नई दिल्ली: श्री श्री रविशंकर के विश्व सांस्कृतिक महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनियाभर से आए लोगों, नेताओं और कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत इतनी विविधताओं से भरा है, विश्व को देने के लिए भारत के पास क्या कुछ नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम वो लोग हैं जिन्होंने उपनिषद से लेकर उपग्रह तक की यात्राएं की हैं और यही जीवन जीने की कला हमारे ऋषियों ने, मुनियों ने, ज्ञानियों ने हमें विरासत में दी है. भारत के पास वह सांस्कृतिक विरासत है जिसकी तलाश दुनिया को है.
मोदी ने कहा कि हम दुनिया की उन आवश्यकताओं को किसी न किसी रूप में पूरा करते रहेंगे. हमें अपनी संस्कृति पर अभिमान होना चाहिए लेकिन अगर हम अपनी ही परंपरा और संस्कृति की बुराई करते रहेंगे तो बाकी क्या करेंगे. खुद को कोसते रहने का मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कला का महाकुंभ है. जब इरादों को लेकर चलते हैं तब आर्ट ऑफ लिविंग चाहिए. मैं से टूटकर हम की ओर जाना आर्ट ऑफ लिविंग है.
इससे पहले वेद मंत्रोच्चार के साथ रविशंकर के विश्व सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य आगाज हुआ. 1000 एकड़ जमीन पर आयोजित यह कार्यक्रम 13 मार्च तक चलेगा. कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 7 एकड़ जमीन में सिर्फ स्टेज का निर्माण किया गया है.