Chhapra: सारण जिले में परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान 458 महिलाओं ने बंध्याकरण कराई है। वहीं 4 पुरुषों का भी नसबंदी किया गया है। जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 से 31 जुलाई तक चलाया गया। जिले के सोनपुर प्रखंड में सबसे ज्यादा महिलाओं ने बंध्याकरण करायी है।
बंध्याकरण कराने वाली एवं कॉपर टी लगवाने वाली महिलाओं को परिवार नियोजन के तहत प्रोत्साहन राशि भी दी गयी है। इस दौरान परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों के अत्यधिक इस्तेमाल पर ज़ोर देने के साथ विभिन्न गतिविधियों के जरिए सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया गया।
यहां बता दें कि 11 जुलाई से जिलों में परिवार नियोजन जागरूकता के लिए चलायी जा रही सारथी जागरूकता रथ का संचालन 31 जुलाई तक किया गया परिवार नियोजन के दूरगामी फ़ायदों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रमों में तेजी लायी गई । परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन पर विशेष बल दिया गया ।
आशा कार्यकर्ता व एएनएम का कार्य सराहनीय
आशा एवं एएनएम के सहयोग से 15 साल से 49 साल तक के योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित करने के साथ सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रोत्साहन राशि के विषय में भी जानकारी दी गई । परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों के इस्तेमाल में गति लाने के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र के साथ जिला सदर अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोंडोम ,गर्भनिरोधक गोली एवं अंतरा इंजेक्शन की उपलब्धता भी बढ़ायी गई ।
परिवार नियोजन के तहत प्रोत्साहन धनराशि
परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों के इस्तेमाल में बढ़ोतरी के लिए सरकार द्वारा लाभार्थियों को प्रोत्साहन धनराशि दी गयी है।
महिला नसबंदी के लिए 2000 रुपए
पुरुष नसबंदी के लिए 3000 रुपए
प्रसव के बाद महिला नसबंदी कराने पर 3000 रुपए
प्रसव के बाद कॉपर-टी लगवाने पर 300 रुपए
गर्भपात के बाद कॉपर-टी लगवाने पर 300 रुपए
अंतरा सुई लगाने पर महिला को 100 रुपए
किस प्रखंड में कितना बंध्याकरण
अमनौर 24
बनियापुर 26
लहलादपुर 18
दरियापुर 24
दिघवारा 16
एकमा 7
गड़खा 33
जलालपुर 20
नगरा 14
मांझी 30
मढ़ौरा 11
मसरक 17
पानापुर 6
परसा 30
मकेर 38
रिविलगंज 10
सदर ब्लॉक 6
सोनपुर 42
तरैया 9
इसुआपुर 7
सदर अस्पताल 16
क्या कहते है सिविल सर्जन
जिले में 11 जुलाई से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन पखवाड़ा चलाया गया था। पखवाड़ा के कुल 458 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया है। सोनपुर में सबसे ज्यादा बंध्याकरण किया गया है। यहां 42 महिलाओं का बंध्याकरण हुआ है।
डॉ. माधवेश्वर झा, सिविल सर्जन सारण