छपरा: चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन जयप्रकाश यूनिवर्सिटी के सीनेट हॉल में किया गया. जसका विषय ‘जैविक छपरा से जैविक बिहार’ था. कार्यक्रम का उद्घाटन प्रसिद्ध पर्यावरणविद् एवं नवदान्या की संस्थापक, वैकल्पिक नोवेल अवार्ड (Right Livelihood Award,1993) से सम्मानित डॉ वंदना शिवा ने दीप प्रज्जवलि कर किया. सभा को संबोधित करते हुए वक्ता डॉ वंदना शिवा ने कहा कि देश के किसानो को कीटनाशक दवाई बताकर कम्पनिया किसानों को जहर बेच रही है. कम्पनियों ने बड़ा व्यवसाय बना रहा रहा. पहले जहर खिलते है फिर कैंसर, ब्लड प्रेशर, डाईबटीज़ आदि बीमारियाँ होती है. फिर यही कम्पनियां दवा भी देती है.
उन्होंने कहा कि हमे फ़ास्ट फ़ूड, जंक फ़ूड से बचना होगा. टीवी पर विज्ञापन इसका सबसे बड़ा कारण है. विज्ञापन का तरीका भी हमारी संस्कृति के विपरीत है. इसके लिए मई पत्र लिखूंगी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रिटायर्ड आईएस अधिकारी एवं वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति आई एस कुमार ने भी विस्तार से जैविक छपरा से जैविक बिहार बनाने पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने की. इस अवसर पर कार्यक्रम में जेपी विवि के प्रोफ़ेसर, अधिकारी, NSS के कैडेट आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे.