Chhapra: शादी के मात्र तीन माह बाद दहेज दानवो ने अपनी बहू के साथ अमानवीयता की पराकाष्ठा कर दी. बहु को दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने के बाद हाथ पैर बांध कर सुनसान इलाके में फेंक दिया. पीड़ित महिला किसी तरह एक महिला की मदद से अपने मायके वालों तक पहुंची.
घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव निवासी मनीलाल साव की पुत्री मधु कुमारी का विवाह बनियापुर थाना क्षेत्र के सरेया गाँव निवासी प्रदुमन साह के पुत्र दीपक साह के साथ इसी वर्ष फरवरी माह में सम्पन्न हुआ था. विवाह के पश्चात मधु अपने ससुराल के संबंधियों के साथ कलकत्ता के बजबज बौरीया चली गई. शादीशुदा जिंदगी के सुनहरे सपनों के साथ परदेश पहुँची मधु को भयावह सच का सामना करना पड़ा. दहेज में बाइक की माँग पूरी नही होने की वजह से ससुराल वालों के उलाहनों का दौर शुरू हो गया.
सुलह का दौर शुरू हुआ लेकिन विगत माह के अंतिम सप्ताह में फोन कर मधु के ससुर और पति ने बताया कि आपकी लड़की घर छोड़ फरार हो गई है. मनीलाल की माने तो उन्होंने अपनी लड़की का पता लगाने का हरसंभव प्रयास किया लेकिन जब कुछ पता नही चला तो उन्होंने एक जून को अपनी लड़की को गायब कर देने का ससुराल वालों पर आरोप लगाते हुए सीजेएम कोर्ट छपरा में एक मुकदमा दर्ज करवा दिया.
एकाएक बुधवार की रात्रि एक महिला ने फोन कर बताया कि उनकी बेटी छपरा जंक्शन पर बदहवाश स्थिति में बैठी हुई है और बोल नही पा रही है. उसने लिखकर आपका नम्बर बताया है. आप आकर अपनी बच्ची को ले जाइये. सूचना मिलते ही परिजन वहाँ पहुंचे और अपनी बच्ची को लेकर घर आये.
मनीलाल की माने तो उनकी बच्ची ने लिखकर बताया कि उसके साथ मारपीट किया जाता था और खाने को भी नही दिया जाता था. मधु के शरीर पर पड़े जख्म भी बता रहे थें की उसके साथ जुल्म हुआ है.
मधु के अनुसार उसे मारने की नीयत से एक इंजेक्शन देकर उसे बेहोशी की हालत में एक सुनसान जगह छोड़ दिया गया था. जहां से होश में आने के बाद वह किसी तरह स्टेशन पहुंची और वहां से छपरा आई. हालांकि इस पूरी घटना में मधु छपरा स्टेशन कैसे पहुंची मधु बोलने की हालत में नही है. परिजनों के अनुसार उसकी आवाज़ चली गई है.