Kopa: गर्मी आते अगलगी की घटनाओं में इजाफा होना शुरू हो गया है. मंगलवार की देर शाम कोपा थाने क्षेत्र के चतरा गांव में आग लगने से दर्जन भर लोगों के घर जल कर राख हो गए.


प्राप्त जानकारी के अनुसार जगन्नाथ बिंद, पुनीलाल बिंद, पटेल बिंद, छोटेलाल बिंद, सुरेश बिंद, अवधेश विन्द, बच्चा रावत, हरेन्द्र बिंद, साहेब बिंद, विकास बिंद राजकुमार बिंद आदि के घर जलकर राख हो गए.
मिली जानकारी के अनुसार चूल्हे से निकली चिंगारी ने सबसे पहले पुनिलाल प्रसाद के घर को अपने आगोश में लिया उसके बाद पछुआ हवा के झोंके के कारण साहेब प्रसाद, बिकाऊ प्रसाद, राजकुमार प्रसाद, हरेंद्र प्रसाद, जयनाथ प्रसाद, बच्चा प्रसाद, जगलाल प्रसाद की घरों को बारी-बारी से अपने आगोश में ले लिया, घर में रखे अनाज, कपड़े सहित सब कुछ जल गए.ग्रामीणों ने बताया कि खाना बनाने के समय ही यह हादसा हो गया, आगलगी के बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर से पंपिंग सेट चला कर आग बुझाने का प्रयास किया. फिर ग्रामीणों की सूचना पर अग्नि शमन वाहन भी घटना स्थल पर पहुंच कर आग बुझाया. सीओ इंन्द्रवंश राय ने घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़ित परिवारों का जायजा लिया तथा राहत देने का आश्वासन दिया.

गरखा: गरखा बाजार स्थित तिवारी मार्केट में देर रात करीब दो बजे शॉर्ट सर्किट के कारण भयंकर आग लग गयी. जिस से डेढ़ दर्जन दुकान जलकर राख हो गये. आग लगने से लगभग दो लाख रूपए की संपत्ति के साथ तीस हजार रुपय नगद जलकर राख हो गया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार तिवारी मार्केट में अचानक आग लग गई. जिससे वहां की साड़ी दुकान जलकर राख हो गया. पीड़ित दुकानदारों में गरखा निवासी अजय राय, मुकेश शाह, अरविंद कुमार, मुन्ना राय, मिठेपुर निवासी सचिन राय, ओमप्रकाश शाह, लालबाबू राय, हकमा निवासी सोमनाथ राय, अजय शाह, मोहम्मदपुर निवासी चंदा साह एवं के निवासी पंकज शाह की दुकानें जलीं है.

छपरा: जिले में इन दिनों अगलगी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है. गर्मी और तेज पछुआ हवाओं के चलने से छोटी से चिंगारी भयानक रूप लेते हुए फसल और घर को अपने चपेट में ले ले रही है.

ऐसे में अग्निशमन विभाग की जबाबदेही भी बढ़ गयी है. प्रतिदिन अग्निशमन वाहन शहर की सड़कों पर आते जाते देखे जा सकते है. अग्निशमन कर्मियों को घटनास्थल पर पहुँचने की हड़बड़ी होती है. ऐसे में सड़क पर लगा जाम उनकी राह में बाधा उत्पन्न करता है. कर्मियों को आग के साथ साथ सडकों पर लगने वाले जाम से भी जूझना पड़ रहा है.  

सोमवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब थाना चौक से भगवान बाजार की ओर जा रहा अग्निशमन वाहन घंटों जाम में फंसा रहा. अग्निशमन वाहन के चालक समेत पुलिसकर्मी जाम से निकलने की कोशिश करते दिखे. उस वक़्त शहर में आंगनवाड़ी सेविकाओं की रैली निकली थी. काफी मशक्कत के बाद वाहन को जगह मिल सका.

सड़कों पर लगने वाले जाम के चलते अग्निशमन वाहनों को घटनास्थल पर पहुँचने में होने वाली देरी से उन्हें स्थानीय लोगों के गुस्से से जूझना पड़ता है. ऐसे में जब कभी भी आप सड़क पर वाहन चला रहे हो तो आपको चाहिए कि अग्निशमन वाहन को रास्ता देते हुए उनके लिए मार्ग को खाली करने की कोशिश करें.

जाम में फंसा अग्निशमन वाहन   

छपरा/गरखा: गरखा के झौआ बसंत और रामगढ़वा गाँव में पिछले दिनों हुए अग्निकांड के पीड़ितों को श्री रामकृष्ण अद्भुतानंद आश्रम, छपरा की ओर से वस्त्र का वितरण किया गया.

आश्रम की ओर से सचिव अतिदेवानंद जी महाराज के नेतृत्व में झौआ बसंत और रामगढ़वा गाँव के अग्निपीड़ितों के बीच वस्त्र आदि का वितरण किया गया. 

वस्त्र वितरण करते आश्रम के लोग
वस्त्र वितरण करते आश्रम के लोग

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समाज की सेवा से बेहतर कोई सेवा नहीं है. आश्रम के द्वारा समय समय पर जरुरतमंदों के लिए सामग्री का वितरण किया जाता है.

इस अवसर पर अधिवक्ता अशोक कुमार, शशि प्रभा, उषा श्रीवास्तव, चंद्र देवी, पुष्पा देवी आदि उपस्थित थी.

छपरा(कबीर अहमद): पूरी ज़िंदगी की कमाई एक पल में खो देने का दर्द, खोने वाले से बेहतर और कौन समझ सकता है. दुनिया दो पल के लिए तो सांत्वना दे सकती है लेकिन वो दर्द को न तो कम कर सकती है ना ही महसूस कर सकती है.

सुबह में आँख खुली नही की शाम में घर में चूल्हा कैसे जलेगा इसकी चिंता सताने लगती थी. ऐसे ही कई परिवार जिसके पास अपनी ज़मीन नही किराया पर ठिकाना और वो भी एक पल में सब ख़ाक हो गया. वो प्यारी सी कुटिया जो महल से कम नहीं थी. अब वो भी नही रही.

जिले में इन दिनों तेज पछुआ हवा के कारण अगलगी की घटनाओं में इजाफा हुआ है. लोग आग के लगने से एक पल में अपने जीवन भर की कमाई को खो दे रहे है.

रविवार की दोपहर शहर के भगवान बाज़ार थाना क्षेत्र के मिर्चईया टोला मुहल्ले में एक परिवार की ज़िन्दगी भर की कमाई पल में आगलगी से ख़ाक हो गयी. किराये की ज़मीन पर ज़िन्दगी भर की कमाई और पाई-पाई जोड़कर मोहम्मद अली ने अपना आशियाना बनाया था. वह एक पल में सब ख़ाक हो गया. मोहम्मद अली की पत्नी ने बार बार कह रही थी कि मेरे के पास अब कुछ नही बचा. जो पैसे थे घर में वो भी जल गए. सर के ऊपर जो छत संजोया था वो भी अब नही रहा. 20160424060133

वही दूसरी ओर गड़खा थाना क्षेत्र के तीन स्थानों पर हुई आगलगी की घटना में तीन लोगों की मौत आग के चपेट में आने से हो गयी. यह केवल एक दिन की बात नहीं पिछले एक महीने के अंदर लगभग सैकड़ों घर आग की चपेट में आये है और लोग बेघर हुए है.   

यह हाल किसी एक परिवार का नहीं बल्कि जिले के कई परिवार इस विभीषिका से जूझ रहे है. जिले में लगातार हो रही आगलगी की घटनाओं से कितनों के आशियाने उजड़ गए और कितनो ने अपनों को खो दिया. कुदरत के इस कहर से कई लोग खुले आसमान के नीचे रात बिताने को विवश हुए है. मुआवजे के नाम पर जो भी सरकारी सहायता मिल रही है. वह महज एक औपचारिकता मात्र है. जीवन भर संजोया एक पल में गवां बैठे लोगों को अब समझ नहीं आ रहा की जिंदगी की गाड़ी को पटरी पर फिर से कैसे लाया जाए.

{फोटो: अमन कुमार, छपरा टुडे}