Chhapra: अगर आपकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो चुकी है तो आप मतदाता बनकर राज्य और देश हित मे अपने मतदान से एक अच्छी सरकार चुन सकते है. इसके लिए कुछ जरूरी प्रक्रियाओं का पालन कर अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराना होगा. जिसके बाद आप मतदान कर सकेंगे.

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र इन दिनों मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के प्रक्रिया चल रही है. अगर आपकी उम्र एक जनवरी 2020 को 18 वर्ष हो चुकी है. तो आज ही अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करने के लिए आवेदन दें.

आवेदन कैसे और कहा करें

मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए अपने निवास स्थान के नजदीकी मतदान केंद की जानकारी प्राप्त करें. जिस मतदान केंद्र पर अपना नाम दर्ज करने के लिए आप आवेदन करेगे. आवेदन के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी प्रपत्र 6 को पूर्ण रूप से भरकर एवं फ़ोटो चिपकाए, प्रपत्र पर साफ अक्षरों में अपना नाम, पिता का नाम, आवास पता, मतदान केंद्र का नाम नम्बर के साथ मोबाइल नम्बर, आधार नम्बर, उम्र के लिए साक्ष्य की छायाप्रति संलग्न कर उस प्रपत्र को मतदान केंद्र के बीएलओ के पास जमा करें.

निर्वाचन आयोग द्वारा नाम जोड़ने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया भी जारी है. जहां आवेदक अपना ऑनलाइन फॉर्म भर सकते है. इसके साथ साथ दर्ज नाम के सुधार की प्रक्रिया भी प्रारंभ है.

निर्वाचक नामावली सूची में नाम दर्ज होने के बाद मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है. इसके लिए निर्वाचक को एक पहचान पत्र भी निर्वाचन आयोग द्वारा निर्गत किया जाता है. जिसके आधार पर वह मतदान कर सकते है.

Chhapra: राज्य स्तरीय विद्यालय वुशू (WUSHU) खेल प्रतियोगिता का राजेन्द्र स्टेडियम में शुभारम्भ हुआ. प्रतियोगिता का दीप जलाकर विधिवत शुभारम्भ जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने किया.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खेल जीवन का अभिन्न अंग है. नवजात शिशु सर्वप्रथम खेल की ओर हीं आकृष्ट होते हैं और आगे बढ़ते हुए पेशेवर बनने तक यह क्रम चलता रहता है. जिलाधिकारी ने कहा कि आज के समय में खेल-कूद बहुत महत्वपूर्ण हो गया है. स्वस्थ रहने के लिए भी यह जरुरी है. उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है.

जिलाधिकारी ने कहा कि केवल पढ़ायी को हीं जीवन का हिस्सा नहीं समझें खेल-कूद के भी बहुत आयाम हैं. इसका उपयोग कैसे करें इसपर ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है.

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वुशू खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाडि़यों से जिलाधिकारी ने कहा कि खेल भावना के साथ अपना शत्-प्रतिशत प्रदर्शन करें. जीत-हार जीवन में लगा रहता है. अच्छे प्रदर्शन कर राज्य को ख्याति दिलाएँ.

गाँव एवं पंचायत के स्तर पर खेल की सुविधा उपलब्ध कराने की जरुरत
जिलाधिकारी ने कहा कि गाँव एवं पंचायत के स्तर पर खेल की सुविधा उपलब्ध कराने की जरुरत है. ग्रामीण पृष्ठ भूमि के बच्चों में भी काफी प्रतिभा होती है. जिलाधिकारी ने सभी प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सभी का धन्यवाद किया. जिलाधिकारी के द्वारा इस अवसर पर गुब्बारा उड़ा कर संदेश दिया गया कि खेल भी इसी तरह की उँचाई को प्राप्त करें.

खिलाडि़यों ने किया मार्च पास्ट
प्रतियोगिता में भाग ले रही सभी 20 जिलों के कुल 173 खिलाडि़यों के द्वारा मार्च पास्ट में भाग लिया गया. इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस वैभव श्रीवास्तव, डीपोओ (सर्व शिक्षा) अमरेन्द्र गोंड, डीपीआरओ ज्ञानेश्वर प्रकाश, जिला खेल पदाधिकारी ओमप्रकाश, महिला प्रसार पदाधिकारी मीरा शर्मा, बिहार राज्य वुशू समिति के सचिव और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के जज कटेगरी वन दिनेश कुमार मिश्र सहित सभी टीम के प्रभारी, बड़ी संख्या मे गणमान्य एवं खेल प्रेमी बच्चे उपस्थित थे.

नई दिल्‍ली: हम सब के प्‍यारे नटखट नंदलाल, राधा के श्‍याम और भक्‍तों के भगवान श्रीकृष्‍ण के जन्‍मदिन की तैयारियां पूरे देश में चल रही हैं. इस बार श्रीकृष्‍ण की 5245वीं जयंती है. मान्‍यता है कि भगवान श्रीकृष्‍ण का जन्‍म भाद्रपद यानी कि भादो माह की कृष्‍ण पक्ष की अष्‍टमी को हुआ था. हालांकि इस बार कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी की तारीख को लेकर लोगों में काफी असमंजस में हैं. इस बार जन्‍माष्‍टमी दो दिन पड़ रही है क्‍योंकि यह त्‍योहार 2 सितंबर और सितंबर दोनों ही दिन मनाया जाएगा. वहीं, वैष्‍णव कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी 3 सितंबर को है. अब सवाल उठता है कि व्रत किस दिन रखें? जवाब है 2 सितंबर यानी कि पहले दिन वाली जन्माष्टमी (Janmashtami) मंदिरों और ब्राह्मणों के घर पर मनाई जाती है. 3 सितंबर यानी कि दूसरे दिन वाली जन्माष्टमी वैष्णव सम्प्रदाय के लोग मनाते हैं.

जन्‍माष्‍टमी की तिथि और शुभ मुहूर्त
इस बार अष्टमी 2 सितंबर की रात 08:47 पर लगेगी और 3 तारीख की शाम 07:20 पर खत्म हो जाएगी.
अष्‍टमी तिथि प्रारंभ: 2 सितंबर 2018 को रात 08 बजकर 47 मिनट.
अष्‍टमी तिथि समाप्‍त: 3 सितंबर 2018 को शाम 07 बजकर 20 मिनट.

रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 2 सितंबर की रात 8 बजकर 48 मिनट.
रोहिणी नक्षत्र समाप्‍त: 3 सितंबर की रात 8 बजकर 5 मिनट.

निशीथ काल पूजन का समय: 2 सितंबर 2018 को रात 11 बजकर 57 मिनट से रात 12 बजकर 48 मिनट तक.

व्रत का पारण: 3 सितंबर की रात 8 बजकर 05 मिनट के बाद.

वैष्‍णव कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी 3 सितंबर को है और व्रत का पारण अगले दिन यानी कि 4 सितंबर को सूर्योदय से पहले 6:13 पर होगा.