मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा

मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा

छपरा: बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने के लिए की गई तैयारियों की बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की. राज्य के सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ या सुखाड़ से निपटने के लिए सरकार की मानक संचालन प्रक्रिया पहले से निर्धारित है. उन्होने सभी प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारियों को अपने-अपने प्रमंडल एवं जिले में मानक संचालक प्रक्रिया के तहत प्रत्येंक बिन्दु पर तैयारियों की समीक्षा करने का निर्देश दिया.

मुख्यमंत्री ने जिलावार समीक्षा के क्रम में प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकार के मानक संचालन प्रक्रिया के तहत संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारी की जाय. वर्षापात की कमी होने पर सुखे से निपटने की भी तैयारी साथ-साथ की जाय. उन्होने कहा कि इस बार अप्रैल महीने में हुई भीषण आगलगी से उत्पन्न स्थिति में जिलाधिकारियों द्वारा किए गए राहत कार्य से हम संतुष्ट है. वज्रपात के शिकार आपदा प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत मुहैया कराने के लिए हम बधाई देते है. उन्होंने कहा कि 15 दिनों के बाद बाढ़ पूर्व तैयारियों तथा संभावित सुखाड़ से निपटने के लिए वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से पुनः समीक्षा की जाएगी, जिसमें सिर्फ जिलाधिकारी ही उपस्थित रहेंगे.

वीडियो कांफ्रेंसिंग की समाप्ति के बाद जिलाधिकारी दीपक आनंद ने बताया कि सारण जिला अन्तर्गत संभावित बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी यु़द्ध स्तर पर की जा रही है. उन्होंने कहा कि जिले में उपलब्ध सरकारी नाव 98, निजी नाव 335, पोलीथीन सीट की संख्या 2000, परिचालन योग्य इन्फ्लेटेवल मोटरवोट की संख्या 10, जिसमें परिचालन योग्य 4 एवं मरम्मति योग्य 6 है. लाईफ जैकेट की संख्या 200, जीपीएस सेट की संख्या 20, महाजाल की संख्या 5, टेन्ट की संख्या 300, इन्फ्लेटेवल लाईटिंग की संख्या 1, गोतोखोरो की संख्या 72, मोटरवोट ड्राईवर की संख्या 10 है. खोज, बचाव एवं राहत दलो की संख्या 20, एडवांस लाईफ सर्पोटिंग सिस्टम 1 तथा एसडीआरएफ लाईफ जैकेट 1 है. उन्होंने बताया कि बाढ़ अवधि में तटबंधो पर सतत् निगरानी एवं पेट्रोलिंग की व्यवस्था हेतु आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. तटबंधो के प्रत्येक किलोमीटर पर पेट्रालिंग हेतु कनीय अभियंताओं के साथ 80 गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. तटबंधो के कमजोर भागो की जांच हेतु संबंधित अनुमंडल के अनुमंडलाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंताओं को निरीक्षण कर वस्तु स्थिति पर नजर रखने का नजर रखने का निर्देश दिया गया. उन्होंने बताया कि जिले में सारण जिले के लिए 45,000 क्विंटल चावल और 44,000 क्विंटल गेहूं की आवश्यकता है. जिला प्रबंधक बिहार राज्य खाद्य निगम को अनाजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया.

जिलाधिकारी ने बताया कि 21 जून को आए तेज आंधी, पानी एवं वज्रपात से छपरा सदर के लाल साहेब कुमार, उम्र 16 वर्ष, परसा के खुशी कुमारी, उम्र 7 वर्ष, पानापुर के जयप्रकाश राम, उम्र 20 वर्ष एवं सदर के एक और व्यक्ति की साढ़ा ढ़ाला में मृत्यु हो गई, जिसकी पहचान नहीं हो पायी है. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपयें अनुदान की राशि एवं अन्य राहत मुहैया करा दी गयी है.

जिलाधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में मौजूद सभी संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव द्वारा दिये गये निर्देशो का शत् प्रतिशत अक्षरशः अनुपालन करने का निर्देश दिया. उन्होंने कम्युनिकेशन प्लान बनाने का भी निर्देश दिया.

इस अवसर पर सारण प्रमंडल के आयुक्त प्रभात शंकर, डीआईजी अजीत कुमार, एसपी पंकज कुमार राज सहित सभी संबधित पदाधिकारी उपस्थित थें.

 

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