Patna : गांधी मैदान थाना पुलिस ने बुधवार की देर रात बिस्काेमान भवन के पास वाहन चेकिंग में 74 लाख रुपए जब्त किए हैं. पुलिस ने फाॅर्चूनर यूपी 65 सीआर- 7000 के चालक साेनू समेत दाे लोगों को हिरासत में लिया है.

पूछताछ में चालक साेनू ने बताया सासाराम के हाेटल काेराबारी संजय कुमार सिंह पटना आए थे. वे रास्ते में ही उतर गए. फिलहाल इसकी जानकारी मुझे नहीं है. गाड़ी में एक राजनीतिक दल का झंडा-बैनर भी मिला है.

सूत्राें का दावा है कि संजय सिंह से एक एमएलसी ने टिकट दिलवाने के लिए रकम मंगवाई थी. वह एमएलसी काैन है? इस बाबत पुलिस चालक व एक अन्य से पूछताछ कर रही है. चुनाव घाेषणा के बाद पहली बार पटना पुलिस ने कार्रवाई की है.

एक अक्टूबर से पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन भी हाेना है. पुलिस के मुताबिक गाड़ी संजय सिंह के नाम से रजिस्टर्ड है. वाराणसी डीटीओ से रजिट्रेशन 25 मई 2017 काे हुआ है. सिटी एसपी विनय तिवारी ने कहा कि पुलिस ने माेटी रकम पकड़ी है. इस बाबत हिरासत में लिए गए लाेगाें से पुलिस पूछताछ करने में जुटी है.

Patna: मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोडा के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग के पूर्ण दल ने बिहार के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से पटना में मुलाकात की. जनता दल यूनाईटेड ने मांग की कि निर्वाचन आयोग मतदाताओं के बीच मतदान पर्ची वितरित करने की जिम्मेदारी ले. पार्टी ने आयोग की बैठक में सीमित संख्या में लोगों की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की.

कांग्रेस ने दस मतदान केन्द्रों के बीच एक चिकित्सा दल तैनात करने की मांग की. दूसरी ओर लोक जनशक्ति पार्टी ने आग्रह किया कि पंचायत चुनावों की तर्ज पर विधानसभा चुनाव के मतदान केन्द्र हों.

बाद में आयोग का दल सारण, सीवान, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर सहित 26 जिलों के पुलिस आयुक्तों और जिला मजिस्ट्रेटों के साथ पटना में समीक्षा बैठक की गई.

निर्वाचन आयोग का यह दल आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्य के तीन दिन के दौरे पर है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्र और राजीव कुमार भी हैं. आयोग के इस दल ने कल बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी. बिहार अकेला ऐसा राज्य है जहां कोविड-19 महामारी के दौरान विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं.

निर्वाचन आयोग कल गया जाएगा, जहां 12 जिलों के जिला मजिस्‍ट्रेटो और पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी. इन जिलों में औरंगाबाद, कैमूर और रोहताश शामिल है. दिल्‍ली वापसी से पहले निर्वाचन आयोग बिहार के मुख्‍य सचिव, गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ समीक्षा बैठक करेगा.

Chhapra: सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के नामांकन का आज तीसरा दिन है. विधान परिषद की इस सीट के लिए अबतक एक नामांकन हुआ है.

मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी लालू प्रसाद यादव ने नामांकन पत्र दाखिल किया. लालू प्रसाद यादव पंचायत से लेकर सांसद तक के चुनाव को लड़ने में अपनी दिलचस्पी दिखाते है. लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने नामांकन किया था हालांकि उन्हें सफलता नही मिली थी.

आपको बता दें कि मढ़ौरा प्रखण्ड के जादो रहीमपुर निवासी लालू प्रसाद यादव ने इससे पूर्व भी पंचायत से लेकर सांसद के चुनाव के लिए नामांकन तो किया. राजद सुप्रीमो से मिलते जुलते नाम के कारण उन्होंने सुर्खियां तो खूब बटोरी पर अबतक कामयाबी नही मिल सकी है.

आपको बता दें कि सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में बिहार के 5 जिलों ( सारण, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण) के शिक्षक मतदाता मतदान करते है. चुनाव के नामांकन के लिए सारण प्रमंडल के आयुक्त सह निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में नामांकन हो रहा है.

Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव सहित जिले में विधि व्यवस्था के मद्देनज़र जिला प्रशासन द्वारा शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर वाहन जांच अभियान चलाया गया. इस जांच अभियान में जब्त किए गए वाहन के चालक से जुर्माने की राशि वसूली की गई.

उधर जांच अभियान की सुगबुगाहट होते ही बिना कागज़ात, अधूरे कागज़ात और बिना हेलमेट वाहन चालकों में हड़कंप मच गया. वाहन चालक मुख्य सड़क को छोड़ गलियों के रास्ते जाते नज़र आये. वही चार पहिया वाहन चालक भी अपनी कमजोरी को देख रास्ता बदलते नज़र आये.

शहर के थाना चौक पर प्रतिदिन वाहन जांच अभियान चलाया जाता है. शुक्रवार को शहर के नगरपालिका चौक पर दोपहर में पुलिस द्वारा वाहन जांच अभियान चलाया गया. इस दौरान हेलमेट, ड्राइविंग लाइसेंस, इन्सुरेंस, प्रदूषण की जांच दो पहिया और चार पहिया वाहनों की हुई. बिना कागज़ात और बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट वाहन चला रहे चालकों के अलावे अधूरे कागज़ात वाले वाहन चालकों से हजारों रुपये की जुर्माने की राशि वसूली गयी.

Chhapra: अगर आपकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो चुकी है तो आप मतदाता बनकर राज्य और देश हित मे अपने मतदान से एक अच्छी सरकार चुन सकते है. इसके लिए कुछ जरूरी प्रक्रियाओं का पालन कर अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराना होगा. जिसके बाद आप मतदान कर सकेंगे.

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र इन दिनों मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के प्रक्रिया चल रही है. अगर आपकी उम्र एक जनवरी 2020 को 18 वर्ष हो चुकी है. तो आज ही अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करने के लिए आवेदन दें.

आवेदन कैसे और कहा करें

मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए अपने निवास स्थान के नजदीकी मतदान केंद की जानकारी प्राप्त करें. जिस मतदान केंद्र पर अपना नाम दर्ज करने के लिए आप आवेदन करेगे. आवेदन के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी प्रपत्र 6 को पूर्ण रूप से भरकर एवं फ़ोटो चिपकाए, प्रपत्र पर साफ अक्षरों में अपना नाम, पिता का नाम, आवास पता, मतदान केंद्र का नाम नम्बर के साथ मोबाइल नम्बर, आधार नम्बर, उम्र के लिए साक्ष्य की छायाप्रति संलग्न कर उस प्रपत्र को मतदान केंद्र के बीएलओ के पास जमा करें.

निर्वाचन आयोग द्वारा नाम जोड़ने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया भी जारी है. जहां आवेदक अपना ऑनलाइन फॉर्म भर सकते है. इसके साथ साथ दर्ज नाम के सुधार की प्रक्रिया भी प्रारंभ है.

निर्वाचक नामावली सूची में नाम दर्ज होने के बाद मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है. इसके लिए निर्वाचक को एक पहचान पत्र भी निर्वाचन आयोग द्वारा निर्गत किया जाता है. जिसके आधार पर वह मतदान कर सकते है.

Patna: तेजस्वी यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा सूबे के छात्रों को दूसरे राज्य से वापस बुलाये जाने के फैसले को लेकर ट्विटर पर तारीफ की है. उन्होंने लिखा है कि ”उप्र के मुख्यमंत्री का यह कदम सराहनीय है. लेकिन, बिहार का क्या करे, जहां हजारों छात्र कोटा के जिलाधिकारी से विशेष अनुमति लेकर आएं, लेकिन बिहार सरकार ने उन्हें बिहार सीमा पर रोक प्रदेश में नहीं घुसने दिया? विद्यार्थी हो या अप्रवासी मजदूर बिहार सरकार ने संकट में सभी को त्याग दिया है.” तेजस्वी यादव ने अब फेसबुक पर मुख्यमंत्री के नाम खुला पत्र लिखा है.


आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी,
बिहार सरकार आखिरकार अनिर्णय की स्थिति में क्यों है? अप्रवासी मजबूर मजदूर वर्ग और छात्रों से इतना बेरुखी भरा व्यवहार क्यों है? विगत कई दिनों से देशभर में फंसे हमारे बिहारी अप्रवासी भाई और छात्र लगातार सरकार से घर वापसी के लिए गुहार लगा रहे हैं, लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा कि सरकार के कानों तक जूं भी नहीं रेंग रही. आख़िर उनके प्रति असंवेदनशीलता क्यों है?

गुजरात, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्य सरकारें जहां अपने राज्यवासियों के लिए चिंतित दिखी और राज्य के बाहर फंसे हुए लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने का इंतजाम किया, वहीं बिहार सरकार ने अपने बाहर फंसे राज्यवासियों को बीच मंझधार में बेसहारा छोड़ दिया है. देशव्यापी लॉकडाउन के मध्य ही गुजरात सरकार ने हरिद्वार से 1800 लोगों को 28 लक्जरी बसों में वापस अपने राज्य में लाने का प्रबंध किया. उत्तर प्रदेश शासन ने 200 बसों के अनेकों ट्रिप से दिल्ली एनसीआर में फंसे अपने राज्यवासियों को उनके घरों तक पहुंचाया, राजस्थान के कोटा से यूपी के 7500 बच्चों को वापस लाने के लिए 250 बसों का इंतजाम किया. वाराणसी में फंसे हजारों यात्रियों को बसों द्वारा अनेक राज्यों में भेजा गया.

आखिर भाजपा शासित अन्य राज्य इतने सक्षम क्यों है और भाजपा के साथ सरकार में रहते हुए भी बिहार सरकार इतनी असहाय क्यों है? बिहार सरकार और केंद्र सरकार में भारी विरोधाभास नजर आ रहा है. केंद्र और राज्य सरकार में समन्वय और सामंजस्य कहीं दिख ही नहीं रहा. आप देश के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, लेकिन इस आपदा की घड़ी में बिहार के लिए उस वरिष्ठता और गठबंधन का सदुपयोग नहीं हो रहा है.

इस आपदा से निबटने में बिहार सरकार के दृष्टिकोण में भारी अस्पष्टता दिखाई देती है. आज कुछ कहते हैं, कल कुछ और करते हैं. जैसे कि दिल्ली एनसीआर से जब बिहारी मजदूर यूपी की मदद से वापस आने लगे, तो आपने कहा कि उन्हें बिहार में घुसने नहीं देंगे. कोटा से जब छात्र आयें, तो आपने उनको भी बिहार में प्रवेश करने नहीं दिया और उल्टे केंद्र सरकार से वहां के डीएम की शिकायत भी की. अपनी जनता से घुसपैठियों जैसा व्यवहार कोई सरकार कैसे कर सकती है?

जब जन दबाव आया, जगहंसाई हुई, तो सरकार ने उन लोगों को राज्य में प्रवेश की अनुमति दी. सरकार से कोई मदद ना मिलने की स्थिति में अब मेहनतशील मजदूर आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. यह अतिगंभीर मसला है. जैसा कि आप जानते होंगे विगत तीन दिनों में बिहार के तीन अप्रवासी मजदूरों की मृत्यु हुई है. एक की हैदराबाद में और कल पंजाब के अमृतसर और हरियाणा के गुड़गांव में दो युवकों की मृत्यु और हुई. ये लोग नौकरी छूटने, अपना पेट नहीं भरने के कारण मांगकर खाने, वापस घर नहीं जाने और सरकार द्वारा त्याग दिये जाने के कारण मानसिक अवसाद के शिकार हो चुके थे. इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि उनके बेचारे परिजन उन मृत व्यक्तियों के अंतिम दर्शन भी ना कर सके और आखिरी समय में उन्हें जन्मभूमि की मिट्टी भी नसीब ना हो.

शुरुआत से कोरोना महामारी की इस लड़ाई में हम सरकार के साथ खड़े होकर उसे रोकने में हरसंभव मदद कर रहे हैं. मैं आपसे पुन: आग्रह कर रहा हूं कि आप पुनर्विचार करें और देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे सभी इच्छुक प्रवासी बिहारियों और छात्रों को सकुशल और सम्मान के साथ बिहार लाने का प्रबंध करें. सभी ट्रेनें खाली खड़ी हैं. आप रेलमंत्री भी रहे हैं, उस अनुभव का उपयोग किया जाये. सामाजिक दूरी और अन्य जनसुरक्षा निर्देशों का पालन कराते हुए बहुत आसानी से इन लोगों को इन ट्रेनों से वापस लाया जा सकता है. यहां आगमन पर अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य जांच, टेस्ट और क्वॉरेंटीन किया जाये.

अपने नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होती है. अपने राज्यवासियों को गैरबराबरी का अहसास मत कराइये. इस विपदा की घड़ी में बेचारे बाहर फंसे हुए हमारे लोग बड़ी उम्मीद से सरकार की तरफ देख रहे हैं कि सरकार उनको सकुशल घर तक पहुंचाने का इंतजाम करेगी, लेकिन सरकार की अस्पष्टता उनको निराश कर रही है. जितना संपन्न और समृद्ध व्यक्ति की जान की कीमत है, उतना ही एक मजबूर मजदूर की भी जान की कीमत है.

अगर गुजरात, यूपी सरकार और कोई बीजेपी सांसद अपने राज्यवासियों को निकाल सकता है, तो बिहार क्यों नहीं? केंद्र के दिशा-निर्देशों के पालन में समानता की मांग करिये. अगर बिहार के साथ दोहरा रवैया है, तो कड़ा विरोध प्रकट कीजिये. पूरा बिहार आपके साथ खड़ा है.

आखिर बिहारवासी कब तक ऐसे तिरस्कृत होते रहेंगे? इस मुश्किल वक्त में तमाम स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधित उपायों का पालन करते हुए कृपया बाहर फंसे सभी प्रदेशवासियों को यथाशीघ्र बिहार लाने का उचित प्रबंध करे.

सादर धन्यवाद!

तेजस्वी

Patna: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को कोरोना के संक्रमण से बचाव संबंधित कार्यों को लेकर गहन समीक्षा की. CM नीतीश ने कहा कि वैसे लोग जिन्होंने राज्य के बाहर या विदेश यात्रा की है. वह अपनी ट्रैवल हिस्ट्री ना छिपाएं इससे उनको खतरा है ही, साथी उनके परिवार को भी खतरा है. CM ने कहा कि जहां-जहां संदिग्ध कोरोना मरीज का संपर्क क्षेत्र रहा है वैसे स्थलों पर गहन स्क्रीनिंग की जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों को कोरोनावायरस हॉट स्पॉट क्षेत्र घोषित किया है वहां सघन अभियान चलाकर प्रोटोकॉल के अनुरूप समुचित कार्यवाही की जाए.

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पॉजिटिव मरीजों के सम्पर्क में आने वालों को करें ट्रेस

मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव, गृह तथा प्रधान सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिया है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए संदिग्ध मरीजों तथा पॉजिटिव कोरोना मरीजों के इलाज हेतु उपलब्ध सभी संसाधनों का उपयोग करें एवं उनके कांटेक्ट की पहचान कर अधिक से अधिक स्क्रीनिंग कराएं जो भी कांटेक्ट ट्रेस होते हैं उनकी सीधी जांच कराएं.

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डॉक्टरों की सुरक्षा का रखा जाएगा ख्याल

सीएम ने कहा कि टेस्टिंग कैपेसिटी को बढ़ाया जाए तथा कुछ अन्य स्थानों पर भी कोरोना टेस्ट केंद्र खोलने की कार्यवाही की जाएगी. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि डॉक्टरों को पी पी ई किट्स, फेस मास्क तथा अन्य उपकरणों की कमी ना हो तथा डॉक्टर की सुरक्षा हर स्तर पर सुनिश्चित की जाए. डॉक्टरों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए ताकि स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग प्रक्रिया में तेजी आ सके.

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क्वारनटाइन सेंटर हेतु होटलों व भवनों की होगी व्यवस्था

सीएम ने कहा कि को क्वारनटाइन सेंटर हेतू पर्याप्त होटलों एवं अन्य भवनों की व्यवस्था की जाए. इन क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में तमाम तरह की व्यवस्थाएं भी की जाए. आइसोलेशन सेंटर में चिकित्सकीय सुविधा बेहतर रखी जाए. सीएम ने निर्देश दिया कि सभी जिला अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी राशन कार्ड की अस्वीकृत एवं लंबित आवेदनों को पुनः समीक्षा कर नियमानुसार तेजी से उसका समाधान करें.

Patna: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने सूबे के सभी रेस्तरां, होटल बैंक्वेट हॉल को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया है. यही नहीं राज्य की सभी बस सेवाओ का परिचालन भी बंद कर दिया गया है. अब 31 मार्च तक अंतरराज्यीय बस सेवा का भी संचालन नहीं होगा.

बता दें कि महामारी एक्ट तहत यह सभी फैसला आज से ही लागू कर दिया गया है. बिहार में अब आप किसी भी रेस्टोरेंट में बैठ कर खाना नहीं खा सकते. हालांकि होम डिलीवरी सेवाएं जारी रहेगी.

इसके अलावें राज्य के किसी भी बैंकट हॉल, होटल में किसी भी प्रकार का आयोजन भी नहीं किया जाएगा. यही नहीं 31 मार्च तक बैंक्वेट हाल मैरेज हॉल आदि की में भी किसी भी प्रकार की बुकिंग करने के लिए मनाही है.


राज्य सरकार के परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण के फैलने से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर 31 मार्च तक सिटी बसों के साथ अंतरराज्यीय बसों के परिचालन पर रोक लगाई गई है. आवाजाही कम होगी तो वायरस के संक्रमण फैलने का भी खतरा कम होगा.

सासाराम: मौसम को लेकर विभाग ने अलर्ट जारी किया है. शुक्रवार की सुबह तड़के ठनका गिरने से दो सहोदर भाई समेत तीन लोगों की मौत हो गई है.

जानकारी के मुताबिक सासाराम मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के गिजुवाही गांव के पश्चिम छोटकी पहाड़ी पर शुक्रवार की सुबह आकाशीय बिजली गिरने से दो सहोदर भाई समेत की मौत हो गई.

मृतकों में गीजवही गांव निवासी नागा राम के पुत्र रामाचेला रजवार, गुरुचेला रजवार व उसी गांव के श्यामलाल यादव का पुत्र राजाराम यादव  40 वर्ष शामिल हैं. सभी मृतक गायघाट गांव के रहने वाले थे.

Chhapra: आस्था के महापर्व छठ उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ संपन्न हो गया . व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत रख अर्घ्य दिया. उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के बाद सभी ने पारण किया और प्रसाद वितरण किया.

 पारंपरिक लोक गीतों के साथ महिलाओं ने छठ घाटों पर कोशी भरा. अहले सुबह लोग छठ पूजा घाटों पर पहुंचे. पहले कोशी भरने की परंपरा को पूरा किया गया.

इस दौरान घाटों पर अलौकिक दृश्य देखने को मिला. सभी छठ महापर्व में लीन दिखे. व्रतियों को घाटों पर लाने उन्हें कोई कष्ट ना हो इसके लिए खास इंतजाम किये गए थे.

पूजन सामग्री का हुआ वितरण
शहर के पूजा घाटों पर दूध, पुष्प, अगरबत्ती आदि का वितरण भी पूजा समितियों के द्वारा किया गया.

खूब ली गयी सेल्फी
छठ पूजा में दूर दूर से अपने शहर पहुंचे लोगों ने घाटों पर अपनों के साथ खूब मस्ती की और इस दौरान सेल्फी का भी दौर चला.

सुरक्षा को लेकर पूजा समितियां रही सजग
महापर्व के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूजा समितियों ने अपने स्तर से व्यापक इंतजाम किये थे. पूजा समितियों के स्वयंसेवक लगातार लोगों पर ध्यान दे रहे थे. लाउडस्पीकर के माध्यम से जरुरी निर्देश दिए जा रहे थे. वही घाटों पर गोताखोर और नाव की व्यवस्था भी की गयी थी.

छपरा टुडे डॉट कॉम की टीम भी शहर के विभन्न घाटों पर मौजूद रही और आपतक वीडियो, LIVE और तस्वीरों को पहुँचाया. हमारा यह प्रयाश आपको कैसा लगा बताइयेगा ज़रुर. अपने feedback आप हमें chhapratoday@gmail.com पर भेज सकते है.


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लोकआस्था का महापर्व चैती छठ के अवसर पर 5 टॉप गीत सुने.


Chhapra: आस्था का महापर्व छठ बुधवार को उदीयमान भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. व्रतियों ने पानी मे खड़े होकर भगवान भाष्कर और माँ छठी की उपासना की और परिवार सहित समाज की सुख शांति और वृद्धि के लिए कामना की. इसके साथ ही व्रतियों ने पुनः अगले वर्ष आने की भी कामना की.

छठ घाटो पर एक तरफ जहां व्रती माँ छठी की उपासना में लीन दिखे वही युवा वर्ग अपनी सेल्फ़ी लेने में मग्न दिखा. छठ की पूरी तैयारी और घाटो पर ली गयी सेल्फी से पूरा सोशल मीडिया अपडेटेड है. फेसबुक से लेकर व्हाट्सएप, ट्विटर सहित अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर छठ से जुड़ी तस्वीर इस महापर्व को वैश्विक विस्तार में सहयोग कर रही है. दूर देश, प्रदेशों में बैठें अपनो को महापर्व से अवगत करा रही है.

छठ पर्व मुख्य रूप से बिहार का पर्व माना जाता है लेकिन धीरे धीरे इसकी ख्याति में विस्तार हुआ है. वर्तमान समय मे देश के विभिन्न राज्यों में यह पर्व अब धूम धाम से मनाया जाता है. महापर्व छठ की छटा अब विदेशों तक पहुंच चुकी है. जहाँ जहाँ भी बिहार के रहने वाले लोग बसे है उन जगहों पर छठ का पर्व धूम धाम से मनाया जा रहा है.