Chhapra: जिला स्तरीय कम्युनिकेशन टास्क फोर्स की बैठक जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में हुई. बैठक में कोविड टीकाकरण के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने की रणनीति बनायी गयी.
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूकता के लिए 9 जून से जिले के सभी गांवों में महाअभियान चलाया जायेगा. इस दौरान गांव गांव में चौपाल लगाकर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जायेगा. इसको लेकर माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है.
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में बूथ स्तर पर निर्वाचन कार्य तर्ज पर टीकाकरण सत्र आयोजित किया जायेगा. उस बूथ पर आने वाले सभी पात्र लाभुकों को टीकाकरण किया जायेगा. बूथ स्तर पर टीकाकरण सत्र आयोजित करने से पहले आशा, सेविका-सहायिका, विकास मित्र जनप्रतिनिध व टोला सेवकों के माध्यम से तीन दिन पहले जानकारी दी जायेगी. बीएलओ और सीडीपीओ समन्वय स्थापित कर 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के टीका नहीं लेने वाले व्यक्तियों की सूची तैयार कर टीका लेने के लिए प्रेरित किया जायेगा.
30 लाख लाभार्थियों को टीका देने का लक्ष्य
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में 30 लाख लाभार्थियों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है. जिले में अब तक कुल 4 लाख 90 हजार लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा चुका है. 45 प्लस के 1 लाख 30 हजार लाभुकों को टीका दिया गया है. इस उम्र के करीब 5 लाख लाभुकों को टीका देने का लक्ष्य है. 18 से 44 उम्र वाले 20 लाख लाभार्थियों को टीका देना है. अभी 18 से 44 उम्र वाले 71 हजार लाभार्थियों को टीका दिया गया है. डीएम ने कहा कि टीकाकरण पूरे राज्य में सारण जिला दूसरे स्थान पर है. सारण जिले में लहलादपुर प्रखंड टीकाकरण में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. उन्होने कहा कि 10 जुलाई के बाद प्रतिदिन टीका का सप्लाई आने लगेगा. जिलाधिकारी ने कहा कि दशहरा पूजा के पहले 30 लाख लोगो का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है.
धर्म गुरूओ टीकाकरण के प्रति करेंगे जागरूक
जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि टीकाकरण के प्रति जागरूकता के मस्जिद के इमाम नमाज के समय टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी देंगे. इसके साथ मंदिर के पूजारी भी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को टीकाकरण के महत्व को बतायेंगे. जिलाधिकारी ने कहा कि टीका लेने के बाद बुखार आ सकता है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. बुखार आना टीका के सकरात्मक प्रभाव का पहचान है. जिलाधिकारी ने कहा कि टीका लगवाने के बाद ऐसा नहीं है कि कोरोना नहीं होगा. कोरोना हो सकता है. लेकिन यह गंभीर नहीं होगा. इससे आपकी मृत्यु नहीं होगी. जिलाधिकारी ने कहा कि तीसरे लहर से बचना है तो सबसे पहले अपने घर से टीकाकरण की शुरूआत करें. अपने परिवार के सभी सदस्यों का टीकाकरण करांए. फिर गांव-मुहल्ला व समाज के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण कराएं तभी हम सब खुद को सुरक्षित रख सकेंगे.
बच्चों पर असर करेगा तीसरा लहर
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण का दूसरा लहर अब कम हो गया है. लेकिन अभी लापरवाही नहीं बरतना है। कोविड अनुरूप व्यवहारों का पालन करना जरूरी है. उन्होने कहा कि तीसरे लहर में बच्चों पर ज्यादा असर होने की आशंका है. इसके लिए हमें सजग व सतर्क रहने की आवश्यकता है. जिलाधिकारी ने कहा कि जिस घर में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चें है उनका पूरा परिवार अपना टीकाकरण करा लें. ताकि बच्चों को सुरक्षित रख सकें. उन्होने कहा कि अगर एक व्यक्ति टीकाकरण के लिए 10 लोगो को प्रेरित करें और वे 10 व्यक्ति 10-10 व्यक्तियों को जागरूक करें तो टीकाकरण अभियान काफी हद तक सफल हो पायेगा.
सोशल मीडिया के माध्यम से किया जायेगा जागरूक
जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया- फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप का सहयोग लिया जायेगा. जिलाधिकारी ने कम्युनिकेशन टास्क फोर्स के सदस्यों से अपील करते हुए कहा टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करें और सोशल मीडिया पर उड़ रहे अफवाहों का भी खंडन करना अति-आवश्यक है. जिलाधिकारी ने कहा कि जागरूकता से हीं जंग जीती जा सकती है. इस महा-अभियान में हर तबके के लोगों को शामिल करना है. डीएम ने कहा कि जनप्रतिनिधि, धर्म गुरू, स्कूल के शिक्षक, विकास मित्र, टोला सेवकों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. डीएम ने कहा कि घर-घर सर्वे कराया गया है. ऐसे व्यक्तियों की डाटा एकत्रित की गयी है जो अभी तक टीका नहीं लिये है. उनको फोन करके टीका लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. यह जानकारी दी जा रही है कि इस दिन को आपके मुहल्ले में टीका एक्प्रेस जायेगी आ वहां आकर अपना टीकाकरण करा लें. इस बैठक में जिलाधिकारी के साथ जिला परिषद अध्यक्ष मीणा अरूण, मेयर नगर निमग सुनिता देवी, डीईओ, सिविल सर्जन डॉ. जर्नादन प्रसाद सुकुमार, डीआईओ, डीपीएम, डीपीओ आईसीडीएस, जनप्रतिनिधि, समाज सेवी, धर्म गुरू, चिकित्सक, स्कूल एसोसिएसन के सदस्य, सहयोगी संस्था- केयर इंडिया, यूनिसेफ डब्ल्यूएचओ, सीएफएआर समेत टास्क फोर्स के सभी सदस्य मौजूद थे.