Chhapra: सारणवासियों को छपरा लखनऊ 15113-14 एक्सप्रेस के रूप में तोहफा मिला है. यह ट्रेन छपरा कचहरी से खुलेगी और वाया मशरक, थावे होकर लखनऊ तक जाएगी. ट्रेन छपरा कचहरी से खुलने वाली पहली एक्सप्रेस ट्रेन है. महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और स्थानीय विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने हरी झंडी दिखा कर ट्रेन को रवाना किया. इस अवसर पर छपरा सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह, राकेश सिंह, डीआरएम पूर्वोत्तर रेलवे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

ट्रेन सप्ताह में फिलहाल 3 दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार चलेगी. छपरा कचहरी से शाम 6:50 पर ट्रेन खुलेगी और भाया मशरक, थावे, तमकुही रोड, पडरौना, कप्तानगंज, गोरखपुर, बस्ती, मनकापुर, गोंडा, बाराबंकी, बादशाह नगर होते हुए सुबह 8:15 पर लखनऊ पहुंचेगी.

ट्रेन में कोचों की संख्या 20 होगी. जिनमें एसएलआर दो, एसी 3 टायर टू, स्लीपर क्लास 6, सामान्य कोच 10 होंगे.

Chhapra: महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने रोजगार मेले को संबोधित करते हुए कहा कि सारण जिला अति पिछड़ों का जिला है, इसके बावजूद भी इस जिले में अपनी अलग पहचान स्थापित की है.

उन्होंने मढ़ौरा के औद्योगिक क्षेत्र की चर्चा करते हुए कहा कि मढ़ौरा अनुमंडल रोजगार से भरा था, अगर मढ़ौरा को विकसित किया गया होता तो आज इस रोजगार मेले की जरूरत युवाओं को नहीं होती.

श्री सिग्रीवाल ने मढ़ौरा की पुनः स्थापना के बारे में सरकार से सोचने का आग्रह किया, जिससे की औद्योगिक क्षेत्र को पुनः विकसित किया जा सके. श्री सिग्रीवाल ने कहा कि पूर्व मंत्री सह सांसद द्वारा मढ़ौरा के विकास को लेकर पहल की गई थी लेकिन राज्य सरकार का समर्थन नहीं मिला.

23 साल बाद यह मौका मिला है जब देश और प्रदेश में एक सरकार है. हम सबको मिलकर रोजगार विकसित बिहार के निर्माण में सहयोग करना चाहिए.

उन्होंने मेले में आई कंपनियों से युवाओं के साथ उनके मान सम्मान की कद्र करने का आह्वान किया.

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नई दिल्ली: लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली ‘छपरा’ से लेकर महात्मा गाँधी की कर्मस्थली ‘पूर्वी चम्पारण’ को सीधे रेल लाइन से जोड़ने के लिए एक नई रेल लाइन बिछाने का मुद्दा महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने बुधवार को लोक सभा उठाया.

सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि बिहार राज्य के सारण और चम्पारण जिलों का भारत के स्वतत्रता संग्राम में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रहा है. यहाँ के कई व्यक्तियों, मनीषियों एवं नेताओं ने देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है.
जिनका नाम देश के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है.

इन्ही में से एक महापुरुष लोकनायक जय प्रकाश की जन्मस्थली जिला सारण में मेरे संसदीय क्षेत्र महाराजगंज का दो तिहाई क्षेत्र पड़ता है. इस क्षेत्र का विस्तार उत्तर प्रदेश की सीमा से गोपालगंज एवं चम्पारण जिला की सीमा तक है. चंपारण जिला तो महात्मा गाँधी जी का कर्मस्थल भी रहा है.

उन्होंने ने दोनों स्थानों एवं दोनों महापुरुषों की ऐतिहासिक योगदान के मद्देनजर यहाँ की जनता के लिए सरकार से लोकनायक जयप्रकाश की जन्म स्थली जिला सारण के छपरा से जलालपुर, बनियापुर, भगवानपुर, बसंतपुर, मलमलिया, मोहम्मद, डुमरियाघाट, खजुरिया चौक होते हुए महात्मा गाँधी की कर्मस्थली चम्पारण के चकिया तक एक नई रेलवे लाइन बनाने हेतु आवश्यकता पहल किये जाने की मांग की है.

सांसद ने कहा कि नई रेल लाइन के बनने से न केवल बिहार के जिलों की जनता को रेल यातायात की सुविधा प्रदान की जा सकती है, बल्कि इससे नेपाल जैसे पड़ोसी देश की जनता को भी सुविधा प्रदान की जा सकती है. इस नई रेल लाइन के बनने से उत्तर प्रदेश के वाराणसी से बलिया, छपरा होते हुए मोतिहारी, रक्सौल तक की रेल यात्रा की दूरी काफी घट जाएगी. इस दूरी के घटने से सम्बंधित क्षेत्र के यात्रियों को समय की बचत और आर्थिक बचत भी होगी. वाणिज्य दृष्टि से भी रेलवे को लाभ मिलेगा. क्योंकि इस नये रेल मार्ग से नेपाल से साथ व्यापारिक संबधों से तहत माल की ढुलाई भी अधिक हो सकेगी.