प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक, कहा- विशेष योजनाओं के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करें

प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक, कहा- विशेष योजनाओं के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करें

Chhapra: स्वास्थ्य विभाग-सह-प्रभारी मंत्री सारण जिला मंगल पाण्डेय की अध्यक्षता में बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व तैयारियों तथा जिले में चल रही विकास कार्यां की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में संपन्न हुयी. इस बैठक में जिला के प्रभारी सचिव मनिष वर्मा भी उपस्थित थे.
समीक्षा बैठक में माननीय मंत्री ने कहा कि सरकार की विशेष योजनाओं और कार्यक्रमों के जो लक्ष्य निर्धारित किये जाते हैं उसे अधिकारी ससमय प्राप्त करें और जनहित से जुड़े कार्यों को बेहतर ढ़ग से निष्पादित करें ताकि लोग लाभांवित हो सकें.

समाहरणालय सभागार में पुलिस अधीक्षक सारण एवं सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से बाढ़ पूर्व तैयारियों को बिन्दुवार बताया गया. जिलाधिकारी ने कहा कि मानक एसओपी के अनुसार सभी तैयारी पूरी कर लीं गयी है. जिले के संकटग्रस्त परिवार की पहचान कर ली गयी है और 155374 परिवार का डेटाबेस तैयार कर वेवसाईट पर अपलोड कर दिया गया है. 20 हजार और परिवार का डेटाबेस तैयार कर लिया गया है जिसे शीघ्र ही अपलोड करा दिया जाएगा. इस पर प्रभारी सचिव ने कहा कि जिन जिलों में अभी बाढ़ आयी थी वहाँ इसके डेटाबेस के माध्यम से बाढ़ प्रभावितों के खातो में कैश ट्रांसफर में काफी सहुलीयत हुयी और यह तीन दिनो में हीं संपन्न करा दिया गया.

जिलाधिकारी ने बताया कि 449 निजी नाविकों को चिन्हित किया गया है जिसमें 239 से एकरारनामा की गयी है. अंचल स्तर पर भी नाव मालिक और सी.ओ. की बैठक कर ली गयी है. जिलाधिकारी ने बताया कि 376 टेन्ट की व्यवस्था रखी गयी है जिसका समय समय पर भौतिक सत्यापन किया जाता है. सामग्री आपूर्ति के लिए निविदा का कार्य पूर्ण है और आपूर्ति कर्त्ता को ससमय आपूर्ति कराने का निदेश दिया गया है. 54 तरह की मानव दवा एवं 33 तरह की पशुदवा की उपलब्धता है. पशुचारा का दर निर्धारित है. शरणस्थली के रुप में 178 स्थल चिन्हित किये गये हैं जहाँ जरुरत पड़ने पर कैम्प एवं सामुदायिक किचेन भी चलाया जा सकता है.

सभी तटबंध सुरक्षित है, तटबंधों की सूरक्षा के लिए निगरानी बढ़ा दी गयी है. गंगा नदी खतरे के निशान से तीन मीटर और गंडक नदी 3.5 मीटर नीचे बह रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि जिला स्तरीय टाक्स फोर्स का गठन कर लिया गया है जिसकी नियमित बैठक की जाती है.

सुखाड़ की स्थिति पर जिलाधिकारी ने कहा कि जुलाई माह में वर्षा समान्य से दस प्रतिशत अधिक हुयी है. सभी प्रखंडों में वर्षामापी यंत्र कार्यरत है और प्रखंड से प्रतिदिन प्रतिवेदन प्राप्त होते हैं.

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