Google से ली हथियार बिक्री की जानकारी, मुंगेर से खरीददारी कर कर्नाटक में कर दिया कांड
Munger: आधुनिकता के इस दौर में हम इंटरनेट पर पूरी तरह आश्रित हो गए है. गूगल द्वारा हाल में चलाए जा रहे एक विज्ञापन जिसमे किसी भी जानकारी के लिए गूगल से कहने बोलकर सर्च करने की बात कही गई. उसका प्रयोग कर युवाओं ने अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे दिया.
गूगल से जानकारी एकत्रित करने के बाद मुंगेर में बननेवाले अवैध हथियार कर्नाटक तक पहुंचे रहे हैं. एसटीएफ द्वारा मुंगेर से तीन हथियार तस्करों की गिरफ्तारी के बाद यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पिछले महीने कर्नाटक के सिगांव में एक व्यवसायी पर जानलेवा हमला हुआ था. उस हमले को अंजाम देने में जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया गया वह मुंगेर से खरीदी गई थी.
एसटीएफ के मुताबिक कर्नाटक के हावेरी स्थित सिगांव का रहनेवाला बदमाश मंजुनाथ उर्फ मलिक ने वहीं के रहनेवाले व्यवसायी बसंत कुमार पर 19 अप्रैल 2022 को हत्या की नीयत से हमला किया था. उसने गोली मारने के लिए जिस हथियार का इस्तेमाल किया उसे मुंगेर से खरीदकर ले गया था. मुंगेर तक हथियार लेने के लिए वह खुद पहुंचा. गूगल पर पहले उसने सर्च किया और उसके बाद मुंगेर आया.
स्थानीय अपराधी मो. शमशाद आलम, मो. शाहिद चांद (दोनों मिर्जापुर वर्धा, मुफस्सिल, मुंगेर) और मो. आसिफ (कल्याण चक, मुफस्सिल, मुंगेर) से संपर्क कर उसने हथियार खरीदा. इसके बाद वह वापस कर्नाटक चला गया. यह वाक्या बसंत कुमार को गोली मारने के कुछ दिन पहले की है.
बसंत कुमार पर हुए जानलेवा हमले की तफ्तीश के दौरान कर्नाटक पुलिस को मंजुनाथ उर्फ मलिक (सिगांव, हावेरी, कर्नाटक) के मुंगेर से हथियार खरीदने की बात सामने आई. कर्नाटक पुलिस की एक टीम हथियार मुहैया करानेवाले को पकड़ने के लिए बिहार पहुंची. इसके बाद एसटीएफ की एक टीम को उनकी मदद में लगाया गया. दो दिनों की रेकी के बाद मुंगेर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया. तीनों को कर्नाटक पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है. ट्रांजिट रिमांड पर उन्हें कर्नाटक ले जाया जा रहा है. पूछताछ के दौरान हथियारों की खरीद-फरोख्त को लेकर और भी खुलासे हो सकते हैं.