Chhapra: देव दीपावली के अवसर पर सोमवार 7 नवंबर को छपरा के सभी प्रमुख मंदिरों में दीप महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर देव दीपावली मनाई जाती है। 2014 से महर्षी दधिचि आश्रम उमानाथ मंदिर में इसकी शुरुआत की गई जो लगातार यह कार्यक्रम चल रहा है इस बार विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और युवा ब्राह्मण चेतना मंच के सहयोग से इसे छपरा के सभी प्रमुख मंदिरों में मनाया जाएगा।
क्यों मनाई जाती है देव दीपावली
इस पर प्रकाश डालते हुए अरुण पुरोहित ने कहा कार्तिक पूर्णिमा के दिनभगवान शंकर ने त्रिपुरासुर का वध किया। इसी खुशी में समस्त देवी देवता भूलोक के काशी में उपस्थित होकर गंगा तट पर दीप दान कर विभिन्न मंदिरों में दीप प्रज्वलित कर देव दीपावली का शुभारंभ किया। सारण की धरा धरातल गौतम दधीचि श्रृंगी ऋषियों ,महर्षि का तपोस्थली रहा है। इससे इसका विस्तार सारण्य क्षेत्र में हुआ। समस्त सनातन धर्मावलंबियों से आग्रह है कि वह अपने घर के पास मंदिर में जाकर 5 दीपक जलाएं और देव दीपावली मनाए। देव दीपावली मनाने से घर में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।