मिलनसार, हरदिल अजीज और तेजतर्रार थे ASI मिथिलेश साह

Chhapra: कर्तव्य पथ पर वीरगति को प्राप्त हुए शहीद ASI मिथिलेश कुमार साह को याद कर लोग उनके मिलनसार और हरदिल अजीज होने की बातें बता रहे है.

दिवंगत मिथिलेश शाह सारण जिले के जिस भी थाने में तैनात रहे वहां के लोगों से घुलमिल जाते थे. वे सारण जिले के जनता बाज़ार, बनियापुर और तरैया थाना में थानाध्यक्ष के रूप में तैनात रहे, जिसके बाद उन्हें एसआईटी में तैनात किया गया. अपनी कार्यकुशलता के बदौलत वे एसआईटी की जान बन गए थे. इस दौरान उन्होंने कई अपराधियों को पकड़ा, कई कांडों के उद्भेदन किये.

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शहीद मिथिलेश कुमार भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नगर थाना क्षेत्र के मझौआ बांध निवासी थे. पिता दशरथ साह भी पुलिस सेवा में थे और सब-इंस्पेक्टर पद से रिटायर्ड हुए. चार भाई में मिथिलेश तीन नम्बर पर थे. एक भाई शिक्षक है. वही एक बिहार मिलिट्री पुलिस और दूसरा भभुआ में पुलिस में तैनात है.

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2009 में पुलिस विभाग में किया था ज्वाइन

मिथिलेश ने 2009 में पुलिस विभाग को ज्वाइन किया था. उनकी पहचान ईमानदार और तेजतर्रार दरोगा के रूप में रही है. उनकी हत्या से उनके चाहने वालों गमगीन है. जनता बाज़ार से कुछ युवक सदर अस्पताल पहुंचे थे. युवकों ने बताया कि शहीद मिथिलेश ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी थे. वे जहाँ भी रहे वहां के लोगों के साथ मिल के रहे. सभी उनकी हत्या से मर्माहत है. वही परिवार वालों का बुरा हाल है.

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