Chhapra: छठ पूजा के अवसर पर कई गीत रिलीज होते हैं। जिसमें से कुछ खास होते हैं। ऐसा ही एक गीत लेकर आए है छपरा के रहने वाले अभिषेक अरुण।
अभिषेक बताते हैं कि वे 2018 से छठ के अवसर पर गीत की प्रस्तुति करते आए हैं। इन छठ गीतों में स्थानीय मुद्दों को भी शामिल करते हैं। वीडियो की खास बात ये होती है कि इसके सभी कलाकार प्रोफेशनल नहीं बल्कि आम लोग होते हैं।
इस बार दो बच्चों संस्कृति और स्पर्श आनंद वीडियो में दिख रहे हैं। दोनो हीं बच्चों ने बेहतरीन काम किया है। वीडियो रेडियो मयूर के बैनर तले रिलीज किया गया है। म्यूजिक डायरेक्टर अप्रतिम त्रिपाठी हैं। जबकि बांसुरी अतुल शंकर, गिटार उत्कर्ष श्रीवास्तव ने बजाया है। म्यूजिक वीडियो की कहानी सुष्मिता पल्लवी द्वारा लिखी गई है। कैमरा जिया ने किया है। गीत के बोल लिखे हैं अभिषेक अरुण ने और पूरा वीडियो इन्हीं के निर्देशन में बना है।
वीडियो की शुरुआत होती है दो बच्चों की कहानी से जिसमें एक बच्चे के यहां छठ होता है दूसरे के यहां नहीं । दूसरी बच्ची जो होती है वो अपने घर जाकर अपने पापा से छठ का महत्व क्या है ये इतना जरूरी क्यों है कि सभी लोग बिजी हो जाते हैं? ये सब पूछती है। पापा को कोई जवाब नहीं सूझता और वो उसे छठ दिखा कर समझाना चाहते थे। वो अपनी बहन के यहां जाते हैं बच्ची को लेकर और छठ दिखाते हैं। बच्ची खुश होती है और वापसी में पापा से पूछती है की पापा हमारे घर छठ कब होगा।
इस वीडियो का मूल है कि छठ की महिमा बताकर नहीं जानी जा सकती। बच्चों को दिखाया जाना चाहिए।