Chhapra: बिहार मंत्रिपरिषद् की बैठक में 12 एजेंडों पर निर्णय लिए गए।
इस सन्दर्भ में मंत्रिपरिषद् की बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव, डॉ० एस० सिद्धार्थ ने बताया कि दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, दरभंगा में क्षमता से कई गुणा अधिक रोगी आते हैं। अतएव उत्तर बिहार की भौगोलिक स्थिति तथा मरीजो की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत निर्माणाधीन पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, पटना की तर्ज पर दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, दरभंगा के नए निर्माण किए जाने की नितान्त आवश्यकता है।
उपर्युक्त परिप्रेक्ष्य में आम जन को गुणवत्तायुक्त चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महत्वाकांक्षी योजना के रूप में राज्य सरकार के द्वारा जीर्ण-शीर्ण भवन के स्थान पर दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, दरभंगा के 2500 शय्या के नए चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के रूप में विकसित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसमें से 400 सर्जिकल ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। जिसपर पूर्व से 569 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमोदन प्राप्त है। शेष 2100 शय्या का निर्माण इसी योजना अन्तर्गत किया जाना प्रस्तावित है। अतएव स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत दरभंगा जिलान्तर्गत दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, दरभंगा में 2100 शैय्या के नये अस्पताल, नये महाविद्यालय भवन एवं आवासीय परिसर के निर्माण की सैद्धांतिक सहमति एवं उक्त निर्माण हेतु बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड, पटना से प्राप्त तकनीकी अनुमोदित प्रारंभिक परियोजना प्रतिवेदन के आधार पर कुल 2546.41 करोड़ रूपये मात्र के योजना की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई।
नगर विकास एवं आवास विभाग के अन्तर्गत आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय -2 के अंतर्गत दरभंगा शहर क्षेत्र से जल निकासी के लिए सेंटेज सहित कुल राशि 2,45,20,00,000/- (दो सौ पैंतालीस करोड़ बीस लाख) रूपये मात्र की स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम योजना को स्वीकृति प्रदान करते हुए एजेंसी के रूप में राज्य सरकार के उपक्रम बुडको को नामित करने की स्वीकृति दी गई।
नगर विकास एवं आवास विभाग के ही तहत छपरा स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम ( खनुआ नाला) मूल प्रशासनिक स्वीकृति की राशि 29,95,00,000/- लाख के निर्माण कार्य में एन०जी०टी० के निदेश के आलोक में तैयार डी०पी०आर० के प्रावधानित डिजाईन ड्राइंग में बदलाव के फलस्वरूप पुनरीक्षित प्राक्कलन की राशि 51,20,38,000 / – (इक्यावन करोड़ बीस लाख अड़तीस हजार रू० ) मात्र की पुनरीक्षित प्रशासनिक स्वीकृति दी गई।