सारण के मो राशिद हसन ने बीपीएससी की परीक्षा में 47वा रैंक लाकर बढ़ाया जिले का मान, बने रिविन्यू ऑफिसर
Chhapra: सारण जिले के मशरख प्रखंड स्थित सनौली गांव निवासी मोहम्मद राशिद हसन ने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 47वा रैंक लाकर जिले का मान बढ़ाया है.
बीपीएससी की परीक्षा में 47वा रैंक आने पर उन्हें रेवेन्यू ऑफिसर बनाया गया है. विगत रात्रि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा परिणाम आने के बाद से ही परिवार एवं घर में खुशी का माहौल है.
बेटे के बीपीएससी में अधिकारी के पद पर चयनित होने पर पिता ने मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया. मसरख प्रखंड के सनौली गांव निवासी मोहम्मद राशिद हसन के पिता मोहम्मद मनीर अंसारी ने बताया कि उन्होंने फेरी कर अपने परिवार का भरण पोषण किया. चार बच्चों में एक शिक्षक और दो इंजीनियर के बाद मो राशिद ने अधिकारी बनकर उनको गौरवान्वित किया है.
उन्होंने बताया कि प्रारंभ से ही राशिद पढ़ाई में तेज था. कई प्रतिस्पर्धा परीक्षा में उन्होंने अव्वल दर्जा हासिल किया. इस बार बीपीएससी की परीक्षा में 47वा रैंक लाकर उन्होंने अपने पिता सहित गांव, जिले का नाम रोशन किया है.
बताते चले की मोहम्मद राशिद हसन की प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय मशरख से शुरू हुई. जहां दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने जामिया दिल्ली से 12वीं उत्तीर्ण की.
वही दिल्ली यूनिवर्सिटी से 2016 में बीटेक करने के उपरांत उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी. दिल्ली से ही सिविल सेवा की तैयारी के दौरान ही वह यूपीएसएस और बीपीएससी में शामिल हुए. कड़ी मेहनत और लगन के बाद उन्होंने अंततः बीपीएससी में 47 वा रैंक लाने में वह सफल हुए.
छपरा टुडे से बातचीत के दौरान मो राशिद ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता और बड़े भाई मोहमद आशिफ हसन को दिया है. जिनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष की बदौलत वह इस मुकाम तक पहुंचे है.
उन्होंने कहा कि सच्ची लगन और मेहनत से उस मुकाम को हासिल किया जा सकता है जिसके लिए वह मेहनत करता है. उनका कहना है कि बाधाए कैसी भी हो लेकिन लक्ष्य अटल होना चाहिए. लगातार परिश्रम, संघर्ष, त्याग, समर्पण की बदौलत व्यक्ति हर मुकाम को हासिल कर सकता है.
उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं से आह्वान किया कि वह लगातार परिश्रम से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है.