बेंगलुरू: कावेरी नदी जल बंटवारे को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच जारी विवाद के बीच लोगों के प्रदर्शन ने बेंगलुरु और चेन्नई में हिंसक रुख अख्तियार कर लिया है. इसके बाद बंगलुरु में धारा 144 लगा दी गई है. बेंगलुरू में सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने कई बसों और ट्रकों को आग के हवाले कर दिया. देर रात पुलिस फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई. इस बीच कर्नाटक सरकार ने पीएम से दखल देने की मांग की है.
बताया जा रहा कि तमिलनाडु नंबर की तकरीबन 40 बसों और गाड़ियों को जलाया गया है. साथ ही मौके की जानकरी दे रहे कुछ मीडिया वालों पर भी हमला किया गया है. भीड़ ने गुस्से में कुछ मीडिया के कुछ कैमरे भी तोड़े हैं. वहीं, आज सुबह चेन्नई के वुडलैंड होटल पर भी तमिल प्रदर्शनकारियों ने हमला बोल दिया. रविवार को बेंगलूरू में तमिल युवक को भी पीटा गया, जबकि रामेश्वरम में एक कन्नड़ नौजवान की पिटाई हुई.
उधर सिद्धारमैया सरकार ने अपने राज्य में तमिल लोगों की सुरक्षा का आश्वासन देते हुए तमिलनाडु सरकार से कन्नड़ लोगों की सुरक्षा करने को कहा है. तमिलनाडु में अपने राज्य के वाहनों तथा कन्नड़ लोगों की संपत्ति पर कथित हमलों पर गुस्सा निकालते हुए कर्नाटक के बेंगलुरू, मांद्या, मैसूरू, चित्रदुर्गा और धारवाड़ जिलों में कन्नड़ कार्यकर्ताओं ने पड़ोसी राज्य के पंजीयन वाले ट्रकों पर पथराव किया या उन्हें आग के हवाले कर दिया.
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा अपने पांच सितंबर के आदेश में बदलाव के तुरंत बाद हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हो गई. न्यायालय ने कर्नाटक से कहा है कि 20 सितंबर तक तमिलनाडु के लिए वह कावेरी नदी से कम मात्रा में यानी 12,000 क्यूसेक पानी छोड़े.