Chhapra: जनता से टैक्स के रूप में लिए गए पैसे कैसे सरकार और उसके अधिकारियों की गलत नीतियों के कारण बर्बाद होते है उसका उदाहरण है यह तस्वीर. तस्वीर शहर के साहेबगंज से मौना चौक जाने वाले रास्ते में बने डिवाइडर की है. जहाँ कुछ साल पहले विकास ने नाम पर और ट्रैफिक को सही करने के उद्देश्य से डिवाइडर तो बनाया गया. डिवाइडर बनाने की परमिशन देने वाले अधिकारियों को पूरी तरह से पता था की सड़क बेहद संकरी है और इसमें डिवाइडर बनाने से और भी संकरी हो जाएगी. बावजूद इसके टेंडर निकला और फिर निर्माण कार्य भी पूरा किया जाने लगा. वही किसी ने इसकी शिकायत कोर्ट में भी कर दी. यह इलाका काफी घनी आबादी वाला है और कई बार आग आदि लगने की घटनाओं में डिवाइडर के कारण अग्निशमन वाहन को पहुँचने में दिक्कतें भी हुई. अब जब जनता का लाखों रूपया इसको बनाने में लग चूका है. इसको तोड़ने के आदेश जारी हुआ और रविवार रात्रि नगर निगम के बुलडोजर ने इसके नामोनिशान को मिटा दिया.
इन इन बातों का निष्कर्ष सिर्फ इतना है कि जनता के टैक्स के पैसे से बिना समुचित प्लानिंग के निर्माण और फिर अब उसे तोड़ देना जनता के पैसे की बर्बादी है. सरकार के अधिकारी अपने फायदे के लिए कैसे आम लोगों के टैक्स के पैसे को बर्बाद करते है या उसका एक उदहारण मात्र है.