Chhapra: उच्च न्यायालय पटना द्वारा B.Ed.कोर्स मे फी बढोतरी के दिये गये फैसले के आलोक मे पुनर्विचार याचिका दायर करने आथवा बिहार विधानसभा मे फैसले को निरस्त करने हेतु अध्यादेश लाने मे सरकार की उदासीनता को लेकर बी०एड छात्रों ने छपरा मे शिशु पार्क से सैकड़ों छात्रों के साथ सरकार के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला.
प्रतिरोध मार्च विभिन्न चौक चौराहो से सरकार के खिलाफ गगनभेदी नारो को बुलंद करते हुए नगरपालिका चौक पहुंचा. जहां चौक पर छात्रों द्वारा लगभग दो धण्टे तक अवागमन को बाधित किया गया. तत्पश्चात् मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया एवं प्रतिरोध मार्च सभा मे तबदिल हो गया.
सभा को सम्बोधित करते हुए छात्र नेता शैलेद्र यादव ने कहा कि नीतीश की सरकार शिक्षा माफिआवों के दबाव मे आकर माननीय न्यायालय के फीस बढोतरी के फैसले को लेकर न याचिका पुनर्विचार याचिका दायर कर रही है और नही इस फैसले को निरस्त करने हेतु बिहार विधानसभा मे अध्यादेश लाने का पहल कर रही है. जिससे परिलक्षित होता है कि यह सरकार गरीब, दलित, महादलित, अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा से वंचित रखने की साजिश के तहत शिक्षा माफियों के साथ है. छात्र अध्यापक मंटु कुमार ने कहा कि माननीय न्यायालय द्वारा दिये गये प्रतिगामी फैसले से अधिकांश गरीब छात्र बीच मे पढाई छोड़ने एंव पलायन को मजबूर हो जायेंगे जिससे राज्य के शिक्षा जगत पर गहरा प्रभाव पडेगा.
इस प्रतिरोध मार्च मे मुख्य रुप से छात्र अरबिन्द कुमार,अमित कुमार, राजू शर्मा, रंजन कुमार, इरसाद अहमद, निकेश सिंह, संतोष कुमार, भीम कुमार, छात्रा शुभा कुमारी सिंह, ज्योति कुमारी, रिंकी कुमारी, मनिषा सिंह, पुजा कुमारी, प्रियांका सिंह आदि नेतृत्वकारी भूमिका मे थे.