राजकीय समारोह के रूप में मनी मौलाना मजहरुल हक की जयंती, मंत्री ने किया माल्यार्पण

राजकीय समारोह के रूप में मनी मौलाना मजहरुल हक की जयंती, मंत्री ने किया माल्यार्पण

छपरा: महान स्वतंत्रता सेनानी एवं हिन्दु-मुस्लिम एकता के प्रतीक मौलाना मजहरूल हक की 150वीं जयंती राजकीय समारोह के रूप में धूमधाम से मनायी गयी.

मजहरूल चौक एवं एकता भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

इस अवसर पर जिला परिषद् अध्यक्ष श्रीमती मीना अरूण, आयुक्त सारण प्रमंडल नर्मदेश्वर लाल, प्रभारी जिलाधिकारी अरूण कुमार, जदयू जिला अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू, राजद जिला अध्यक्ष जिलानी मोबीन, पूर्व उपसभापति बिहार विधान परिषद् सलीम परवेज, पूर्व जिला परिषद् अध्यक्ष वैजनाथ प्रसाद विकल, जदयू नेता जयप्रकाश कुशवाहा, मंजूर अहमद, जुनैद आलम, राजद नेता मो० युनुस, भाजपा नेता श्याम बिहारी एवं समाज सेवी प्रो० विरेन्द्र नारायण यादव सहित गणमान्य व्यक्तियों ने भी मौलाना मजहरूल हक की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

इसके बाद नगर परिषद् छपरा के सभागार में आयोजित मौलाना मजहरूल हक जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने मौलाना मजरूल हक के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि मौलाना मजरूल हक की मृत्यु 2 जनवरी 1930 को हो गयी थी. लेकिन आज भी वे हमलोगो के सामने जिन्दा है. बिहार से लेकर भारत के कोने-कोने में उन्होंने कौमी एकता को बनाए रखने में उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. वे हमलोगो के बीच प्रेरणा के श्रोत है. बिहार के प्रति उनका आपार स्नेह था. उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भरपूर सहयोग किया. गंगा, यमुना संस्कृति के स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान था. उन्होंने अपना महत्वपूर्ण 16 एकड़ जमीन दान कर सदाकत आश्रम की स्थापना की. उन्होंने कहा कि हिन्दु हो या मुस्लमान आपस में एक है. हिन्दु मुस्लिम एकता से ही भारत को आजादी मिली. वे हमारे बीच नहीं है लेकिन उनका शाश्वत प्रेम हमारे साथ है. वे जीवंत आत्मा है. आयना के तरह उनके पुराने एवं अधुरे सपने को सहेज कर रखना है. उनके छोड़े हुए सपनो को सच्चे दिल से पूरा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

उन्होंने कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय एवं महागठबंधन की सरकार बिहार का विकास तीव्र गति से कर रही है. मौलाना मजहरूल हक के अधूरे कार्य को पूरा करने का प्रयास कर रही है लेकिन बिहार सरकार को अच्छी नजरो से विरोधी नहीं देख रहे है.

इस अवसर पर प्रभारी जिला पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता अरूण कुमार ने कहा कि मौलाना मजहरूल हक की प्रासंगिकता आज भी बनी हुयी है. 1857 के सारण के आकाल में उन्होंने लोगो को मौत से बचाया सारण जिले में पहली बार पंचायत के बारे में उन्होंने ही सोचा था. उन्होंने गंगा, जमुनी संस्कृति की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया.

इस अवसर पर छपरा विधायक डा० सी० एन० गुप्ता ने भी मौलाना मजहरूल हक को हिन्दु मुस्लिम एकता को प्रतीक बताया. मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष पूर्व सभापति सलीम परवेज ने आगामी वर्ष से मुशायरा को नियमित करने का आश्वासन दिया. वही विरेन्द्र नारायण यादव, अब्दुल रहीम, जदयु जिला अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू, जिला परिषद् के पूर्व अध्यक्ष वैजनाथ प्रसाद विकल, पूर्व जदयू अध्यक्ष दिनेश सिंह ने भी मौलाना मजरूल हक को श्रद्धा सुमन अर्पित किया.

इस अवसर पर मंत्री ने चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले ग्रीनलैण्ड स्कूल की छात्रा समीरा प्रवीण को प्रथम एवं आई डिस्कवरी स्कूल की छात्र कुमार गौरव को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया.

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