Chhapra: विकास के मार्ग को प्रशस्त करने के लिए बनाये गए सेतु पर इन दिनों जाम एक बड़ी समस्या साबित हो रही है. जिससे कही ना कही विकास बाधित हो रहा है.
रोजाना आने जाने वाले लोग तो परेशान हो रहे है साथ ही स्थानीय दियारा क्षेत्र के लोग भी जाम से उब गए है. पुल के बन जाने से खुश हुए लोग अब इसके हाल पर रो रहे है. हम बात कर रहे है सारण और भोजपुर जिले से जोड़ने वाले छपरा-आरा के बीच बने वीरकुंवर सिंह सेतु की.
पुल के निर्माण से इस क्षेत्र के लोगों में उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार जाने के लिए गाँधी सेतु पर लगने वाले जाम से निजाद मिलने की उम्मीद थी. कुछ दिन सब कुछ सही भी रहा पर जबसे इस पुल पर बड़े मालवाहक वाहनों के प्रवेश को शुरू किया गया है स्थिति बदल गयी है. इस मार्ग से पटना डेढ़ घंटे में पहुँचने वालों को अब 5-6 घंटे लग जा रहे है. सड़क के दोनों लेन में ट्रकों की लम्बी कतार के कारण दो पहिया वाहन भी मुश्किल से पास कर पा रहे है. वही आसपास के दियारा इलाके में रहने वालों को भी खासा परेशानी हो रही है.
इस पुल से गुजरने वाले बालू लदे ट्रकों की कई किलोमीटर तक लम्बी कतार लोगों को मार्ग बदलने या फिर जाम से कई घंटों जाम में जूझने पर मजबूर कर रही है.
इस समस्या पर सरकार, सारण और भोजपुर जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरुरत है, ताकि आम लोगों को परेशानी ना हो. अगर समय रहते इस पुल पर लगने वाले जाम की समस्या का हल नहीं ढूंढा गया तो आने वाले समय में इसका भी हाल गाँधी सेतु जैसा होने से नहीं रोका जा सकता.
छपरा-आरा पुल के बनने के बाद उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार के कई जिलों के बीच दूर कम हो गई है. समय भी कम लगता है. लेकिन जाम की मौजूदा समस्या लोगों की परेशानियों को बढ़ा रहे है. समय रहते कारगर कदम की जरुरत है.
आपको बता दें की इस पुल का उद्घाटन पिछले साल 11 जून को हुआ था.
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