक नाथ तिवारी, नरेश मिश्र, अमरेन्द्र तिवारी, प्रमोद सिंह सहित कई बीजेपी कार्यकर्ता शामिल थे.

Panapur:  मंगलवार को ठनका की चपेट में आने से पानापुर में दो बहनों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मंगलवार की दोपहर थाना क्षेत्र के महम्मदपुर हजाम टोली में दोपहर के वक्त ठनका गिरने से दो सगी बहनों की मौत हो गयी.

इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है. और मृतका के परिजनों का रो-रोकर  बुरा हाल  है. मृतकों में शैलेश ठाकुर की 18 वर्षीय पुत्री शिल्पी कुमारी और 15 वर्षीय पुत्री काजल कुमारी हैं.

परिजनों ने बताया कि तेज बारिश के साथ ठनका गिरने से दोनों बच्चियों की मौत उस समय हो गई जब वे अपने घर के बरामदे में बैठी थी. ठनका की चपेट में आने से  दोनों अचेत हो गयी. आनन-फानन में परिजन दोनों को उपचार के लिए पीएचसी पानापुर ले गये जहां चिकित्सकों ने दोनो को मृत घोषित कर दिया .

घटना की सूचना पाकर थानाध्यक्ष के डी यादव पीएचसी पहुँचे एवं शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेजा. सीओ रणधीर प्रसाद ने बताया कि घटना की जानकारी वरीय पदाधिकारियो को दे दी गयी है .

Isuapur: प्रखंड प्रमुख सरोज कुमारी के कार्यो से असंतुष्ट दिखे पंचायत समिति सदस्यों ने आवेदन देकर प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है. प्रखंड के कुल 19 पंचायत समिति सदस्यों में से 9 सदस्यों ने अपने हस्ताक्षर से आवेदन प्रमुख सरोज कुमारी और बीडीओ नीलिमा सहाय को दिया है.

दिए गए आवेदन में सदस्यों ने कहा है कि प्रखंड प्रमुख अपने कर्तव्यों के निष्पादन में उदासीनता बरत रही है. अपने दो वर्षों के कार्यकाल में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक 2 बार आयोजित की गई. इसके अलावे बिना बैठक मनमाने ढंग से विकास कार्यो की सूची बनाकर उसे पास कराने और क्रियान्वित करने का आरोप समिति सदस्यों ने लगाया है. प्रखंड के 9 पंचायत समिति सदस्यों ने विशेष बैठक बुलाने की मांग की है.

बताते चले कि विगत 27 अगस्त 2018 को सरोज कुमारी को प्रखंड प्रमुख के लिए चुना गया था. इसके पूर्व मितेन्द्र प्रसाद यादव प्रखंड प्रमुख रह चुके है.

Chhapra: शिक्षक संघ बिहार राज्य एवं जिला संघ के पदाधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग ज़ूम ऐप के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई.

बैठक में मुख्य रूप से सरकार के विरुद्ध अगली रणनीति के लिए संघ के सभी पदाधिकारियों की राय ली गई, जिसमें इस गूंगी बहरी सरकार में आंदोलन का कोई महत्व नहीं रह गया, इसलिए संघ ने अगली रणनीति में 13 सितंबर 2020 रविवार के दिन 11:00 बजे से सरकार के विरुद्ध अपनी मांगों के समर्थन में शंख, घंटी, ताली एवं थाली बजाकर सरकार को जगाने का काम करेंगे.

इसके बाद भी सरकार अगर हमारी मांग एवं सेवाशर्त में सुधार नहीं करती है तो बाध्य होकर के हम सभी शिक्षक विपक्षी, राजनीतिक पार्टियों को अपने चुनावी एजेंडा में मांगों को शामिल करने के लिए दबाव बनाएंगे.

इसके बाद आचार संहिता लगने के पश्चात हम पुर्व में लिए गए संकल्प के अनुसार घर घर जाकर जन जागरण अभियान चलाएंगे एवं सरकार की नाकामियों को बताने का काम करेंगे.

अंत में प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार ने कहा की बिहार की तमाम शिक्षक अपने-अपने जिला मुख्यालयों में इस गूंगी बहरी सरकार उखार फेंकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शंख, घंटी, ताली बजाकर‌ सोई हुई सरकार को सत्ता से हमेशा के लिए बेदखल कर हम नई सरकार से अपनी हक लेकर रहेंगे.

इस वर्चुअल बैठक में प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह, मनोज श्रीवास्तव, प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, प्रदेश सचिव मोहम्मद फखरुद्दीन, ऋतुराज सौरव, प्रदेश राज्य प्रतिनिधि धनंजय मिश्रा के साथ कई शिक्षक प्रतिनिधि मुख्य रूप से शामिल थे.

Nagra: जिले के नगरा प्रखंड के डुमरी पंचायत के गोपालपुर गाव में बाहर से आए प्रवासी मजदूरो के सरकार के निर्देश के आलोक में मनरेगा योजनान्तर्गत काम मुहैया किया जा रहा है. जिससे प्रवासी मजदूरो में ख़ुशी की लहर है. स्थानीय बीडीसी शिला देवी के द्वारा उक्त कार्य को अपने देख रेख में 9 लाख से ऊपर की योजना से गोपालपुर पोखरा का जीर्णोद्वार कराया जा रहा है.

जहाँ काम पाकर प्रवासी मजदूर बहुत खुश है. ये मज़दूर विगत दो माह से बेरोजगार है और उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पर रहा है. उन्हें घर गाव में काम मिल रहा है. वही नागरा प्रखड के जद यू संयोजक अनिल सिंह ने बताया कि लॉक डाउन से आर्थिक तंगी झेल रहे प्रवासी मजदूरो के लिए रोजगार देकर मुख्यमन्त्री नितीश कुमार अपने किए गए वादे को पूरा कर रहे है. प्रवासियों को किसी तरह का दिक्कत न हो इसके लिए उन्हें उनके गाव में हर तरह की सहलते उपलब्ध सरकार करा रही है.

उन्हें विशेष खाद्यान्न ,कृषि योजनाओ का लाभ सहित अन्य सुविधाए मुहैया करायी जा रही है. कोरोना वैश्विक महामारी में श्रमिक वर्ग को ज्यादा परिशानी उठानी पड़ी है.

Chhapra: शहर के कपड़ा व्यवसायी व भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लॉक डाउन के दौरान जिले में कपड़ा की दुकानों को खोलने के जिला प्रशासन के निर्णय का स्वागत किया है.

उन्होंने कहा कि सारण के जिलाधिकारी से निवेदन किया था कि कपड़ा तथा रेडीमेड कपड़े की दुकानों को खोलने का आदेश जारी किया जाए. इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए जिला मुख्यालय में कपड़ा और रेडीमेड कपड़े की दुकानें सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को सुबह 09:00 से 02:00 अपराह्न तक खोलने का आदेश जारी किया है.

इस आदेश को लेकर जिलाधिकारी का आभार जताया है. आपको बता दें कि लॉक डाउन के कारण विगत 58 दिन से कपड़े की दुकानें बंद थी. आज आये आदेश के बाद इस व्यवसाय से जुड़े लोगों ने राहत की सांस ली है.

Chhapra: सोमवार को सारण में तीन नए कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिले. इस तरह सारण में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 14 हो गयी है. सोमवार को तीन संक्रमित मरीज में दो व्यक्ति नयागांव के हैं व तीसरा संक्रमित व्यक्ति इसुआपुर प्रखंड का निवासी है.

छपरा के सीएस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सारण में तीन और कोरोना के मरीज टेस्ट में पॉज़िटिव पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि नया गांव में जो दो संक्रमित मरीज मिले हैं वो दोनों गुरुग्राम से लौटे थे, वही इसुआपुर में जो संक्रमित मरीज मिला है वह नवी मुंबई सेा 13 मई को लौटा था.
सीएस ने बताया कि यह ट्रक से बनारस तक आया था फिर किसी तरह गाजीपुर पहुंचा और फिर छपरा आ गया.

सारण में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिले में अबतक 8 लोग इस वायरस से ठीक होकर घर जा चुके हैं.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा है कि निजी अस्पताल, सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल मढ़ौरा तथा सोनपुर में सामान्य मरीजों का इलाज पुनः शुरू कराया जाए. इन हॉस्पिटलों में ओपीडी, आपातकालीन सेवा एवं संस्थागत प्रसव सेवा को तत्काल शुरू कराया जाए. ताकि कोरोना के अतिरिक्त अन्य मरीजों को इलाज में कोई परेशानी ना हो.

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जिलाधिकारी ने कहा कि जिला अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल में प्रवेश किस समय एक फ्लू कॉर्नर स्थापित किया जाए. जहां आने वाले मरीजों की प्राथमिक जांच के क्रम में प्राथमिक जांच कर सुनिश्चित किया जाए कि उसे कोरोना के लक्षण नहीं है. फिर प्राथमिक उपचार के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखते हुए ओपीडी में भेजा जाए.

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जिलाधिकारी ने कहा कि जिला एवं अनुमंडल के अस्पतालों में बीमारी के इलाज की पूरी व्यवस्था रखी जाए. वहीं निजी अस्पताल भी सामान्य मरीजों का इलाज आरंभ करें. अस्पतालों में सुरक्षा मानकों का पूर्ण रुप से पालन कराया जाए. वही एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए.

New Delhi: देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में हर रोज इजाफा देखने को मिल रहा है. अब तक देश में 7000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन लागू है. हालांकि इस लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं, इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फैसला ले सकते हैं.

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कोरोना संकट को देखते हुए 24 मार्च को देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया था. 25 मार्च से शुरू हुए देशव्यापी लॉकडाउन का आखिरी दिन 14 अप्रैल है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. माना जा रहा है कि इस बैठक में देश में लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं, इस पर फैसला हो सकता है.

पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि वो आप सभी के लिए 24*7 उपलब्ध है. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगी और निश्चित रणनीति के तहत चलेंगी, तब हम देश और देशवासियों को कोरोना संक्रमण से होने वाले नुकसान से बचा सकेंगे. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस को लेकर प्रेजेंटेशन भी दी.

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Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि विभिन्न श्रोतों से यह सूचना प्राप्त हो रही है कि नया राशन कार्ड बनवाने हेतु एक प्रपत्र तैयार कर अनुमण्डल पदाधिकारी के माध्यम से लोगों को उपलब्ध कराया गया है. यह सरासर गलत है. इस तरह का कोई भी प्रपत्र खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के द्वारा जारी नहीं किया गया है. इस तरह की अफवाह फैलाने वालों के उपर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश सारण जिला के सभी अनुमण्डल पदाधिकारी को दिया गया है.

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वर्तमान में विभाग से प्राप्त निर्देश के आलोक में नये राशन कार्ड बनवाने हेतु वैसे आवेदन पत्र जिन्हें अनुमण्डल अथवा प्रख्ांड कार्यालय पर स्थित आरटीपीएस काउंटर पर प्राप्त कर लिया गया है, उनकी जांच कर के ही सुयोग्य श्रेणी के पात्र परिवारों को राशन कार्ड अनुमण्डल पदाधिकारी के स्तर से निर्गत किया जा रहा है. लॉकडाउन के कारण सम्प्रति आरटीपीएस काउंटर बन्द हैं अतः अभी किसी भी प्रकार का नया राशन कार्ड बनवाने हेतु आवेदन पत्र प्रखण्ड, अनुमण्डल अथवा जिला स्तर पर प्राप्त नहीं किया जा रहा है. विभाग से इस संबंध निर्देश प्राप्त होने पर यथोचित कार्रवाई की जायेगी.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश के बाद सारण ज़िले के सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से तमाम फैसले लिया जा रहे हैं. वहीं SP हरकिशोर राय ने बताया कि नियंत्रण कक्ष में 1 दर्जन से अधिक पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है. जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करेगा.

जिलाधिकारी ने कहा कि लोक डाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बिना किसी ठोस कारण से लोगों को घर से निकलने की अनुमति नहीं रहेगी. उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एसडीओ एसडीपीओ से संबंध स्थापित करके विधि व्यवस्था व अन्य निर्देशों का पालन करेंगे.

जिला हेल्प लाइन नम्बर हुआ जारी

वायरस से संबंधित किसी भी सहायता के लिए जिले में हेल्पलाइन नंबर 06152-242444, जिला आपातकालीन केंद्र का हेल्पलाइन नंबर 06152-24 5023 जारी किया गया है. इसके अलावा कोई भी व्यक्ति इस नंबर पर कॉल करके जानकारी ले सकता है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है जो 06152-244812 है. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि किसी भी संदिग्ध मरीज की जानकारी उक्त नंबर पर फोन करके दी जा सकती है.

Chhapra: आपदा की इस घड़ी में जनता जहां कोरोना वायरस की मार झेल रही है, वहीं जिले के 12,000 से अधिक शिक्षक आर्थिक तंगी की मार झेल रहे हैं. बीती रात प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा के बाद आम जनता अपने परिवार के सदस्यों के भरण पोषण को लेकर खानपान की सामानों की खरीदारी करने में जुटे हैं, वही राष्ट्र निर्माता शिक्षक घर में बैठकर परिवार के सदस्यों का चेहरा देखकर चिंतित है.

विपदा की इस घड़ी में वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करें यह कोरोना वायरस से भी बड़ी समस्या उनके समक्ष खड़ी हो गयी है. स्थिति यह है कि 2 माह से बिना वेतन जीवन गुजार रहे शिक्षकों एवं उनके परिवार पर अब भुखमरी का संकट मडराने लगा है.

शिक्षकों की इस आर्थिक तंगी पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि देश में विपदा आई है, जिले के 12000 शिक्षक इस करोना वायरस को भगाने के लिए सरकार के साथ खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे. लेकिन पुरानी कहावत है ”भूखे पेट भजन न होत गोपाला”.

जिले सहित बिहार के चार लाख से अधिक शिक्षक 17 फरवरी से समान काम समान वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार शिक्षकों से वार्ता तक नहीं कर रही है. देश के प्रधानमंत्री ने 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा की है, जिसका शिक्षक अक्षरशः पालन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने राज्यों से यह भी कहा था कि सभी कर्मचारियों को वेतन दिया जाए, जिससे कि विपदा की इस घड़ी में वह लॉक डाउन के दौरान अपने घरों में रह सकें. लेकिन राज्य के मुखिया को यह बात सुनाई नहीं देता. मुख्यमंत्री ने वेतन देने की तो दूर किए गए कार्य अवधि के वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी है. जिससे शिक्षक परिवार भुखमरी के कगार पर है, 3 माह होने जा रहे है.

शिक्षकों के वेतन पर शिक्षक का ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार आश्रित होता हैं. 21 दिनों के लंबे लॉक डाउन के समय में शिक्षक अपने परिवार का पालन कैसे करेंगे यह सबसे बड़ी चिंता है.

कोरोना वायरस को लेकर राज्य में आई इस आपदा के दौरान अग्रिम पेंशन, अग्रिम खाद्यान्न एवं अन्य सुविधाएं दी जा रही है और शिक्षक अपने कार्य अवधि के वेतन को भी तरस रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़ें, राज्य के चार लाख शिक्षक और उनके परिवार को ध्यान में रखकर शिक्षकों से वार्ता करें. शिक्षक विपदा के समय सरकार के साथ हैं. जब भी संकट आया है चिकित्सक और शिक्षकों ने ही मोर्चा संभाल कर राज्य को आपदाओं से निजात दिलाई है. अभी समय है मुख्यमंत्री से हमारी मांग है कि वह शिक्षकों से वार्ता करें, शिक्षकों को वेतन देने का आदेश निर्गत करें. जिससे कि उनके परिवार आश्रितों को इस संकट की घड़ी में भोजन मिल सकें.